मौसुलपर्व

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से

मौसल पर्व में कोई उपपर्व नहीं है अध्यायों की संख्या भी केवल ८ है।

पर्व शीर्षक उप-पर्व संख्या उप-पर्व सुची अध्याय एवम श्लोक संख्या विषय-सूची
१६ मौसुलपर्व ९६ कोई उपपर्व नहीं। ८/३२०

इस पर्व में भगवान शिव के अवतार ऋषि दुर्वासा के शापवश साम्ब के पेट से मुसल की उत्पत्ति तथा समुद्र-तट पर चूर्ण करके फेंके गये मुसलकणों से उगे हुए सरकण्डों से यादवों का आपस में लड़कर विनष्ट हो जाना, बलराम और श्रीकृष्ण का परमधाम-गमन और समुद्र द्वारा द्वारकापुरी को डुबो देने का वर्णन है।

बाहरी कडियाँ[संपादित करें]