सामग्री पर जाएँ

विकिपीडिया:चौपाल

विषय जोड़ें
मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
(विकिपीडिया:गाँव का पम्प से अनुप्रेषित)
Latest comment: 1 दिन पहले by Vshikha7887 in topic Edit Chaupai
विकिपीडिया चौपाल पर स्वागत है !

विकिपीडिया एक ऑनलाइन, मुक्त, ज्ञानकोश है; साथ ही यह संपादकों का समुदाय भी है। यहाँ विविध उल्लेखनीय विषयों पर प्रमाण सहित जानकारी उपलब्ध कराने के कार्य में आप भी सहभागी बन सकते हैं। ध्यान दें कि, विकिपीडिया कोई कंपनी नहीं है और विकिपीडियन स्वेच्छा से योगदान करते हैं; विकिपीडिया किसी को नौकरी पर नहीं रखती न ही पैसों की अपेक्षा करती है। हाँ, हम आपके दान का स्वागत करते हैं। नवागंतुक, विकिपीडिया की आधारभूत नीतियों की जानकारी हेतु विकिपीडिया:पंचशील अवश्य पढ़ें।
इस पृष्ठ का उपयोग कैसे करें ?
  • यहाँ विकिपीडिया से संबंधित उन विषयों पर लिखा जा सकता है जिन्हें सभी विकिपीडियन सदस्यों के ध्यान में लाने की आवश्यकता है: जैसे, आम सूचनायें और सुझाव; चर्चायें एवं प्रस्ताव जिनके लिए अन्यत्र कोई पृष्ठ निर्धारित नहीं; तथा अन्य चर्चाओं की सूचनायें जिनमें सभी इच्छुक सदस्यों की भागीदारी अपेक्षित हो।
  • किसी एक पृष्ठ विशेष (लेख, साँचा, श्रेणी इत्यादि) में सुधार/बदलाव हेतु उसके वार्ता पन्ने पर और किसी सदस्य विशेष से उसके संपादनों अथवा व्यवहार के बारे में चर्चा करने के लिए उसके सदस्यवार्ता पन्ने पर चर्चा करें। सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हुए सामान्य वार्ता दिशानिर्देशों का अनुपालन करें।
  • ऊपर बताये पन्नों पर किसीसहमति तक न पहुँचने की दशा में यहाँ सूचना देकर अन्य सदस्यों को चर्चा में भाग लेने हेतु आमंत्रित करें; यदि यह भी विफल रहता है तब यहाँ लिखें या प्रबंधकों को सूचित करें। प्रबंधकीय कार्यों हेतु विकिपीडिया के प्रबंधकों को सूचित करने केलिए प्रबंधक सूचनापट का प्रयोग करें। अनुवाद, आयात और पृष्ठ सुरक्षा इत्यादि के लिए नियत अनुरोध पन्ने हैं।
  • अपनी निजता (प्राइवेसी) की सुरक्षा हेतु यहाँ अपना फोन नंबर, ईमेल इत्यादि न लिखें, हम ईमेल से उत्तर नहीं देते। इसके अतिरिक्त किसी उत्पाद, व्यक्ति, वस्तु अथवा विचारधारा के प्रचार हेतु इस पृष्ठ का उपयोग न करें

हिंदी विकिमीडियन्स यूजर ग्रूप सूचना

[संपादित करें]

‘’‘हिंदी विकिमीडियन्स यूजर ग्रूप’’’, विकिमीडिया फाउंडेसन तथा गूगल की साझेदारी को 2025 ई. में आगे बढ़ाने की योजना है। जनवरी – फरवरी में दो ऑनलाइन संपादनोत्सव आयोजित किए जाने का प्रस्ताव है-

  1. सामग्री संवर्धन संपादनोत्सव जनवरी 2025 – विकिपीडिया पर वांछित लेखों के निर्माण के लिए।
  2. सामग्री संवर्धन संपादनोत्सव फरवरी 2025 – विकिस्रोत पर नई सामग्री के निर्माण के लिए
नववर्ष की शुभकामनाओं सहित – संपर्क सूत्र --अनिरुद्ध कुमार (वार्ता) 07:28, 1 जनवरी 2025 (UTC)उत्तर दें
@अनिरुद्ध कुमार जी, नववर्ष की अनंत मंगलकामनायें! यूजर ग्रुप के सभी सदस्यों एवं इस साझेदारी के कार्य करने वाले सभी सदस्यों तथा विशेषकर ऐसे संपानोत्सव आयोजित कराने के लिए आयोजनकर्ताओं को पूर्व की उपलब्धियों के लिए बहुत-बहुत बधाई।
नये साल में प्रस्तावित आयोजन सर्वथा स्वागतयोग्य हैं। एक बार पुनः नववर्ष की बधाई और भावी योजनाओं के लिये शुभकामनायें। --SM7--बातचीत-- 01:54, 2 जनवरी 2025 (UTC)उत्तर दें

Edit Chaupai

[संपादित करें]

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर।

जय कपीस तिहुं लोक उजागर।।

रामदूत अतुलित बल धामा।

अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा।।

महावीर विक्रम बजरंगी।

कुमति निवार सुमति के संगी।।

कंचन वरन विराज सुवेसा।

कानन कुण्डल कुंचित केसा।।

हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै।

काँधे मूँज जनेऊ साजै।

शंकर सुवन केसरीनंदन।

तेज प्रताप महा जग वन्दन।।

विद्यावान गुणी अति चातुर।

राम काज करिबे को आतुर।।

प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया।

राम लखन सीता मन बसिया।।

सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा।

विकट रूप धरि लंक जरावा।।

भीम रूप धरि असुर संहारे।

रामचंद्र के काज संवारे।।

लाय सजीवन लखन जियाये।

श्रीरघुबीर हरषि उर लाये।।

रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई।

तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई।।

सहस बदन तुम्हरो जस गावैं।

अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं।।

सनकादिक ब्रह्मादि मुनीशा।

नारद सारद सहित अहीसा।।

जम कुबेर दिगपाल जहां ते।

कवि कोविद कहि सके कहाँ ते।।

तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा।

राम मिलाय राज पद दीन्हा।।

तुम्हरो मंत्र विभीषन माना।

लंकेश्वर भये सब जग जाना।।

जुग सहस्र योजन पर भानू।

लील्यो ताहि मधुर फल जानू।।

प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं।

जलधि लांघि गये अचरज नाहीं।।

दुर्गम काज जगत के जेते।

सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते।।

राम दुआरे तुम रखवारे।

होत न आज्ञा बिनु पैसारे।।

सब सुख लहै तुम्हारी सरना।

तुम रक्षक काहू को डरना।।

आपन तेज सम्हारो आपै।

तीनों लोक हांक तें कांपै।।

भूत पिसाच निकट नहिं आवै।

महाबीर जब नाम सुनावै।।

नासै रोग हरै सब पीरा।

जपत निरंतर हनुमत बीरा।।

संकट तें हनुमान छुड़ावै।

मन क्रम वचन ध्यान जो लावै।।

सब पर राम तपस्वी राजा।

तिनके काज सकल तुम साजा।

और मनोरथ जो कोई लावै।

सोई अमित जीवन फल पावै।।

चारों युग परताप तुम्हारा।

है परसिद्ध जगत उजियारा।।

साधु-संत के तुम रखवारे।

असुर निकंदन राम दुलारे।।

अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता।

अस वर दीन जानकी माता।।

राम रसायन तुम्हरे पासा।

सदा रहो रघुपति के दासा।।

तुम्हरे भजन राम को भावै।

जनम-जनम के दुख बिसरावै।।

अन्त काल रघुबर पुर जाई।

जहाँ जन्म हरि-भक्त कहाई।।

और देवता चित्त न धरई।

हनुमत सेई सर्व सुख करई।।

संकट कटै मिटै सब पीरा।

जो सुमिरै हनुमत बलबीरा।।

जै जै जै हनुमान गोसाईं।

कृपा करहु गुरुदेव की नाईं।।

जो सत बार पाठ कर कोई।

छूटहिं बंदि महा सुख होई।।

जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा।

होय सिद्धि साखी गौरीसा।।

तुलसीदास सदा हरि चेरा।

कीजै नाथ हृदय महँ डेरा।।

Vshikha7887 (वार्ता) 07:49, 6 जनवरी 2025 (UTC)उत्तर दें

Invitation to Participate in the Wikimedia SAARC Conference Community Engagement Survey

[संपादित करें]

Dear Community Members,

I hope this message finds you well. Please excuse the use of English; we encourage translations into your local languages to ensure inclusivity.

We are conducting a Community Engagement Survey to assess the sentiments, needs, and interests of South Asian Wikimedia communities in organizing the inaugural Wikimedia SAARC Regional Conference, proposed to be held in Kathmandu, Nepal.

This initiative aims to bring together participants from eight nations to collaborate towards shared goals. Your insights will play a vital role in shaping the event's focus, identifying priorities, and guiding the strategic planning for this landmark conference.

Survey Link: https://forms.gle/en8qSuCvaSxQVD7K6

We kindly request you to dedicate a few moments to complete the survey. Your feedback will significantly contribute to ensuring this conference addresses the community's needs and aspirations.

Deadline to Submit the Survey: 20 January 2025

Your participation is crucial in shaping the future of the Wikimedia SAARC community and fostering regional collaboration. Thank you for your time and valuable input.

Warm regards,
Biplab Anand