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ब्योहारी मूलतः मध्यप्रदेश राज्य के शहडोल जिले का एक तहसील है ,देश के आजादी के पहले यह रीवा राज्य का एक परगना था यहाँ वाकाटक वंश के अनेक राजाओ ने राज्य किये जिनमे प्रमुख नाम राजा बालेन्दु का लिया जाता है जिन्हें स्थानीय लोग राजा बालम के नाम से सम्बोधित करते है राजा बालम के अनेक मदिर, ईमारत ब्योहारी शहर के आसपास मौजूद है जिनमे प्रमुख स्थल मउ गाव,साखी गाव,गोदावल मंदिर के निचले पूर्वी दिशा में खंडहर जो अब तेन्दुआढ बराछ रोड के रूप में बदल डी गई है अभी हाल में खुदाई में प्राप्त हुए 10 वी,11वी शताब्दी के मंदिर के अवशेष व मुर्तिया मऊ गाव में पुरातत्व विभाग द्वारा खुदाई में प्राप्त हुई !यदि अभी पुरातत्व द्वारा सर्वे किया जाय तो जीवाश्म अवशेष भी प्राप्त किये जा सकते है !
ब्योहारी मूलतः मध्यप्रदेश राज्य के शहडोल जिले का एक तहसील है ,देश के स्वतंत्रता के पहले यह रीवा राज्य का एक उपखण्ड था यहाँ वाकाटक वंश के अनेक राजाओ ने राज्य किये जिनमे प्रमुख नाम राजा बालेन्दु का लिया जाता है जिन्हें स्थानीय लोग राजा बालम के नाम से सम्बोधित करते है राजा बालम के अनेक मदिर, ईमारत ब्योहारी शहर के आसपास उपस्थित है जिनमे प्रमुख स्थल मउ गाव,साखी गाव,गोदावल मंदिर के निचले पूर्वी दिशा में खंडहर जो अब तेन्दुआढ बराछ सड़क के रूप में बदल डी गई है अभी हाल में खुदाई में प्राप्त हुए 10 वी,11वी शताब्दी के मंदिर के अवशेष व मुर्तिया मऊ गाव में पुरातत्व विभाग द्वारा खुदाई में प्राप्त हुई !यदि अभी पुरातत्व द्वारा सर्वे किया जाय तो जीवाश्म अवशेष भी प्राप्त किये जा सकते है !


ब्योहारी नगर के मुख्य दर्शनीय स्थल -गोदावल धाम,बनास नदी,चरभैया धाम
ब्योहारी नगर के मुख्य दर्शनीय स्थल -गोदावल धाम,बनास नदी,चरभैया धाम

06:37, 11 मार्च 2020 का अवतरण

ब्योहारी

ब्योहारी मूलतः मध्यप्रदेश राज्य के शहडोल जिले का एक तहसील है ,देश के स्वतंत्रता के पहले यह रीवा राज्य का एक उपखण्ड था यहाँ वाकाटक वंश के अनेक राजाओ ने राज्य किये जिनमे प्रमुख नाम राजा बालेन्दु का लिया जाता है जिन्हें स्थानीय लोग राजा बालम के नाम से सम्बोधित करते है राजा बालम के अनेक मदिर, ईमारत ब्योहारी शहर के आसपास उपस्थित है जिनमे प्रमुख स्थल मउ गाव,साखी गाव,गोदावल मंदिर के निचले पूर्वी दिशा में खंडहर जो अब तेन्दुआढ बराछ सड़क के रूप में बदल डी गई है अभी हाल में खुदाई में प्राप्त हुए 10 वी,11वी शताब्दी के मंदिर के अवशेष व मुर्तिया मऊ गाव में पुरातत्व विभाग द्वारा खुदाई में प्राप्त हुई !यदि अभी पुरातत्व द्वारा सर्वे किया जाय तो जीवाश्म अवशेष भी प्राप्त किये जा सकते है !

ब्योहारी नगर के मुख्य दर्शनीय स्थल -गोदावल धाम,बनास नदी,चरभैया धाम

ब्योहारी पहुचने का मार्ग -

ट्रेन से -कटनी सिंगरोली ट्रेन लाइन में ब्योहारी स्टेशन मर उतरे

बस -शहडोल जिला से 80 किलोमीटर और रेवा शहर से भी 80 किलोमीटर

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