बिरहोर

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बिरहोर, भारत की एक प्रमुख जनजाति हैं। बिरहोर जनजाति मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार आदि राज्यों में पाए जाते हैं। यह दो प्रकार के होते हैं : इनका पहला प्रकार है उथलु जो घुमंतू प्रवृत्ति के हैं या एक स्थान से दूसरे स्थान पर घूम घूमकर जीवन यापन करते हैं। इसका दूसरा प्रकार है जधीस जो एक स्थान पर झोपड़ी बनाकर रहते। बिरहोर जनजाति में झोपड़ी को कुड़िया कहा जाता है। बिरहोर जनजाति में मुखिया को मालिक कहा जाता है। इस जनजाति का युवागृह गीतिआना और गीतिओरा कहलाता हैं। इस जनजाति मे पूजा व पवित्र कार्य को समपन्न करने वाले पंडित को ढेड़हा कहते है । यह जनजाति अपना जीवन यापन करने के लिए कृषि के साथ - साथ बांस व मोहलाईन (नार वाले पौधे) की छाल व रस्सी से टोकरी आदि सामान बना कर बेचा करते है। "The Birhor" नामक पुस्तक किनके जीवन पर आधारीत है जिसके लेखक S.C Roy है। यह जनजाति PVTG (Particularly vulnerable Tribal Groups)के अंतर्गत आती है |वे सूरजदेव की पूजा करते हैं |

बस्तियां[संपादित करें]

भोजन[संपादित करें]

वस्त्र[संपादित करें]

समाज[संपादित करें]