"दुर्गा पूजा": अवतरणों में अंतर

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
No edit summary
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
बंगाली, असमिया और ओड़िया भाषा में ही होना चाहिए, संताली आधिकारिक भाषा नहीं है । धन्यवाद ।
टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
पंक्ति 21: पंक्ति 21:
{{सन्दूक हिन्दू धर्म}}
{{सन्दूक हिन्दू धर्म}}


'''दूर्गा पूजा''' [[संथाली|संताली]]ᱺ ᱫᱩᱨᱜᱟ ᱯᱩᱡᱟ ({{lang-sat|ᱫᱩᱨᱜᱟ ᱯᱩᱡᱟ}}
'''दूर्गा पूजा'''
({{lang-bn|দুর্গাপূজা}} अथवा {{lang-as|দুৰ্গা পূজা}} अथवा {{lang-or|ଦୁର୍ଗା ପୂଜା}} <!--{{IPA-bn|d̪urɡa pudʒa|}}-->, सुनें: {{Audio|Durga_Puja.ogg|सुनें}}, "माँ दूर्गा की पूजा"), जिसे '''दुर्गोत्सव''' ({{lang-bn|দুর্গোৎসব}} अथवा {{lang-or|ଦୁର୍ଗୋତ୍ସବ}} <!--{{IPA-bn|d̪urɡot̪ʃɔb}}-->, सुनें: {{Audio|Durgotsav Pronun.ogg|दुर्गोत्सव}}, "दुर्गा का उत्सव" के नाम से भी जाना जाता है) अथवा '''शरदोत्सव''' दक्षिण एशिया में मनाया जाने वाला एक वार्षिक हिन्दू पर्व है जिसमें हिन्दू देवी [[दुर्गा]] की पूजा की जाती है। इसमें छः दिनों को ''महालय'', ''षष्ठी'', ''महा सप्तमी'', ''महा अष्टमी'', ''महा नवमी'' और ''[[दशहरा|विजयदशमी]]'' के रूप में मनाया जाता है। दुर्गा पूजा को मनाये जाने की तिथियाँ पारम्परिक [[हिन्दू पंचांग]] के अनुसार आता है तथा इस पर्व से सम्बंधित पखवाड़े को ''देवी पक्ष'', ''देवी पखवाड़ा'' के नाम से जाना जाता है।
({{lang-bn|দুর্গাপূজা}} अथवा {{lang-as|দুৰ্গা পূজা}} अथवा {{lang-or|ଦୁର୍ଗା ପୂଜା}} <!--{{IPA-bn|d̪urɡa pudʒa|}}-->, सुनें: {{Audio|Durga_Puja.ogg|सुनें}}, "माँ दूर्गा की पूजा"), जिसे '''दुर्गोत्सव''' ({{lang-bn|দুর্গোৎসব}} अथवा {{lang-or|ଦୁର୍ଗୋତ୍ସବ}} <!--{{IPA-bn|d̪urɡot̪ʃɔb}}-->, सुनें: {{Audio|Durgotsav Pronun.ogg|दुर्गोत्सव}}, "दुर्गा का उत्सव" के नाम से भी जाना जाता है) अथवा '''शरदोत्सव''' दक्षिण एशिया में मनाया जाने वाला एक वार्षिक हिन्दू पर्व है जिसमें हिन्दू देवी [[दुर्गा]] की पूजा की जाती है। इसमें छः दिनों को ''महालय'', ''षष्ठी'', ''महा सप्तमी'', ''महा अष्टमी'', ''महा नवमी'' और ''[[दशहरा|विजयदशमी]]'' के रूप में मनाया जाता है। दुर्गा पूजा को मनाये जाने की तिथियाँ पारम्परिक [[हिन्दू पंचांग]] के अनुसार आता है तथा इस पर्व से सम्बंधित पखवाड़े को ''देवी पक्ष'', ''देवी पखवाड़ा'' के नाम से जाना जाता है।



11:04, 10 सितंबर 2019 का अवतरण

दुर्गा पूजा

दुर्गा पूजा
आधिकारिक नाम दुर्गा पूजा
अन्य नाम अकाल बोधन
अनुयायी हिन्दू
प्रकार हिन्दू
आरम्भ अश्विन शुक्ल पक्ष की छटी तिथि को[1]
समापन अश्विन शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को[1]
तिथि आश्विन शुक्ल प्रतिपदा, आश्विन शुक्ल द्वितीया, आश्विन शुक्ल तृतीया, आश्विन शुक्ल चतुर्थी, आश्विन शुक्ल पञ्चमी, आश्विन शुक्ल षष्ठी, आश्विन शुक्ल सप्तमी, आश्विन शुक्ल अष्टमी, आश्विन शुक्ल नवमी, आश्विन शुक्ल दशमी
आवृत्ति वार्षिक
समान पर्व महालय, नवरात्रि, दशहरा
इस संदूक को: देखें  संवाद  संपादन

हिन्दू धर्म
श्रेणी

Om
इतिहास · देवता
सम्प्रदाय · पूजा ·
आस्थादर्शन
पुनर्जन्म · मोक्ष
कर्म · माया
दर्शन · धर्म
वेदान्त ·योग
शाकाहार शाकम्भरी  · आयुर्वेद
युग · संस्कार
भक्ति {{हिन्दू दर्शन}}
ग्रन्थशास्त्र
वेदसंहिता · वेदांग
ब्राह्मणग्रन्थ · आरण्यक
उपनिषद् · श्रीमद्भगवद्गीता
रामायण · महाभारत
सूत्र · पुराण
विश्व में हिन्दू धर्म
गुरु · मन्दिर देवस्थान
यज्ञ · मन्त्र
हिन्दू पौराणिक कथाएँ  · हिन्दू पर्व
विग्रह
प्रवेशद्वार: हिन्दू धर्म

हिन्दू मापन प्रणाली

दूर्गा पूजा (बांग्ला: দুর্গাপূজা अथवा असमिया: দুৰ্গা পূজা अथवा ओड़िया: ଦୁର୍ଗା ପୂଜା , सुनें: सुनें सहायता·सूचना, "माँ दूर्गा की पूजा"), जिसे दुर्गोत्सव (बांग्ला: দুর্গোৎসব अथवा ओड़िया: ଦୁର୍ଗୋତ୍ସବ , सुनें: दुर्गोत्सव सहायता·सूचना, "दुर्गा का उत्सव" के नाम से भी जाना जाता है) अथवा शरदोत्सव दक्षिण एशिया में मनाया जाने वाला एक वार्षिक हिन्दू पर्व है जिसमें हिन्दू देवी दुर्गा की पूजा की जाती है। इसमें छः दिनों को महालय, षष्ठी, महा सप्तमी, महा अष्टमी, महा नवमी और विजयदशमी के रूप में मनाया जाता है। दुर्गा पूजा को मनाये जाने की तिथियाँ पारम्परिक हिन्दू पंचांग के अनुसार आता है तथा इस पर्व से सम्बंधित पखवाड़े को देवी पक्ष, देवी पखवाड़ा के नाम से जाना जाता है।

दुर्गा पूजा का पर्व हिन्दू देवी दुर्गा की बुराई के प्रतीक राक्षस महिषासुर पर विजय के रूप में मनाया जाता है। अतः दुर्गा पूजा का पर्व बुराई पर भलाई की विजय के रूप में भी माना जाता है।

दुर्गा पूजा भारतीय राज्यों असम, बिहार, झारखण्ड, मणिपुर, ओडिशा, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल में व्यापक रूप से मनाया जाता है जहाँ इस समय पांच-दिन की वार्षिक छुट्टी रहती है।[3] बंगाली हिन्दू और आसामी हिन्दुओं का बाहुल्य वाले क्षेत्रों पश्चिम बंगाल, असम, त्रिपुरा में यह वर्ष का सबसे बड़ा उत्सव माना जाता है। यह न केवल सबसे बड़ा हिन्दू उत्सव है बल्कि यह बंगाली हिन्दू समाज में सामाजिक-सांस्कृतिक रूप से सबसे महत्त्वपूर्ण उत्सव भी है। पश्चिमी भारत के अतिरिक्त दुर्गा पूजा का उत्सव दिल्ली, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब, कश्मीर, आन्ध्र प्रदेश, कर्नाटक और केरल में भी मनाया जाता है। दुर्गा पूजा का उत्सव 91% हिन्दू आबादी वाले नेपाल और 8% हिन्दू आबादी वाले बांग्लादेश में भी बड़े त्यौंहार के रूप में मनाया जाता है। वर्तमान में विभिन्न प्रवासी आसामी और बंगाली सांस्कृतिक संगठन, संयुक्त राज्य अमेरीका, कनाडा, यूनाइटेड किंगडम, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, फ्रांस, नीदरलैण्ड, सिंगापुर और कुवैत सहित विभिन्न देशों में आयोजित करवाते हैं। वर्ष 2006 में ब्रिटिश संग्रहालय में विश्वाल दुर्गापूजा का उत्सव आयोजित किया गया।[4]

दुर्गा पूजा की ख्याति ब्रिटिश राज में बंगाल और भूतपूर्व असम में धीरे-धीरे बढ़ी।[5] हिन्दू सुधारकों ने दुर्गा को भारत में पहचान दिलाई और इसे भारतीय स्वतंत्रता आंदोलनों का प्रतीक भी बनाया।

नाम

दुर्गापूजा की सप्तमी की सुबह में नबपत्रिका स्नान

बंगाल, असम, ओडिशा में दुर्गा पूजा को अकालबोधन ("दुर्गा का असामयिक जागरण"), शरदियो पुजो ("शरत्कालीन पूजा"), शरोदोत्सब (बांग्ला: শারদোৎসব ("पतझड़ का उत्सव"), महा पूजो ("महा पूजा"), मायेर पुजो ("माँ की पूजा") या केवल पूजा अथवा पुजो भी कहा जाता है। पूर्वी बंगाल (बांग्लादेश) में, दुर्गा पूजा को भगवती पूजा के रूप में भी मनाया जाता है। इसे पश्चिम बंगाल, बिहार, असम, ओडिशा, दिल्ली और मध्य प्रदेश में दुर्गा पूजा भी कहा जाता है।[6]

पूजा को गुजरात, उत्तर प्रदेश, पंजाब, केरल और महाराष्ट्र में नवरात्रि के रूप में[7] कुल्लू घाटी, हिमाचल प्रदेश में कुल्लू दशहरा,[8] मैसूर, कर्नाटक में मैसूर दशहरा,[9] तमिलनाडु में बोमाई गोलू और आन्ध्र प्रदेश में बोमाला कोलुवू के रूप में भी मनाया जाता है।[10]

पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा

पांडाल में दुर्गा मूर्ति

पतझड़ (शीतकाल) के समय दुर्गा की पूजा बंगाल में सबसे बड़ा हिन्दू पर्व है। दुर्गा पूजा नेपाल और भूटान में भी स्थानीय परम्पराओं और विविधताओं के अनुसार मनाया जाता है। पूजा का अर्थ "आराधना" है और दुर्गा पूजा बंगाली पंचांग के छटे माह अश्विन में बढ़ते चन्द्रमा की छटी तिथि से मनाया जाता है। तथापि कभी-कभी, सौर माह में चन्द्र चक्र के आपेक्षिक परिवर्तन के कारण इसके बाद वले माह कार्तिक में भी मनाया जाता है। ग्रेगोरी कैलेण्डर में इससे सम्बंधित तिथियाँ सितम्बर और अक्टूबर माह में आती हैं। साल 2018 मे देश की सबसे महंगी दुर्गा पूजा कोलकाता में हुई, जँहा पद्मावत की थीम पर बना 15 करोड़ का पंडाल लगाया गया था[11]

रामायण में राम, रावण से युद्ध के दौरान देवी दुर्गा को आह्वान करते हैं। यद्यपि उन्हें पारम्परिक रूप से वसन्त के समय पूजा जाता था। युद्ध की आकस्मिकता के कारण, राम ने देवी दुर्गा का शीतकाल में अकाल बोधन आह्वान किया।[12]

सन्दर्भ

  1. "Durga Puja Tithi and Timing" [दुर्गा पूजा तिथि और समय] (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 30 अगस्त 2015.
  2. "Durga Puja Dates" [दुर्गा पूजा की तिथियाँ] (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 30 अगस्त 2015.
  3. परमिता बोरा (2 अक्टूबर 2011). "Durga Puja – a Celebration of Female Supremacy" [दुर्गा पूजा – महिला प्रभुत्व का उत्सव] (अंग्रेज़ी में). ईएफ न्यूज़ इंटरनेशनल. अभिगमन तिथि 30 अगस्त 2015.
  4. सिबा मत्ती (12 सितम्बर 2006). "Durga: Creating An Image Of The Goddess At The British Museum" [दुर्गा: ब्रिटिश संग्राहलय में देवी की तस्वीर बनाते हुये] (अंग्रेज़ी में). कल्चर 24. अभिगमन तिथि 30 अगस्त 2015.
  5. "Article on Durga Puja" [दुर्गा पूजा पर लेख] (अंग्रेज़ी में). असम ऑनलाइन पोर्टल. अभिगमन तिथि 30 अगस्त 2015.
  6. "Regional Names of Durga Puja: Durga Puja / Durga Pujo" [दुर्गा पूजा के क्षेत्रिय नाम: दुर्गा पूजा / दुर्गा पुजो] (अंग्रेज़ी में). durga-puja.org. 2012-10-06. अभिगमन तिथि 30 अगस्त 2015.
  7. Navratri Puja, Durga-puja.org
  8. Kullu Dussehra, Durga-puja.org
  9. Mysore Dussehra, Durga-puja.org
  10. "Bommai-kolu", Durga-puja.org
  11. https://www.jagran.com/west-bengal/kolkata-rani-padmavati-palace-will-be-seen-in-durga-puja-pandal-of-kolkata-18511944.html
  12. "What the epics say - 'Akalbodhan'" (अंग्रेज़ी में). Durga-puja.org. 2012-10-06. अभिगमन तिथि 30 अगस्त 2015.

आने वााले सालों में दुर्गा पूजा कब है