हो (जनजाति)
हो (जनजाति), भारत की एक प्रमुख जनजाति हैं। 'हो' एक आदिवासी समुदाय है जो भारत के झारखंड राज्य के सिंहभूम जिले तथा पड़ोसी राज्य उड़ीसा के क्योंझर, मयूरभंज, जाजपुर जिलों में निवास करती है।
‘हो’ समुदाय की अपनी संस्कृति और रीति-रिवाज हैं। ये प्रकृति के उपासक होते हैं। इनके अपने-अपने गोत्र के कुल-देवता होते हैं। 'हो' लोग मन्दिर मे स्थापित देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना नहीं करते बल्कि अपने ग्राम देवता ‘देशाउलि’ को अपना सर्वेसर्वा मानते हैं। अन्य अवसरों के अलावा प्रति वर्ष मागे परब के अवसर पर बलि चढ़ा कर ग्राम पुजारी “दिउरी” के द्वारा इसकी पूजा-पाठ की जाती है तथा गाँव के सभी लोग पूजा स्थान पर एकत्रित हो कर ग्राम देवता से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
निवास क्षेत्र[संपादित करें]
सामान्य रूप से इनका दैनिक भोजन चावल है,पेय के रूप में डियांग का उपयोग करते है,इसका निर्माण चावल को उबाल कर के उसमें रानू मिला कर जावा किया जाता है इसके उपरांत चार दिनों के बाद यह पेय तैयार होता है इसका उपयोग गर्मियों में लू से बचने के लिये भी किया जाता है।आज के सन्दर्भ में लोग जैसे जैसे शहरों में रहने लगे है इनके भोजन में विविधता दिखाई देती है अब ये चावल के साथ साथ गेहूं के उत्पाद भी खाते हैं
बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]
- 'हो' जनजाति (विस्तृत जानकारी से भरपूर जालघर)
![]() | यह भूगोल से सम्बंधित लेख एक आधार है। जानकारी जोड़कर इसे बढ़ाने में विकिपीडिया की मदद करें। |