आदी लोग
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कुल जनसंख्या | |
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2,50,000 | |
विशेष निवासक्षेत्र | |
अरुणाचल प्रदेश, भारत (ऊपरी सियांग, पश्चिम सियांग, पूर्व सियांग, निचली दिबांग घाटी, लोहित व नामसाई ज़िले) न्यिंगची विभाग, तिब्बत (मनलिंग, मेतोग व ज़ायु ज़िले) | |
भाषाएँ | |
तानी भाषाएँ (मिसिंग भाषा, बोरी भाषा, बोकर भाषा) | |
धर्म | |
दोन्यी-पोलो, बौद्ध धर्म, हिन्दू, ईसाई धर्म | |
सम्बन्धित सजातीय समूह | |
मिश्मी |
आदी पूर्वोत्तर भारत के अरुणाचल प्रदेश राज्य का सबसे अधिक जनसंख्या वाला एक समुदाय है। इस समुदाय के कुछ लोग तिब्बत के पड़ोसी क्षेत्रों में भी बसते हैं, जहाँ चीन का नियंत्रण है, जिसकी सरकार इन्हें मिश्मी लोगों के साथ सामूहिक रूप से ल्होबा के नाम से नामांकित करती है। आदी लोग तानी भाषाओं की पूर्वी शाखा की मिसिंग भाषा और बोरी भाषा तथा उसकी पश्चिमी शाखा की बोकर भाषा बोलते हैं।[1][2][3][4]
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ Nyori, Tai (1993). History and Culture of the Adis, Omsons Publications, New Delhi-110 027.
- ↑ Danggen, Bani. (2003). The kebang: A unique indigenous political institution of the Adis. Delhi: Himalayan Publishers. ISBN 81-86393-51-X
- ↑ Hamilton, A. (1983 [1912]). In Abor jungles of north-east India. Delhi: Mittal Publications.
- ↑ Dr.Milorai Modi (2007).The Milangs. Delhi: Himalayan Publications.