"सबलगढ़ किला": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
Anurag sitar (वार्ता | योगदान) No edit summary |
+{{आधार}} - {{आज का आलेख}} |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
{{आज का आलेख}} |
|||
{{ज्ञानसन्दूक सैन्य निर्माण |
{{ज्ञानसन्दूक सैन्य निर्माण |
||
|name = <big>सबलगढ़ दुर्ग</big> |
|name = <big>सबलगढ़ दुर्ग</big> |
||
पंक्ति 40: | पंक्ति 39: | ||
[[श्रेणी:भारत के दुर्ग]] |
[[श्रेणी:भारत के दुर्ग]] |
||
[[श्रेणी:क़िले]] |
[[श्रेणी:क़िले]] |
||
{{आधार}} |
05:52, 1 अक्टूबर 2015 का अवतरण
सबलगढ़ दुर्ग | |
---|---|
करौली राजवंश का भाग | |
सबलगढ़, मध्य प्रदेश | |
चित्र:Sabalgarh ka durg.jpeg | |
लुआ त्रुटि Module:Location_map में पंक्ति 522 पर: Unable to find the specified location map definition: "Module:Location map/data/मध्य प्रदेश" does not exist। | |
प्रकार | रक्षा किला |
स्थल जानकारी | |
नियंत्रक | मध्य प्रदेश सरकार |
जनप्रवेश | हां |
दशा | स्मारक |
स्थल इतिहास | |
निर्मित | १७-१८ वी सताब्दी |
निर्माता | महाराजा गोपाल सिंह |
प्रयोगाधीन | नहीं |
सामग्री | पत्थर, बलुआ पत्थर |
मुरैना के सबलगढ़ नगर में स्थित यह किला मुरैना से लगभग 60 किमी. की दूरी पर है। मध्यकाल में बना यह किला एक पहाड़ी के शिखर बना हुआ है। इस किले की नींव सबला गुर्जर ने डाली थी जबकि करौली के महाराजा गोपाल सिंह ने 18वीं शताब्दी में इसे पूरा करवाया था। कुछ समय बाद सिंकदर लोदी ने इस किले को अपने नियंत्रण में ले लिया था लेकिन बाद में करौली के राजा ने मराठों की मदद से इस पर पुन: अधिकार कर लिया। किले के पीछे सिंधिया काल में बना एक बांध है, जहां की सुंदरता देखते ही बनती है।
यह लेख एक आधार है। जानकारी जोड़कर इसे बढ़ाने में विकिपीडिया की मदद करें। |