बाङ्ला भाषा

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
(बांग्ला भाषा से अनुप्रेषित)
बांग्ला भाषा
বাংলা ভাষা
बंगाली लिपि में बाङ्ला भाषा [[चित्र:বাংলা.

svg|center|100px|The word "Bangla" in Bangla Assamese script]]

बोली जाती है बांग्लादेश और भारतब्रिटेन, संयुक्त राज्य अमेरिका, पाकिस्तान, सउदी अरब, मलेशिया, सिंगापुर, संयुक्त अरब अमीरात, औस्ट्रेलिया, म्यानमार तथा कनाडा में भी काफी संख्यक बांग्ला-भाषी रहते हैं।
क्षेत्र बांग्लादेश, नेपाल, और भारत की पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, अण्डमान और निकोबार द्वीपसमूह, असम, झाड़खंड, ओड़िसा, बिहारनई दिल्ली, मुम्बई, बंगलौर, पुणे, हैदराबाद चेन्नई. छत्तीसगढ़ में भी बहुत लोग बाङ्ला बोलते है।
कुल बोलने वाले ३० करोड़[1]
भाषा परिवार हिन्द-यूरोपीय
लेखन प्रणाली बंगाली लिपि
आधिकारिक स्तर
आधिकारिक भाषा घोषित  बांग्लादेश,
 भारत (पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और बराक घाटी) (जिसमें दक्षिण असम के यह जिले शामिल है-कछार, करीमगंज और हैलाकाण्डी)
नियामक बांग्ला अकादमी (बांग्लादेश)
पश्चिमबंग बांग्ला अकादमी (पश्चिम बंगाल)।
भाषा कूट
ISO 639-1 bn
ISO 639-2 ben
ISO 639-3 ben
Global extent of Bengali
Indic script
Indic script
इस पन्ने में हिन्दी के अलावा अन्य भारतीय लिपियां भी है। पर्याप्त सॉफ्टवेयर समर्थन के अभाव में आपको अनियमित स्थिति में स्वर व मात्राएं तथा संयोजक दिख सकते हैं। अधिक...
बाङ्लाभाषी क्षेत्र

बाङ्ला भाषा अथवा बांग्ला भाषा या बंगाली भाषा (बाङ्ला लिपि में : বাংলা ভাষা/ बाङ्ला), बांग्लादेश और भारत के पश्चिम बंगाल और उत्तर-पूर्वी भारत के त्रिपुरा तथा असम राज्यों के कुछ प्रान्तों में बोली जानेवाली एक प्रमुख भाषा है। भाषाई परिवार की दृष्टि से यह हिन्द यूरोपीय भाषा परिवार का सदस्य है। इस परिवार की अन्य प्रमुख भाषाओं में हिन्दी, नेपाली, पंजाबी, गुजराती, असमिया, ओड़िया, मैथिली इत्यादी भाषाएँ हैं। बंगाली बोलने वालों की सँख्या लगभग २३ करोड़ है और यह विश्व की छठी सबसे बड़ी भाषा है[2][3]। इसके बोलने वाले बांग्लादेश और भारत के अलावा विश्व के बहुत से अन्य देशों में भी फैले हैं।

उद्भव[संपादित करें]

भारत की अन्य प्रादेशिक भाषाओं की तरह बंगाली भाषा का भी उत्पत्तिकाल सन् १,००० ई. के आस पास माना जा सकता है। अपभ्रंश से या मगध की भाषा से पृथक् रूप ग्रहण करने के बाद से ही उसमें गीतों और पदों की रचना होने लगी थी। जैसे-जैसे वह जनता के भावों और विचारों को अभिव्यक्त करने का साधन बनती गई, उसमें विविध रचनाओं, काव्यग्रंथों तथा दर्शन, धर्म आदि विषय कृतियों का समावेश होता गया, यहाँ तक कि आज भारतीय भाषाओं में उसे यथेष्ट ऊँचा स्थान प्राप्त हो गया है।

लिपि[संपादित करें]

बंगाली लिपि नागरी लिपि से कुछ कुछ भिन्न है किन्तु दोनों में बहुत अधिक साम्य भी है। हिंदी की तरह उसमें भी १४ स्वर तथा ३३ व्यंजन हैं। बंगाली में "व" का उच्चारण प्राय: "ब" की तरह (कभी कभी "उ" की तरह या "भ" की तरह) किया जाता है और आत्मा, लक्ष्मी, महाशय आदि शब्द आत्ताँ, लक्खी, मोशाय जैसे उच्चरित होते हैं।

साहित्य[संपादित करें]

बंगाली साहित्य अत्यन्त समृद्ध है। बांग्ला साहित्य के विस्तृत विवेचन के लिये बंगाली साहित्य देखें।

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. Bangla language Archived 2011-07-25 at the वेबैक मशीन in Asiatic Society of Bangladesh 2003
  2. "Statistical Summaries". Ethnologue. 2005. मूल से 11 मई 2010 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2007-03-03. नामालूम प्राचल |rank= की उपेक्षा की गयी (मदद)
  3. "Languages spoken by more than 10 million people".। (2007)। Encarta Encyclopedia। अभिगमन तिथि: 2007-03-03 Archived 2007-12-03 at the वेबैक मशीन "संग्रहीत प्रति". मूल से 3 दिसंबर 2007 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 16 अप्रैल 2011.

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]