कृष्णा (टीवी धारावाहिक)
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कृष्णा | |
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अन्य नाम | श्री कृष्ण |
निर्माणकर्ता | रामानन्द सागर |
आधरण | |
लेखक | रामानन्द सागर |
स्क्रीनप्ले | रामानन्द सागर |
निर्देशक |
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अभिनीत |
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संगीतकार | रवीन्द्र जैन |
मूल देश | भारत |
मूल भाषा(एँ) | हिंदी |
सीजन की सं. | १ |
एपिसोड की सं. | २२१ |
उत्पादन | |
निर्माता |
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संपादक |
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कैमरा स्थापन | बहु-कैमरा सेटअप |
प्रसारण अवधि | ४५-४८ मिनट |
उत्पादन कंपनी | सागर फिल्मस |
मूल प्रसारण | |
नेटवर्क | डीडी मेट्रो (1993-1996) दूरदर्शन नेशनल (1996-1997) [1][2] |
प्रसारण | 18 जुलाई 1993 5 अक्टूबर 1997 | –
संबंधित | |
जय श्री कृष्ण (टीवी श्रृंखला) |
श्री कृष्ण (जिसे कृष्ण के नाम से भी जाना जाता है) रामानंद सागर द्वारा निर्देशित एक भारतीय टेलीविजन धारावाहिक है। मूल रूप से इस श्रृंखला का दूरदर्शन पर साप्ताहिक प्रसारण किया जाता था। यह धारावाहिक कृष्ण के जीवन से सम्बंधित कहानियों पर आधारित है। यह गर्ग संहिता, पद्म पुराण, ब्रह्मवैवर्त पुराण, हरिवंश, महाभारत, भागवत पुराण, मार्कण्डेय पुराण आदि पर बना धारावाहिक है सीरियल की पटकथा एवं काव्य में बड़ौदा के महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग के अध्यक्ष डॉ विष्णु विराट जी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इसे सर्वप्रथम दूरदर्शन के मेट्रो चैनल पर प्रसारित १९९३ को किया गया था जो १९९६ तक चला, २२१ एपिसोड का यह धारावाहिक बाद में दूरदर्शन के डीडी नेशनल पर प्रसारित हुआ। रामायण (टीवी धारावाहिक) व महाभारत (टीवी धारावाहिक) के बाद इसने टी आर पी के मामले में दोनों धारावाहिकों को पीछे छोड़ दिया था,इसका पुनः जनता की मांग पर प्रसारण कोरोना महामारी २०२० में लॉकडाउन के दौरान रामायण श्रृंखला समाप्त होने के बाद ०३ मई से डीडी नेशनल पर १६ दिसम्बर तक किया गया, यह धारावाहिक बना तो हिंदी में था किंतु तमिल ,तेलुगु आदि भाषाओं में डब भी किया जा चुका है। TRP के मामले में २१ वें हफ्ते तक यह सीरियल नम्बर १ पर कायम रहा।
सारांश
[संपादित करें]यह श्रृंखला कृष्ण के जीवन के विभिन्न पहलुओं को शामिल करती है, जिसमें उनका जन्म, बचपन की हरकतें, मथुरा राज्य में उनकी भूमिका, भगवद गीता में उनकी शिक्षाएं और महाभारत की एक केंद्रीय घटना, कुरुक्षेत्र युद्ध में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका शामिल है। यह राधा, उनकी बचपन की दोस्त जैसे पात्रों के साथ उनके संबंधों और अन्य देवताओं, राक्षसों और नश्वर लोगों के साथ उनकी बातचीत पर भी प्रकाश डालता है।
पहले एपिसोड में रामानंद सागर कलियुग काल की शुरुआत और राजा परीक्षित के अंतिम राजा होने और कलियुग की शुरुआत के बारे में बात करते हैं। इसमें महाभारत युद्ध की झलक भी दिखाई गई है
फिर श्रृंखला श्री कृष्ण के जीवन पर उनके बचपन की हरकतों की तरह ध्यान केंद्रित करना शुरू कर देती है, और राधा के साथ उनके रिश्ते, उध्दव संवाद, जरासंध-कालयौवन और बलराम-रेवती विवाह , नर-नारायण और युधिष्ठिर को इंद्रप्रस्थ का राजा घोषित किया जाना, लाक्षागृह कांड, स्यमन्तक आरोप, सत्यभामा, जामवंती-विवाह, रुक्मी का उत्पाद और रुक्मिणी का श्रीकृष्ण से विवाह, सत्यभामा का अहंकार टूटना, कृष्ण-सुदामा मिलन, प्रद्युम्न-मायावती की कहानी, पौंड्रक का वीरमणि और तारा पर अत्याचार, पौंड्रक उत्पाद, द्रौपदी वस्त्रहरण, महाभारत युद्ध, वज्रनभ की कहानी, अनिरुद्ध-ऊषा विवाह, बाणासुर-अहंकार टूटन पर आधारित है।[3]
भूमिकाएँ
[संपादित करें]- सर्वदमन बनर्जी - कृष्ण, विष्णु, नारायण
- स्वप्निल जोशी - किशोर कृष्ण
- अशोक कुमार बालकृष्णन - बाल कृष्ण
- पलक - बाल कृष्ण
- दीपक देउलकर - बलराम, शेषनाग
- संजीव शर्मा - किशोर बलराम
- पिंकी पारीख - रुक्मिणी, यमुना, लक्ष्मी, दुर्गा
- रेशमा मोदी राधा, लक्ष्मी
- श्वेता रस्तोगी किशोर राधा , लक्ष्मी
- पॉलोमी मुखर्जी देवकी
- सुनील पांडे वासुदेव
- दामिनी कंवल शेट्टी (सीमा कंवल) - यशोदा
- सुलक्षणा खत्री - रोहिणी
- शाहनवाज प्रधान - नंद बाबा, शूरसेन, चाणूर, महाबली
- विलास राज - कंस
- संदीप मोहन - अर्जुन, नर
- मोना पारेख - जाम्बवंती
- शशि शर्मा - सत्यभामा
- दीपक दवे, सागर सैनी - नारद
- विजय कविश उग्रसेन, शिव
- अमित पचोरी - शिव
- प्रमोद कपूर - कलि, अक्रूर, जयद्रथ
- गिरीश परदेशी - काम, प्रद्युम्न, शिव, सूर्य (सागर मंथन के दौरान)
- मनीष शर्मा - प्रद्युम्न (बाद के एपिसोड में)
- अनुपमा परदेशी - मोहिनी
- नवनीत चड्ढा - अनिरुद्ध
- दीपाली ठोसर - रति
- सुनील चौहान - उद्धव
- महेंद्र घुले - भीम, हनुमान
- रमन खत्री - युधिष्ठिर
- फाल्गुनी पारीख - द्रौपदी
- कुमार हेगड़े - दुर्योधन
- गोविंद खत्री - कर्ण
- सुनील नागर - भीष्म
- जयप्रकाश शर्मा - शकुनि
- कनु पटेल - द्रोणाचार्य, सूर्यदेव
- तारकेश चौहान - धृतराष्ट्र
- प्रेमचंद शर्मा - पांडु, नकुल
- लता हया - कुंती
- सोनिया कपूर - सुभद्रा
- दिनेश आनंद, दीपक जेठी - दुशासन
- ज्योतिन दवे - इंद्र, राजा शल्य, ऋषि गर्ग
- झरना दवे - भानामति, हिडिंबा, दुर्गा एक एपिसोड के लिए
- राधाकृष्ण दत्ता - महर्षि उत्तांग, विश्वकर्मा, जरासंध
- मुकुल नाग - सुदामा, अश्वत्थामा, ब्राह्मण
- प्रयर्ना अग्रवाल - वसुंधरा
- राज प्रेमी - शिशुपाल, हिरण्यकश्यप, जया
- गौतम चतुर्वेदी - पौंड्रक वासुदेव
- अनुज शर्मा अभिमन्यु
- अरुण माथुर - शंभर
- शक्ति सिंह और अज्ञात - बाणासुर
- अज्ञात महारानी - वृंदा (बाणासुर की पत्नी और ऊषा की मां)
- अज्ञात महारानी - सुमति (वज्रनाभ की पत्नी और प्रभावती की माँ)
- बशीर खान - भोमासुर, द्विविद, मायासुर (शंभरा का पुत्र), माया दानव
- संजीव सिद्धार्थ - भोमासुर
- अरविंद सिंह रौसरिया - कलयावन, ऋषि शेशिरायण (जिन्हें गार्ग्यत मुनि के नाम से भी जाना जाता है, काल यवन के पिता और त्रिगर्त साम्राज्य के राजगुरु), शंभरा के राजगुरु, वज्रनाभ
- एन. जितेंद्र - कृपा
- भक्ति नरूला - तारा
- नील कमल - कुंभकेतु (शंभरासुर का पुत्र)
- प्रदीप निशित
- निहारिका भट्ट - वज्रनाभ की दादी, मायावती
- नीला पटेल - गांधारी
- विजय शर्मा - विदुर
- स्वाति आनंद
- असलम खान विभिन्न भूमिकाओं में
- श्याम सुंदर कलानी - चाणूर (एपिसोड - 3)
- पापिया सेनगुप्ता - ललिता
- सुनील मट्टू - कृतवर्मा
निर्माण
[संपादित करें]श्री कृष्णा का निर्माण रामानंद सागर, सुभाष सागर और प्रेम सागर ने "सागर एंटरप्राइजेज" के बैनर तले किया था और इसका निर्देशन रामानंद सागर, आनंद सागर और मोती सागर ने किया था। युवा कृष्ण की भूमिका स्वप्निल जोशी ने निभाई थी और वयस्क कृष्ण की भूमिका सर्वदमन डी. बनर्जी ने निभाई थी। शुरुआत में गोविंद खत्री को दुशासन की भूमिका निभाने के लिए चुना गया था, लेकिन बाद में कर्ण की भूमिका के साथ समाप्त कर दिया गया।[4] Ravindra Jain composed music for this serial.
एपिसोड्स
[संपादित करें]एपिसोड १ - राजा परीक्षित के राज्य में कलियुग का आगमन
एपिसोड २ - श्री कृष्ण की कथा की शुरुआत। कंस का अत्याचार। ऊपर से भविष्यवाणी
एपिसोड ३ - कंस राजा उग्रसेन को मारने की साजिश रचता है। देवकी ने अपने पहले पुत्र को जन्म दिया
एपिसोड ४ - कंस ने राजा उग्रसेन को बंदी बनाया
एपिसोड ५ - कंस का राज्याभिषेक, देवकी को दूसरा पुत्र हुआ
एपिसोड ६ - देवकी के गर्भ में शेषनाग को रखा गया, कंस भयभीत हुआ
एपिसोड ७ - रोहिणी के गर्भ में शेषनाग को रखा गया, यशोदा और नंद का पुत्र प्राप्ति यज्ञ
एपिसोड ८ - देवकी के गर्भ में श्री कृष्ण को रखा गया, यशोदा गर्भवती हुईं
एपिसोड ९ - बलराम और श्री कृष्ण का जन्म
एपिसोड १० - नंदराय के घर श्री कृष्ण के जन्म का उत्सव।
कृपया देखें
[संपादित करें]सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "After 'Ramayan' and 'Mahabharat', now 'Shri Krishna' is returning to Doordarshan". The Economic Times. 2020-04-27. आइ॰एस॰एस॰एन॰ 0013-0389. अभिगमन तिथि 2024-06-30.
- ↑ "Doordarshan has plans to bring back 'Shri Krishna' after 20 years | Business Insider India". Business Insider (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2024-06-30.
- ↑ "DD on DVD". Hindustan Times. Oct 28, 2009. पृ॰ 11. अभिगमन तिथि Sep 8, 2024.
- ↑ "श्रीकृष्णा में गोविंद खत्री को कर्ण नहीं दुशासन का रोल हुआ था ऑफर, भाई ने निभाया था युधिष्ठिर का किरदार" [Govind Khatri was offered the role of Dushasan not Karna in Sri Krishna, brother played the role of Yudhishthira]. Jansatta. 23 June 2020. अभिगमन तिथि 14 March 2022.