विकिपीडिया:चौपाल/पुरालेख 53
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वर्तनी सम्बन्धी चर्चा
हाल ही में मेरे बनाये गये पृष्ठ बड़ग़ाम की लड़ाई के वार्ता पृष्ठ पर @अनुनाद सिंह: जी ने नुक्ता को लेकर नई बहस छेड़ दी है। कम से कम अब हिन्दी समुदाय को तय लेना चाहिये की हिन्दी भाषा में नुक्ता का प्रयोग कहाँ तक करना चाहिये और जब नुक्ता का प्रयोग हो रहा है तो क्यों न पञ्चमाक्षर, ङ् की मात्रा को उपयोग में क्यों न लाया जाय क्योंकि नुक्ता से अधिक करीब ये मात्राएँ हैं। साथ ही एक दिन व्हाट्सएप सदस्य दल पर @Innocentbunny: जी ने अंग्रेजी के red और raid शब्द में अन्तर के लिये ॆ मात्रा के प्रयोग का सुझाव दिया था उस पर भी चर्चा होनी चाहिये।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 12:19, 12 अप्रैल 2018 (UTC)
- नुक्ते और पञ्चमाक्षारों के इस्तेमाल पर रोक मेरे समझ के परे है। सच कहूं तो मुझे यह तर्क जायज़ नहीं लगता कि आधिकारिक, वैज्ञानिक और भाषाई तौरपर शत प्रतिशत सही चीज़ को सही वर्तनी/शब्दावली का ज्ञान होने के बावजूद गलत लिखा जाए, क्योंकि "सरल है", और "ज़्यादातर लोगों को नहीं पता है।"....हाँ, यह अवश्य मानता हूँ कि हिंदी में कुछ अक्षरों का उपयोग बहुत कम होता है, मगर इसका मतलब यह तो नही है कि वो अक्षर देवनागरी वर्णमाला में हैं ही नहीं, या उनका उपयोग पूर्णतः वर्जित है?। मानता हूँ कि अधिकांश जगहों पर "विशेष अक्षरों" का उपयोग काम किया जाता है, मगर क्या उन जगहों पर भी विशेष अक्षरों का उपयोग नहीं करना चाहिए जहाँ पर उन अक्षरों के उपयोग के अलावा और कोई रास्ता ही न हो? जहाँ हमारे पास विशेष अक्षरों को अवॉयड करने का विकल्प होता है, वहाँ तो हम सब अवॉयड करते हैं, मगर जहाँ आवशकता है, वहाँ पर भी उपयोग वर्जित क्यों किया जाए? मानता हूँ, की हर एक के कीबोर्ड पर इन अक्षरों को लिखने के साधन नहीं हैं, मगर जिनके पास यह साधन हैं, और जिनको सटीक वर्तनी का ज्ञान है, उनको ज़बरदस्ती क्यों रोका जाए? और यदि किसी कोई कुछ चीजों का ज्ञान नहीं है तो वो ज्ञान प्राप्त कर ले, नया ज्ञान प्राप्त कर ले, इसमें क्या बुराई है? और यह एक ज्ञानकोष है, कोई माध्यमिक स्तर की स्कूली किताब नहीं कि वैज्ञानिकता और औपचारिकता से अधिक सरलता पे ध्यान दिया जाए..। मेरे अनुसार किसी को भी किसी भी देवनागरी अक्षर के उपयोग पे प्रतिबंधि नहीं लगाना चाहिए। हाँ, सामान्य शब्दों में जहाँ ङ और ञ के जगह अं का उपयोग होता है, वो जारी रहे, मगर विशेष शब्दों में, खासकर विदेशी भाषाओं के शब्दों में, जहाँ उनका उपयोग आवश्यक है, वहाँ पर प्रतिबंध नहीं लगाना चाहिए। और अंत मे नुक़्ता, नुक़्ते पे प्रतिबंध का कोई आधार नहीं नुक़्ते का उपयोग हिंदी में आराम से कर सकते हैं। निरपराधवत् मृदुरोमकः वार्ता 03:37, 14 अप्रैल 2018 (UTC)
- @Godric ki Kothri: आपने जिस चर्चा की परिसन्धि (कड़ी) दी है, उस में कही भी मुझे अनुनादजी का दोष नहीं दिख रहा। "आप किस आधार पर यह कह रहे हैं? आपने किस-किस लिपि में यह नाम लिखा हुआ देखा? " ये उनका प्रश्न उचित है। वो नुक्ता का विरोध कहाँ कर रहे हैं? कृपया बात को बढा चढा के प्रस्तुत न करें। इसके पहले जब मुझम्मिलुद्दीनजी ने ऐसा करना चाहा था तो मैंने उनको भी रोका था। आप मुझे बताएँ कौन से वाक्य से ये प्रतीत होता है कि अनुनादजी नुक्ता का विरोध कर रहे हैं? @Innocentbunny:जी आपने जो कहा, वो मैं अनेकों बार कह चुका हूँ, अतः आप से पुनः वैसे ही विचार जानकर अच्छा लगा कि, आप भी हिन्दी की शुद्धता पर विश्वास करते हैं, सरलता के नाम पर दूसरों की स्वतन्त्रता पर आक्रमण नहीं करना चाहते। हिन्दी विविधता से पूर्ण है और उसे वैसे ही होना चाहिये। कोई कूप मण्डूक उसे अपने आधार पर सीमित नहीं कर सकता। ना मैं न कोई और। उचित शब्दों के प्रयोग की अवगणना उन लोगो के लिये उत्तम विकल्प है, जो कभी शब्दकोष का प्रयोग नहीं करते, विद्यालय में भाषा पर ध्यान नहीं देते और जो जैसे तैसे मात्र लिखना चाहते हैं। परन्तु जो लोग समझते हैं कि, उचित शब्द की अवगणना ज्ञान की न्यूनता का प्रतीक है, वो शब्दकोश का प्रयोग करके वास्तविक शब्द लिखते हैं। विविध प्रकार का = प्रकीर्ण अब उपयोग दोनों उचित है, परन्तु एक वास्तविक शब्द का ज्ञान होना भाषाज्ञान होता है। ये ज्ञानकोश भाषा पर आधारित है और भाषा की अवगणना नहीं होनी चाहिये, मात्र सरलता के नाम पर। अस्तु। ॐNehalDaveND•✉•✎ 04:16, 15 अप्रैल 2018 (UTC)
- @NehalDaveND: मैं आप से बार बार कहता हूँ कि व्यक्तिगत लांछनों व विवादों से आप बचे। मैंने अनुनाद जी का विरोध नहीं किया न उन्होंने मेरा विरोध किया। आप एक बार पूरी चर्चा पढ़ लें मुझे पता नहीं था कि बड़गाम में नीचे नुक्ता नहीं लगता जिसे आशीष जी ने स्पष्ट कर दिया और चर्चा समाप्त हो गयी। मैंने गलत वर्तनी के नाम से बने बड़ग़ाम लेख के आधार पर वह लेख बनाया था। मैंने तो स्वयं इस चर्चा में पञ्चमाक्षर, ङ् की मात्रा के उपयोग बढ़ावा देने को लिखा है जो आपकी प्रमुख चिंता है।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 05:15, 15 अप्रैल 2018 (UTC)
- @Godric ki Kothri:जी, "@अनुनाद सिंह: जी ने नुक्ता को लेकर नई बहस छेड़ दी है।" इस वाक्य का क्या अर्थ नीकालते हैं आप? विवादों से बचना यदि स्वयंसेवक (उत्तर लेनें को प्रस्तुत और देनें में लुप्त) बनने का आडम्बर है, तो इच्छा है विवाद को समाधान की ओर ले जाने का प्रयास करूँ। पञ्चमाक्षर पर आपने जो भी कहा वो उचित ही कहा है। मैं उसके लिये आपका और बनीजी का कृतज्ञ ही हूँ। मैं अपनी क्षति को स्वीकार करने में अधिक समय नहीं लगाता। अतः उक्त वाक्य का अर्थ आप बता देवें, तो मैं अवगत हो जाऊंगा कि मैंने लाञ्छन लगाया है या नहीं। अस्तु। ॐNehalDaveND•✉•✎ 06:16, 15 अप्रैल 2018 (UTC)
- सर्वप्रथम अगर अनुनाद जी को बुरा लगा है तो मैं बिना किसी शर्त उनसे माफ़ी मांगता हूँ। शायद मैं अपने पूरे जीवन भर भी उनके योगदानों के बराबर न पहुँच पाऊं। मेरा कहने का अर्थ वह नहीं था। रही बात @NehalDaveND: जी आपकी, अगर आपकी जगह मैं अनुनाद जी की तरफ से बोलता तो आपको एक क्षण न लगता मुझे कठपुतली ठहराने में (जैसा आप पहले भी करके क्षमा याचना कर चुके है)। अनुनाद जी ने वार्ता पृष्ठ के अतिरिक्त इस विषय पर मुझसे कही भी बात नहीं की है और मैं यही कहूँगा कि अज्ञानतावश मैं उनके सन्देश को समझ नहीं पाया और खुद को सही समझ बैठा। रही बात आडम्बर की तो आप अपने और मेरे पिछले पन्द्रह दिनों के सम्पादन देख ले स्वयं आपको पता चला जायेगा कौन केवल चौपाल पर सम्पादन करने आता है और ज्ञान कौन ज्ञानकोष बढ़ाने पर ध्यान दे रहा है। धन्यवाद!-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 07:15, 15 अप्रैल 2018 (UTC)
- @Godric ki Kothri:जी, "@अनुनाद सिंह: जी ने नुक्ता को लेकर नई बहस छेड़ दी है।" इस वाक्य का क्या अर्थ नीकालते हैं आप? विवादों से बचना यदि स्वयंसेवक (उत्तर लेनें को प्रस्तुत और देनें में लुप्त) बनने का आडम्बर है, तो इच्छा है विवाद को समाधान की ओर ले जाने का प्रयास करूँ। पञ्चमाक्षर पर आपने जो भी कहा वो उचित ही कहा है। मैं उसके लिये आपका और बनीजी का कृतज्ञ ही हूँ। मैं अपनी क्षति को स्वीकार करने में अधिक समय नहीं लगाता। अतः उक्त वाक्य का अर्थ आप बता देवें, तो मैं अवगत हो जाऊंगा कि मैंने लाञ्छन लगाया है या नहीं। अस्तु। ॐNehalDaveND•✉•✎ 06:16, 15 अप्रैल 2018 (UTC)
- @NehalDaveND: मैं आप से बार बार कहता हूँ कि व्यक्तिगत लांछनों व विवादों से आप बचे। मैंने अनुनाद जी का विरोध नहीं किया न उन्होंने मेरा विरोध किया। आप एक बार पूरी चर्चा पढ़ लें मुझे पता नहीं था कि बड़गाम में नीचे नुक्ता नहीं लगता जिसे आशीष जी ने स्पष्ट कर दिया और चर्चा समाप्त हो गयी। मैंने गलत वर्तनी के नाम से बने बड़ग़ाम लेख के आधार पर वह लेख बनाया था। मैंने तो स्वयं इस चर्चा में पञ्चमाक्षर, ङ् की मात्रा के उपयोग बढ़ावा देने को लिखा है जो आपकी प्रमुख चिंता है।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 05:15, 15 अप्रैल 2018 (UTC)
- सभी को प्रणाम,कितनी सुन्दर बात है और ये हिंदी भाषा की खूबसूरती ही है की एक बात पर सहमत होते हुए भी सब एकदूसरे को अपनी बात सही ढंग से समझा नहीं पा रहे। ऊपर चर्चा का निचोड़ कदाचित ये है "जिसे शुद्ध हिंदी आती हो उसे उसका प्रयोग करने से ना रोका जाय न सम्पादन बदले जाए ,जिसे नहीं आती उसके सम्पादनों का भी आदर हो,बस गलत वर्तनी को सुधारा जा सकता है। ",फिर भी लड़ते रहिये और चौपाल की रौनक बढ़ाते रहिये। :स्वप्निल करंबेलकर | Swapnil Karambelkar (वार्ता)
- @Godric ki Kothri:जी, कठपूतली कहना अनुचित है और मैंने इसलिये नहीं कहा था कि आप किसी ओर के पक्ष में बोल रहे थे। मैं केवल उस बात पर ध्यान आकर्षित करना चाहता था कि, वो सब आपके विचार थे या किसी के दिये हुए। परन्तु मैंने देखा कि आप तो समाधान के लिये आगे आये थे और मैंने आपको कटुवचन कह दिये। अतः मैंने अपनी क्षति समझी और क्षमा याचना की। वैसे मैं कठपुतली वाली टिप्पणी बाँटता नहीं फिरता हूँ। ;) आपके भाव को समझ न पाने के कारण ही हुआ था वो। अब आडम्बर वाली बात का आपको बुरा न लगे अतः स्पष्टता कर रहा हूँ। वो स्पष्ट संकेत था उन लोगों के लिये, जो पञ्चाक्षर, शब्द प्रयोग की स्वतन्त्रता को और अङ्कों के सन्दर्भ में बात न करने को विवाद से बचना बताते हैं। जब जय जी की बात आई तो दूऊऊऊऊर चले गये विकि से और किसी प्रबन्धक को घेरने के लिये सब सक्रिय हो गये थे। अतः मैं यह कह रहा था कि, वैसा स्वयंसेवक का आडम्बर करने से अच्छा है कि विवाद में चर्चा के माध्यम से समाधान के लिये प्रयास करूँ। आपने एक और बात कही कि चौपाल पर सम्पादन करने आता हूँ। परन्तु मुझे इतना ही कहना है कि, लेख लिखने के लिये एक मन चाहिये, साहित्य चाहिये, वो सब विवादों में धूल गया। पृथ्वीराज चौहान के लिये साहित्य एकत्रित किया था वो सब अब फिर से एकत्रित करने में समय जा रहा है। वैसे में संस्कृत से ही अनुवाद करता हूँ परन्तु साथ साथ सन्दर्भों की पुष्टि भी कर रहा हूँ, जिस से कोई समस्या न हो और सूचना वास्तविक ही रहे। मैंने सुना था कि, एक दूसरे से समहत लोगों में भी कभी कभी भ्रान्ति (misunderstanding) के कारण विवाद उत्पन्न होता है। आज हम दोनों के विवाद से वो पाठ समझ में आ गया। परन्तु अब समाधान भी आवश्यक है। मैं आपकी बातों से समझ गया कि, आपका भाव अनुचित नहीं था इस बार भी और मैं सीधा कटुवचन बोल गया, अतः क्षमा याचना करता हूँ। वो क्या है, जो प्रबन्धक या सदस्य मनमानी करते हैं उनको कोई कुछ नहीं कहता (उनके समय सब दूऊऊऊर चले जाते हैं) और जो उचिततया अपना कार्य करते हैं उनको कोई छेड़ दे तो मुझे अनुचित लगाता। परन्तु आपने ऐसा कुछ नहीं किया था ये मैं समझ गया। अस्तु। ॐNehalDaveND•✉•✎ 07:58, 15 अप्रैल 2018 (UTC)
- @NehalDaveND: जी आपके विचारों का सम्मान करता हूँ, मगर एक बात स्पष्ट रूप से समझना चाहिए कि कभी भी मुद्दे से बाहर की बात नहीं करनी चाहिए, और इस बात पर तो आप भी agree करेंगे कि निजी टिप्पणी बिल्कुल भी नहीं करनी चाहिए। इससे ना केवल बात मुद्दे से भटक जाती है, बल्कि आपके बात की अहमियत भी बहुत कम हो जाती है। उदाहरण के लिए, इस चर्चा को ही देख लीजिए, इसका शीर्षक क्या है, और इसमें चर्चा किस बात पर हो रही है...ये बात तो आप मुझसे बेहतर ही समझते होंगे कि यदि मेरा किसी से कोई वैचारिक मतभेद है, तो इसका मतलाब ये नहीं कि मेरा उससे कोई निजी दुश्मनी है, और यदि वैचारिक मतभेद के आधार पे मैं किसी को "कठपुतली", "बेवकूफ़" या अन्य किसी भी ऐसे शब्द या श्रेणी में डालता हूँ, तो मैं ना केवल उसके विचारों का अपमान कर रहा हूँ, बल्कि निजी तौरपर उस व्यक्ति का अपमान कर रहा हूँ। अब जब मैंने ये कह दिया है, तो पुनः मुद्दे पे आते हैं:
- नुक़्ता
- पञ्चमाक्षरों और
- अन्य विशेषाक्षरों
- के उपयोग पर क्या नीति होनी चाहिए? इसपर सब अपने राय दें। धन्यवाद🙏 निरपराधवत् मृदुरोमकः वार्ता 17:34, 15 अप्रैल 2018 (UTC)
- @NehalDaveND: जी आपके विचारों का सम्मान करता हूँ, मगर एक बात स्पष्ट रूप से समझना चाहिए कि कभी भी मुद्दे से बाहर की बात नहीं करनी चाहिए, और इस बात पर तो आप भी agree करेंगे कि निजी टिप्पणी बिल्कुल भी नहीं करनी चाहिए। इससे ना केवल बात मुद्दे से भटक जाती है, बल्कि आपके बात की अहमियत भी बहुत कम हो जाती है। उदाहरण के लिए, इस चर्चा को ही देख लीजिए, इसका शीर्षक क्या है, और इसमें चर्चा किस बात पर हो रही है...ये बात तो आप मुझसे बेहतर ही समझते होंगे कि यदि मेरा किसी से कोई वैचारिक मतभेद है, तो इसका मतलाब ये नहीं कि मेरा उससे कोई निजी दुश्मनी है, और यदि वैचारिक मतभेद के आधार पे मैं किसी को "कठपुतली", "बेवकूफ़" या अन्य किसी भी ऐसे शब्द या श्रेणी में डालता हूँ, तो मैं ना केवल उसके विचारों का अपमान कर रहा हूँ, बल्कि निजी तौरपर उस व्यक्ति का अपमान कर रहा हूँ। अब जब मैंने ये कह दिया है, तो पुनः मुद्दे पे आते हैं:
- @Godric ki Kothri:जी, कठपूतली कहना अनुचित है और मैंने इसलिये नहीं कहा था कि आप किसी ओर के पक्ष में बोल रहे थे। मैं केवल उस बात पर ध्यान आकर्षित करना चाहता था कि, वो सब आपके विचार थे या किसी के दिये हुए। परन्तु मैंने देखा कि आप तो समाधान के लिये आगे आये थे और मैंने आपको कटुवचन कह दिये। अतः मैंने अपनी क्षति समझी और क्षमा याचना की। वैसे मैं कठपुतली वाली टिप्पणी बाँटता नहीं फिरता हूँ। ;) आपके भाव को समझ न पाने के कारण ही हुआ था वो। अब आडम्बर वाली बात का आपको बुरा न लगे अतः स्पष्टता कर रहा हूँ। वो स्पष्ट संकेत था उन लोगों के लिये, जो पञ्चाक्षर, शब्द प्रयोग की स्वतन्त्रता को और अङ्कों के सन्दर्भ में बात न करने को विवाद से बचना बताते हैं। जब जय जी की बात आई तो दूऊऊऊऊर चले गये विकि से और किसी प्रबन्धक को घेरने के लिये सब सक्रिय हो गये थे। अतः मैं यह कह रहा था कि, वैसा स्वयंसेवक का आडम्बर करने से अच्छा है कि विवाद में चर्चा के माध्यम से समाधान के लिये प्रयास करूँ। आपने एक और बात कही कि चौपाल पर सम्पादन करने आता हूँ। परन्तु मुझे इतना ही कहना है कि, लेख लिखने के लिये एक मन चाहिये, साहित्य चाहिये, वो सब विवादों में धूल गया। पृथ्वीराज चौहान के लिये साहित्य एकत्रित किया था वो सब अब फिर से एकत्रित करने में समय जा रहा है। वैसे में संस्कृत से ही अनुवाद करता हूँ परन्तु साथ साथ सन्दर्भों की पुष्टि भी कर रहा हूँ, जिस से कोई समस्या न हो और सूचना वास्तविक ही रहे। मैंने सुना था कि, एक दूसरे से समहत लोगों में भी कभी कभी भ्रान्ति (misunderstanding) के कारण विवाद उत्पन्न होता है। आज हम दोनों के विवाद से वो पाठ समझ में आ गया। परन्तु अब समाधान भी आवश्यक है। मैं आपकी बातों से समझ गया कि, आपका भाव अनुचित नहीं था इस बार भी और मैं सीधा कटुवचन बोल गया, अतः क्षमा याचना करता हूँ। वो क्या है, जो प्रबन्धक या सदस्य मनमानी करते हैं उनको कोई कुछ नहीं कहता (उनके समय सब दूऊऊऊर चले जाते हैं) और जो उचिततया अपना कार्य करते हैं उनको कोई छेड़ दे तो मुझे अनुचित लगाता। परन्तु आपने ऐसा कुछ नहीं किया था ये मैं समझ गया। अस्तु। ॐNehalDaveND•✉•✎ 07:58, 15 अप्रैल 2018 (UTC)
- @Godric ki Kothri: आपने जिस चर्चा की परिसन्धि (कड़ी) दी है, उस में कही भी मुझे अनुनादजी का दोष नहीं दिख रहा। "आप किस आधार पर यह कह रहे हैं? आपने किस-किस लिपि में यह नाम लिखा हुआ देखा? " ये उनका प्रश्न उचित है। वो नुक्ता का विरोध कहाँ कर रहे हैं? कृपया बात को बढा चढा के प्रस्तुत न करें। इसके पहले जब मुझम्मिलुद्दीनजी ने ऐसा करना चाहा था तो मैंने उनको भी रोका था। आप मुझे बताएँ कौन से वाक्य से ये प्रतीत होता है कि अनुनादजी नुक्ता का विरोध कर रहे हैं? @Innocentbunny:जी आपने जो कहा, वो मैं अनेकों बार कह चुका हूँ, अतः आप से पुनः वैसे ही विचार जानकर अच्छा लगा कि, आप भी हिन्दी की शुद्धता पर विश्वास करते हैं, सरलता के नाम पर दूसरों की स्वतन्त्रता पर आक्रमण नहीं करना चाहते। हिन्दी विविधता से पूर्ण है और उसे वैसे ही होना चाहिये। कोई कूप मण्डूक उसे अपने आधार पर सीमित नहीं कर सकता। ना मैं न कोई और। उचित शब्दों के प्रयोग की अवगणना उन लोगो के लिये उत्तम विकल्प है, जो कभी शब्दकोष का प्रयोग नहीं करते, विद्यालय में भाषा पर ध्यान नहीं देते और जो जैसे तैसे मात्र लिखना चाहते हैं। परन्तु जो लोग समझते हैं कि, उचित शब्द की अवगणना ज्ञान की न्यूनता का प्रतीक है, वो शब्दकोश का प्रयोग करके वास्तविक शब्द लिखते हैं। विविध प्रकार का = प्रकीर्ण अब उपयोग दोनों उचित है, परन्तु एक वास्तविक शब्द का ज्ञान होना भाषाज्ञान होता है। ये ज्ञानकोश भाषा पर आधारित है और भाषा की अवगणना नहीं होनी चाहिये, मात्र सरलता के नाम पर। अस्तु। ॐNehalDaveND•✉•✎ 04:16, 15 अप्रैल 2018 (UTC)
- पञ्चमाक्षर पर नीति कैसे बनाएँगे आप? सारे पञ्चमाक्षर तो गये बॉट के मूँह में। यदि यहाँ ये चर्चा करने की सोच रहे हैं कि, नुक्ता, पञ्चमाक्षर, शुद्ध शब्द, विशेषाक्षर और अङ्क ये सब का निश्चित स्वरूप ही प्रयोग करने को बाधित नहीं करना चाहिये, तो चाहे कोई बोले न बोले परन्तु समुदाय का एक मत मैंने अनुभव किया है जो ये है कि अब मात्र हिन्दी स्वीकारी जाएगी, सरलता के नाम पर शब्दों, नुक्ता, पञ्चमाक्षर, विशेषाक्षर, अङ्कों को मनमाने रूप से परिवर्तित नहीं किया जाएगा। (यदि ये समुदाय का मत नहीं होता, तो मैं बहुत पहले प्रतिबन्धित हो गया होता।) परन्तु नीति बनती तो मुझे नहीं दिख रही। क्योंकि पञ्चमाक्षर से संजीवजी जुड़े हैं, अङ्कों से एस.एम.७ जी, जुड़े हैं शुद्ध शब्दों के साथ हिन्दुस्थानवासीजी, नुक्ता तो सब को प्रिय है ही (वो तो मात्र छोटी सी चर्चा थी जो आप लोगों के मध्य हुई, बस।), विशेषाक्षर से यदि कोई जुड़ा नहीं तो कदाचित् उस पर कोई बोल दे, परन्तु अन्य पर तो सब विवादों से दूर रहना ही स्वीकारेंगे। पहले लोग ये बोले थे कि, नेहल तुम्हारी बात तो उचित थी परन्तु पद्धति अनुचित थी, अतः मैं साथ नहीं दिया। अब नेहल के स्थान पर अपना नाम जोड़ देवें, यही प्रत्युत्तर आपको मिलेगा। प्रयास करें, कोई हो न हो आप मुझे पाएंगे अपने साथ। अस्तु। ॐNehalDaveND•✉•✎ 18:26, 15 अप्रैल 2018 (UTC)
यह तर्क बेमानी है कि यह प्रचलित नहीं है इसलिये हम इसे मान्यता नहीं देंगे और पूर्ववत कर देंगे। अधिकांश हिन्दीभाषियों को तो नुक्ता का प्रयोग भी नहीं पता है तब भी हिन्दी विकी समुदाय ने इसका विरोध कभी नहीं किया। मैंने स्वयं नुक्ता का विस्तृत प्रयोग हिन्दी विकी पर ही आकर सीखा है। मुझे नहीं लगता कि पञ्चमाक्षर किसी प्रकार से भी अनुचित है। अनेक सदस्यों की शिकायत है कि @संजीव कुमार: जी का बॉट पञ्चमाक्षरों को हटा देता है। मेरे मत में यह अनुचित है। शेष संजीव जी इस पर अपना मत रखें।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 14:39, 16 अप्रैल 2018 (UTC)
- मेरा मत पञ्चमाक्षरों के से संदर्भ में सदा यही है कि बेशक कई सामान्य शब्दों में ण, ञ और ङ के जगह पर अं का उपयोग सामान हो चुका है, वहाँ पर हम पञ्चमाक्षरों को लिखें चाहे ना लिखें, मगर कई जगहों पर, जहाँ पञ्चमक्षरों के अलावा और कोई भी अक्षर लिखना पूर्णतः गलत है वहाँ पर भी ज़बरदस्ती पञ्चमाक्षर को हटा कर अं या न् से बदलने का क्या तुक है। और हाँ संजीव जी के बॉट से तो मैं भी परेशान हूँ। जिस व्यक्ति को सही अक्षरों का उपयोग नहीं पता है, वह अं का उपयोग करे, उससे कोई समस्या नहीं, मगर जिसे पता है, उसे ज़बरदस्ती क्यों रोक जाता है। निरपराधवत् मृदुरोमकः वार्ता 07:30, 18 अप्रैल 2018 (UTC)
- @Innocentbunny: जी, इस विषय में नीति बनाने की आवश्यकता नहीं है, जो इन अक्षरों का प्रयोग कर सम्पादन कर रहा है उसे न रोका जाय बस इतना अनुरोध है।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 12:38, 19 अप्रैल 2018 (UTC)
- बिल्कुल, मेरा भी पहला अनुरोध यही है कि सबसे पहले पंचमक्षरों पर लगाई गई इस अनैतिक और अनौपचारिक पाबन्दी पर रोक लगाई जाए....और अपने स्पष्टीकरण में इतना कहना चाहूँगा की मेरे अनुसार, पञ्चमक्षरों के संदर्भ में मेरा यह कहना कभी भी नहीं है कि सारे सामान्य शब्दों में, जहाँ पञ्चमाक्षरों(ङ्, ञ्, ण्, न्, और म्) के बजाय, सामान्यतः अं का उपयोग होता है उसे शुद्धता के नाम पर पञ्चमाक्षर से बदलने की आवश्यकता है, खाश कर ङ-कार के जगह पर, क्योंकि ङ और अं-कार का उच्चारण एक ही जैसा है और जहाँ हम ङ के जगह अं का उपयोग करते हैं, उससे उच्चारण नहीं बदलता, मगर मेरा मुख्य विरोध पूरी तरह से गलत उपयोग पर है, अर्थात ऐसे जगहों पर पंचमक्षरों को ज़बर्दस्ती हटाने पर जहां सटीक पंचमाक्षर के बजाय 'अं' या 'न' कार लगाने से पूरा उच्चारण ही गलत हो जाता है। मैं ये नहीं कह रहा हूँ कि "संख्या" को हर जगह "सङ्ख्या" लिख दिया जाए और "अंक" को हर जगह "अङ्क" लिखा जाए। कुछ विशेष संस्कृत शब्दों में जहाँ पंचमाक्षर लगाना चाहिए, वहाँ लगाया जाए, इसपर भी रोक नहीं होनी चाहिए तथा हर जगह अं को ङ से नहीं बदला जाए। मैं ये कह रहा हूँ कि "Hong Kong" को "हॉन्ग कॉन्ग" के बजाय "हॉङ्कॉङ्ग" लिखना चाहिए और "पाण्डेय" को "पान्डे" नहीं लिखना चाहिए, ना ही "ऑङ्कोजॆन"(Oncogen) को "ऑन्कोजेन" लिखना चाहिए और "al-Injeel"(الانجیل) को "इन्जील" नहीं, "इञ्जील" लिखना चाहिए, और "Peñaneto" को "पेन्यानेतो" नहीं "पेञानॆतो" लिखना चाहिए। अगर किसी व्यक्ति को इन जगहों पर इन अक्षरों का उपयोग नहीं पता है तो वो ना करे, मगर जिसको पता है, उसको उपयोग करने से न रोका जाय। और सबसे पहले तो बॉट को रोक जाए। निरपराधवत् मृदुरोमकः वार्ता 09:29, 22 अप्रैल 2018 (UTC)
- इसी तरह Kozhikode को कोऴिकोड लिखा जाता है, कोज़हीकोड नहीं निरपराधवत् मृदुरोमकः वार्ता 09:42, 22 अप्रैल 2018 (UTC)
- @Innocentbunny: जी, इस विषय में नीति बनाने की आवश्यकता नहीं है, जो इन अक्षरों का प्रयोग कर सम्पादन कर रहा है उसे न रोका जाय बस इतना अनुरोध है।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 12:38, 19 अप्रैल 2018 (UTC)
जयप्रकाश जी का संदेश
जयप्रकाश जी के कहे अनुसार उनका मेल से प्राप्त हुआ संदेश चौपाल पर दे रहा हूँ। अनिरुद्ध! (वार्ता) 22:32, 12 अप्रैल 2018 (UTC)
"यह केवल एक नोट हैं ताकि कल कोई यह न कहें कि आपने समुदाय को मेटा पर खीचा। मैंने तो हर संभव कोशिश की थी कि स्थानीय विकि पर सब कुछ निपट जाएँ। लेकिन सभी से यही उत्तर मिला कि हम कर भी क्या सकते हैं। तो जब कोई और कुछ नहीं कर सकता तो किसी और को तो करना ही होगा। मैं इसे जल्द ही स्थापित करूंगा। मैंने आपको इसलिए यह लिंक दे रहा हूँ क्यूकी मैं हिन्दी विकि पर एडिट नहीं कर रहा हूँ और न करूंगा जब तक यह मामला निपट नहीं जाता। एडिट न करने के कारण मैं सम्पादन न करने के कारण चौपाल पर इसकी सूचना नहीं दे पाऊँगा। आप लोग दे देना। -- यह डाक विकिपीडिया की "ईमेल" सुविधा के जरिए सदस्य Jayprakash12345 द्वारा अनिरुद्ध! को भेजी गई थी।"
- @Jayprakash12345:जी, मैं पूर्णतः आप से असहमत हूँ कि आप सम्पादन न करने की बात कर रहे हैं। एक समय ऐसा था, जब मैंने भी यह निर्णय लिया था और सभी प्रबन्धकों और सक्रिय सदस्यों को इस सम्पादन में हुए अन्याय में न्याय दिलाने की बात कर रहा था। तब कुछ लोग कह रहे थे कि मैं विकि से बहुत दूर हूं, तो कुछ मैं कुछ बोलना नहीं चाहता और कुछ अब ऐसा कुछ होगा तो देख लेंगे इत्यादि। परन्तु वास्तविकता ये थी कि किसी को कोई अन्तर नहीं था कि मैं सक्रिय रहूँ या न रहूं। जब कि उनके असक्रियता के काल में मैं दूरभाष करके या संदेश भेज कर उनकी सक्रियता के प्रयास करता था। इन महोदय को भी मैंने संदेश भेजा था कि आप अभी निष्क्रिय हैं, तो कभी समय मिले सक्रिय होवें। क्योंकि मैं सोचता था कि, सब मिलकर करेंगे तो ही अच्छे से वेग मिलेगा इस कार्य को। परन्तु अपनी निष्क्रियता के समय जब मैं कोई बात करता तो मेरे सम्पादन त्याग को अंश बनाकर निम्न श्रेणी की टिप्पणी भी की जाती थी। "किसी काम के नहीं" कह कर मुझ पर ही विपरीत आरोप लगा दिया जाता था। यहाँ तक कि, चेतावनी का सन्देश मिलने पर भी इनके विचारो, कर्मो और शब्दों में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। मेरे मैं परिवर्तन चाहिये उनको आप में भी चाहिये। परन्तु ये भूल जाते हैं कि, उनके द्वारा बिना सोचे की गई कार्यवाही ही हमें विनम्रता छोड़ने पर विवश कर गई थी। अन्यथा प्रबन्धक तो छोड़ो किसी अन्य सदस्य से भी विनम्रता से बात करते थे। (जब तक वो विनम्र रहे, परन्तु पहले विनम्रता हमने नहीं छोड़ी।) एक नवीन प्रबन्धक को घेरने के लिये सब सक्रिय हो गये थे परन्तु जैसे ही देखा कि अब तीर वापस आ रहा है और प्रत्युत्तर देना पड़ेगा, तो अब सब विकि से दूऊऊऊऊर हो गये। मैंने कहा था बारं बार कि, जब प्रत्युत्तर देने की बात होती है, तो मैं स्वयंसेवक हूँ और प्रत्युत्तर मांगने की बात हो तो, थोडा समय तो नीकाल लेना ही चाहिये। ऐसा ही करते हैं ये लोग। अभी भी मैं @संजीव कुमार:जी की यहाँ और यहाँ प्रतीक्षा कर रहा हूँ। अतः आप से मेरा निवेदन है कि, सम्पादन अविरत करें और जो लोग स्वयंसेवक बनने का आडम्बर करके केवल प्रत्युत्तर मांगने के लिये सक्रिय होते हैं (प्रबन्धक या वरीष्ठ सदस्य), सब के सक्रिय होता ही प्रत्युत्तर लेने का प्रयास करें। अस्तु। ॐNehalDaveND•✉•✎ 08:42, 14 अप्रैल 2018 (UTC)
प्रोजेक्ट टाइगर के अंतर्गत एडिटेथोन
प्रोजेक्ट टाइगर के अंतर्गत एडिटेथोन का आयोजन क्षेत्रीय प्राकृतिक विज्ञान संग्रहालय, भोपाल के सहयोग से दिनांक १४ अप्रेल २०१८ को आयोजित किया जा रहा है मेटा पर इसकी लिंक देखें। --सुयश द्विवेदी (वार्ता) 13:47, 13 अप्रैल 2018 (UTC)
हिन्दी विकिपीडिया के प्रचार प्रसार हेतु वीडियो
प्रिय मित्रो कुछ दिनों पहले हिंदी विकीमीडिया के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए विकीमीडिया फाउंडेशन ने हिंदी विकीमीडिया समुदाय की सहायता से एक वीडियो बनाने की पहल की। वीडियो को निम्नलिखित कड़ियों पर देखा जा सकता है :
इस अभियान के बारे में एक ब्लॉग पोस्ट भी प्रकाशित किया है जिसे आप यहाँ पढ़ सकते है : https://blog.wikimedia.org/hi/2018/04/03/हम-भारत-में-विकिपीडिया-के/
इस वीडियो के प्रसार अथवा अन्य किसी बात हेतु आपके सुझाव अपेक्षित है।--सुयश द्विवेदी (वार्ता) 18:19, 14 अप्रैल 2018 (UTC)
- कृपया बताएँ कि इस प्रचार प्रसार वीडियो के लिए कितना खर्च किया गया है?-आर्यावर्त (वार्ता) 04:22, 15 अप्रैल 2018 (UTC)
- @आर्यावर्त:जी, इसके बारे में हमें जानकारी नहीं है |--Abhinav619 (वार्ता) 01:05, 18 अप्रैल 2018 (UTC)
- क्या बात है, सतदीप जी के बदले ये संदेश यहाँ सुयश जी स्थापित कर रहे और अब उनको पुछे गए सवाल का उत्तर आप दे रहे!--आर्यावर्त (वार्ता) 11:35, 18 अप्रैल 2018 (UTC)
- @आर्यावर्त:जी, इस बारे में विकिमीडिया फाउंडेशन को सूचना दे दिया है और इस चर्चा का लिंक भी साझा कर दिया है| उम्मीद है वह खुद ही यहाँ पर धन राशि की जानकारी दे देंगे | -Abhinav619 (वार्ता) 12:37, 25 अप्रैल 2018 (UTC)
- @आर्यावर्त: Hello आर्यावर्त, you can learn more about the costs of projects like this video on the New Readers FAQ page https://meta.wikimedia.org/wiki/New_Readers/FAQ 😊. Do note: The Foundation does not disclose specific vendor costs for projects of this kind. This is because video production in Iraq, India, and Nigeria have been done at a considerable discounts. We are respecting the commercial interests of these businesses, which in turn supports continued discounted rates for production। ZMcCune (WMF) (वार्ता) 17:55, 2 मई 2018 (UTC)
- @आर्यावर्त:जी, इस बारे में विकिमीडिया फाउंडेशन को सूचना दे दिया है और इस चर्चा का लिंक भी साझा कर दिया है| उम्मीद है वह खुद ही यहाँ पर धन राशि की जानकारी दे देंगे | -Abhinav619 (वार्ता) 12:37, 25 अप्रैल 2018 (UTC)
- क्या बात है, सतदीप जी के बदले ये संदेश यहाँ सुयश जी स्थापित कर रहे और अब उनको पुछे गए सवाल का उत्तर आप दे रहे!--आर्यावर्त (वार्ता) 11:35, 18 अप्रैल 2018 (UTC)
- @आर्यावर्त:जी, इसके बारे में हमें जानकारी नहीं है |--Abhinav619 (वार्ता) 01:05, 18 अप्रैल 2018 (UTC)
- @ZMcCune (WMF): Thanks for your reply but i'm not happy with this reply. I think wikimedia foundation is public trust, not a private company. Used money in this project is donated by public. They have right to know WMF how to use this money. If foundation used money for Hindi community, community want to know what is total cost used in this project? If foundation hide this detail people not trust after, not paying money for donation to foundation. Also peopple says 'foundation bur 70 lakh rupees for this project. Some peopple coming from out of hindi community and doing this but hindi community in darkness. (Community don't know anything.) This is not trusted work and not good for foundation. Also some newspaper reporter asking about. So please provide totally information to community otherwise maybe this news item published in newspaper in future. Please understand and co-operate. Thanks.--आर्यावर्त (वार्ता) 03:47, 3 मई 2018 (UTC)
- @आर्यावर्त: The funds used in this project were allocated to support awareness efforts facilitated by the Wikimedia Foundation Communications department in a cross-departmental program, New Readers. Communications department funds are allocated for programs within our department, and we do not have any funds that are allocated to Wikimedia communities. The Hindi community is a partner in this specific project। 🇮🇳🎥 As a part of our commitment to transparency and accountability, projects of this size are included in our Annual Plans - which are open to the public and communities to respond to and provide feedback on. We are currently developing our Annual Plan for the upcoming fiscal year (which for the Foundation begins in July). I invite you to provide feedback on how funds are utilized for this upcoming year on the associated Meta-Wiki discussion, which is open up 15 May. Thank you for your interest and feedback. --ZMcCune (WMF) (वार्ता) 00:49, 5 मई 2018 (UTC)
- @आर्यावर्त: Also, we would be happy to review questions from any newspaper reporter! Please direct them to contact us at press@wikimedia.org। Thank you ZMcCune (WMF) (वार्ता) 00:55, 5 मई 2018 (UTC)
- @आर्यावर्त: The funds used in this project were allocated to support awareness efforts facilitated by the Wikimedia Foundation Communications department in a cross-departmental program, New Readers. Communications department funds are allocated for programs within our department, and we do not have any funds that are allocated to Wikimedia communities. The Hindi community is a partner in this specific project। 🇮🇳🎥 As a part of our commitment to transparency and accountability, projects of this size are included in our Annual Plans - which are open to the public and communities to respond to and provide feedback on. We are currently developing our Annual Plan for the upcoming fiscal year (which for the Foundation begins in July). I invite you to provide feedback on how funds are utilized for this upcoming year on the associated Meta-Wiki discussion, which is open up 15 May. Thank you for your interest and feedback. --ZMcCune (WMF) (वार्ता) 00:49, 5 मई 2018 (UTC)
इन्फोबॉक्स कैसे बनाएँ?
नमस्कार। मैंने अँग्रेजी विकीपीडिया के Tansen Samaroh का अनुवाद करके तानसेन समारोह लेख बनाया है। परन्तु मुझे इस लेख के इन्फोबॉक्स को बनाने में कठिनायी हो रही है। मुझे इन्फोबॉक्स की टैम्पलेट बनाना नही आता। क्या मुझे यहाँ से कोई मदद मिल सकती है? Vk42 (वार्ता) 06:38, 15 अप्रैल 2018 (UTC)
- @Vk42: जी, पूर्ण हुआ--आर्यावर्त (वार्ता) 06:53, 15 अप्रैल 2018 (UTC)
काली नदी (कर्नाटक)
ध्यान दें, काली नदी (कर्नाटक) के बारे में एक नई चर्चा शुरू हुई है। कृपया अपनी राय देने के लिए वार्ता:काली नदी (कर्नाटक) पर जाएँ। |
-- सायबॉर्ग (वार्ता) 13:13, 15 अप्रैल 2018 (UTC)
दीपक दुबे
ध्यान दें, दीपक दुबे के बारे में एक नई चर्चा शुरू हुई है। कृपया अपनी राय देने के लिए वार्ता:दीपक दुबे पर जाएँ। |
-- Shypoetess (वार्ता) 14:45, 15 अप्रैल 2018 (UTC)
Delete
Plz delete Module:GetLocalDigits Capankajsmilyo (वार्ता) 07:25, 16 अप्रैल 2018 (UTC)
- पूर्ण हुआ--आर्यावर्त (वार्ता) 09:28, 16 अप्रैल 2018 (UTC)
चेतावनी
- पिछले कुछ दिनों से सदस्य जयप्रकाश जी के साथ प्रबंधक हिंदुस्तानवासी जी का व्यवहार प्रबंधकीय मानदंड के उपयुक्त नहीं है। जयप्रकाश जी की मेटा की शिकायत पर की गई उनकी टिप्पणी से स्पष्ट है कि न तो उन्हें अपनी गलती का बोध हुआ है न ही वे अपनी भाषा ठीक करने के मूड में हैं। प्रबंधक को सदस्यों से मित्रवत संवाद करने एवं स्वेच्छाचारी रूप से प्रतिबंधित करने के लिए माफी माँगने की सलाह दी जाती है तथा अपमानजनक भाषा एवं प्रतिबंधन के अधिकार के दुरुपयोग के लिए चेतावनी दी जाती है। यदि चौपाल, मेटा एवं अन्य पृष्ठों पर प्रयोग की गई अमर्यादित भाषा की पुनरावृत्ति की गई तो उन्हें प्रबंधन अधिकार से मुक्त करने के लिए सहमति की प्रक्रिया शुरु की जाएगी। जयप्रकाश जी दो घंटे के लिए प्रतिबंधित और फिर असक्रीय हो चुके हैं इसलिए उनके संबंध में कुछ नहीं लिखा जा रहा है।
- ‘प्रबन्धक/प्रशासक पद से निवृति’ संबंधित नियम- “प्रबन्धक को चेतावनी मिलने के बाद भी अपने अधिकारो का दुरुपयोग अथवा चेतावनी मिलयाँने के बाद भी विकि नीतियों का उल्लंघन जैसे निजी टिप्पणी, कठपुतली आदि से सदस्यों को परेशान करना। ध्यान रहे मीडियाविकि नीतियों के अनुसार प्रबन्धक का दायित्व सबसे मैत्रीपूर्ण व्यवहार बनाकर सबको उत्साहित करते हुए विकि की प्रगति करना है। अतः अपने अधिकार का बार-बार दुरुपयोग करने पर प्रबन्धक को कुछ समय या हमेशा के लिये निलम्बित किया जा सकता हैं।
” (विकिपीडिया:प्रबंधक अधिकार नियमावली से) अनिरुद्ध! (वार्ता) 18:11, 17 अप्रैल 2018 (UTC)
- कितनी चेतावानी देनी चाहिये? चेतावनी के प्रत्युत्तर में कैसे व्यवहार की अपेक्षा होती है? वैसे पहले ही एक दो प्रबन्धक चेतावनी देने का कार्य कर चुके हैं, परन्तु उनको कोई प्रत्युत्तर नहीं मिला कदाचित्। आपको भी न मिलने की पूर्ण सम्भावना है। मैत्रीपूर्ण व्यवहार निष्पक्षता से ही सम्भव है। अमुक मेरा समर्थक नहीं, तो वो कभी उचित नहीं हो सकता, ये मानसिकता दूर करनी चाहिये। अतः कृपया जयप्रकाशजी को सक्रिय करने का मार्ग खोजा जाए, क्योंकि वो इसी मानसिकता के आखेट हुए हैं। मैं भी असक्रिय था अन्याय के कारण। परन्तु न्याय तो मिला ही नहीं। अतः इतना तो निश्चित है कि, किसी गौण सदस्य के निष्क्रय होने या सक्रिय होने से समुदाय को कोई अन्तर नहीं होता। अभी विवेक के साथ जयप्रकाशजी समुदाय को निवेदन कर रहे हैं, परन्तु कोई प्रत्युत्तर नहीं है। फिर जब वो मेटा पर जाएँगे, तो लोग उनको दोषी बना देंगे कि, मेटा पर चले गये अतः मैंने आपका साथ नहीं दिया। (मेरे विषय में भी यही हुआ था। विवेक से चर्चा करने पर कोई नहीं बोला, फिर मेरी पद्धिति का दोष नीकाल कर कोई मुझे दोषी बना दिया था।) विवेक से प्रत्युत्तर या न्याय न मिले तो ही आगे की स्थिति उत्पन्न होती है। तो मौन समुदाय क्या कर रहा है? क्या मेटा पर जाने पर जयप्रकाशजी को दोषी बना कर ही समुदाय को विवाद का समाधान मिलेगा? अभी कुछ समय पहले की ही बात है, प्रबन्धक अधिकार विभाजन में तो ऐसा लग रहा था कि, अब तो सभी नीतियाँ निर्धारित हो जाएगी, परन्तु जैसे ही ये विवाद हुआ सब चिरनिद्रा में (दूऊऊऊर) चले गये। परन्तु मैं विवाद का अन्त लाने के लिये समुदाय को निवेदन करता हूँ कि, विवाद से बचने के लिये मौन न रहें। कुछ बोलें, जिससे विवाद का अन्त हो सके। अस्तु। ॐNehalDaveND•✉•✎ 04:56, 18 अप्रैल 2018 (UTC)
- @NehalDaveND: : नेहल जी, मौन धारण न करने का आपका मत स्वागतयोग्य है किन्तु कई बार मामला गर्म हो तो मौन धारण कर ठंडा होने की प्रतीक्षा करना उचित होता है। फिलहाल मेटा पर हुई वार्ता निराशाजनक है और मेरे मतानुसार औपचारिक कार्यवाही करनी चाहिए, जिसके लिए प्रबंधक मंडल में चर्चा आरम्भ की गई है। कृपया ध्यान दें कि समुदाय के लिए दोनों ही सदस्य अत्यधिक महत्व रखते हैं, दोनों का ही योगदान अतुल्य है। ये हमारा दुर्भाग्य है कि हमें ऐसी स्थिति से गुज़रना पड़ रहा है, भारी मन से निर्णय करना पड़ रहा है। क्योंकि इस प्रकार का कोई precedent नहीं है (कम से कम मेरे कार्यकाल के दौरान), अतः औपचारिकता तय करने की आवश्यकता है, कृपया प्रबंधन चर्चा समापन की प्रतीक्षा करें। --अनामदास 01:25, 19 अप्रैल 2018 (UTC)
- @Anamdas: जी, आपका मौन या किसी भी प्रबन्धक का मौन स्वागत योग्य नहीं है। विवाद ठण्डा होना किसी कहते हैं? जब दोनों पक्षों को चर्चा करने का परामर्श दिया जाए और दोनों समय के साथ साथ विवाद के विस्मरण का प्रयास करें। ये विवाद का विस्मरण तब होता है, जब जिस पक्ष ने क्षति की हो, उसे अपनी करनी का आभास हो और जिसका कार्य उचित हो, उसे न्याय मिले। जब भी मैंने कुछ बात की सब ने विषान्तर हो रहा है, कह कर मुझे ही दोषी बना दिया और जहाँ चर्चा करने के लिये अनुभाग बनाया, वहाँ कोई चर्चा करता ही नहीं था। जयप्रकाश जी तो मुझे से भी अधिक विवेकी हैं। उन्होंने किसी प्रबन्धक के द्वारा मिले परामर्श को आज्ञा के रूप में लिया और प्रबन्धकों के प्रत्युत्तर की प्रतीक्षा की। परन्तु अब भी सब मौन थे, जिसे आप विवाद ठण्डा होने की प्रतीक्षा का नाम दे रहे हैं। दुर्भाग्य ये है कि, विवाद में जब न्याय के लिये आह्वाहन किया जाता है, तब कोई भी @संजीव कुमार, अनिरुद्ध कुमार, SM7, अजीत कुमार तिवारी, और हिंदुस्थान वासी: नहीं आता, परन्तु जैसे ही विवाद में उचित पक्ष से क्षति हो जाए, तो दोनों पक्षो ने अनुचित किया है, ये कहने आ जाते हैं। दिनाङ्क बता कर मर्यादा का उल्लङ्घन करना नहीं चाहता परन्तु पर्याप्त दिन हो गये थे, फिर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। मेटा पर जाने से पूर्व भी ऊपर एक अनुभाग किसी वरिष्ठ प्रबन्धक द्वारा बनाया गया था, परन्तु फिर भी कुछ नहीं हुआ था। सारांश - इस बार आप या सभी प्रबन्धक मिल कर जितना भी प्रयास करें कि मेटा पर जाना निराशाजनक है इत्यादि परन्तु मैं उचित पक्ष को अनुचित सिद्ध होने नहीं दुंगा। अतः टिप्पणी करने से पूर्व सभी प्रबन्धकों से निवेदन है कि दोषी को ही दोषी सिद्ध करें, ये पद्धति अनुचित थी वो बात अनुचित थी इत्यादि कह कर दोषिपक्ष को अप्रत्यक्ष समर्थन न देवें। ऐसा होने पर चर्चा बढ़ेगी और मेरे द्वारा विषयान्तर भी प्रश्न पुछे जाएंगे। (ऊपर बहुत से अनुभाग हैं, जिस में मैं सभी प्रबन्धकों की प्रतीक्षा कर रहा हूँ, आशा है मेरे द्वारा कुछ करने पर मुझे भी जयप्रकाशजी के जैसे निराशाजनक कृत्य करने वाला नहीं कहा जाएगा।) अस्तु। ॐNehalDaveND•✉•✎ 02:22, 19 अप्रैल 2018 (UTC)
- @NehalDaveND: : नेहल जी, इतने समय के पश्चात आपको सक्रिय देखकर मुझे प्रसन्नता है। शायद यदि आप शुरु में ही ऐसा करते और निराश होकर सुषुप्ति में न जाते तो शायद आप भी आज प्रबंधक दल में होते। खैर, देर आए दुरुस्त आए। फिलहाल, आपने मेरे प्रत्युत्तर में जो विचार व्यक्त किए हैं, उनमें कुछ से मेरी सहमति है कुछ से नहीं है। मैंने कभी भी यह नहीं कहा है कि दोनों पक्ष अनुचित हैं। मेरा वक्तव्य पुनः पढें और ध्यान से पढें। खैर, प्रबंधकों की तरफ से देरी है इस बात पर इनकार नहीं। किसी प्रबंधक के पास समय की कमी है, या इस मामले में निर्णय लेने की इच्छाशक्ति की कमी- यह तो वही स्वयं जान सकता है। मुझसे जब और जो हो सकता था मैंने कर दिया है। देरी को मैंने सकारात्मक तरीके से देखने का प्रयास किया, लेकिन आप इसे अस्वीकार करते हैं तो मुझे कोई आपत्ति नहीं। मैं इस दोष को स्वीकार कर सकता हूँ। लेकिन किसी के पास कितना समय है, यह वही जान सकता है। मैं नहीं कर पा रहा था तो मैंने किसी को मेटा पर जाने से भी नहीं रोका, सब स्वतंत्र हैं, जिसे जहाँ जाना है, जा सकता है। अब उन्होंने वापिस यहाँ भेज दिया तो मुझे जो समझ में आया मैंने कर दिया। संयोगवश, मैं विकि पर कुछ मिनट दे पा रहा हूँ तो कर रहा हूँ, समय नहीं मिलेगा तो नहीं करूँगा। इस समस्या का हल यह है कि अधिक से अधिक सदस्य प्रबंधन के लिए आगे आएँ। आपको भी मेरा आमंत्रण व समर्थन है।--अनामदास 02:38, 20 अप्रैल 2018 (UTC)
- @Anamdas: महोदय, आपने और आशीषजी ने दोनों पक्षों को अनुचित नहीं, अतः धन्यवाद। वास्तविता की बात करूं, तो ये पूरा प्रकरण मात्र चर्चा न करने के कारण और सौहार्दविहीन निर्णय के कारण हुआ। विकिपीडिया पर विकिप्रेम है, चर्चा पृष्ठ है, वोट्सेप, हेंगाउट इत्यादि कितने ही मञ्च हैं, जहाँ पर दोषों को एकान्त में बता कर शान्ति से चर्चा को विवाद बनने से रोका जा सकता है। हाँ कुछ पक्ष होते हैं, जैसे कि मैं अमुक शब्द, अङ्क, शैली के उपयोग को उचित नहीं समझता परन्तु हिन्दी के तर्क पर निर्णय लेते, तो पञ्चमाक्षर, आक्रमण इत्यादि सब सहज होता। केवल सब को ये भावना विकसित करनी चाहिये कि, मैं किसी एक प्रकार का समर्थक या असमर्थक (विरोधी भिन्न विषय है) हूँ, परन्तु हिन्दी के अन्तर्गत कोई कार्य करें, तो उसे अपना शत्रु न मान कर उसे अपना कार्य करने दूँ। इस भावना से व्यक्तिगत चर्चा हो, तो कभी विवाद हो ही नहीं। शीर्षक परिवर्तन के सन्दर्भ में जयजी के साथ जो विवाद हुआ, उसके पूर्व किसी अन्य स्थान पर भी समान विवाद हुआ था। वहाँ चर्चा करनी चाहिये थी, यहाँ भी चर्चा करनी चाहिये थी। व्यक्तिगत बातें करना उचित नहीं परन्तु मैंने जयजी से कहा था कि मेटा पर जाना उचित नहीं, प्रबन्धकों को ही कुछ करना चाहिये। उन्होंने उस प्रकार प्रयास भी किया होगा, तब ही उन्होंने वो निर्णय लिया। अतः मैं उनको अनुचित नहीं कह सकता। हिन्दुस्थानवासीजी को चेतावनी मिले, अवरोध मिले या अधिकार हटे, ये किसी भी स्थिति में उचित नहीं है, न था, न होगा। मेरा इतना ही निवेदन है कि, वो प्रबन्धकीय कार्य करें, तो तर्क देवें, सन्दर्भ देवें और चर्चा करें। जैसे उन्होंने यीशु लेख में किया था। जयजी जैसे व्यक्ति को प्रौद्योगिकी के कार्यों में संजीवजी, एस.एम.७जी, स-जी से,
- @Anamdas: जी, आपका मौन या किसी भी प्रबन्धक का मौन स्वागत योग्य नहीं है। विवाद ठण्डा होना किसी कहते हैं? जब दोनों पक्षों को चर्चा करने का परामर्श दिया जाए और दोनों समय के साथ साथ विवाद के विस्मरण का प्रयास करें। ये विवाद का विस्मरण तब होता है, जब जिस पक्ष ने क्षति की हो, उसे अपनी करनी का आभास हो और जिसका कार्य उचित हो, उसे न्याय मिले। जब भी मैंने कुछ बात की सब ने विषान्तर हो रहा है, कह कर मुझे ही दोषी बना दिया और जहाँ चर्चा करने के लिये अनुभाग बनाया, वहाँ कोई चर्चा करता ही नहीं था। जयप्रकाश जी तो मुझे से भी अधिक विवेकी हैं। उन्होंने किसी प्रबन्धक के द्वारा मिले परामर्श को आज्ञा के रूप में लिया और प्रबन्धकों के प्रत्युत्तर की प्रतीक्षा की। परन्तु अब भी सब मौन थे, जिसे आप विवाद ठण्डा होने की प्रतीक्षा का नाम दे रहे हैं। दुर्भाग्य ये है कि, विवाद में जब न्याय के लिये आह्वाहन किया जाता है, तब कोई भी @संजीव कुमार, अनिरुद्ध कुमार, SM7, अजीत कुमार तिवारी, और हिंदुस्थान वासी: नहीं आता, परन्तु जैसे ही विवाद में उचित पक्ष से क्षति हो जाए, तो दोनों पक्षो ने अनुचित किया है, ये कहने आ जाते हैं। दिनाङ्क बता कर मर्यादा का उल्लङ्घन करना नहीं चाहता परन्तु पर्याप्त दिन हो गये थे, फिर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। मेटा पर जाने से पूर्व भी ऊपर एक अनुभाग किसी वरिष्ठ प्रबन्धक द्वारा बनाया गया था, परन्तु फिर भी कुछ नहीं हुआ था। सारांश - इस बार आप या सभी प्रबन्धक मिल कर जितना भी प्रयास करें कि मेटा पर जाना निराशाजनक है इत्यादि परन्तु मैं उचित पक्ष को अनुचित सिद्ध होने नहीं दुंगा। अतः टिप्पणी करने से पूर्व सभी प्रबन्धकों से निवेदन है कि दोषी को ही दोषी सिद्ध करें, ये पद्धति अनुचित थी वो बात अनुचित थी इत्यादि कह कर दोषिपक्ष को अप्रत्यक्ष समर्थन न देवें। ऐसा होने पर चर्चा बढ़ेगी और मेरे द्वारा विषयान्तर भी प्रश्न पुछे जाएंगे। (ऊपर बहुत से अनुभाग हैं, जिस में मैं सभी प्रबन्धकों की प्रतीक्षा कर रहा हूँ, आशा है मेरे द्वारा कुछ करने पर मुझे भी जयप्रकाशजी के जैसे निराशाजनक कृत्य करने वाला नहीं कहा जाएगा।) अस्तु। ॐNehalDaveND•✉•✎ 02:22, 19 अप्रैल 2018 (UTC)
पुनरीक्षण के कार्यों में आर्यावर्तजी से और वर्तनी संबंधित कार्यों में आशीषजी से बहुत कुछ सिखने को मिल सकता है। परन्तु उस कमल को खिलने का वातावरण चाहिये। मैं तो कुछ नहीं हूँ, मुझे निर्वाचित लेख पर्यन्त सीमित रहना है। आपकी सद्भावना और कार्यवाही के लिये धन्यवाद। ॐNehalDaveND•✉•✎ 04:33, 20 अप्रैल 2018 (UTC)
प्रबन्धन अधिकार हेतु पुनर्नामांकन
माननीय सदस्यों से निवेदन है कि इस नामांकन पर अपना मत व्यक्त करें: विकिपीडिया:प्रबन्धन_अधिकार_हेतु_निवेदन#पुनर्नामांकन-_सदस्य:Godric_ki_Kothri --अनामदास 01:15, 19 अप्रैल 2018 (UTC)
साँचा विलय अनुरोध
कृपया साँचा:वरीय पदक तालिका का साँचा:RankedMedalTable में विलय किया जाय।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 12:32, 19 अप्रैल 2018 (UTC)
लेख का शीर्षक बदलने में दिक्कत
मुझे अपने मोबाईल में लेख का शीर्षक बदलने ऑप्शन नहीं दिख रहा है, डेक्सटॉप व्हू से देखने पर उपरी भाग में इतिहास के बाद ट्विंकल ऑप्शन दिखता है। और इसे क्लिक करने पर 'शीह, हहेच, सुरक्षा, टैग, Last व कड़ीतोड़' यह ऑप्शन्स दिखाई देते है। कृपया, सहायता करें, धन्यवाद। संदेश हिवाळे (वार्ता) 06:02, 20 अप्रैल 2018 (UTC)
- ये विकल्प स्वतः परीक्षित सदस्यों के लिए ही उपलब्ध है। आप लेख के वार्तापृष्ठ पर अनुरोध कर सकते हैं।--आर्यावर्त (वार्ता) 06:12, 20 अप्रैल 2018 (UTC)
- पहले मैं शीर्षक बदल सकता था, क्या अब यह संभव है?संदेश हिवाळे (वार्ता) 10:31, 20 अप्रैल 2018 (UTC)
- नहीं।--आर्यावर्त (वार्ता) 13:59, 20 अप्रैल 2018 (UTC)
- पहले मैं शीर्षक बदल सकता था, क्या अब यह संभव है?संदेश हिवाळे (वार्ता) 10:31, 20 अप्रैल 2018 (UTC)
अनुवाद के विषय में।
क्या अंग्रेजी विकीपीडिया पर उपलब्ध सामग्री का हिंदी अनुवाद मान्य है?— इस अहस्ताक्षरित संदेश के लेखक हैं -अरुण प्रताप (वार्ता • योगदान) 07:13, 20 अप्रैल 2018 (UTC)
- जी हाँ, परन्तु यान्त्रिक (मशीनी) अनुवाद नहीं होना चाहिये। सहायता के लिये आप मेरा या किसी भी सदस्य का सम्पर्क कर सकते हैं। अस्तु। ॐNehalDaveND•✉•✎ 07:42, 20 अप्रैल 2018 (UTC)
दमिश्क और होम्स पर अमेरिकी मिसाइल हमला - 2018
क्या यहाँ नाम दमिश्क और होम्स पर अमेरिकी मिसाइल हमला - 2018 उल्लेखनीय है लेख को देखते हुए, -जे. अंसारी वार्ता 13:15, 20 अप्रैल 2018 (UTC)
बॉट कार्य का दुर्भाग्य
बिना अन्तर्विकि कड़ीयों के लेख बनाते ही जा रहे हैं और समुदाय सो रहा है। ऐसे ही यदि बिना परिश्रम के कार्य करने के लिये बॉट दिया जाता है, तो सब को बांट दो ये अधिकार। कोई अपनी मनमानी कर रहा है तो कोई व्यर्थ में ही विकिपीडिया का भार बढ़ा रहा है। प्रमाण। इस पर भी कार्यवाही हो। ॐNehalDaveND•✉•✎ 14:59, 20 अप्रैल 2018 (UTC)
- आपका कहना सही है कि, कभी कभी बिना किसी डाटा या उचित संरचना के कई लेख लिख दिये जाते है। याद होगा कि हाल में ही किसी ने क्रिकेटरों पर कई लेख बनाये और डाटा के जगह ओके लिख दिया था। उसके बाद कई विकिपीडियनों ने उन्हे उच्च स्तर तक लाने मे मेहनत की थी। मुझे पता है की गलत पेजों को सही करने में कितनी मेहनत लगती है।Navinsingh133 (वार्ता) 15:38, 20 अप्रैल 2018 (UTC)
- ये सब बेकार लेख है और कूड़ा है। ऐसा कभी भी सही नहीं रहा कि हिन्दी विकि पर कि बॉट से बने लेख कोई लाभदायक रहे हो। इन्हें रोकने की मैंने कोशिश की थी लेकिन..., खैर इस बॉट का अधिकार छीनने के पक्ष में हूँ।--हिंदुस्थान वासी वार्ता 15:59, 20 अप्रैल 2018 (UTC)
- इस बॉट को फिलहाल रोका जाना चाहिये। वैसे यह बेहद कमाल का बोट है और भविष्य में कुछ लंबे सुधारों के बाद इसे कुछ काम दिया जाना चाहिये। एक समस्या यह भी है कि अगर भविष्य में विकिपीडिया पर सब काम मशीनें करने लगी तो लोग(विषेशकर लेखक और अनुवादक) क्या करेंगें। :D --Navinsingh133 (वार्ता) 16:33, 20 अप्रैल 2018 (UTC)
- ये सब बेकार लेख है और कूड़ा है। ऐसा कभी भी सही नहीं रहा कि हिन्दी विकि पर कि बॉट से बने लेख कोई लाभदायक रहे हो। इन्हें रोकने की मैंने कोशिश की थी लेकिन..., खैर इस बॉट का अधिकार छीनने के पक्ष में हूँ।--हिंदुस्थान वासी वार्ता 15:59, 20 अप्रैल 2018 (UTC)
सुज़ुकी हायाबुसा की गुणवत्ता
सभी विकिपीडियन जो कि गुण्वत्ता में रुचि रखते हैं, से मेरा निवेदन है कि मेरे द्वारा लिखे सुज़ुकी हायाबुसा में गुण्वत्ता कि जाँच करें और त्रुटियों को दुर करने में सहायता करें। मेरा लक्ष्य इसे यहां के सबसे बेहतरीन लेखों मे से एक बनाना है। धन्यवाद --Navinsingh133 (वार्ता) 17:32, 20 अप्रैल 2018 (UTC)
- @Navinsingh133: आप का लेख अच्छा है। बस मैंने छोटे मोटे व्याकरणिक सुधार किये हैं जिनकी गलती प्रारम्भ में मैं भी करता था। बस आप रोमन में लिखे शब्दों को हिन्दी में कर दे। धन्यवाद!-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 09:56, 22 अप्रैल 2018 (UTC)
- @Godric ki Kothri: तकनीकी शब्दों को किस प्रकार से अनुवाद करना उचित होगा, उच्चारण या अर्थ?--Navinsingh133 (वार्ता) 22 अप्रैल 2018 (UTC)
- @Navinsingh133 और Godric ki Kothri:अगर मैं गलत नहीं हूँ तो सुज़ूकी हायाबूसा होगा निरपराधवत् मृदुरोमकः वार्ता 10:50, 22 अप्रैल 2018 (UTC)
- और @Navinsingh133: जी आपसे एक अनुरोध है कि विकिपीडिया पर किसी भी वार्ता पृष्ठ पर अपना कमेंट जोड़ने के बाद, अंत में 'चार तिल्ड(~)' यानी (~~~~) ज़रूर लगा दें, ऐसा करने से उस स्थान पर आपका सिग्नेचर वहाँ दिख जाएगा, जिससे लोगों को ये पता चल पाएगा कि यह कमेंट किसका है😊 निरपराधवत् मृदुरोमकः वार्ता 10:57, 22 अप्रैल 2018 (UTC)
- @Innocentbunny:, मैने "सुज़ुकी हायाबुसा" नाम से अभी अभी गूगल और याहू पे/से खोज की और इसे सही पाया(उदाहरण-https://auto.ndtv.com/hindi/suzuki-hayabusa-13101119)। फिर भी मैं पुनर्निर्देश बना देता हूं।धन्यवाद मेरी त्रुटियां दिखाने के लिये--Navinsingh133 (वार्ता) 12:10, 22 अप्रैल 2018 (UTC)
गृहपृष्ठ में वर्तनी सुधार हेतु
गृहपृष्ठ में सबसे नीचे लिखा हुआ है- सामग्री CC BY-SA 3.0 के अधीन है जब तक अलग से उल्लेख ना किया गया हो। ध्यान आकृष्ट करना चाहता हूं कि " जब तक अलग से उल्लेख ना किया गया हो" वाक्यखण्ड में "ना" शब्द का प्रयोग सही नहीं है। "ना" के स्थान पर "न" का प्रयोग किया जाना चाहिए। अरुण प्रताप (वार्ता) 05:14, 21 अप्रैल 2018 (UTC)
अंतर्जाल का इन्टरनेट
नमस्ते @हिंदुस्थान वासी: जी, कल रात्री आपने संगणक के कंम्प्यूटर करने को मुख्य लेख के अनुसार श्रेणी करने का तर्क दिया था। वैसे वो पृष्ठ का नाम बिना चर्चा के ही परिवर्तित हुआ था। परन्तु वो भिन्न विषय है। अभी आपने अंतर्जाल, जो कि मुख्य लेख है, उसकी श्रेणी को इंटरनेट से परिवर्तित किया है। कृपया उन सम्पादनों के पीछे का कारण व्यक्त करें। अस्तु। ॐNehalDaveND•✉•✎ 07:01, 21 अप्रैल 2018 (UTC)
- श्र:अंतरजाल मौजूद है तो। बस यही बात है कि श्र:इंटरनेट भी मौजूद है इसलिये कई लेखों में से सुधार किया गया। अभी एक को दूसरे में मिलाया नहीं गया है।--हिंदुस्थान वासी वार्ता 16:21, 21 अप्रैल 2018 (UTC)
सफेद बारादरी
सफेद बारादरी के लेख में सामग्री जोड़ें।-- अरुण प्रताप (वार्ता) 07:21, 22 अप्रैल 2018 (UTC)
- @अरुण प्रताप: जी, लीजिये लेख सफेद_बारादरी तैयार है।--आशीष भटनागरवार्ता 13:02, 23 अप्रैल 2018 (UTC)
- @आशीष भटनागर: जी, सफेद_बारादरी को उत्कृष्ट बनाने हेतु साधुवाद।--अरुण प्रताप (वार्ता) 14:52, 23 अप्रैल 2018 (UTC)
- @अरुण प्रताप: जी, उपरोक्त लेख को माह दिसम्बर २०१८ के लिये आलेख हेतु निश्चित कर दिया है। देखें: विकिपीडिया:आज का आलेख उम्मीदवार/२०१८। यदि आप लखनऊ से हैं तो कृपया इसके २-३ अलग कोणों से छायाचित्र लेकर कौमन्स पर डाल दें, जिससे उन्हें यहां प्रयोग किया जा सके।--आशीष भटनागरवार्ता 06:16, 24 अप्रैल 2018 (UTC)
- @आशीष भटनागर: जी, आपको अनेक धन्यवाद। छायाचित्र हेतु मैं अवश्य ही प्रयास करूंगा।--अरुण प्रताप (वार्ता) 17:47, 30 अप्रैल 2018 (UTC)
- @आशीष भटनागर: जी, सफेद बारादरी के चित्र अपलोड किए जा चुके हैं। --अरुण प्रताप (वार्ता) 17:47, 30 अप्रैल 2018 (UTC)
- @अरुण प्रताप: जी, चित्र अपलेड हेतु धन्यवाद। बहुत ही सुन्दर चित्र हैं जिन्होंने लेख में जान डाल दी। हां २ बातें कहना चाहूंगा:
- १ इनमें श्रेणी:सफ़ेद बारादरी जोड सकते हैं, जिसकी ऊपरी श्रेणी:कैसरबाग होगी, और उसके ऊपर श्रेणी:लखनऊ की इमारतें में आ जाता। ये सुधाऋ अभी भी कर सकते हैं।
- २ सदा प्रयास करें, चित्र सीधे कामन्स पर ही अपलोड करें। उन्हें कोई भी प्रयोग कर सकता है, तथा चित्रों को अन्ततः वहीं अपलोड किया जाना है, इन्हें भी वहीं स्थानान्तरित किया जायेगा। अभी भी आप इन्हें वहां स्थानान्तरित कर सकते हैं।--आशीष भटनागरवार्ता 02:19, 2 मई 2018 (UTC)
- @आशीष भटनागर: जी, मार्गदर्शन हेतु आपका हृदय से आभारी हूं।
- @अरुण प्रताप: जी, चित्र अपलेड हेतु धन्यवाद। बहुत ही सुन्दर चित्र हैं जिन्होंने लेख में जान डाल दी। हां २ बातें कहना चाहूंगा:
- @आशीष भटनागर: जी, सफेद बारादरी के चित्र अपलोड किए जा चुके हैं। --अरुण प्रताप (वार्ता) 17:47, 30 अप्रैल 2018 (UTC)
- @आशीष भटनागर: जी, सफेद_बारादरी को उत्कृष्ट बनाने हेतु साधुवाद।--अरुण प्रताप (वार्ता) 14:52, 23 अप्रैल 2018 (UTC)
Request for comment
1) What is wrong with article रामायण और चित्रकला that it can not be added in see also इन्हें भी देखें section of रामायण ?
2) What is wrong that a minimum word request can not be made on talk page of article रामायण
3) What is wrong in adding request on this central discussion page with simple Namaste sign ? Whether you people do not understand sign of Namaste as request and sign ? whether you people do not understand Plus sign to request addition ? Whether you people do not understand arrow sign ? Whether people really lack common sense to understand constructive requests with minimum words ? If you don't have common sense why cant you stop deleting constructive requests and engage yourself in constructive edits ?
4) If one can use English language on this discussion board then why one can not use Sanskrit to make requests ? Why requests made in simple Sanskrit are being deleted ?
5) What is wrong in giving internal link to word विशेषण in new article रामायण और चित्रकला ? Why proper internal link is being deleted ?
6) Whether doing constructive edits anonymously is a crime according to hindi wikipedia editors
If this post gets deleted , This request for comment will be taken up on Meta for further action.
__/\__
- @117.215.21.186:/@117.223.154.92:, मैं देख रहा हूं की आपने अच्छी भावना के साथ संपादन किया था। विकिपीडिया पे लिंक सिर्फ अंजान शब्दों के लिये दिये जाते है, अन्यथा लिंकों की भीड़ लग सकती है। हो सकता है की इसीलिये विषेशण पर से लिंक हटा दिया गया हो। बाकी घटनाओं का अध्ययन अभी कर रहा हूं। और हाँ, हिंदी विकिपीडिया पर आपका स्वागत है।-- Navinsingh133 (वार्ता) 08:41, 23 अप्रैल 2018 (UTC)
- @117.215.21.186:/@117.223.154.92: आपके "रामायण और चित्रकला" लेख में योगदान अच्छे हैं।
- २। कृपया हिंदी विकिपीडिया पर प्रारूप का ध्यान रखें। वार्ता पृष्ट के प्ररुप का अध्ययन३ करें।
- ३। चुकी आइपी ऐड्र्स बदल सकते हैं, इसलिये मैं आपको अकाउंट बनाने की सलाह देता हूं, ताकी आपके वार्ता पृष्ठ पे संदेश छोड़ा जा सके। आपके साइन(हस्ताक्षर) पहचान के लिये है, और आपसे सुविधा से वार्ता के लिये।-- ~~~~ का उपयोग करें
- ४। सिर्फ हिंदी और अंग्रेजी में हम बात कर सकते है।
- ६। बिलकुल भी नही। परंतु ज्यादातर लोग अंजानों से सतर्कता बरततें है।
- कृपया क्रोधित ना हों। अगर कुछ ग़लतियाँ हमसे भी हुईं है तो फिर क्षमा माँगता हूं, हमारा इरादा नेक है।
--Navinsingh133 (वार्ता) 09:19, 23 अप्रैल 2018 (UTC)
@ सदस्य:Navinsingh133 आपके मनकी उदारता और सरलता दिखाई हैं, आपके साथ अंग्रेजी उपयोगकर आपको अपमानित करना मुझे अच्छा नहीं लगेगा । आपने तो उदारता दिखाई दी, जिन्होने रचनात्मक काम मे बाधा डाली है उनमेसे किसीने चर्चा एवम समस्या हल करने के लिए कोई मदत भी तो नही की है । तो आपने प्रस्तुत की दलिले आपके प्रती आदर करते हुए भी स्विकार करना, रचनात्मक कार्य मे बाधा डालकर भी गलती महसूस न करने वालो के लिए प्रशस्ती पत्र भर देना होगा ।
हमारी कोई गलती नही होते हुए भी और भी कोई हमारी सहायता के लिए आगे नही बढे है । तो भले विघ्नकर्ता रचनात्मक कार्य में बाधा खडी करें, उन्हे बाधा खडीकरने के लिए प्रशस्ती पत्र देकर उनकी पुजा करने के अलावा और कोई मार्ग ही नही है तो आईए हम आपको आपके कार्य के लिए प्रशस्ती पत्र हि दे देते है ।
- श्रीमान सदस्य:अजीत कुमार तिवारी जीको रामायण लेख के रामायण#इन्हें भी देखें विभागमे रामायण और चित्रकला लेख की कडी जोडनेवाले रचनात्मक संपादन हटाने के लिए प्रशस्तीपत्र देकर अभिनंदन । रामायण लेख के वाचक नया लेख रामायण और चित्रकला कहीं गलतीसे पढ लेंगें कहीं गलतीसे संपादन करले तो हिंदी विकिपीडियापर बडा संकट आन पडता था । रामायण#इन्हें भी देखें विभाग मे रामायण और चित्रकला लेख की कडी / लिंक ना हो इस लिए आपने जो लगन और मेहनत कि है इस लिए हम आप की समस्त भारत वासीयोंकी ओरसे बडी प्रशंसा करते है । आप आगे भी नए संपादको के संपादन कितने योग्य भी हो उन्हे रोक कर , नए संपादको को ऐसेही प्रताडीत करते रहने के लिए और हतोत्साहीत करते रहने के लिए हार्दीक शुभ कामनाए । कृपया आपका ये बुरा संपादन देख लें और गलतीसे इसे ठिक ना करें, कहीं हिंदी विकिपीडीया कि उन्नती हो गई तो ! आपपे कहीं बडी मुसिबत ना आन पडे तो ? तोबा तोबा गलती ठिक करने की गलती कृपया ना करें !
- श्रीमान सदस्य:राजू जांगिड़ जीको रामायण और चित्रकला लेख के रामायण_और_चित्रकला#वाल्मिकी_रामायण_मेंं_'चित्र'_शब्द विभागमे विशेषण और चित्रकूट लेख की कडी जोडनेवाले रचनात्मक संपादन हटाने के लिए प्रशस्तीपत्र देकर अभिनंदन । नया लेख रामायण और चित्रकला लेख के वाचक कहीं गलतीसे विशेषण और चित्रकूट पढ लेंगें या कहीं गलतीसे संपादन करले तो हिंदी विकिपीडियापर बडा संकट आन पडता था । रामायण_और_चित्रकला#वाल्मिकी_रामायण_मेंं_'चित्र'_शब्द विभाग मे विशेषण और चित्रकूट लेख की कडी / लिंक ना हो इस लिए आपने जो लगन और मेहनत कि है इस लिए हम आप की समस्त भारत वासीयोंकी ओरसे बडी प्रशंसा करते है । आप आगे भी नए संपादको के संपादन कितने योग्य भी हो उन्हे रोक कर, नए संपादको को ऐसेही प्रताडीत करते रहने के लिए और हतोत्साहीत करते रहने के लिए हार्दीक शुभ कामनाए । कृपया आपका ये बुरा संपादन देख लें और गलतीसे इसे ठिक ना करे , कहीं हिंदी विकिपीडीया कि उन्नती हो गई तो ! आपपे कहीं बडी मुसिबत ना आन पडे तो ? तोबा तोबा गलती ठिक करने की गलती कृपया ना करें !
- श्रीमान सदस्य:आर्यावर्त जीको रामायण लेख के रामायण#इन्हें भी देखें विभागमे रामायण और चित्रकला लेख की कडी जोडने मे साहायता की जो विनंती कमसे कम शब्द मे कि थी उस रचनात्मक विनंती संपादन हटाने के लिए प्रशस्तीपत्र देकर अभिनंदन । शायद आपकी हिसाब से नियम महत्वपूर्ण होते है, कॉमनसेन्स महत्व पूर्ण नही होते , नए सदस्य की विनंती को समझना और समस्या सुलझाना महत्वपूर्ण नही होता, कमसे कम शब्दो मे या शब्दो के बगैर कि गई विनंतीया आपके हिसाबसे फालतू जो होती है ! विनंती को समझकर और समस्या सुलझाने की फालतू गलती आप क्युं करते ? आप सिनीयर और प्रबंधक जो है , बडे मुघल सम्राट है, नए सदस्योने आपके सामने झुककर मदत की फुहार लगानी चाहीए पैर छूकर मदत मांगनी छाहिए । नए संपादको को ऐसेही प्रताडीत करना तो आपका हक बनता है। कोई तकरार करे तो सदस्य:Navinsingh133 तो खाली पडे है माफी मांगने के लिए, उनको तो और कुछ काम नही है माफी मांगने के और प्रबंधकोकि गलतीयां संभालने के अलावा । तो आईए आप आगे भी नए संपादको के संपादन कितने योग्य भी हो उन्हे रोक कर , नए संपादको को ऐसेही प्रताडीत करते रहने के लिए और हतोत्साहीत करते रहने के लिए हार्दीक शुभ कामनाए । कृपया आपका ये बुरा संपादन देख लें और गलतीसे इसे ठिक ना करें कहीं हिंदी विकिपीडीया कि उन्नती हो गई तो ! आपपे कहीं बडी मुसिबत ना आन पडे ? तोबा तोबा गलती ठिक करने की गलती कृपया ना करें !
आप प्रबंधक है कुछ भी डिलीट करने का आपका हक बनता है । शायद आप इसे डिलीट करने की अबकी बार कृती करे तो मेटापर आपके यही प्रशस्ती पत्र पुहुंचाने का सौभाग्य प्राप्त होगा।
- और यंहा नया लिखने वाला सही मे अपने सहसंपादकोसे प्रताडीत किया जाने की तकरार कर रहा है तो भी शांतीसे मजा लेने वालो आपमेसे जिस जिसने पढा और चूप्पी साधे बैठा आपकी आदर्श शांतीभरी चूप्पी के लिए भी प्रशस्ती पत्र लेते जाईए ।
- सदस्य:Hindustanilanguage आपने रामायण और चित्रकला लेख मे सही मे कुछ मदत्तपूर्ण संपादन किए है (वाचक मित्रो ये उपरोध नही है , किसीका धर्म का जिक्र नही करना चाहिए मगर सदस्य:Hindustanilanguage ने जो मदतपूर्ण रवय्या दिखाया है इस लिए उपर के लोगो के सामने सदस्य:Hindustanilanguage के प्रती धन्यवाद व्यक्त करनेसे अच्छा उनके ऋणमे रहना पसंद करुंगा।
- @ Navinsingh133 आपके खूद के इरादो के प्रति विश्वास हो चला है । बाकी आपके कुछ आदर्श सहसंपादको को प्रशस्तीपत्र नही देता तो मुझे आगे प्रताडीत करना वो भूल जाएंगे ऐसी उनसे गलती न हो इस लिए मैने इतना बडा भाषण दिया । नही तो कुछ चिन्ह कुछ ही शब्द हमारे लिए काफी है। Navinsingh133जी सदस्य:Hindustanilanguageजी को उपरोध विरहीत तहे दिल शुभकामनाए ।
__/|__
- नमस्ते _/\_ / @117.223.154.69: जी, आज मुझे पता चला कि हिन्दी और संस्कृत जैसी विकिपीडिया पर कुछ ऐसे संपादक भी है जो कि भारी मात्रा में योगदान करते हैं और हमें उनके बारे मे पता भी नही चलता। आपने अपने संपादनों में जो दक्षता दिखाई है उससे तो यही लगता है कि आप उतने भी नये नही हैं। चुकी आप डायनेमिक/बदलते आईपी का इस्तेमाल करते हैं, हमें पता चलने/समझने से पहले आप आईपी की भीड़ में ग़ायब भी हो जाते हैं, हो सकता है कि हमारे बाकी के सदस्य पूरा मामला समझने से पहले ही हड़बड़ी में पूरवर्तन कर गये। आपके योगदानों के लिये धन्यवाद! देरी से उत्तर लिखने के लिये क्षमा चाहता हूँ (मुझे पिंग कि आदत है: {{सुनो|Navinsingh133}})। आशा है कि आप ऐसे ही योगदान करते रहेंगे। वैसे आपका आईपी बंगलौर/बेंगलुरु का है, फिलहाल वहां का मौसम कैसा रहता है? ; ) --Navinsingh133 (वार्ता) 19:16, 12 मई 2018 (UTC)
@Navinsingh133: , गलती हर किसी से संभव है । जंहा गलती पता होने पर सुधार हो, वंही सुचारु संस्कृती पनप सकती है। शायद हर कोई अपनी जल्दी मे है , सही क्या है गलत क्या है इसकी छानबिनसे पूर्वग्रहों को महत्व प्राप्त होने पर ऐसा होना लाजमी है। आपके सांत्वनापूर्ण शब्द के लिए आभार । आकर देखता हूं तो जमिनी बदलाव नही है -[1] इस वृत्त की जानकारी जोडना चाहता था । क्या करे दिल उठ जाता है, आगे और काम करने का मन नही करता । बनावली लेख का निर्माण मैने नही किया , शायद आपसे वंहा जल्द बाजी मे निर्णय हो रहा है। मुझे अंग्रेजी विकिका कुछ कुछ अनुभव है , पुरा नही । मै नही मगर वह बनावली के लेखक शायद नये है । थोडा ढूंढ कर दो और वाक्य जोड कर लेख बढाने के लिए समय देने के बजाए उसे डिलीट करने की चर्चा पर अधिक समय हो तो लेखक की लिखने कि इच्छा मुर्झाना क्या स्वाभाविक नही है । __/|__
- @61.1.37.140:/ _/|_ , कृपया आप सब मुर्झाएं नहीं। जैसा कि आपने खुद कहा है, ग़लती हर किसी से संभव है। कृपया इतनी जल्दी हार ना माने। विकिपीडिया पर सक्रिय संपादको कि कमी ज़रुर है, मगर हम सब प्रगति कि ओर अग्रसर है। जहाँ तक बनावली लेख कि बात है, मैंने उसे चर्चा पर इसलिये रखा है क्योंकि वह मेरे मन में विरोधाभास पैदा करता है और उसमें जल्द से जल्द सुधार कि जरुरत है। मेरे पास उस विषय में निर्णय लेने का अधिकार नही है, ना ही मैं उस विषय पर पर्याप्त जानकारी रखता हूँ। अगर आप देखेंगे तो पायेंगे कि आजकल विकिपीडिया पर जाति और धर्म से बर्बता हो रही है। मैं उसमें से अच्छे संपादन छाँट रहा हूं जबकि मैं बिलकुल व्यस्त चल रहा हूं। अच्छा हुआ कि आपने मेरा ध्यानाकर्षण किया कि बनावली पर अभी तक सुधार नही हुआ है। लगता है, मुझे २१ तारीख से हिन्दी विकिपीडिया पर कुछ ज्यादा ही काम करना पड़ेगा। वैसे चिंता ना करें: हिन्दी विकिपीडिया का उत्थान मेरा लक्ष्य है, और मैं कभी हार नही मानता। फिर से, ग़लती के लिये क्षमा चाहता हूँ। समय मिलने पर सुधार मैं स्वयं कर दूँगा। :) --Navinsingh133 (वार्ता) 19:45, 16 मई 2018 (UTC)
- वैसे कहीं ये सिंधु घाटी वाला बनवाली है ना? अंग्रेजी विकिपीडिया पर इसकी देवनागरी कुछ अलग है! हो सकता है कि इसे स्थांनातरित करना पड़े। --Navinsingh133 (वार्ता) 19:57, 16 मई 2018 (UTC)
Phab denied hindi digits
This is to inform the community that the request to re-enable hindi digits on hiwiki (i.e. phab:T160423) has been declined on the grounds of no community consensus. Congratulations! Capankajsmilyo (वार्ता) 12:32, 23 अप्रैल 2018 (UTC)
सफ़ेद बारादरी
लखनऊ निवासियों से अनुरोध है कि सम्भव हो तो कैसरबाग की सफ़ेद बारादरी के चित्र कौमन्स पर अपलोड कर लिंक देने की कृपा करें। धन्यवाद।--आशीष भटनागरवार्ता 14:15, 23 अप्रैल 2018 (UTC)
विकिपीडिया:श्रेष्ठ लेख नामांकन
प्रिय विकिपीडियनों, कृपया इस लेख आइटेनीयम के विकिपीडिया:श्रेष्ठ लेख नामांकन पर अपने विचार प्रकट करें और निर्णय लें। धन्यवाद --Navinsingh133 (वार्ता) 07:56, 24 अप्रैल 2018 (UTC)
पञ्चमाक्षर ङ ञ पर चर्चा
विकिपीडिया:प्रबन्धक_सूचनापट#स्वयं_का_प्रतिबन्ध पर पञ्चमाक्षर के सन्दर्भ में चर्चा आरम्भ हुई है। अपना मत देने की कृपा करें। अस्तु। ॐNehalDaveND•✉•✎ 09:41, 24 अप्रैल 2018 (UTC)
- @NehalDaveND: जी, मेरे मत में पंचमाक्षर ङ् व ञ् के स्थान पर अनुस्वार का प्रयोग अधिक उपयुक्त होता है।
इसी कारण गङ्गा के स्थान पर गंगा तथा कङ्घा के स्थान पर कंघा का प्रयोग आधुनिक लेखन में बहुतायत से देखने को मिलता है।
किन्तु ञ् के सम्बन्ध में कहना चाहता हूं (चन्द्रबिन्दु टंकित नहीं हो पा रहा) कि लेखक अपनी सुविधानुसार ञ् अथवा अनुस्वार (अं) का प्रयोग करे। यथा- चंचल भी मान्य है व चञ्चल भी। --अरुण प्रताप (वार्ता) 15:48, 24 अप्रैल 2018 (UTC)
- अरुण प्रतापजी आपका कहना सही है कि जिसे जो लिखना हो उसकी स्वतंत्रता होनी चाहिए।पर दुर्भाग्य से हिंदी विकि से पञ्चमाक्षर हटाये जा रहे है इसलिए यह वार्ता हो रही है।
Time to bring embedded maps (‘mapframe’) to most Wikipedias
Time to bring embedded maps (‘mapframe’) to most Wikipedias
कृपया अपनी भाषा में अनुवादित करने में सहायता करें
Mapframe is a feature that enables users to easily display interactive maps right on wiki pages. Currently, most Wikipedias don’t have mapframe. But fifteen Wikipedias, along with all the other Wikimedia projects, are using mapframe today to display maps on thousands of pages.
A little background: over the last few months, the Foundation’s Collaboration team has been working to improve the stability and user experience of the maps service. In addition, a question about long-term support for the maps service was recently settled, and a small team has been assigned for routine maintenance. Given these developments, bringing the benefits of mapframe to Wikipedias that lack the feature seems both safe and supportable. Nine Wikipedias that use a stricter version of Flagged Revisions will not get mapframe in this release.
Maps are a valuable form of visual data that can improve readers’ understanding across a wide range of topics. If you know of any reasons why mapframe shouldn’t be implemented on your Wikipedia, let us know on the project talk page. Unless we hear from you, we plan to release mapframe to most Wikipedias in May, 2018. So, if you foresee an issue, please let us hear from you. Otherwise, happy mapping!
समय है अधिकांश विकिपीडिया में भीतर डाले गये मानचित्र ('मैपफ्रेम') लाने का
मैपफ्रेम एक ऐसी सुविधा है जो उपयोगकर्ताओं को विकी पृष्ठों पर आसानी से इंटरैक्टिव मानचित्र प्रदर्शित करने में सक्षम बनाती है। वर्तमान में, अधिकांश विकिपीडिया में मैपफ़्रेम नहीं है। लेकिन पंद्रह विकिपीडिया, अन्य सभी विकिमीडिया परियोजनाओं के साथ, हजारों पृष्ठों पर नक्शे प्रदर्शित करने के लिए आज मैपफ्रेम का उपयोग कर रहीं हैं।
एक छोटी सी पृष्ठभूमि: पिछले कुछ महीनों में, फाउंडेशन की सहयोग टीम मानचित्र सेवा की स्थिरता और उपयोगकर्ता अनुभव को बेहतर बनाने के लिए काम कर रही है। इसके अलावा, मानचित्र सेवा के लिए दीर्घकालिक समर्थन के बारे में एक प्रश्न हाल ही में सुलझाया गया था, और नियमित रखरखाव का काम एक छोटी टीम को सौंपा गया है। इन घटनाओं को देखते हुए, मैपफ़्रेम के लाभों को उन विकिपीडियों में लाना जिनमें इस सुविधा की कमी है, सुरक्षित और सहायक दोनों लगता है। नौ विकिपीडियाएं जो ध्वजांकित संशोधन के एक कठोर संस्करण का उपयोग करतीं हैं, को इस रिलीज में मैपफ़्रेम नहीं मिलेगा।
मानचित्र दृश्य डेटा का एक मूल्यवान रूप है जो विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला में पाठकों की समझ को बढ़ा सकता है। यदि आप ऐसा कोई भी कारण से जानते हैं कि मैपफ़्रेम को आपके विकिपीडिया पर क्यों लागू नहीं किया जाना चाहिए, तो प्रोजेक्ट टॉक पेज पर हमें बताएं। जब तक हम आपसे सुनते नहीं, हम मई, 2018 में अधिकांश विकिपीडिया में मैपफ़्रेम जारी करने की योजना बना रहे हैं। इसलिए, यदि आप किसी समस्या के बारे में आगाह करना चाहते हैं, तो कृपया हमें बताएं। अन्यथा, हैप्पी मैपिंग!
CKoerner (WMF) (talk) 21:38, 24 अप्रैल 2018 (UTC), अनुवाद:Navinsingh133 (वार्ता) 16:00, 25 अप्रैल 2018 (UTC)
- इस मानचित्र में प्रदर्शित भारत की कश्मीर सीमा रेखा ठिक से दिखाई है इस बारे में शंका प्रतीत होती है ।
- 117.195.48.224 वो इसलिये कि उस जगह पर चीन दावा करता है। चुकी इतिहास में चीन ज्यादा शक्तिशाली माना जाता था, इसलिए उसे यूएसए चीन का हिस्सा दिखाता है। यह नक्शे नही, सरकारों की कमी है, हमें वहाँ पर लाल रेखा के लिये निवेदन करना चाहिये।--Navinsingh133 (वार्ता) 13:49, 26 अप्रैल 2018 (UTC)
- विकासकर्ताओं(डेवलपर्स/सहयोग टीम) को जानकारी दे दी गयी।--Navinsingh133 (वार्ता) 14:34, 26 अप्रैल 2018 (UTC)
- इस मानचित्र में प्रदर्शित भारत की कश्मीर सीमा रेखा ठिक से दिखाई है इस बारे में शंका प्रतीत होती है ।
ध्यान दें
ध्यान दें, सुरेश वाडेकर के बारे में एक नई चर्चा शुरू हुई है। कृपया अपनी राय देने के लिए वार्ता:सुरेश वाडेकर पर जाएँ। |
--हिंदुस्थान वासी वार्ता 16:56, 25 अप्रैल 2018 (UTC)
विकिपीडिया:विकिपरियोजना वैमानिकी
प्रिय विकिपीडियनो, मैं विकिपीडिया:विकिपरियोजना वैमानिकी स्थापित करने जा रहा हूं। इसके लिये आप सबसे अनुमति चाहिये। अगर कोई आपत्ति हो तो बताएं। धन्यवाद --Navinsingh133 (वार्ता) 20:27, 25 अप्रैल 2018 (UTC)
- वैसे तो यह बहुत अच्छी बात है और इसमें कोई अनुमति की आवश्यकता भी नहीं है,, किन्तु समुदाय़ से चर्चा अवश्य कर लें, सहमति भी हो, विशेषकर उन कुछ सदस्यों की जो इस परियोजना में भाग ले रहे हों। न्यूनतम ३-५ सदस्य तो हों ही, जिससे इस परियोजना के अन्तर्गत १० से अधिक लेख नये बनें एवं इतने ही में सुधार भी हो। परियोजना का उद्देक्ष्य, लक्ष्य प्राप्ति एवं अनुमानित दिवस संख्या - ये सभी परियोजना पृष्ठ में लिखें। परियोजना सूर्य रथ होती है जिसे एक अश्व नहीं खींचता। शुभकामनाएं।--आशीष भटनागरवार्ता 01:33, 26 अप्रैल 2018 (UTC)
- @आशीष भटनागर:, दिशानिर्देशों के लिए धन्यवाद। वर्तमान में मैं कोडिंग और टेम्पलेट त्रुटियों को ठीक करने पर काम कर रहा हूं। बाद में मैं परियोजना के दायरे, उद्देश्य और दिशानिर्देश लिखूंगा। लेखों की संख्या लगभग असीमित है। सदस्य वर्तमान में अज्ञात हैं। यदि इस परियोजना में अच्छे व्याकरण वाले और/या विमानन में रुचि रखने वाले कुछ व्यक्ति जुड़ जाते, तो यह बहुत उपयोगी होता। एक बार फिर से धन्यवाद --Navinsingh133 (वार्ता) 07:56, 26 अप्रैल 2018 (UTC)
- कृपया विकिपरियोजना वैमानिकी के अंतर्गत अन्तर्राष्ट्रीय नागर विमानन संगठन नामक पृष्ट और श्रेणी का नाम बदल कर अन्तर्राष्ट्रीय नागरिक विमानन संगठन करें। मेरे पास पृष्ट स्थानांतरित करने कि क्षमता नही है। धन्यवाद --Navinsingh133 (वार्ता) 09:22, 26 अप्रैल 2018 (UTC)
- @Navinsingh133: मुझे लगता है कि दोनों ही नाम सही हैं इसलिये मैंने अन्तर्राष्ट्रीय नागरिक विमानन संगठन को अन्तर्राष्ट्रीय नागर विमानन संगठन पर पुनर्प्रेषित (Redirect) कर दिया है।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 10:42, 28 अप्रैल 2018 (UTC)
- धन्यवाद--Navinsingh133 (वार्ता) 12:02, 28 अप्रैल 2018 (UTC)
- @Navinsingh133: मुझे लगता है कि दोनों ही नाम सही हैं इसलिये मैंने अन्तर्राष्ट्रीय नागरिक विमानन संगठन को अन्तर्राष्ट्रीय नागर विमानन संगठन पर पुनर्प्रेषित (Redirect) कर दिया है।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 10:42, 28 अप्रैल 2018 (UTC)
आयात अनुरोध
कृपया यहाँ से MobileCategories gadget हिंदी विकिपीडिया पर आयात कर दे। धन्यवाद। Capankajsmilyo (वार्ता) 07:07, 26 अप्रैल 2018 (UTC)
- पूर्ण हुआ उपकरण स्थापित किया गया। धन्यवाद।--आर्यावर्त (वार्ता) 13:59, 30 अप्रैल 2018 (UTC)
विलय प्रस्ताव
पृष्ठ
- मुण्डकोपनिषद् → मुण्डकोपनिषद
- कमलेशभट्ट कमल → कमलेश भट्ट कमल
- साहेल → सहेल
- कास्टर आयल → अरण्डी का तेल
- इथाइल अल्कोहल → इथेनॉल
- जिन्नाह अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र → जिन्ना अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र
- हेनरी बेकरेल → हेनरी बैकेरल
- भारत के राज्य और संघशासित प्रदेश → भारत के राज्य तथा केन्द्र-शासित प्रदेश
- कोट्टारी कन्कैया नायडु → सी॰ के॰ नायडू
-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 12:17, 27 अप्रैल 2018 (UTC)
साँचा
--Navinsingh133 (वार्ता) 16:14, 27 अप्रैल 2018 (UTC)
विकिपरियोजना वैमानिकी
विकिपरियोजना वैमानिकी स्टैंड बाय पर
प्रिय विकिपीडियनों, नमस्कार। विकिपरियोजना वैमानिकी अब चालू होने के लिये और काम करने के लिये तैयार है। यह अभी पर्याप्त मात्रा में सदस्यों के जुड़ने का इंतजार कर रही है। निवेदन है कि, कृपया इस परियोजना से जुड़ कर इसके अंतर्गत लेखों का निर्माण, सुधार और विस्तार करने में सहायता करें। धन्यवाद --Navinsingh133 (वार्ता) 13:12, 28 अप्रैल 2018 (UTC)
साँचा:Location map में लुआ त्रुटि
मैंने हाल में तुवालू की राजधानी फुनाफुति का लेख बनाया है जिसमे संभवतः इस साँचे या मॉड्यूल में लुआ त्रुटि के कारण File:Tuvalu location map.svg मानचित्र प्रदर्शित नहीं हो पा रहा। मेरे विचार से अंग्रेजी और हिन्दी विकी की कोडिंग अलग होने के कारण ऐसा है। कृपया इस समस्या को दूर करने में दक्ष सदस्य इसपर ध्यान दें। धन्यवाद!-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 14:09, 28 अप्रैल 2018 (UTC)
- @Godric ki Kothri: मैने सही कर दिया और पुशपिन भी जोड़ दिया। --Navinsingh133 (वार्ता) 14:36, 28 अप्रैल 2018 (UTC)
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विकिपीडिया क्या है
हिन्दी विकिपीडिया पर वर्तनी
कुछ दिनों से हिन्दी वर्तनी पर बहुत चर्चा हुई। उस चर्चा को आगे बढ़ाते हुए मेरे कुछ सुझाव हैं जो निम्नलिखित हैं-
- (१) पञ्चमाक्षरों का प्रयोग : यूनिकोड के युग में हिन्दी वर्तनी में पञ्चमाक्षरों के उपयोग के प्रति संकोच करते हुए त्रुटिपूर्ण वर्तनी लिखने का कोई औचित्य नहीं बचा है। अतः हम सभी को हिन्दी विकि पर पञ्चमाक्षरों का खुलकर प्रयोग करना चाहिए।
- (२) अनावश्यक नुक्तों से बचना और हटाना : नुक्तों के बारे में मानक बहुत ही स्पष्ट और तर्कपूर्ण है। इसके अनुसार,
- उर्दू से आए अरबी-फारसी मूलक वे शब्द जो हिन्दी के अंग बन चुके हैं और जिनकी विदेशी ध्वनियों का हिन्दी ध्वनियों में रूपान्तर हो चुका है, हिन्दी रूप में ही स्वीकार किए जा सकते हैं। जैसे :– कलम, किला, दाग आदि (क़लम, क़िला, दाग़ नहीं)। पर जहाँ उनका शुद्ध विदेशी रूप में प्रयोग अभीष्ट हो अथवा उच्चारणगत भेद बताना आवश्यक हो (जैसे उर्दू कविता को मूल रूप में उद्धृत करते समय) , वहाँ उनके हिंदी में प्रचलित रूपों में यथास्थान नुक्ते लगाए जाएँ। जैसे :– खाना : ख़ाना, राज : राज़, फन : हाइफ़न आदि।
- इस मानक के आलोक में मेरा सुझाव है कि बॉट लगाकर सर्वत्र 'ज़िला' को 'जिला' , 'आज़मगढ़' को 'आजमगढ़' , 'ग़ाज़ीपुर' को 'गाजीपुर' आदि किया जाय। ये सब नुक्ते वाली वर्तनियाँ बड़े ही नियोजित ढंग से हिन्दी विकि पर भर दीं गयीं हैं।
-- अनुनाद सिंह (वार्ता) 13:26, 30 अप्रैल 2018 (UTC)
- (१) पञ्चमाक्षरों को मेरा पूर्ण समर्थन है। किसी को भी इसके प्रयोग से रोका नहीं जाना चाहिये और यदि कोई पञ्चमाक्षर नहीं प्रयोग कर रहा है तो वहाँ पञ्चमाक्षर (केवल ङ् और ञ) नहीं लगाने चाहिये।
- (२) नुक्तों के सम्बन्ध में अतिकरण से बचना चाहिये मगर जहाँ आवश्यक है जैसे ग़ाज़ीपुर वहाँ से नहीं हटाना चाहिये क्योंकि अंग्रेजी में भी इसे टैकल करने के लिये G के साथ H और J के स्थान पर Z (पूर्ण स्पेलिंग Ghazipur न कि Gajipur) लगता है। बॉट लगाकर नुक्ता हटाना उसी प्रकार होगा जिस प्रकार से वर्तमान में पञ्चमाक्षर हटाये जा रहे हैं इसलिये मेरा समर्थन नहीं है।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 13:45, 30 अप्रैल 2018 (UTC)
- @Godric ki Kothri: जी, लगता है आपने नुक्तों के बारे में उपरोक्त मानक को ठीक से नहीं पढ़ा। इस पर बहुत गहराई से विचार हुआ है और उसके बाद ऐसा मानक सुझाया गया है। आप अंग्रेजी स्पेलिंग की जो बात कर रहे हैं वह हास्यास्पद है क्योंकि आप शायद नहीं जानते कि अंग्रेज लोगों ने भारतीय नगरों की स्पेलिंग क्या-क्या की है। कहिए तो पन्द्रह-बीस उदाहरण दूँ। दूसरी तरफ जिन लोगों ने नुक्ते के बारे में नीति बनायी है या नीति बनाने में जिनके विचारों की भूमिका थी, वे लोग चार-पाँच भाषाओं के महापण्डित हुआ करते थे जिसमें फारसी भी थी। उर्दू/फारसी/अरबी में वर्तनी और उच्चारण में कितनी अराजकता है, इस पर कभी और चर्चा कर सकते हैं। लेकिन यह तो मानेंगे कि भारत के ९५ प्रतिशत से अधिक लोग 'गाजीपुर' और 'आजमगढ़' ही बोलते हैं। इसलिये लिखा भी यही जाना चाहिए। आपको इसमें 'अति' कहाँ से दिख रही है? -- अनुनाद सिंह (वार्ता) 14:27, 30 अप्रैल 2018 (UTC)
- @अनुनाद सिंह: जी, लगता है आप विषय समझ नहीं पाये। मेरा कहना केवल इतना था की जो शुद्ध उच्चारण हो उसे तरजीह दी जाय। अगर प्रचलन वाली ही बात है तो पञ्चमाक्षर का प्रयोग मैंने एकाध साहित्य के अलावा हिन्दी में कही नहीं देखा। ग़ाज़ी शब्द ही फारसी है और उसी कारण ग़ाज़ीपुर और ग़ाज़ियाबाद नाम भी पड़ा है। ऐसे तो अमेरिका को भी अधिकतर ग्रामीण भारतीय अमरीका कहते है इसका अर्थ यह थोड़े है कि हम पृष्ठ का नाम संयुक्त राज्य अमरीका कर दे, इसके अलावा कॉलेज को अधिकांश हिन्दीभाषी 'कालेज' कहते हैं तो क्या हम का के ऊपर से चन्द्र हटा लेंगे? और अंततोगत्वा पञ्चमाक्षर पर भी बहस इसीलिये चल रही है क्योंकि शुद्ध उच्चारण सभी चाहते हैं।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 10:33, 1 मई 2018 (UTC)
- @Godric ki Kothri: जी, लगता है आपने नुक्तों के बारे में उपरोक्त मानक को ठीक से नहीं पढ़ा। इस पर बहुत गहराई से विचार हुआ है और उसके बाद ऐसा मानक सुझाया गया है। आप अंग्रेजी स्पेलिंग की जो बात कर रहे हैं वह हास्यास्पद है क्योंकि आप शायद नहीं जानते कि अंग्रेज लोगों ने भारतीय नगरों की स्पेलिंग क्या-क्या की है। कहिए तो पन्द्रह-बीस उदाहरण दूँ। दूसरी तरफ जिन लोगों ने नुक्ते के बारे में नीति बनायी है या नीति बनाने में जिनके विचारों की भूमिका थी, वे लोग चार-पाँच भाषाओं के महापण्डित हुआ करते थे जिसमें फारसी भी थी। उर्दू/फारसी/अरबी में वर्तनी और उच्चारण में कितनी अराजकता है, इस पर कभी और चर्चा कर सकते हैं। लेकिन यह तो मानेंगे कि भारत के ९५ प्रतिशत से अधिक लोग 'गाजीपुर' और 'आजमगढ़' ही बोलते हैं। इसलिये लिखा भी यही जाना चाहिए। आपको इसमें 'अति' कहाँ से दिख रही है? -- अनुनाद सिंह (वार्ता) 14:27, 30 अप्रैल 2018 (UTC)
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- गॉड्रिक जी आपकी बात से सहमत हूं, किन्तु अमरीका एवं कालेज के उदाहरण से नहीं। ये यहां मेल नहीं खा रहे हैं। हम फ़रवरी की ही भांति अमरीका एवं कालेज लिखते हैं। आपसे सहमति का बिन्दु अनुनाद जी से भी सहमति ले चुका है। वह है प्रयोग हेतु प्रचलित हिन्दी उच्चारण अनुसार प्रयोग। हम फ़ेब्रुअरी, मे एवं अमेरिका न लिखकर अधिकारपूर्वक फ़रवरी, मई एवं अमरीका लिखते हैं, वैसे ही कालेज भी है। ये इसलिये है कि ये विदेशी शब्द मूल उच्चारण बदलकर इण्डियनाज्ड वर्जन बन चुके हैं। हां अन्य शब्द(कोई भी विदेशी) अपने मूल उच्चारण में ही लिखे जायें, जैसे वेस्ट इण्डीज़, आदि।--आशीष भटनागरवार्ता 01:56, 2 मई 2018 (UTC)
- फ़ेब्रुअरी को फ़रवरी लिखने में कोई हानि नहीं है तो फरवरी लिखने में संकोच क्यों? नुक्ते का आग्रह कहाँ से आ गया।
- West Indies को भी विश्व के सभी स्वाभिमानी देश अपनी भाषा और संस्कृति के अनुसार अलग-अलग नामों से लिखते/बोलते हैं। कृपया विकि के भाषा लिंक ही देख लें (जर्मन : Westindische Inseln ; स्पेनी: Indias Occidentales ; पुर्तगाली : Índias Ocidentais ; फ्रांसीसी : Indes occidentales ; नीदरलैण्ड : West-Indië)। हिन्दी वाले अंगरेजी उच्चारण की सही-सही नकल करके क्या दिखाना चाहते हैं? कि हम अंगरेजों की गुलामी नहीं भूल सकते? वेस्ट इण्डीज क्यों नहीं? नुक्ते का विशेष आग्रह क्यों?
- -- अनुनाद सिंह (वार्ता) 04:57, 2 मई 2018 (UTC)
- अब अगर शुद्ध भारतीय तरीके से लिखना है तो वेस्ट इण्डीज़ को "पश्चिमी भारतवर्ष" ही कर देते हैं....आपकी ये भारतीय उच्चारण वाली बात में सबसे पहली भूल है, आप का ये assumtion की "ज़" और "फ़" हिंदी भाषा की ध्वनियाँ नहीं हैं। यह बिल्कुल ग़लत बात है। "ख़" पर बहस कर सकते हैं, मगर ज़ और फ़ का उच्चारण हिंदी में बिल्कुल साफ़-साफ़ होता है। यदि कई लोगों को किसी अक्षर का उच्चारण सटीक तरीके से करना नहीं आता तो इसका मतलब यह नहीं कि वो अक्षर हिंदी में है ही नहीं। इसके अलावा, कई बार, नुक़्ते का उपयोग नहीं करने से शब्द का मतलब ही बदल जाता है, उदाहरण के लिए, "जिला" और "ज़िला" इन दोनों शब्दों के मतलब बिल्कुल अलग अलग हैं। इस विषय मे आपको @अजीत कुमार तिवारी: जी बेहतर जानकारी दे सकते हैं। निरपराधवत् मृदुरोमकः वार्ता 09:44, 3 मई 2018 (UTC)
- रही पञ्चमाक्षरों की बात, तो मेरा उसमें यही मत है कि सामान्य शब्दों में जहाँ पंचमक्षरों के बजाए अं का उपयोग होता है, विशेषकर ङ् के स्थान पर, उन शब्दों में जबरन हर जगह पञ्चमाक्षरों का उपयोग करना अनावश्यक है, मगर कई स्थानों में जहाँ सटीक उच्चारण दिखाना आवश्यक है, वहाँ पञ्चमाक्षर के उपयोग पर पाबन्दी बिल्कुल ग़लत है। और बॉट द्वारा ये परिवर्तन करना बन्द करना चाहिए। निरपराधवत् मृदुरोमकः वार्ता 10:19, 3 मई 2018 (UTC)
- @Innocentbunny: महोदय, मैं मानता हूँ कि ऊपर जो कुछ आपने लिखा है, अपनी जानकारी के आधार पर लिखा है, अजीत जी से पूछकर नहीं। आप तो साफ-साफ यह बताइये कि 'वेस्ट इण्डीज' क्यों नहीं लिखना चाहिए, 'वेस्ट इंडीज़' का आग्रह कहाँ से आया? अंग्रेज जो उच्चारण करते हैं उसकी हूबहू नकल करनी है, यह कहाँ का मानक है? ये भी स्पष्ट कीजिए कि यदि "ज़" और "फ़" हिन्दी की ध्वनियाँ हैं तो ऊपर जो मानक मैने प्रस्तुत किया है वह किसी अक्ल के अन्धे ने बनाया है क्या? देवनागरी और अन्य भारतीय लिपियों में ये अक्षर हजारों वर्षों से क्यों नहीं डाले गये? नुक्ते का आग्रह इतना है तो इस पर भी कुछ प्रकाश डालिए कि 'गंगा', 'गङ्गा', गन्गा, और 'गम्गा' का उच्चारण एक ही है या अलग-अलग। यदि अलग उच्चारण है तो ङ और ञ का प्रयोग आपको अनावश्यक क्यों लग रहा है? हिन्दी की लिपि देवनागरी है और उसमें ङ तथा ञ विद्यमान हैं, यह बताने की आवश्यकता तो नहीं है? --अनुनाद सिंह (वार्ता) 10:53, 3 मई 2018 (UTC)
- @अनुनाद सिंह: जी, मैं पंचमाक्षर प्रयोग का समर्थक हूँ, केवल यह कहा है कि जहाँ हिन्दी की परम्परानुसार ङ के बजाय अं का उपयोग होता है, वहाँ पर ङ लगाना अनावश्यक है, क्योंकि उससे उच्चारण पे कोई खास फ़र्क नहीं पड़ता। और हाँ यह बात सब को पता है(मुझे भी) की ङ, ञ, न, ण और म का उच्चारण अलग अलग होता है उसी प्रकार, ज और ज़ का उच्चरण भी अलग अलग है, यह बात भी बताने की आवश्यकता मुझे नहीं। जहाँ तक सवाल यह है कि उस देश के नाम को "वेस्ट इण्डीज़" ही क्यों लिखा जाए और "वेस्ट इण्डीज" क्यों नहीं, तो इसका जवाब यह है कि यह एक अंग्रेज़ी शब्द है और उस देश की भाषा भी अँग्रेज़ी है, और यही उसका सटीक उच्चारण है। जहाँ तक अपने देश और उसकी भाषा के शान और सम्मान की बात है, तो मैं इसपर अपना मत आपको बताता हूँ: हम हिन्दी भाषियों के पास, देवनागरी लिपि के रूप में एक ऐसी वैज्ञानिक लिपि है, जिससे लगभग हर भाषा की हर ध्वनि को सटीक तौरपर लिखा जा सकता है। शान इसमें नहीं है कि ज़बरदस्ती विदेशी ध्वनियों को हिंदी लेखन से दूर रखा जाय, मगर शान इस बात में है कि अपनी लिपि की वैज्ञानिकता को खुलकर प्रदर्शित और इस्तेमाल किया जाए। सीधी बात यह है कि जिस प्रकार पञ्चमाक्षरों के उपयोग पर कोई प्रतिबन्ध नहीं होना चाहिए, उसी प्रकार नुक़्ते और ऄ, ऍ, ऎ, ऒ, ळ, ऱ, ॠ, ॷ, ॹ, इत्यादि विशेषाक्षरों के उपयोग पर भी यथावश्यक, कोई प्रतिबन्ध नहीं होना चाहिए। रही विदेशी ध्वनियों की बात, तो चलिये आपको में उत्तरपूर्व की यात्रा पर ले चलता हूँ: क्या आप मिज़ोरम(Mizoram) को भी मिजोरम लिखेंगे? अइज़ोल(Aizawal) को क्या अइजोल लिखेंगे? असमिया संस्कृति और सभ्यता का प्रतीक होता है ख़ॉराइenwiki(असमिया:শৰাই, लिप्यन्तरण:शराइ/Shorai, उच्चारण:ख़ॉराइ/xorai) उसको आप "शराइ" लिखेंगे या "खराइ" लिखेंगे? आपकी यह बात भी गलत है कि बाकी भारतीय भाषाओं में फ़, ज़, ख़ इत्यादि ध्वनियाँ नहीं हैं, इसका सबसे साफ़ उदाहरण है कश्मीरी और सिन्धी। उसके अलावा, मराठी में ज़(z) को झ लिखा जाता है। असमिया का उदाहरण मैंने आपको दिया, उसमें भी ख़ है उसे শ लिखा जाता है, असमिया में तो ऱ(मूर्धन्य र) भी है(जिसका उच्चारण ब्रिटिश इंग्लिश के R के समान है) उसे ৰ अक्षर से लिखा जाता है। कश्मीरी, सिन्धी, असमिया और मराठी; ये सारी हिन्द-आर्य भाषाएँ ही हैं। इसके अलावा चीन-तिब्बती भाषाएँ, ताई-कडाई भाषाएँ, और नए अनेक मध्य भारतीय आदिवासी भाषाओं की बात भी नही करूँगा। सीधी बात ये है कि यथावश्यक देवनागरी के किसी भी अक्षर/मात्रा के उपयोग पर कोई प्रतिबंध नहीं होना चाहिए। निरपराधवत् मृदुरोमकः वार्ता 09:10, 9 मई 2018 (UTC)
- ये भी सोचिए कि यदि विदेशी ध्वनियों पर प्रतिबंध लगाना है तो केवल ज़, फ़, ख़, इत्यादि पर ही क्यों रुकें? ऑ-कार का स्वर भी तो ग़ैर-संस्कृत स्वर है, उसपर भी प्रतिबन्ध लगा दें? और फिर इतना ही क्यों, औ कार और ऐ कार के स्वरों के उच्चारण में भी सुधार शुरू कर दिया जाए, क्योंकि ये दोनों स्वर भी तो हिन्दी में अपने मूल संस्कृत ध्वनि से भटक गए हैं, मसलन, हिंदी में औ का उच्चारण होता है ऑ, जबकि उसका मूल संस्कृत उच्चारण है ऄऊ(ॽ अवरोध विहीन) और हिंदी में ऐ का उच्चारण होता है ऍ, जबकि उसका मूल संस्कृत उच्चारण है ऄई(ॽ विहीन)। इस सुधार की भी शरुआत हम विकिपीडिया से ही शुरू कर देते हैं? निरपराधवत् मृदुरोमकः वार्ता 11:34, 9 मई 2018 (UTC)
- @Innocentbunny: महोदय, अपने ऊपर के सन्देश को एक बार और पढ़ लीजिए और दोबारा ठीक कर लीजिए। एक वाक्य पढ़ने पर लग रहा है कि आप ध्वनि के अनुसार वर्तनी लिखने के पक्ष में हैं किन्तु दूसरे ही वाक्य को पढ़ने पर ऐसा लग रहा है कि इसके पक्ष में नहीं हैं। इतने सरल प्रश्न के लिए इतना घुमावदार उत्तर क्यों देना पड़ रहा है? ऐसे-ऐसे उदाहरण दे रहे हैं जो आपकी ही बात की जड़ खोदते हुए दीख रहे हैं। उदाहरण देखिए- 'उसके अलावा, मराठी में ज़(z) को झ लिखा जाता है।' --> दो प्रश्नों के उत्तर दीजिए कि (१) क्या वे 'झ' को 'ज़' पढ़ते हैं? (२) क्या 'झ' देवनागरी में नहीं था/है? फिर आपकी अपनी ही बात का मजाक उड़ाता यह तर्क देखिए- 'असमिया का उदाहरण मैंने आपको दिया, उसमें भी ख़ है उसे শ लिखा जाता है'। यहाँ भी वही प्रश्न-- (१) क्या শ पहले से (हजारों वर्षों से) असमिया में नहीं है? (२) क्या उन्होने इसे फारसी शब्दों को अपनी लिपि में 'ठीक-ठीक' लिख सकने के लिए 'गढ़ा' है? आपको यह भी नहीं समझ में आ रहा है कि चर्चा किस बात पर हो रही है, भाषा पर या लिपि पर? तभी तो लिख रहे हैं, "यह बात भी गलत है कि बाकी भारतीय भाषाओं में फ़, ज़, ख़ इत्यादि ध्वनियाँ नहीं हैं, इसका सबसे साफ़ उदाहरण है कश्मीरी और सिन्धी।" क्या कश्मीरी और 'सिन्धी' लिपि हैं? मेरा मूल प्रश्न एक बार और देखिए, "ये भी स्पष्ट कीजिए कि यदि "ज़" और "फ़" हिन्दी की ध्वनियाँ हैं तो ऊपर जो मानक मैने प्रस्तुत किया है वह किसी अक्ल के अन्धे ने बनाया है क्या? देवनागरी और अन्य भारतीय लिपियों में ये अक्षर हजारों वर्षों से क्यों नहीं डाले गये? सिन्धी खुदाबादी लिपि में लिखी जाती थी, कहाँ हैं उसमें फ़, ज़ के लिए वर्ण? क्या गुरुमुखी में नुक्ते वाली ध्वनियों के लिए कोई वर्ण था? जब आप यह लिखते हैं कि 'क्या आप मिज़ोरम(Mizoram) को भी मिजोरम लिखेंगे?' तो लगता है कि आप जैसा बड़ा भाषावैज्ञानिक ही ऐसा तर्क कर सकता है। क्या 'मिजोरम' नाम का क्षेत्र अंग्रेजों ने बसाया था और यह नाम (Mizoram) उन्होने दिया था? तभी तो आप सोच रहे हैं कि इसमें z आया है इसलिए इसके स्थान पर 'ज़' होना चाहिए। पहली बात तो यह कि यदि यह नाम अंग्रेजों का भी दिया हुआ होता तो भी हम अपनी भाषा/लिपि के अनुसार उसका उच्चारण 'मिजोरम' ही करते। पर उससे भी बड़ी बात यह है कि इस क्षेत्र के आसपास के क्षेत्र असम/बंगाल/मणिपुर आदि की भाषाओं में तो देख लीजिए कि वे लोग इसको कैसे लिखते हैं। और तो और, मेरा अनुमान है कि बर्मी लिपि में भी ज़ के लिए कोई वर्ण नहीं है। आशा है इतना ही पर्याप्त है। सारांश यह है कि जो कुछ भी आपने लिखा है उसमें एकदिशता नहीं है, तर्क कम है, कूदा-कूदी अधिक है।--अनुनाद सिंह (वार्ता) 13:50, 9 मई 2018 (UTC)
मोबाइल दृश्य में श्रेणी जोड़ने हेतु नया उपकरण
नमस्ते सर्वेभ्यः
हिंदी विकिपीडिया में मोबाइल दृश्य में पृष्ठ में श्रेणी जोड़ने हेतु सदस्य पंकज जी के अनुरोध पर नया उपकरण स्थापित किया गया है। मेरी पसंद में उपकरण (गैजेट) में संपादन उपकरणों वाले विभाग में जाकर सदस्य इस टुल को टिक करके उपयोग कर सकते हैं। धन्यवाद सह।--आर्यावर्त (वार्ता) 13:55, 30 अप्रैल 2018 (UTC)
क्या आप जानते हैं सुझाव
सभी सदस्यों से मेरा अनुरोध है कि वे मुखपृष्ठ के क्या आप जानते हैं अनुभाग के लिये नियमावली पढ़कर साँचा वार्ता:क्या आप जानते हैं में अपने सुझाव दें। क्योंकि वर्तमान हुक बहुत पुराने हो चुके हैं।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 14:00, 30 अप्रैल 2018 (UTC)
- एक मैने दे दिया।--Navinsingh133 (वार्ता) 20:55, 30 अप्रैल 2018 (UTC)
विश्व हिंदी सम्मेलन
विश्व हिंदी सम्मेलन के कार्यक्रम पर चर्चा हेतु एक व्हाट्सऍप ग्रुप बनाई गयी है, ताकि चर्चा जल्दी और सरल रूप से हो सके, जिसमें इस कार्यक्रम को कार्यान्वित करने में इच्छुक सभी सदस्यों को शामिल किया गया है। ताकि कार्यक्रम को बेहतरीन तरीके से, सबकी राय/मश्वरे के साथ, सब को जोड़ कर किया जा सके, इसीलिए हम चाहेंगे कि अधिक से अधिक लोग जो इस कार्यक्रम को करवाने में इछुल हैं, वे अवश्य इस ग्रुप में शामिल हों। हालाँकि, चर्चा व उसके तमाम अप्डेट्स यहाँ, (मेटा पर) भी होंगे, मगर, चर्चा में त्वरित रूपसे व और भी एफीशियंट रूपसे भाग लेने के लिए, कृपया इस ग्रुप में शामिल हो जाएँ। हम चाहते हैं के समुदाय के अधिक से अधिक लोग शामिल हों, अतः, यदि आपको इस कार्यक्रम को कार्यान्वित करने में तनिक भी दिलचस्पी है तो इस व्हाट्सऍप ग्रुप में अवश्य जुड़ें।
इच्छुक लोग, मुझसे, सुयश जी, अनामदास जी, आर्यावर्त जी, गोड्रिक की कोठरी जी अथवा यहाँ नीचे अपनी इच्छा ज़ाहिर करके संपर्क करें। धन्यवाद🙏 Innocentbunny वार्ता 16:06, 25 फ़रवरी 2018 (UTC)
इच्छा
नमस्ते सर्वेभ्यः, मैं भी इस सम्मेलन में उपस्थित हो कर, हिन्दी विकिपीडिया के लिये अपना योगदान देना चाहूँगा। मेरे आने का उद्देश - मैं हिन्दी विकिपीडिया में न केवल सम्पादन करता हूँ, अपि तु मैंने विवरणिकाओं का भी अनुवाद किया है। साथ ही कार्यशाला का आयोजन भी कर चुका हूँ। मुझे आउटरिच का अनुभव है और लोगो से हिन्दी विकि के सन्दर्भ में चर्चा करने का भी अनुभव है। अतः मैं अपने अनुभव का उपयोग कर हिन्दी विकिपीडिया का प्रतिनिधित्व करके एक विशिष्ट कार्य में योगदान देकर हिन्दी विकि को विश्व मञ्च पर प्रस्थापित करना चाहता हूँ। मेरा दायित्व - मैं विवरणिका सम्बन्धित तथ्यों को उपस्थित सब के सामने प्रस्तुत करने का प्रयास करूंगा और साथ ही हिन्दी विकिपीडिया में योगदान क्यों महत्त्वपूर्ण है, उस विषय पर अपना वक्तव्य देना चाहूँगा। कृपया मुझे भी इस दल में सम्मिलित किया जाए, ये निवेदन। अस्तु। ॐNehalDaveND•✉•✎ 03:33, 4 मई 2018 (UTC)
टिप्पणी
क्या चर्चा का कोई और माध्यम नहीं रख सकते? जिसमें मोबाइल की कोई अनिवार्यता न हो। --स (वार्ता) 17:04, 25 फ़रवरी 2018 (UTC)
- वैसे तो सारी चर्चा मुख्यतः मेटा पर ही होगी, और चौपाल पर भी सारे अप्डेट्स डाले जाएंगे, मगर विकिपीडिया पर चर्चा करने की समस्या ये है कि जो बात व्हाट्सऍप पर 5 मिनट में हो सकती है वो करने में यहाँ पर दिन भर लग जाता है...उदाहरण के लिए, ये वाली चर्चा 5 मिनट की ही थी, मगर, आपने कल रात को यह सन्देश डाला था, जिसका उत्तर मैं आज सुबह दे रहा हूँ, जिसे आप संभवतः आज रात को पढ़ेंगे और उत्तर, और कल सुबह मैं आपका प्रतिउत्तर दूँगा। हालाँकि मुख्या चर्चा मेटा पर ही होगी, मगर छोटी-छोटी बातों के कारण ताकि काम की गति धीमी न पद जाए, इसीलिए व्हाट्सऍप का माध्यम चुना गया है। फ़िलहाल हमारे दिमाग़ में सबसे सरल विकल्प व्हाट्सऍप ही आया, इसीलिए व्हाट्सऍप ही चुना गया। यदि आप भी चर्चा में शामिल होना चाहते हैं, और कोई बेहतर विकल्प सुझा सकते हैं, जिसमें मोबाइल की आवश्यक्ता ना पड़े तो अवश्य सुझाएँ, हम, सदस्यों की आम सहमति से वही अपनाएंगे। धन्यवाद!🙏 Innocentbunny वार्ता 05:40, 26 फ़रवरी 2018 (UTC)
- मुझे कोई भी माध्यम चलेगा, बस उसमें मोबाइल नंबर किसी को न दिखे। --स (वार्ता) 18:23, 26 फ़रवरी 2018 (UTC)
- हैंगआउट्स या टेलीग्राम ऍप? Innocentbunny वार्ता 11:29, 28 फ़रवरी 2018 (UTC)
- @Innocentbunny: हैंगआउट्स बेहतर रहेगा--Navinsingh133 (वार्ता) 16:41, 8 मई 2018 (UTC)
- हैंगआउट्स या टेलीग्राम ऍप? Innocentbunny वार्ता 11:29, 28 फ़रवरी 2018 (UTC)
- मुझे कोई भी माध्यम चलेगा, बस उसमें मोबाइल नंबर किसी को न दिखे। --स (वार्ता) 18:23, 26 फ़रवरी 2018 (UTC)
26 फ़रवरी 2018 हैंगआउट्स चर्चा
कल 26 फ़रवरी 2018 को विश्व हिंदी सम्मलेन के आयोजन हेतु प्राथमिक चर्चा हैंगआउट्स कॉल के ज़रिये हुई थी। उस चर्चा का सारांश जा कर कृपया यहाँ देख लें। तथा अपनी कोई भी राय व टिप्पणी वहाँ अवश्य दें। काय्रक्रम के आयोजन में इच्छुक लोग अवश्य शामिल हों, और इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए बनाये गए व्हाट्सऍप ग्रुप में शामिल होने हेतु अपनी इच्छा चौपाल में ऊपर दिए गए सन्देश में ज़ाहिर करें। धन्यवाद!🙏 Innocentbunny वार्ता 06:31, 27 फ़रवरी 2018 (UTC)
- मैं सम्पादन करूंगा नहीं और तुम करो तो मेरे अनुकूल ही करो। हिन्दी में मैं सर्वज्ञ हूँ अतः जो मुझे ज्ञात नहीं, जिसका उपयोग मैं नहीं करता और जिसका मैं विरोधी हूँ, वो नहीं होना चाहिये। प्रबन्धकगण में कुछ और कुछ चहिते लोग इस कारण विकिपीडिया के विकास को अवरोधित कर बैठे हैं। न स्वयं कुछ विशेष करते हैं, जिससे समुदाय में वृद्धि हो या सम्पादन करने वाले को प्रोत्साहन मिले और जो स्वतःप्रोत्साहित लोग हैं उनको अप्रत्यक्ष रूप से या प्रत्यक्ष रूप से निरुत्साहि/असक्रिय होने पर विवाश करते हैं। फिर आरोप ये लगा देंगे कि विकि के कार्यों में बाधा पहुचा रहे हैं। अब इसके चलते जो हानि हुई है, वो ऐसी है कि, यहाँ, यहाँ और यहाँ सूचना पुस्तिकाएँ सज्ज हैं। केवल उन्हें मुद्रित करवाना ही शेष है। परन्तु मेरे योगदान को अनुचित घोषित कर दिया गया और मैं असक्रिय हो गया। अतः कुछ कार्य आगे नहीं बढा। हो सकता है विदेश में हिन्दी को प्रोत्साहित करने जा रहा समुदाय इस कार्य को आगे बढाने में उत्पन्न बाधाओँ को दूर करने का प्रयास करेगा। अस्तु। ॐNehalDaveND•✉•✎ 07:01, 27 फ़रवरी 2018 (UTC)
- उपरोक्त सूचना पुस्तिकाओं के लिए नेहल जी को कोटिशः धन्यवाद,आउटरीच के कार्यक्रमों हेतु इस सामग्री की बहुधा आवश्यकता पड़ती है अतः आपको साधुवाद ,ये काम बहुत समय से अपेक्षित था जिसे आपने पूर्ण किया । स्वप्निल करंबेलकर | Swapnil Karambelkar (वार्ता) 08:59, 27 फ़रवरी 2018 (UTC)
- उपरोक्त कड़ियों को साँझा करने एवं इस सूचना पुस्तिका पर पहले से ही काम करने हेतु @NehalDaveND: जी, आपका बहुत बहुत धन्यवाद। यह सामग्री, फाइनल सूचना पुस्तिका को तैयार करने में बहुत सहायक होगी। और न केवल इस विश्व हिंदी सम्मेलन के कार्यक्रम में बल्कि भविष्य में अन्य किसी भी प्रचार कार्यक्रम या कार्यशाला इत्यादि को करवाने में अत्यंत सहायक होगी। धन्यवाद!🙏 Innocentbunny वार्ता 10:41, 28 फ़रवरी 2018 (UTC)
अनुदान समिति का चयन
विश्व हिंदी सम्मेलन के आयोजन हेतु ३ सदस्यों की अनुदान समिति गठित की जायेगी, जिनका चयन समुदाय में से, एवं समुदाय द्वारा होगा। इस समिति में निर्वाचन हेतु, यहाँ नामांकन प्रस्तुत करें। हर कोई अपना, तथा समुदाय के किसी भी अन्य सदस्य का नामांकन करने हेतु स्वतंत्र है। Innocentbunny वार्ता 23:00, 6 मार्च 2018 (UTC)
ग्राण्ट आवेदन
पहली ग्राण्ट आवेदन के अधूरा रहने के कारण डिसक्वालिफाई हो जाने के बाद, नया आवेदन पेश किया गया है। सभी सम्मानजनक सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया जल्द से जल्द इस आवेदन में अपना समर्थन यहाँ दर्ज करें। धन्यवाद🙏 निरपराधवत् मृदुरोमकः वार्ता 09:45, 1 मई 2018 (UTC)
- टिप्पणी/चर्चा
सम्मेलन के विभिन्न मदों के संबंध में चर्चा करने के लिए माननीय विदेश मंत्री महोदया श्रीमती सुषमा स्वराज जी की अध्यक्षता में २८ जून २०१८ को विदेश मंत्रालय, नई दिल्ली में आयोजित की गई है जिसमे आशीष जी एवं मुझे चर्चा हेतु आमंत्रित किया गया है। इस बैठक में महत्वपूर्ण चर्चा/निर्णय होंगे ऎसी अपेक्षा है -- सुयश द्विवेदी (वार्ता) 10:44, 13 जून 2018 (UTC)
विश्व हिंदी सम्मेलन के प्रतिभागियों का चयन
नमस्कार सर्वभ्यः🙏
समुदाय को सूचित किया जाता है कि विश्व हिन्दी सम्मेलन में हिंदी विकिपीडिया की प्रतिभागिता के विषय में विदेश मन्त्रालय से अभी बात चल रही है और वर्तमान स्थिति में मन्त्रालय के तरफ से कुछ भी पक्का नहीं है। बहरहाल, मन्त्रालय से अनुमति लेना या न लेना वो मन्त्रालय के हाथ में है, मगर उससे पहले हमें फाउंडेशन को सूचित करना होगा कि इस कार्यक्रम में समुदाय का प्रतिनिधित्व करने किन किन व्यक्तियों को जाना चाहिए। अतः अब समुदाय से निवेदन है कि कृपया प्रतिभागियों के चयन की प्रक्रिया शुरू की जाए।
आपको सूचित कर दें की फाउंडेशन, वक्ता के तौरपर केवल एक व्यक्ति को, और अधिकतम दो लोगों को भेजने के पक्ष में है(जोकि सामान्य प्रक्रिया है)। हमारी योजना के अनुसार हमें वहाँ 4 प्रतिनिधि भेजने थे, जिससे कि वहाँ कार्यक्रम को संबोधित करने के साथ ही एक स्टॉल लगाना और कुछ अन्य इच्छुक संस्थाओं के साथ साँझेदारी के अवसर तलाशने जैसे काम भी आसानी से हो सकें। अतः हमारी योजना के अनुसार 4 प्रतिनिधि भेजने हैं(जोकि फाउंडेशन के नियमों के अनुसार अधिकतम सीमा है), क्योंकि यदि एक या दो लोग भी जाएंगे तो योजना के अनुसार हम विश्व हिंदी सम्मेलन के महत्वपूर्ण अवसर का उपयोग हिंदी विकिपीडिया के लाभ हेतु पूर्णतः नहीं कर पाएंगे।
अतः मेरी सलाह के अनुसार समुदाय से निवेदन है कि प्राथमिकता अनुसार 1 से 4 प्रतिनिधियों का चयन करें, ताकि हम फाउंडेशन को उनके नाम बता सकें। और यह भी राय है कि एक बार चुने जाने के बाद, पूरा समुदाय इन चार नामों के साथ डट कर खड़ा रहे ताकि फाउंडेशन को इन नामों के पीछे समुदाय का समर्थन दिखे।
धन्यवाद!🙏
निरपराधवत् मृदुरोमकः वार्ता 15:44, 18 मई 2018 (UTC)
चर्चा
- केवल 2 प्रतिभागी होने की स्थिति में मेरे अनुसार 1 प्रतिभागी आउटरीच में एक्सपर्ट और दूसरा ऑनलाइन एक्सपर्ट होना चाहिए। इसके चलते जो दो नाम मुझे उचित लगे वह मैंने नीचे लिख दिए हैं। (मेरी यह टिप्पणी एक स्वयंसेवक के रूप में है।) --Satdeep Gill (वार्ता) 19:43, 18 मई 2018 (UTC)
- वैसे फाउंडेशन ने केवल वक्ता का नाम पूछा है, अर्थात सबसे पहली प्राथमिकता वक्ता के लिए, और हमें कुल 4 लोगों के नाम देने चाहिए फाउंडेशन को निरपराधवत् मृदुरोमकः वार्ता 04:25, 19 मई 2018 (UTC)
- मैं अब तक जान नहीं पाया हूँं कि, हम हिन्दी विश्व सम्मेलन में ऐसा क्या करने वाले हैं कि हिन्दी विकि को लाभ होगा। अब तक जिन जिन लोगों का नामाङ्कन हुआ है या जिन जिन लोगों ने जाने की इच्छा प्रदर्शित की है (इच्छा व्यक्त करने में मैं भी हूँ) उन में से किसी ने भी कोई निश्चित दिशा निर्देश स्पष्ट नहीं किया है। क्या वहाँ उपस्थित हो जाने से ही, हिन्दी विकि का लाभ हो जाएगा? क्या कोई सामग्री, नीति, योजना है, जो वहाँ उपयोगिनी हो सके? क्या कोई सामग्री है, जो हिन्दी विकि को प्रदर्शित कर उसे जन सामान्य पर्यन्त पहुँचा सके? इसे सन्देह कहें या जिज्ञासा, परन्तु ये स्पष्ट नहीं है, तो नहीं है। यदि कहीं लिखा है, (विकि में) तो मुझे इङ्गित करें। जिन लोगों का नाम है, वो सब सविस्तार एक प्रदर्शन सज्ज करें। एक योजना सज्ज करें कि क्या कार्य कैसे होगा। उसके पश्चात् योग्यता निर्धारित करना उचित होगा। दीर्घकाल से हम मात्र जाने वालों पर चर्चा को ही प्रस्तुत होते हैं। परन्तु जैसे ही क्या कैसे कब क्यों की बात आती है, सब व्यस्त हो जाते हैं। अस्तु। ॐNehalDaveND•✉•✎ 18:33, 19 मई 2018 (UTC)
- अगर फाउंडेशन चार लोगों के लिये अपनी स्वीकृति देता है उस स्थिति में मैं दो अन्य लोगों का नामांकन कर रहा हूँ।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 07:41, 21 मई 2018 (UTC)
नामांकन
- Suyash.dwivedi
- Suyash.dwivedi - अभी केवल दो व्यक्ति जा सकते हैं और यह नामांकन मैं एक स्वयंसेवक के रूप में कर रहा हूँ। --Satdeep Gill (वार्ता) 19:37, 18 मई 2018 (UTC)
- Suyash.dwivedi - मेरे अनुसार सुयश जी को जाना चाहिए। वह हिन्दी विकिपीडिया के एक मात्र ऐसे सदस्य हैं जो सबसे ज्यादा आउटरिच में जुड़े हुए हैं और उन्होने कई सारे कार्यक्रम को सफल भी बनाया हैं जो मेटा पर देखा जा सकता हैं। इसके साथ वह एक बहुत अच्छे वक्ता भी हैं। उनके जाने से हिन्दी विकि को उम्मीद से अच्छा लाभ होगा। और जिस प्रकार वह हाल ही में मंत्रालय में बात करके आए वो भी प्रशंसनीय हैं।--जयप्रकाश >>> वार्ता 18:27, 29 मई 2018 (UTC)
- आशीष भटनागर
- आशीष भटनागर - अभी केवल दो व्यक्ति जा सकते हैं और यह नामांकन मैं एक स्वयंसेवक के रूप में कर रहा हूँ। --Satdeep Gill (वार्ता) 19:38, 18 मई 2018 (UTC)
- आशीष भटनागर जी के बारे में तो कुछ बोलने की जरूरत ही नहीं हैं। उनका तो योगदान ही बोलता हैं।--जयप्रकाश >>> वार्ता 18:27, 29 मई 2018 (UTC)
- Innocentbunny
- Innocentbunny - स्टाॅल संभालने हेतु।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 07:41, 21 मई 2018 (UTC)
- संजीव कुमार
- संजीव कुमार - पैनल चर्चा हेतु।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 07:41, 21 मई 2018 (UTC)
भारी संख्या में लेख बनाने की अनुमति
सभी विकिपीडियनों को मेरा नमस्कार। मैं देख रहा हूं कि हिन्दी विकिपीडिया पर लेखों की संख्या अपेक्षाकृत बहुत कम है (लगभग १,२४,०००+)। इसलिये मैं आप सबसे भारी संख्या मे मध्यम गुणवत्ता वाले लेख बनाने कि अनुमति चाहता हूं। आप सब मेरे द्वारा बनाये/विस्तार किये गये लेखों से गुणवत्ता का अंदाजा लगा सकते हैं। धन्यवाद --Navinsingh133 (वार्ता) 20:00, 1 मई 2018 (UTC)
- नमस्कार @Navinsingh133: जी, राजधानी एक्सप्रेस चलाने की सोचने वाले केवल अकेले आप नहीं हैं😁, कई लोग ऐसा कर चुके हैं, बल्कि स्वयं मैंने भी ऐसा कई बार किया है। विकिपीडिया पर किस रफ़्तार से लेख बनाई जाए, इसपर कोई प्रतिबंध नहीं है, आप स्वतन्त्र हैं, किसी भी गति से लेख बनाने के लिए। मगर कुछ बातों का ध्यान अवश्य रखें कि हर लेख में विश्वसनीय स्रोत/सन्दर्भ और श्रेणी ज़रूर रखें, और यथासंभव अंग्रेज़ी/अन्य विकिपरियोजना के साथ कड़ी अवश्य जोड़ दें। और ध्यान रहे कि मशीनी अनुवाद ना हो। ये कुछ साधारण सी नीतियाँ हैं, जिसका की ज्ञान आपको भी होगा ही...बस इतना ध्यान रहे कि राजधानी एक्सप्रेस के चक्कर में, ये चीजें पीछे ना छूट जाएँ। वैसे भी संदर्भहीन छोटे लेखों पर यहाँ बहुत बहस हो चुकी है। आशा है कि इन बिंदुओं का ध्यान रखेंगे, बाकी जिस भी गति से लेख बनाना है, बनाते रहिये, कोई दिक्कत नहीं।😊 निरपराधवत् मृदुरोमकः वार्ता 02:13, 2 मई 2018 (UTC)
- धन्यवाद। कार्यक्षमता और दक्षता बढ़ाने के लिये मैं समाजिक संपर्क और व्यवहार के लिये संसाधन घटा रहा हूं। लक्ष्य पहचानने की चेष्टा कर रहा हूं।--Navinsingh133 (वार्ता) 22:33, 2 मई 2018 (UTC)
- I will keep you posted.
- Identifying targets and analyzing data.--Navinsingh133 (वार्ता) 22:40, 2 मई 2018 (UTC)
- Enhancing security systems in response to attempted hacking.--Navinsingh133 (वार्ता) 15:51, 3 मई 2018 (UTC)
- Identifying targeted readers.--Navinsingh133 (वार्ता) 15:55, 3 मई 2018 (UTC)
- Targets identified.
- Primary target: Native speakers of Hindi. Naturally, most of them are in India. According to "http://www.hindi.ugent.be/node/25": "40% of the Indian population has Hindi as a mother tongue". Most of the native Hindi speakers seem to be in North-Indian "Hindi Belt" (https://en.wikipedia.org/wiki/Hindi_Belt).
- Secondary target: Wikipedians and Editors who love Hindi.
- Tertiary target: Non-native speakers of Hindi who are interested in Hindi.
- Quaternary target: Machines (Bots, Web crawlers, Artificial Intelligence, Experimental Softwares, etc.)
- Any Suggestions?--Navinsingh133 (वार्ता) 17:42, 3 मई 2018 (UTC)
- दिलचस्प आँकलन है🙂...अब आगे की योजना क्या है? निरपराधवत् मृदुरोमकः वार्ता 09:34, 5 मई 2018 (UTC)
- BTW sorry for being late, I was busy with other thing lately... निरपराधवत् मृदुरोमकः वार्ता 09:38, 5 मई 2018 (UTC)
- A test article has been created and awaiting response from readers.
- Page was chosen from WP Tiger and built up to its standards to get a "feel" of the effectiveness of the project. It also serves as a basis of faster creation of articles by using more resources.
- Time will tell what to do, when to do, and most importantly: how to do.--Navinsingh133 (वार्ता) 21:49, 5 मई 2018 (UTC)
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- Page was chosen on the basis of acknowledgment of majority of readers to compare with the one from WP Tiger. Awaiting reader response.
- I guess I will start writing new articles in large numbers around 21st of May 2018(Give or take a few days). I also plan on including some of the requested pages related to Mauritius. --Navinsingh133 (वार्ता) 22:23, 11 मई 2018 (UTC)
- A test article has been created and awaiting response from readers.
- Good, that would be great if we start with Mauritius निरपराधवत् मृदुरोमकः वार्ता 04:47, 19 मई 2018 (UTC)
- वैसे, हिंदी वीकी पर आधिकारिक भाषा हिंदी है, अतः हिंदी में लिखने के प्रयास को काफी सराहा जाएगा😊 निरपराधवत् मृदुरोमकः वार्ता 04:47, 19 मई 2018 (UTC)
- जी ठीक है, धन्यवाद। चूंकि हमारे द्वारा आश्वासन दिया गया है, तो मॉरिशस से जुड़े लेख ही पहले बनाने की कोशिश करुँगा। चलिये शुरु करते हैं। :) --Navinsingh133 (वार्ता) 20:21, 22 मई 2018 (UTC)
- लेख लिखना/बनाना शुरु किया:
- सेंट ब्रेंडन: क्या इतना लिखना पर्याप्त है?--Navinsingh133 (वार्ता) 21:49, 22 मई 2018 (UTC)
तकनीकी प्रशिक्षण कार्यशाला, भोपाल
तकनीकी प्रशिक्षण कार्यशालाओं की कड़ी में (जयपुर कार्यशाला २०१७ के बाद) भोपाल , मध्य प्रदेश में द्वितीय कार्यशाला दिनांक १६ एवं १७ माह जून २०१८ को होनी है। अधिक जानकारी के लिए यहाँ देखें। प्रतिभागिता एवं प्रशिक्षण देने/लेने हेतु यहाँ देखे। मेटा पर प्रस्ताव हेतु यहाँ देखे। इच्छुक प्रतिभागी गूगल प्रपत्र भरें (जिन प्रतिभागियों ने मार्च माह में प्रपत्र भर दिया था वे अपना प्रपत्र अद्यतन कर सकते है।)
- ध्यान देने योग्य बात:-
- आवागमन हेतु रेलगाड़ी के तृतीय श्रेणी AC का प्रावधान है।
- गूगल प्रपत्र भरने की अंतिम तिथि १० मई २०१८ है। :-- स्वप्निल करंबेलकर | Swapnil Karambelkar (वार्ता) 08:37, 4 मई 2018 (UTC)
विकिपरियोजना भारतीय सेना
मित्रों विगत कुछ महीनो से निम्न विकी सदस्य (स्वप्निल करंबेलकर | Swapnil Karambelkar (वार्ता) ,Trikutdas,ArmouredCyborg आदि ) प्रायोगिक परियोजना के रूप में भारतीय सेना से सम्बन्धित लेखो का अद्यतन ,सुधार एवं सृजन का कार्य कर रहे है। इस प्रक्रिया में २० से अधिक लेखो का निर्माण ,८+ सांचे,श्रेणियाँ आदि का विस्तार एवं निर्माण कार्य हो चुका है।अब इस श्रमकार्य को एक परियोजना के रूप में समुदाय के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है। इच्छुक सदस्य अपना योगदान देकर इस परियोजना को सफल बनाने में सहयोग करें।अवलोकन हेतु यहाँ देखें ,परियोजना में योगदान देने हेतु यहाँ देखें:--स्वप्निल करंबेलकर | Swapnil Karambelkar (वार्ता) 08:16, 5 मई 2018 (UTC)
- क्या मैं इसके मुख्य पृष्ट के बनावट में कुछ सुधार कर सकता हूं?--Navinsingh133 (वार्ता) 21:44, 5 मई 2018 (UTC)
- जी अवश्य कर सकते है परंतु लेखों में योगदान करेंगे तो और भी अधिक श्रेयस्कर होगा।:स्वप्निल करंबेलकर | Swapnil Karambelkar (वार्ता) 03:24, 6 मई 2018 (UTC)
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AdvancedSearch
Birgit Müller (WMDE) 14:54, 7 मई 2018 (UTC)
- @Birgit Müller (WMDE):, उपरोक्त सूचना का धन्यवाद। एक और निवेदन था। अंग्रेशी विकी की भांति स्वतः सन्दर्भ सुविधा जो मात्र यू.आर.एल लिखने से उपलब्ध हो जाता है, उसको हिन्दी विकि में सक्षम करने हेतु क्या करना होगा? यह अत्यन्त सहायक एवं कारगर उपकरण होता है।--आशीष भटनागरवार्ता 02:34, 9 मई 2018 (UTC)
प्रोजेक्ट टाइगर के अंतर्गत सम्पादनोत्सव
प्रोजेक्ट टाइगर के अंतर्गत सम्पादनोत्सव का आयोजन दिल्ली में दिनांक १९ और २० मई को आयोजित किया जा रहा है जिसमें हिन्दी ही नहीं बल्कि हर भाषा के सम्पादक हिस्सा लेने वाले है।अंग्रेजी विकि पर पर इसकी लिंक देखें।--राजू जांगिड़ (वार्ता) 17:17, 7 मई 2018 (UTC)
भोजपुरी या हिन्दी
इस प्रान्त के सदस्य कृपया निश्चित कहें कि ये भाषा वाला परिवर्ति उचित है या नहीं। अन्त में बर्बरता है, परन्तु यदि भाषा की भी बर्बरता है, तो तीनों सम्पादन एक साथ पूर्ववत् कर देवें। अस्तु। ॐNehalDaveND•✉•✎ 17:25, 10 मई 2018 (UTC)
- जिन्हें इस चर्चा में संबोधित किया गया है, वे स्पष्ट रूप से जान लें कि हिन्दी एक पूर्ण विकसित भाषा है। हिन्दी कोई बोली नहीं है। देवरिया जिले के संदर्भ में यह स्पष्ट है कि भोजपुरी वहाँ की सर्वाधिक लोकप्रिय बोली है, किन्तु भाषा हिन्दी ही है। क्योंकि भाषा बनने के लिए स्पष्ट रूप से विकसित पृथक् व्याकरण की आवश्यकता होती है। अतः बोली व भाषा के मध्य का अंतर समझना आवश्यक है।--अरुण प्रताप (वार्ता) 04:47, 11 मई 2018 (UTC)
- एक पुनरीक्षक के रूप में यदि कोई विषय ज्ञात न हो तो अन्य सदस्यों की सहायता लेनी चाहिये। अतः मैंने ये यहाँ स्थापित किया, अब इसे आगे जो इस विषय को जानते हैं, वे ले जावें। अस्तु। ॐNehalDaveND•✉•✎ 07:58, 11 मई 2018 (UTC)
- जिन्हें इस चर्चा में संबोधित किया गया है, वे स्पष्ट रूप से जान लें कि हिन्दी एक पूर्ण विकसित भाषा है। हिन्दी कोई बोली नहीं है। देवरिया जिले के संदर्भ में यह स्पष्ट है कि भोजपुरी वहाँ की सर्वाधिक लोकप्रिय बोली है, किन्तु भाषा हिन्दी ही है। क्योंकि भाषा बनने के लिए स्पष्ट रूप से विकसित पृथक् व्याकरण की आवश्यकता होती है। अतः बोली व भाषा के मध्य का अंतर समझना आवश्यक है।--अरुण प्रताप (वार्ता) 04:47, 11 मई 2018 (UTC)
मै एक अभिनेता व कलाकार हु मै अपना पेज विकिपीडीया पर बनाता हु पर मेरे पेज को कोइ हटा देता है एसा क्यो ?? हो रहा है ???
कृपया मुझे उत्तर दे मैंने दो बार अपना पेज बनाया पर किसी ने उसे हटा दिया क्यु जबकि मै एक सचमुच अभिनेता हु अगर आपको विश्वास न हो तो आप यहाँ चेक कर सकते है https://www.facebook.com/TheAnuragMaurya https://twitter.com/TheAnuragMaurya htttps://www.instagram.com/theanuragmaurya https://anuragmaurya.mixform.com https://anuragmaurya12.page.tl आपको हर किसी को पेज व सुधार ऐसे हटाने का अधिकार नही देना चाहिये — इस अहस्ताक्षरित संदेश के लेखक हैं -अनुराग मौर्य (वार्ता • योगदान)
दिए गये सन्दर्भों से यह साबित नहीं होता है कि आप एक उल्लेखनीय अभिनेता या कलाकार हो, क्योंकि विकिपीडिया पर फेसबुक, इंस्टाग्राम या ट्वीटर इत्यादि को सन्दर्भ नहीं माना जाता है क्योंकि इनका उपयोग तो आम लोग भी करते है और अभिनेता या खिलाड़ी भी।--राजू जांगिड़ (वार्ता) 06:12, 11 मई 2018 (UTC)
- @अनुराग मौर्य: जी, प्रथमतः, आप अपनी वार्ता के अंत में चार टील्ड(~~) लगाकर हस्ताक्षर अवश्य करें ताकि आपको सीधे संबोधित किया जा सके। द्वितीयतः, आप स्वयं द्वारा लिखे गए लेख की उल्लेखनीयता (देखें, 3.1अनुल्लेखनीय विषय) की जाँच अवश्य कर लें। आप द्वारा लिखा गया लेख अनुल्लेखनीय विषय के संबंध में नहीं होना चाहिए।--अरुण प्रताप (वार्ता) 07:01, 11 मई 2018 (UTC)
Wiki Loves Food- 2018
हमें हिन्दी विकिमेडियन्स को Wiki Loves Food - 2018 [2] में भाग लेना चाहिए ,यह मेरा प्रस्ताव है और निवेदन भी है| --Harvinder Chandigarh (वार्ता) 08:23, 11 मई 2018 (UTC)
जे मेहता
ध्यान दें, जे मेहता के बारे में एक नई चर्चा शुरू हुई है। कृपया अपनी राय देने के लिए वार्ता:जे मेहता पर जाएँ। |
- सायबॉर्ग (वार्ता) 13:41, 11 मई 2018 (UTC)
विकि जागरूकता अभियान
नमस्ते, हम लोग हिंदी विकिपीडिया के प्रचार एवं प्रसार के लिए हरियाणा के एक सरकारी कन्या विद्यालय में व्याख्यान एवं कार्यशालाएं करवाने जा रहे हैं इसके लिए विद्यार्थीयों के पाठ्यक्रम से जुड़े लेखों के सुधार के उद्देश्य से एक सूची बनाई गई है आशा है इन लेखों के सुधर एवं विस्तार में आपका सभी का सहयोग प्राप्त होगा धन्यवाद! --Shypoetess (वार्ता) 18:16, 11 मई 2018 (UTC)
लेख सूची
- तुलसीदास
- हरिवंशराय बच्चन
- महादेवी वर्मा
- सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला'
- फणीश्वर नाथ रेणु
- ऐन फ्रेंक या ऐनी फ्रैंक
- भीमराव अम्बेडकर
- हज़ारी प्रसाद द्विवेदी
- आलोक धन्वा
- कुँवर नारायण
- जैनेन्द्र कुमार
- मनोहर श्याम जोशी
- रघुवीर सहाय
- धर्मवीर भारती
- गजानन माधव मुक्तिबोध
- शमशेर बहादुर सिंह
- आनन्द यादव
- विष्णु खरे
- औम थानवी
- रज़िया सज्जाद ज़हीर
- उमाशंकर जोशी
- निशा निमंत्रण
- भक्तिन
- अलंकार
- संधि
- समास
- विभिन्न माध्यमों के लिए लेखन
- कहानी का नाट्य रूपांतरण
- राष्ट्र-निर्माण की चुनौतियाँ
- विभाजन: विस्थापन और पुनर्वास
- रजवाड़ों का विलय
- राज्यों का पुनर्गठन
- कांग्रेस
- भारतीय जनसंघ
- कम्युजिस्ट पार्टी ऑफ़ इंडिया
- कांग्रेस में विभाजन
- भारत में आपातकाल
- नक्सलवादी आंदोलन
- नियोजित विकास की राजनीति
- योजना आयोग
- भारत के विदेश सम्बन्ध
- गुट निरपेक्षता की नीति
- भारत की परमाणु नीति
- भारतीय किसान यूनियन
- दलित पैंथर्स
- ताड़ी-विरोधी आन्दोलन
- नर्मदा बचाओ आंदोलन
- जम्मू एवं कश्मीर
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- शीत युद्ध का दौर
- दो-ध्रुवीय विश्व का आरम्भ
- भारत और शीत युद्ध
- सोवियत संघ का विघटन
- गोर्बाचेव
- सत्ता के वैकल्पिक केंद्र
- यूरोपीय संघ
- दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्रों का संघ
- चीन के साथ भारत के सम्बन्ध
- अंतरराष्ट्रीय संगठन
- संयुक्त राष्ट्र संघ
- हड़प्पा सभ्यता
- मोहनजोदड़ो
- आरंभिक राज्य और अर्थव्यवस्थाएं
- बंधुत्व, जाति तथा वर्ग आरंभिक समाज
- भारत का सांस्कृतिक विकास (६०० ई.पू. से ६०० ई.)
- स्तूप
- मूर्ति कला
- बुद्ध एवं उनके अनुयायी
- यात्रियों की दृष्टि से भारत
- भक्ति काल
- सूफी काल
- एक सम्राट की राजधानी विजयनगर
- किसान ज़मींदार और राज्य
- शासक और इतिवृत मुग़ल दरबार
- उपनिवेशवाद और देहात
- १८५७ का आंदोलन
- महात्मा गाँधी और राष्ट्रीय आंदोलन
- भारत के विभाजन को समझना
- भारतीय संविधान का निर्माण
- अर्थव्यवस्था
- अर्थव्यवस्था की केंद्रीय समस्याएँ
- केंद्रीकृत योजनाबद्ध अर्थव्यवस्था
- बाजार अर्थव्यवस्था
- सकारात्मक एवं आदर्शात्मक अर्थव्यवस्था
- वस्तुओं के बीच प्रतिस्थापन
- हासमान विस्थापन दर अनाधिमान वक्र एवं आकार
- मंगवक तथा मांग का नियम
- निर्धारण
- उत्पादन फलन
- हासमान सीमान्त उत्पाद का नियम
- परिवर्तनशील अनुपात का नियम
- ज्यामितीय विधि
- बाजार संतुलन
- अन्य पूर्ण प्रतिस्पर्धा रहित बाजार
- एकाधिकार प्रतियोगिता
- समिष्ट अर्थशास्त्र
- राष्ट्रिय आय का लेखांकन
- मुद्रा एवं बैंकिंग
- आय निर्धारण
- विदेशी विनिमय बाजार
- विनिमय का निर्धारण
- एकाधिकार फर्म का अल्पकालीन संतुलन
- आर. बी. आई.
- खुली अर्थव्यवस्था में आय का निर्धारण
- लाभ
- प्रतिस्पर्धा रहित बाजार
टिप्पणी
- नमस्कार, आपका प्रयास सराहनीय है एवं कामना करते हैं कि यह सफ़ल हो व आप एक कीर्तिमान स्थापित करें। आपके सन्देश को कुछ फ़ार्मैटिंग किया है जिससे यह अत्यधिक लम्बा न हो, आशा है ठीक लगेगा अन्यथा पूर्ववत भी किया जा सकता है।
- इसके अलावा एक और बिन्दु पर ध्यानाकर्षण चाहूंगा; इस सूची में कुछ लेख विश्वकोश प्रकृति के प्रतीत नहीं होते हैं, तो इन पर पुनर्विचार कर ले कि क्या उन्हें यहां बनाना सही होगा, जैसे महात्मा गाँधी और राष्ट्रीय आंदोलन, भारत के विभाजन को समझना, एक सम्राट की राजधानी विजयनगर, किसान ज़मींदार और राज्य, शासक और इतिवृत मुग़ल दरबार, उपनिवेशवाद और देहात व बहुत से अन्य भी। इसके अलावा कई विषय जैसे विजयनगर, उपनिवेशवाद, आदि पर लेख बने हुए हैं; तो एक सम्राट की राजधानी विजयनगर एवं उपनिवेशवाद और देहात जैसे लेख अविश्वकोशीय स्वभाव के कारण यहां स्थान नहीं पायेंगे। और १८५७ का आंदोलन जैसे कुछ लेख १८५७ का प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम नाम से पहले ही उपलब्ध है।
- अब यदि आपको ये लेख निर्माण करने या करवाने ही हैं, तो इन्हें विकिपरियोजना:करनाल हिन्दी कार्यशाला २०१८/सदस्य लेख/उपनिवेशवाद और देहात और विकिपरियोजना:करनाल हिन्दी कार्यशाला २०१८/सदस्य लेख/एक सम्राट की राजधानी विजयनगर, आदि नाम से बनवा लें, जिनसे ये विश्वकोश मे में शामिल न होते हुए भी जालस्थल पर उपलब्ध रहेंगे और बाद में इन्हें या इनके पाठ (जिस पर सदस्यों द्वारा मेहनत की गयी है) उपयुक्त विश्वकोशीय शीर्षक के अन्तर्गत या किसी पहले बने उप्युक्त सम्बन्धित लेख के अन्तर्गत जोड दिया जाये। अभी ऐसे लेख साहित्यिक श्रेणी के प्रतीत होते हैं।इस परियोजना हेतु विकिपरियोजना:करनाल हिन्दी कार्यशाला २०१८ पृष्ठ का आवश्यकतानुसार विस्तार कर सकते हैं। इसे विकिपरियोजना के बजाय विकिपीडिया:. आदि नाम भी दिया जा सकता है, इस सम्बन्ध में विकिपीडिया:सम्मेलन/जनवरी 2017, भोपाल से प्रेरणा ली जा सकती है। कार्य अच्छा हो तो प्रस्तुतिकरण भी उत्तम होना चाहिये।
- कृपया अन्यथा न लें, आपके प्रयास की सराहना पहले ही की है, वह व्यर्थ न जाये और हिन्दी विकिपीडिया पर सार्थक हो, इसीलिये यह सन्देश दिया है। ऐसा मेरा मानना है, आवश्यक नहीं कि ये सर्वसम्मत हो। अतः मात्र सुझाव है। धन्यवाद --आशीष भटनागरवार्ता 03:43, 12 मई 2018 (UTC)
- नमस्ते @आशीष भटनागर: जी, लेख की फ़ॉर्मैटिंग के लिए धन्यवाद। चौपाल पर सूची डालने का एक उद्देश्य यह भी था कि मुझे फ़ॉर्मैटिंग नहीं आती और यहाँ कोई ना कोई इसे ठीक ज़रूर कर देता। आपके दूसरे बिंदु के बारे में: यह कार्यशाला बारहवीं कक्षा की छात्राओं को अपनी पढ़ाई में विकिपीडिया के प्रयोग के लिए प्रोत्साहित करने के लिए है जिससे कि नए पाठकों को हिंदी विकिपीडिया से अवगत करवाया जा सके। इसलिए उनके पाठ्यक्रम के विषयों का ही चयन किया गया है। यह जानते हुए भी की इनमे से कई विषयों पर दूसरे नाम से लेख हैं मैंने नाम नहीं बदले इसका कारण है की जिन बच्चों के लिए इंटर्नेट चलना भी कठिन है उनके लिए अपनी खोज को आवश्यकतानुसार बदलना थोड़ा कठिन होगा और वहीं विकि में लेख के नाम से भिन्न नाम के लेख की कड़ी जोड़ने का प्रावधान है तो लगा कि अगर ऐसा हाई किया जाए तो बच्चे आसानी से विषय खोज पाएँगे और हतोत्साहित नहीं होंगे।
- परियोजना पृष्ठ की लेकर भी दुविधा थी कि हिंदी विकि पर बनाया जाए या मेटा पर तो उत्तर मिल हाई गया है। बाक़ी बच्चों से अभी सम्पादन नहीं करवा रहे। उन्हें केवल प्रयोगपृष्ठ पर सम्पादन करना ही सिखाएँगे। इससे हिंदी विकि को क्षति भी नहीं होगी और बच्चों में उत्साह भी बना रहेगा।
- और अन्यथा लेने का तो प्रश्न हाई नहीं क्यों चौपाल पर यह संदेश डालने का मेरा उद्देश्य हाई ये था कि इस कार्य को अच्छे तरीक़े से किया जा सके और जो भी कमियाँ हों उन्हें दूर किया जा सके। आपके सुझाव एवं जो कार्य आपने पूर्ण भी कर दिए हैं उनके लिए आपका बहुत आभार। आशा है कि आप भविष्य में भी इसी प्रकार मार्गदर्शन करते रहेंगे।--Shypoetess (वार्ता) 16:54, 12 मई 2018 (UTC)
- @Shypoetess:जी, आपका प्रयास निश्चित रूप से सराहनीय है। मैं आशीष भटनागर जी से सहमत हूं कि कुछ विषय विश्वकोष के दृष्टिकोण से उपयुक्त नहीं जान पड़ते हैं। यथा-
- (1) एक साम्राज्य की राजधानी:विजयनगर
- (2) किसान, ज़मींदार और राज्य
- (3) शासक और विभिन्न इतिवृत्ति(मुगल दरबार)
- (4) उपनिवेशवाद और देहात
- (5) विद्रोही और राज(1857 का आन्दोलन और उसके व्याख्यान)
- (6) महात्मा गाँधी और राष्ट्रीय आन्दोलन
- (7) विभाजन को समझना
- (8) संविधान का निर्माण
- (9) बंधुत्व, जाति तथा वर्ग(आरंभिक समाज); इत्यादि ये कुछ ऐसे विषय हैं जो NCERT की कक्षा 12 की इतिहास की पाठ्यपुस्तक 'भारतीय इतिहास के कुछ विषय' के भाग 1,2 व 3 में इन्हीं नामों से उपलब्ध हैं, जिन्हें http://ncert.nic.in/textbook/textbook.htm से सीधे डाउनलोड किया जा सकता है।--अरुण प्रताप (वार्ता) 05:59, 12 मई 2018 (UTC)
- नमस्ते @अरुण प्रताप: जी, आपके प्रोत्साहन और टिप्पणी के लिए धन्यवाद। जैसा कि मैंने आशीष जी से भी कहा कि इन्हीं नामों से लेख बनाना आवश्यक नही है बस लेखों को इन नामों से जोड़ना है जिससे बच्चों को इन्हें ढूंढने में कठिनाई न हो। जैसे एक सम्राट की राजधानी विजयनगर एवं उपनिवेशवाद और देहात पर क्रमशः विजयनगर एवं उपनिवेशवाद की कड़ियाँ लगाई जा सकती हैं। हमारा उद्देश्य उन बच्चों को इस ज्ञानकोश से जोड़ना है और यह उतना ही सरल या कठिन होगा जितना की उनका इसमें से अपनी ज़रुरत के विषयों पर लेख खोजना। बच्चा चम्मच पकड़ने की कोशिश तभी करता है जब वह देखता है कि चम्मच से खाना खाया जाता है।
- रही बात NCERT की कक्षा 12 की पाठ्यपुस्तकों की तो कुछ नहीं सरे ही विषय वहीँ से लिए गए हैं। और पुस्तकें भी विद्यार्थियों को विद्यालय में मुफ्त प्रदान की जाती हैं। परंतु इन पाठ्यपुस्तकों में विषय को बहुत संक्षेप समझाया जाता है जिससे न केवल कुछ विद्यार्थियों को पाठ ठीक से समझ नही आता बल्कि अधिक जानने की इच्छा रखने वाले छात्रों की ज्ञान पिपासा भी शांत नही हो पाती। इस प्रयास का एक उद्देश्य यह भी है कि ऐसे सभी छात्रों की किसी भी विषय के गहन अध्ययन में सहायता हो सके। आशा है कि हम जो करना चाहते हैं मैं आपको उसकी एक स्पष्ट तस्वीर दे पाई। यदि अन्य कोई भी प्रश्न या सुझाव हों तो साँझा अवश्य करें। इस कार्य में आपके सहयोग की अपेक्षा रहेगी। धन्यवाद!-- Shypoetess (वार्ता) 17:33, 12 मई 2018 (UTC)
दूरदर्शन पर हिंदी विकिपीडिया विडियो प्रसारण
दूरदर्शन के छेत्रिय चैनल दूरदर्शन मध्य प्रदेश पर हिंदी विकिपीडिया विज्ञापन प्रकाशित किया जा सकता है|इस विषय में दूरदर्शन केंद्र से दैनिक शुल्क की जानकारी प्राप्त की गयी है और यह राशि किफ़ायती है| दूरदर्शन पर इंडियन प्रीमियर लीग की हाइलाइट रोजाना शाम प्रकाशित होती है और इस दौरान विज्ञापन दिखाने का फैसला विकिमीडिया फाउंडेशन ने लिया है| दूरदर्शन मध्य प्रदेश को इसलिए चुना गया है क्योंकि मध्य प्रदेश प्रथम लाक्ष रखा गया है और क्रिकेट क्युकी इसे अधिक संख्या में देखा जाता है और छात्र भी बहुत अधिक संख्या में देखते है| जहाँ तक राशि का बिंदु है इसे गोपनीय रहने दीजिये हालांकि अगर आप जानना चाहते है तो कृपया अनामदास जी , आशीष जी या सुयश जी को संपर्क करे| समझौते में गोपनीयता का क्लॉज़ होता है अतः इसे जाने अवश्य पर सार्वजनिक ना करे |
आप सब से अनुरोध है की इस विषय में चर्चा करके सुझाव दे समझौता होने से पहले| कोई सवाल हे तो बिलकुल पूछे | --Abhinav619 (वार्ता) 20:32, 11 मई 2018 (UTC)
- @Abhinav619::स्पष्ट करना चाहुँगा कि राशि इत्यादि के बारे में मुझे किसी प्रकार की कोई जानकारी नहीं है। जहाँ तक इस विज्ञापन की बात है तो इसके कंटेंट मात्र को लेकर हुई कई चर्चाओं में से भी मात्र एक-दो में मैं सम्मिलित था, इससे अधिक मुझे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। राशि आदि से संबंधित न किसी चर्चा में मैं रहा हूँ न किसी प्रकार की जानकारी से मुझे अवगत कराया गया है। कृपया इस प्रकार के प्रकरणों में बिना सहमति के नाम न लिखें तो कृपा होगी। --अनामदास 12:31, 20 मई 2018 (UTC)
- @Anamdas: जी, १२ मई २०१८ रात २.०९ मिनट पर मैंने आपको और बाकी प्रतिनिधियों को एक मेल भेजा था | मेल का विशेष है - '[Hindi awareness video]' Ready to launch on 2 April। इस मेल पर धन की जानकारी और सारी चर्चा का उल्लेख है | जो मेल आप हैंगआउट चर्चा के लिए पर इस्तेमाल करते है उसपर है| --Abhinav619 (वार्ता) 14:46, 20 मई 2018 (UTC)
- @Abhinav619: महाशय, आपको जब सब कुछ गुप्त ही रखना है तब समुदाय में चर्चा का दिखावा क्यों? आप चार व्यक्ति मिलकर तय कर लो, समुदाय का नाम न लो। प्रारम्भ से ही पूरा कार्य बिलकुल ही अपारदर्शी रहा है और पूछने पर भी जानकारी नहीं दी जाती अथवा पूछने वालें के बदले किसी और को जानकारी देकर जानकारी उपलब्ध करवा दी है ऐसा दिखावा किया जा रहा है। आपने जब अनामदास जी , आशीष जी या सुयश जी को सभी जानकारी दे ही दी है तो आप चार व्यक्ति ही इसके लिए पूर्ण रूप से उत्तरदायी हो। बाकी समुदाय को कुछ पता नहीं। आप चार व्यक्तियों ने अंदर ही अंदर समझ लिया है। और एक बात मुझे अत्यंत विचित्र प्रतीत हो रही है कि जो शुरू से पूछ रहा है उनको आप कोई जानकारी दे ही नहीं रहे और अनामदास जी की टिप्पणी से प्रतीत होता है कि जानकारी उनको दी जिसने पढ़ी भी नहीं है और जानकारी प्राप्त करना चाहते भी नहीं थे! आपने मान लिया होगा ना कि आपने जानकारी दे दी? किस आधार पर आप हिंदी विकि के नाम पे ये सब कर रहे हैं?--आर्यावर्त (वार्ता) 05:23, 23 मई 2018 (UTC)
- @Anamdas: जी, आप ऐसे कैसे बच के निकल जाओगे। जब ये जानकारी देने हेतु आप का चयन किया गया है। आप लोग विकि के सर्वेसर्वा हो तभी तो आपका चयन हुआ है। अब आप इसमें बराबर के उत्तरदायी हो। यहाँ तो बार बार पूछने पर भी कोई कुछ जानकारी नहीं दे रहा। दिल्ली सम्मेलन में भी आप ही तो जुड़े थे। इमर्शन कॉलेज को २०℅ देने का निर्णय आप ही लोगों ने मिलकर अंदर अंदर ले लिया था ना? आपने ही तो कहां था ना कि ये किसी को मत बताओ? आप ही थे इसमें। दिल्ली सम्मेलन में वीडियो दिखाने का निर्णय भी आप ही व्यक्तियों ने अंदर अंदर ले लिया था और आप ही तो सभी को प्रतिभाव पूछ रहे थे। किसको पूछना है और किसको नहीं इसका चयन भी तो आप ही ने किया था क्योंकि मेरा प्रतिभाव नहीं लिया गया था। आप ही हो जिसने ऐसे लोगों को विकिपीडिया में न केवल आमंत्रित किया, उनके साथ रहकर ये सब प्रवृत्तियां करवाई और समुदाय को विकास का चश्मा पहनाने का काम भी तो आपने ही किया था। विकास कितना हुआ और विनाश कितना हुआ? समुदाय को नहीं बताएंगे?--आर्यावर्त (वार्ता)
- @Abhinav619: महाशय, आपको जब सब कुछ गुप्त ही रखना है तब समुदाय में चर्चा का दिखावा क्यों? आप चार व्यक्ति मिलकर तय कर लो, समुदाय का नाम न लो। प्रारम्भ से ही पूरा कार्य बिलकुल ही अपारदर्शी रहा है और पूछने पर भी जानकारी नहीं दी जाती अथवा पूछने वालें के बदले किसी और को जानकारी देकर जानकारी उपलब्ध करवा दी है ऐसा दिखावा किया जा रहा है। आपने जब अनामदास जी , आशीष जी या सुयश जी को सभी जानकारी दे ही दी है तो आप चार व्यक्ति ही इसके लिए पूर्ण रूप से उत्तरदायी हो। बाकी समुदाय को कुछ पता नहीं। आप चार व्यक्तियों ने अंदर ही अंदर समझ लिया है। और एक बात मुझे अत्यंत विचित्र प्रतीत हो रही है कि जो शुरू से पूछ रहा है उनको आप कोई जानकारी दे ही नहीं रहे और अनामदास जी की टिप्पणी से प्रतीत होता है कि जानकारी उनको दी जिसने पढ़ी भी नहीं है और जानकारी प्राप्त करना चाहते भी नहीं थे! आपने मान लिया होगा ना कि आपने जानकारी दे दी? किस आधार पर आप हिंदी विकि के नाम पे ये सब कर रहे हैं?--आर्यावर्त (वार्ता) 05:23, 23 मई 2018 (UTC)
- @Anamdas: जी, १२ मई २०१८ रात २.०९ मिनट पर मैंने आपको और बाकी प्रतिनिधियों को एक मेल भेजा था | मेल का विशेष है - '[Hindi awareness video]' Ready to launch on 2 April। इस मेल पर धन की जानकारी और सारी चर्चा का उल्लेख है | जो मेल आप हैंगआउट चर्चा के लिए पर इस्तेमाल करते है उसपर है| --Abhinav619 (वार्ता) 14:46, 20 मई 2018 (UTC)
- @आर्यावर्त: जी, श्रीमान गुप्ता कुछ भी नहीं रखा है | यह जानकारी साँझा करते समय लिखा गया है "इसे जाने अवश्य पर सार्वजनिक ना करे"|--Abhinav619 (वार्ता) 12:30, 23 मई 2018 (UTC)
- में निजी ज़िन्दगी में थोड़ा व्यस्त चला रहा हूँ और में तीन हफ्ते का समय चाहूंगा | इस विषय में एक एक चीज़ का उल्लेख सामने रख देता हूँ | इस बीच अगर कोई और सदस्य पहले सारा उल्लेख रख दे वो और भी अच्छा होगा | मैं थोड़ा व्यस्त हूँ और तीन हफ्ते बाद ही बता पाउँगा | यह दूध का दूध और पानी का पानी कर देगा | आप की शंका भी शायद दूर होगी फिर और अगर होगी तो बहुत ही अच्छा होगा| आप का बहुत सम्मान है श्रीमान बस आप के बात करेने का ढंग नहीं पसंद| --Abhinav619 (वार्ता) 13:01, 23 मई 2018 (UTC)
- @आर्यावर्त: जी, श्रीमान गुप्ता कुछ भी नहीं रखा है | यह जानकारी साँझा करते समय लिखा गया है "इसे जाने अवश्य पर सार्वजनिक ना करे"|--Abhinav619 (वार्ता) 12:30, 23 मई 2018 (UTC)
- @Abhinav619: जी, आप आरम्भ में ही सीधे सीधे पूछने पर जानकारी उपलब्ध करा देते तो पूछने की आवश्यकता ही नहीं होती। आखिर अभी भी ये सब इतना अपारदर्शी क्यों है? आप इस तरह का अपारदर्शी कार्य करते ही क्यों हो कि बार बार पूछना पड़े? अनेकोनेक बार पूछने पर भी जानकारी क्यों नहीं दे रहे? मैंने पहले तो खर्च के विषय में जानकारी मांगी थी जो अभी तक नहीं मिली। उत्तर देने के लिए आप फाउन्डेशन के सदस्य तक को ले आये परंतु जानकारी नहीं मिली। दूसरा प्रश्न ये था कि आपने अनामदास जी , आशीष जी और सुयश जी जी को खर्च की जानकारी ईमेल से भेजी; अनामदास जी की टिप्पणी से स्पष्ट है कि आपने ऐसे लोगों को ये जानकारी भेजी जिसने देखी भी नहीं थी और जानना भी नहीं चाहते थे। जो ये जानकारी मांग रहा है वो तो अभी भी मांग ही रहा है और आप दे ह8 नहीं रहे। क्यों अभी भी, बार बार पूछने पर भी जानकारी दे नहीं रहे हैं? अनामदास जी , आशीष जी और सुयश जी है कौन जिसको आपने ये जानकारी भेजी है?
अनामदास जी , आशीष जी और सुयश जी आप तीनों से भी अनुरोध है कि स्पष्टता दें। समुदाय के नाम पर आपने जानकारी लेली और जो पूछ रहा है उनको अभी भी नहीं मिली। आप तीनों के पास ये जानकारी प्राप्त करने का विशेष अधिकार कैसे है? अब आप तीनों का उत्तरदायित्व बनता है, क्योंकि आप जानते हैं अब। बार बार पूछने वाले को आपने भी नहीं बताया है। कृपया स्पष्टीकरण दे कि आखिर ऐसा क्या है इसमें?--आर्यावर्त (वार्ता) 14:32, 23 मई 2018 (UTC)
- @आर्यावर्त: जी, विधिपूर्वक रूप से बात कहने के लिए धन्यवाद | आप का पहला प्रश्न है लागत को ले कर - बताना चाहता हूँ की हमने अनेक बार फाउंडेशन से पूछा पर वो हमें भी नहीं बताये | यह बात मैंने पहला भी आप को बताया था | आप का प्रश्न हमने फाउंडेशन के साथ साझा किया और वह स्वयं आप से बात किये | मुझे खुद भी बात सही नहीं लगी कि वो लागत की जानकारी नहीं दे रहे है| इसी तरह वीडियो पर भी हमें बहुत आपत्ति थी और हमने गुस्सा भी प्रकट किया | पर वो नहीं सुने| इन सब चीजों का उल्लेख समुदाय के सामने रखने के लिए समय मांग रहा हूँ| कब क्या चर्चा हुई कब सहमति नहीं बनी क्या वार्तालाप हुआ अत्यादि | जहाँ तक दूरदर्शन की बात है यहाँ पर मैंने दोनों दलों को मिलाया है इस लिए लागत की जानकारी है| अब आप का दूसरा सवाल - मैंने मेल तीनो प्रतिनिधियों को किया | इंडिया चैपटर में हमेशा एग्जीक्यूटिव समिति को तथ्यों की जानकारी दिया जाता है मैंने उसी आधार पे किया| खेर आप को भी यह जानकारी में स्वयं दे देता हूँ मेरी समझ के अनुसार प्रतिनिधियों को कोई आपत्ति नहीं होगी | आखिर मैं कहना चाहूंगा यह कार्य हिंदी विकिपीडिया पर है पर फाउंडेशन इसकी भागेदारी कर रहा है यूजर ग्रुप नहीं है | --Abhinav619 (वार्ता) 15:16, 23 मई 2018 (UTC)
१
सभी को नमस्कार,
- पहले तो मैं अनामदास जी को ही भांति इस विषय में अनभिज्ञता दिखाना ही चाहूंगा, क्योंकि
- मुझे भी इस विषय में न तो कुछ विशेष ज्ञात है और न कोई रुचि ही है।
- इसका प्रमुख कारण हमारी किसी भी चर्चा के निष्कर्षों का फ़ाउण्डेशन द्वारा ध्यान न रखा जाना ही है। इस बारे में किसी वितार की आवश्यकता नहीं है, अधिकांश सदस्य इस बात को जानते व मानते भी हैं।
- अब आगे का उत्तर:
- मुझे इसकी जानकारी नहीं है का अर्थ ये नहीं है कि मुझे इसकी जानकारी मिली नहीं है। इस बारे में बहुत सी मेल मुझे मिली भी हैं, जो अधिकांश अभिनव जी द्वारा भेजी गयी हैं, किन्तु उस विषय में रुचि न होने के कारण कभी उन्हें विस्तारपूर्वक पढा नहीं।
- उपरोक्त बिन्दुओ के कारण इस विषय से मैं अनभिज्ञ हूं और रहना चाहूंगा भी।
- इसके अलावा एक और बात भी ध्यान योग्य है, कि इस विषय की जानकारी गुप्त नहीं है किन्तु सार्वजनिक करने हेतु (और योग्य) भी नहीं है, जैसा कि अभिनव जी ने ऊपर लिखा ही है।
- दूसरी बात ये भी है, कि हमें (मुझे, अनामदास जी एवं सुयश जी) को ये जानकारी सदस्य दल (ध्वजवाहक) होने के कारण मिली, अतः मुझे नहीं लगता कि इसे सभी को न बताकर हमने कोई गलत कार्य किया हो, या किसी उत्तरदायित्व से मुख मोडा हो।
- ये वीडियो विकिमीडिया फ़ाउण्डेशन की परियोजना है, जिसके बारे में हिन्दी सदस्यों से राय अवश्य ली गयी थी, क्योंकि वे भाषा से जुडे हुए हैं, किन्तु इसकी वित्तीय जानकारी/आंकडे मुझे नहीं लगता है कि हिन्दी विकिपीडिया के सदस्यं के किसी काम या ज्ञात होने या बताने लायक हैं। सदस्यों को इससे क्या काम हो सकता है, या ये जानकारी उन्हें क्यों दी जाए? इसका कोई उत्तर मुझे नहीं मिलता है। (ये बिन्दु सदस्य चाहे तो नज़रअंदाज़ कर सकते हैं।)
- @Abhinav619 और आशीष भटनागर: जी,ये जानकारी अभी भी गुप्त ही है। एक नहीं हजार बार पूछ चुका हूं और अभी भी पूछ रहा हूँ। जहाँ तक मेरी जानकारी है इसमें हिंदी यूजर ग्रुप की कोई भागीदारी नहीं है। यदि है तो भी दल के सदस्यों को विश्वास में लिए बिना कोई भी कार्य आप तीनों मिलकर ही कर लोगे ऐसा कोई अधिकार दल के द्वारा आप तीनों को नहीं दिया गया है। न तो हिंदी विकिपीडिया ने कभी आपको उनकी और से नियुक्त किया गया है कि आप हिंदी विकि की और से जानकारी प्राप्त करने के लिए अधिकृत होंगे। सदस्यदल ने भी आपको ऐसा अधिकार नहीं दिया। आप केवल सदस्यदल के ध्वजवाहक हैं और आपकी सत्ता सदस्यदल के कार्यो के लिए दल को विश्वास में लेकर सेवक के रूप में दल के कार्य हेतु सीमित है। इसे छोड़कर और कोई विशेष अधिकार आप तीनों को नहीं दिया गया है। जैसा कि आपने भी लिखा है कि आप को अभी जानकारी बिना मांगे मिल रही है, जिसे आपने पढ़ी भी नहीं और आपको रुचि भी नहीं। यहाँ मैं अनेको बार पूछ रहा हूँ और अभी भी कोई जानकारी नहीं दे रहा है।
मैं अभी भी पूछ रहा हूँ कि कृपया इसकी पूरी जानकारी उपलब्ध कराए। कृपया बताएँ कि आपको कौनसी भाषा समझ आती है? तो मैं उसी भाषा में पूछता हूँ।
- कृपया मुझे जानकारी उपलब्ध कराएं। (हिंदी)
- કૃપા કરીને મને માહિતી આપો.(गुजराती)
- എനിക്ക് വിവരം നൽകൂ.(मालियालम)
- मला माहिती द्या.(मराठी)
- मलाई जानकारी प्रदान गर्नुहोस्।(नेपाली)
- ਕਿਰਪਾ ਕਰਕੇ ਮੈਨੂੰ ਜਾਣਕਾਰੀ ਪ੍ਰਦਾਨ ਕਰੋ(पंजाबी)
- مهرباني ڪري مون کي ڄاڻ ڏيو.(सिंधी)
- எனக்கு தகவல் கொடுங்கள்.(तमिल)
- దయచేసి నాకు సమాచారం అందించండి.(तेलुगु)
- براہ کرم مجھے معلومات فراہم کرو.(उर्दू)
- আমাকে তথ্য প্রদান করুন(बंगाली)
- 請向我提供信息。(चीनी)
- Please provide me information.(आंग्ल)
- Παρακαλώ δώστε μου πληροφορίες.(ग्रीक)
उम्मीद करता हूँ कि इसमें कोई एक भाषा में अवश्य मेरा संदेश आपको समझ में आ ही जायेगा और आप और कोई बात न करके जानकारी उपलब्ध करोगे। ये अभी उम्मीद करता हूँ कि आगे से आप ऐसे कार्यो में नहीं पड़ोगे। धन्यवाद।--आर्यावर्त (वार्ता) 05:07, 24 मई 2018 (UTC)
- @Abhinav619: हिन्दी विकी के प्रबंधक होने के नाते मुझे आपको समर्थन है। फाउंडेशन के एक व्यक्ति ZMcCune ने भी इसे स्पष्ट कर दिया है कि ऐसी परियोजनाओं में हम खर्चे का खुलासा नहीं करते। दूरदर्शन पर विज्ञापन देना हिन्दी विकी के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। साथ ही मैं अपने साथी प्रबंधक का जानबूझकर कई भाषाओँ में सवाल करना तथा आगे से आप ऐसे कार्यो में नहीं पड़ोगे जैसे कथन की कड़ी निन्दा करता हूँ।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 05:26, 24 मई 2018 (UTC)
ध्यान दे : कल इंडियन प्रीमियर लीग के निर्णायक मैच शुरू होने से पहले होने वाले खेल चर्चा कार्यक्रम के दौरान हिंदी विकिपीडिया विडियो डीडी स्पोर्ट्स पे प्रकाशित किया जाये गा |
--Abhinav619 (वार्ता) 11:07, 26 मई 2018 (UTC)
लेख "आइटेनीयम" का श्रेष्ठ लेख नामांकन
मैने लेख "आइटेनीयम" का श्रेष्ठ लेख के लिये नामांकन किया है। सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया इस बारे में राय एवं सुझाव दें। नामांकन हुए बहुत समय हो चुका है।--Navinsingh133 (वार्ता) 22:41, 12 मई 2018 (UTC)
- @प्रबंधक: कृपया इस पर ध्यान दें और अगर उचित हो तो इसे श्रेष्ठ लेख घोषित करें (आप लोग अनुभवी हैं, आप सब तो आसानी से तय कर सकते हैं कि यह श्रेष्ठ लेख मापदंडों पर खरा उतरता है या नही)।--Navinsingh133 (वार्ता) 22:50, 12 मई 2018 (UTC)
- @Navinsingh133: जी, आपने लेख को श्रेष्ठ लेख व निर्वाचित लेख दोनों जगहों पर नामांकित किया है। कृपया किसी एक स्थान पर लेख को नामांकित करें।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 06:11, 14 मई 2018 (UTC)
- @Godric ki Kothri: जी, नामांकन तो मैने पहले श्रेष्ठ लेख के लिये किया था और यहां संदेश भी छोड़ा था। मगर किसी ने पुनर्निरीक्षण नही किया ना ही कोई सुझाव दिया। फिर मैने निर्वाचित लेख पर नामांकन किया, और उसके निर्वाचित होने में अभी बहुत समय बाकी है। तो फिर तब तक इसे श्रेष्ठ लेख ही बना दिया जाये, मुझे यह अंदाजा भी हो जायेगा कि आगे क्या क्या सुधार करना है। जब यह निर्वाचित लेख बन जायेगा तो इसे श्रेष्ठ लेख की श्रेणी से उठा कर निर्वा