सदस्य वार्ता:Mala chaubey/पुरालेख १

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स्वागत!  नमस्कार Mala chaubey जी! आपका हिन्दी विकिपीडिया में स्वागत है।

-- नया सदस्य सन्देश (वार्ता) 11:31, 7 नवम्बर 2012 (UTC)[उत्तर दें]

बिल विलियम कॉम्पटन को प्रबन्धक पद से हटाने के लिए निवेदन[संपादित करें]

बिल विलियम कॉम्पटन ने हिन्दी विकि के प्रबन्धक पद का निरन्तर दुरुपयोग और मनमानी किया है। उन्होने कुटिल सदस्यों का एक गुट बनाकर सरल प्रकृति के सदस्यों को बात-बात पर परेशान और हतोत्साहित करके हिन्दी विकि से विमुख किया है जिससे हिन्दी विकि लगभग ठप पड़ गई है। इसलिए हिन्दी विकि को अब भी बर्बादी से रोकना है तो उन्हें तुरन्त पद से हटाना चाहिए। इसी सन्दर्भ में मैने उन्हें तुरन्त हिन्दी विकि के प्रबन्धक पद से हटाने का निवेदन किया है।
आपसे यही निवेदन है कि अपना मत इस प्रस्ताव के समर्थन में देकर हिन्दी विकी की बर्बादी रोकने में अपना योगदान दें। -- -- अनुनाद सिंहवार्ता 10:39, 15 मार्च 2013 (UTC) [उत्तर दें]

आपके लिए सम्मान![संपादित करें]

लेखक बार्नस्टार
माला जी, आपके द्वारा रचित लेखों को देख कर अति प्रसन्ता हुई। ट्रीगवी ली लेख को पढ़कर और इसके इतिहास को देख कर आश्चर्य हुआ कि कितनी जल्दी आपने इसे विकसित किया। इसी प्रकार हिन्दी विकि और हिन्दी भाषा की उन्नति में अपना अमूल्य योगदान देती रहें। धन्यवाद। <>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 13:58, 20 मार्च 2013 (UTC)[उत्तर दें]

Re:पृष्ठ स्थानांतरित करने हेतु निवेदन[संपादित करें]

जैसा कि आपने बिल जी से निवेदन किया, आप पुराने पृष्ठ को नये पृष्ठ पर अनुप्रेषित कर सकती हैं। इसके लिए केवल पुराने पृष्ठ में सबसे उपर एक पंक्ति में लिखें #REDIRECT यू. थांट। मेरे अनुमान में यह तरीका अच्छा होगा। --संजीव कुमार (वार्ता) 08:00, 25 मार्च 2013 (UTC)[उत्तर दें]

नमस्कार, सीता पाण्डेय को विकिपीडिया पर पृष्ठ हटाने की नीति के अंतर्गत हटाने हेतु चर्चा के लिये नामांकित किया गया है। इस बारे में चर्चा विकिपीडिया:पृष्ठ हटाने हेतु चर्चा/लेख/सीता पाण्डेय पर हो रही है। इस चर्चा में भाग लेने के लिये आपका स्वागत है।

नामांकनकर्ता ने नामांकन करते समय निम्न कारण प्रदान किया है:

प्रश्नात्मक उल्लेखनीयता, गूगल खोज के परिणाम देखें।

कृपया इस नामांकन का उत्तर चर्चा पृष्ठ पर ही दें।

चर्चा के दौरान आप पृष्ठ में सुधार कर सकते हैं ताकि वह विकिपीडिया की नीतियों पर खरा उतरे। परंतु जब तक चर्चा जारी है, कृपया पृष्ठ से नामांकन साँचा ना हटाएँ। -- 158.144.67.95 (वार्ता) 12:25, 26 मार्च 2013 (UTC)[उत्तर दें]

स्वतःपरीक्षित सदस्य[संपादित करें]

माला जी, आपके योगदान को देखते हुए मैं आपको स्वतःपरीक्षित सदस्य बना रहा हूँ। इसी प्रकार रचनात्मक योगदान देती रहें। साथ ही मेरे वार्ता पृष्ठ पर आपके लिए संदेश है ("पृष्ठ स्थानांतरित करने हेतु निवेदन" अनुभाग पर)।<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 14:59, 31 मार्च 2013 (UTC)[उत्तर दें]

आपकी टिपण्णी[संपादित करें]

नमस्कार माला जी, मैने आज विकिपीडिया:प्रबन्धन अधिकार हेतु निवेदन पर आपकी टिप्पणी देखी और आपके मेरे प्रति विचार जान कर काफ़ी ठेस पहुँची। आप जैसी सुलझी और विवेकपूर्ण सदस्य द्वारा दिए गए ऐसे कथनों से मैं आश्चर्यचकित होने के साथ-साथ आहत भी हूँ। मैं यह नहीं समझ पाया कि वे कौन सदस्य हैं जिनके साथ मैने गुट बना रखा है? मैं तो यहाँ किसी सदस्य को असल जीवन में जानता ही नहीं अपितु जहाँ से मैं हूँ वहाँ से हिन्दी विकि पर योगदान देना वाला कोई है ही नहीं। मैने हमेशा हिन्दी विकि के विकास के लिए कार्य किया है और इसमें मुझे कुछ कठिन कदम भी चलने पड़े परन्तु कभी भी किसी रचनात्मक योगदान देने वाले सदस्य को परेशान नहीं किया। शुरूआती समय में हिन्दी कमजोर होते हुए भी मैने योगदान जारी रखा और अन्य सदस्यों से इस सुंदर भाषा का ज्ञान प्राप्त किया। अगर आपको कोई ऐसा प्रकरण याद आता है जिसमें मैने किसी सदस्य को बिना वजह परेशान किया हो तो कृपया बताएँ। कोई भी ऐसा संदर्भ दें जहाँ मैने प्रबंधक पद का दुरुपयोग किया हो। अगर आपको लगता है कि मैने ऐसा कोई कार्य किया है और मैं यहाँ प्रबंधक बने रहने के लायक नहीं हूँ तो मैं खुशी से इस पद से सेवामुक्त हो जाऊँगा। चूँकि मुझे लगता है कि मेरी सारी महनत व्यर्थ है अगर आप जैसी सदस्या भी मुझ पर आरोप लगाएँगी। यह संदेश मैने आपके मत को बदलने के लिए नहीं अपितु मन में उठी जिज्ञासा के कारण छोड़ा है। और आपका मत कुछ भी रहे मेरे मन में आपके लिए आदर हमेशा बना रहेगा। धन्यवाद।<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 14:59, 3 अप्रैल 2013 (UTC)[उत्तर दें]

आदरणीय बिल जी, हिन्दी विकिपीडिया पर बाकी वरिष्ठ सदस्यों के मुकाबले अभी मैं बहुत ही नई और अनुभवहीन सदस्या हूँ । जब मैं विकिपीडिया पर आई थी तो उस समय जितना कुछ देखा उसी के आधार पर अनुनाद जी के आग्रह पर मैंने वह टिप्पणी की थी । पूर्व में न तो मैं आपको जानती थी और न अनुनाद जी को । आज भी व्यक्तिगत तौर पर मैं आप दोनों को नहीं जानती। यदि मेरे वक्तव्य से आपको आत्मिक ठेस पहुंची है तो मैं क्षमा चाहती हूँ । अब मेरा यह व्यक्तिगत निवेदन है कि प्रबंधन अधिकार छिनने से संबंधित व्यर्थ के विवाद को दरकिनार कराते हुये आइये हम सब मिलकर सद्भावनापूर्ण माहौल में कुछ सकारात्मक और क्रियात्मक कार्य करते हैं । Mala chaubey (वार्ता) 05:34, 4 अप्रैल 2013 (UTC)[उत्तर दें]

आदरणीय बिल जी,
मुझे यह पृष्ठ इस बात को इंगित करता हुआ लग रहा है कि आप लोगो की भावुकता का लाभ उठाने की कोशिश कर रहे हो। (मेरी व्यक्तिगत सोच) --संजीव कुमार (वार्ता) 13:01, 7 अप्रैल 2013 (UTC)[उत्तर दें]
संजीव जी, मेरे मन में जिज्ञासा थी इसलिए मैने माला जी से उनकी टिपण्णी के बारे में पूछा था। वहाँ और भी सदस्य हैं जिन्होंने मेरे विरुद्ध टिप्पणी की है परन्तु वे यहाँ न तो सक्रिय हैं और न ही मेरे लिए उनकी बात की इतनी अहमियत है परन्तु माला जी उन कुछ सदस्यों में से एक हैं जिनका मैं बहुत आदर करता हूँ इसलिए उनके द्वारा की गई टिप्पणी से मैं आश्चर्यचकित था। अगर आप, हुन्न्जज़ल जी, मयूर, आशीष जी, सिद्धार्थ, आशू, आदि भी कोई ऐसा कथन देता तो मैं उन से भी यही पूछता। मैने यह बात साफ-साफ कही है कि मेरा उद्देश्य किसी के मत को बदलना नहीं है।<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 13:30, 7 अप्रैल 2013 (UTC)[उत्तर दें]

संजीव जी, बिल जी, इस वाद-विवाद से मुझे किशोर दा के गाये उस गीत का स्मरण हो रहा है "कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना । छोड़ो बेकार की बातों को .... ।" आइये हिन्दी विकि पर कुछ बेहतर करते हैं हम मिलजुलकर । Mala chaubey (वार्ता) 16:28, 7 अप्रैल 2013 (UTC)[उत्तर दें]

बिल जी और माला जी, धन्यवाद! आप दोनो के उत्तर मुझे अच्छे लगे और मैं आपके उत्तरों से संतुष्ट हूँ। यह बात अलग है कि मैंने इन्हें पढने में काफी देर की। बिल जी आपके प्रश्न का उत्तर जो आपने मेरे वार्ता पृष्ठ पर पुछा है, समय मिलते ही लिखूँगा। --संजीव कुमार (वार्ता) 10:51, 13 अप्रैल 2013 (UTC)[उत्तर दें]

"मुखपृष्ठ समाचार" में आपका लेख[संपादित करें]

Current events globe 3 मई 2013 को मुखपृष्ठ समाचार का अद्यतन हुआ जिसमें आपके द्वारा लिखे गए या काफी सुधारे गए लेख सरबजीत सिंह से तथ्य लिया गया था। अगर आपको किसी और रोचक ख़बर का ज्ञान हो तो उसे साँचा वार्ता:मुखपृष्ठ समाचार पर सुझाएँ।

<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 03:20, 3 मई 2013 (UTC) [उत्तर दें]

  • आपका आभार बिल जी।

Mala chaubey (वार्ता) 05:55, 3 मई 2013 (UTC)[उत्तर दें]

"मुखपृष्ठ समाचार" में आपका लेख[संपादित करें]

Current events globe 7 मई 2013 को मुखपृष्ठ समाचार का अद्यतन हुआ जिसमें आपके द्वारा लिखे गए या काफी सुधारे गए लेख भारतीय सिनेमा के सौ वर्ष से तथ्य लिया गया था। अगर आपको किसी और रोचक ख़बर का ज्ञान हो तो उसे साँचा वार्ता:मुखपृष्ठ समाचार पर सुझाएँ।

<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 04:29, 7 मई 2013 (UTC) [उत्तर दें]

आपका आभार बिल जी।

Mala chaubey (वार्ता) 10:06, 8 मई 2013 (UTC)[उत्तर दें]

धन्यवाद संदेश[संपादित करें]

विशिष्ट आपेक्षिकता नामक पृष्ठ में आपके सुधार व सहयोग द्वारा इसे निर्वाचित लेख बनाने में आपके सराहनीय योगदान और समर्थन के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। आशा करता हूँ आपसे इसी तरह सहायता मिलती रहेगी।--संजीव कुमार (वार्ता) 17:40, 17 जून 2013 (UTC)[उत्तर दें]

रवीन्द्र प्रभात की कृतियाँ[संपादित करें]

नमस्ते माला जी, मैं आज आपके कुछ सम्पादन को देखकर आश्चर्य चकित रह गया। आपने श्रेणी:रवीन्द्र प्रभात की कृतियाँ में रवीन्द्र प्रभात की कृत्तियों की सूची डाल दी। जहाँ तक मुझे ज्ञान है श्रेणी में केवल मुख्य विषय का उल्लेख किया जाता है अथवा थोड़ा परिचय दिया जाता है। इसके लिए आप "रवीन्द्र प्रभात की कृतियाँ" नाम से एक विकिपीडिया पृष्ठ का निर्माण कर सकती हैं और मुख्य समान नाम से रखी गयी श्रेणी में {{श्रेणी मुख्य}} साँचे का उपयोग कर सकती हैं। इसके लिए आपको दो बार मझला कोष्टक {{}} लिखना होगा और उसमें "श्रेणी मुख्य|सम्बंधित पृष्ठ का नाम" लिख सकती हैं। यदि आप मेरी लिखी बातों को ठीक से समझने में अक्षम रहीं हों तो मुझे जरूर लिखें। यदि मैं मेरे अधुरे ज्ञान के कारण कुछ गलत लिख चुका हूँ तो कृपया मुझे सुधारें। आप अपना उत्तर यहाँ नीचे लिख सकती हैं। मैं यहाँ इसे पढ़ लुँगा। सधन्यवाद--☆★संजीव कुमार (संवाद) 14:05, 28 जून 2013 (UTC)[उत्तर दें]

धन्यवाद संजीव जी,

आपके सुझाव के आधार पर मैं ऐसा ही कुछ करती हूँ, किन्तु कहीं कुछ त्रुटि दिखे तो आप सुधार सकते हैं । पुन: धन्यवाद! Mala chaubey (वार्ता) 04:34, 29 जून 2013 (UTC)[उत्तर दें]

त्रुटियाँ देखते रहने की मैं हमेशा कोशिश करता हूँ। लेकिन पिछले 4-5 वर्षों से हिन्दी लेखन सम्बंधित प्रत्येक कार्य से दूर रहने के कारण ज्यादा नहीं देख पाता। फिर भी मैंने उपर उल्लिखित पृष्ठ कुछ परिवर्तन किये हैं। ये परिवर्तन मैंने मेरे ज्ञान के अनुसार किये हैं यदि आपको ठीक न लगें तो आप इन्हें पूर्ववत करने के लिए स्वतंत्र हैं।☆★संजीव कुमार (संवाद) 06:35, 29 जून 2013 (UTC)[उत्तर दें]
आपके लिए नया सन्देश है
आपके लिए नया सन्देश है
नमस्कार, Mala chaubey जी। आपके लिए वार्ता:NDTV खबर पर एक सन्देश है।
आप इस सूचना को किसी भी समय मिटा सकते है, इसके लिए वार्ता संपादन में जाकर {{सन्देश}} मिटाएँ।

☆★संजीव कुमार (संवाद) 17:53, 13 जुलाई 2013 (UTC) [उत्तर दें]

नमस्ते माला जी, आपने कुछ दिन पूर्व साँचा {{हिन्दी भाषा की पत्रिका}} बनाया। उसमें स्थित प्रत्येक पृष्ठ से सम्बंधा पृष्ठ भी आपने एक स्वचालित बॉट की भाँति बनया लेकिन इनमें से किसी भी पृष्ठ में न ही तो कोई सन्दर्भ दिया और न ही कुछ बाह्य सूत्र में लिखा। मेरा अनुसार आपको प्रत्येक पृष्ठ में "बाह्य सूत्र" अथवा "बाहरी कड़ियाँ" नाम से एक नया अनुभाग बनाना चाहिए और उसमें सम्बंधित पत्रिका के आधिकारिक जालस्थल (webpage) का पता लिख दो। इससे अन्य कोई सम्पादक भी इन पृष्ठों को आसनी से सुधार सकेगा और लेख को हटाने के लिए भी नामांकित नहीं किया जायेगा। मैं जानता हूँ यह एक कठिन कार्य है और बहुत समय व्यर्थ होगा लेकिन आपकी मेहनत बेकार न जाये इसके लिए यह आवश्यक भी है।☆★संजीव कुमार (बातें) 15:56, 28 जुलाई 2013 (UTC)[उत्तर दें]
साथ ही साथ यह समझने में भी समस्या आ रही है कि दो पृष्ठ एक ही विषय पर हैं अथवा भिन्न विषय पर। जैसे हिंदीनेस्ट डॉट कॉम और हिन्दी नेस्ट एक पत्रिका के विषय में हैं ऐसा प्रतीत होता है। यदि सम्भव हो तो अन्य विकी से भी इन्हें लिंक कर दो। इसके लिए या तो आप विकिडाटा पर पृष्ठों को जोड़ें अथवा पृष्ठ में बड़े कोष्ठक को दो बार ([[ ]]) लिखें और इसे बंद करने से पूर्व सम्बंधित भाषा कुट और सम्बंधित पृष्ठ का नाम लिख दें जिसे जब मैं देखुंगा तो सुधार दुँगा।☆★संजीव कुमार (बातें) 16:08, 28 जुलाई 2013 (UTC)[उत्तर दें]

संजीव जी,

सुझाव के लिए धन्यवाद आपका । इस पर मुझे काम करना है और पूरे योजनाबद्ध तरीके से करना है । इधर लगातार यात्राओं मे होने के कारण समय नहीं मिल पा रहा है । शीघ्र हीं इन सभी पृष्ठों को आप एक नए रूप मे देखेंगे । मेरे लिए समयाभाव कोई मायने नहीं रखता । समय मिला तो फिर जूनून के साथ उसका सदुपयोग करती हूँ । आपका पुन: धन्यवाद । Mala chaubey (वार्ता) 05:12, 29 जुलाई 2013 (UTC)[उत्तर दें]

धन्यवाद, आशा है आप एक शानदार यात्रा के बाद जल्द ही मेरा ये सपना पूरा करेंगी। वैसे आपका जूनून प्रशंसनीय है।☆★संजीव कुमार (बातें) 05:33, 29 जुलाई 2013 (UTC)[उत्तर दें]

माला जी, केवल {{PAGENAME}} का इस्तेमाल मत करिये। {{subst:PAGENAME}} उपयोग में लाएँ, इससे पृष्ठ का नाम स्वयं आ जाएगा।<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 07:49, 31 जुलाई 2013 (UTC)[उत्तर दें]

जी आपका धन्यवाद !

Mala chaubey (वार्ता) 07:51, 31 जुलाई 2013 (UTC)[उत्तर दें]

आपके लिए नया सन्देश है
आपके लिए नया सन्देश है
नमस्कार, Mala chaubey जी। आपके लिए Hindustanilanguage के वार्ता पृष्ठ पर एक सन्देश है।
आप इस सूचना को किसी भी समय मिटा सकते है, इसके लिए वार्ता संपादन में जाकर {{सन्देश}} मिटाएँ।

Hindustanilanguage (वार्ता) 19:05, 8 अगस्त 2013 (UTC). [उत्तर दें]

लेखों की सुन्दरता[संपादित करें]

माला जी, वैसे तो आप साहित्य से संबंधित कार्य करते हो अतः सुन्दर लेख बनाती हों। लेकिन मुझे लगता है आपको कुछ और भी ध्यान देने चाहिएं। मैं मेरे पुराने भाषा ज्ञान (वर्तमान में मैं हिन्दी भाषा से सम्बंधित कार्य मेरे वेबपृष्ठ और विकी पर ही कर पाता हूँ।) के अनुसार लिख रहा हूँ अतः हो सकता है मैं गलत हूँ लेकिन हम इसके अनुसार अन्य लोगों से भी चर्चा कर सकते हैं। मेरे सुझाव:

  1. कई स्थानों पर आप पूर्णविराम (।) से पूर्व एक अक्षर की जगह खाली छोड रही हो जबकि मेरे अनुसार विराम चिह्नों से पूर्व खाली जगह नहीं छोड़ी जाती, लेकिन उनके बाद एक स्थान खाली छोड़ा जाता है। कोष्टक के मामले में थोड़ी भिन्नता इस प्रकार है कि कोष्टक की शुरुआत एक स्थान खाली छोड़कर की जाती है एवं कोष्टक आरम्भ होते ही लिखना आरम्भ कर देते हैं जबकि जहाँ कोष्टक बंद किया जाता है वहाँ विराम चिह्नों की तरह ही कोष्टक से पूर्व कोई खाली स्थान नहीं छोड़ा जाता और कोष्टक बन्द होने के बाद एक और स्थान खाली छोड़ा जाता है।
  2. मैं सामान्यतः मेरी कार्य से संबंधित सभी रपटें लेटेक्स में लिखता हूँ और उसकी परिणामी संचिका विकिपीडिया की तरह ही होती है। अर्थात जहाँ सन्दर्भ दिया जाता है वहाँ बड़े कोष्टक ([] <- वर्ग कोष्टक भी कहा जाता है।) के अन्दर एक संख्या आ जाती है एवं पृष्ठ के अन्त में जहाँ हम चाहें वहाँ ये सन्दर्भ लिख सकते हैं केवल लिखने का तरिका थोड़ा भिन्न है। यहाँ मेरा सुझाव यह है कि विराम चिह्नों की तरह ही सन्दर्भ लिखने से पूर्व खाली स्थान नहीं दिया जाता और उसके बाद अगला वाक्य अथवा शब्द के आरम्भ होने से पूर्व एक अक्षर का खाली स्थान छोड़ा जाता है।

मैं दावा नहीं करता कि मैं सही हूँ लेकिन मैं स्वयं ऐसा करता हूँ और मुझे लगता है कि वो तरिका सही भी है। कृपया अपनी प्रतिक्रिया दें।

इसके अलावा आपसे एक अनुरोध है। कुछ दिनों पूर्व मैंने बर्फी! नामक पृष्ठ का निर्माण किया था। उसमें वैसे तो मैंने सिद्धार्थ जी की सहायता से बहुत सारे सुधार कर दिये हैं और आशीष जी द्वारा सुझावित कार्यों पर काम चल रहा है। यदि आप भी उसमें सहयोग कर सको तो लेख की गुणवता में सुधार सम्भव होगा और मुखपृष्ठ पर कई दिनों से चल रहे समान निर्वाचित लेख को बदला जा सकेगा।☆★संजीव कुमार (बातें) 14:13, 8 अगस्त 2013 (UTC)[उत्तर दें]

संजीव जी,

आपने सही कहा, कि मैं पूर्णविराम (।) से पूर्व एक अक्षर की जगह खाली छोड देती हूँ। यह मेरी भूल नहीं, आदत है। लिखने में ऐसा नहीं होता, किन्तु संघणकीय अक्षर रचना में टंकण के दौरान प्राय: यह भूल हो जाती है। खैर आपके सुझाव पर आगे से अमल करने की कोशिश करूंगी। धन्यवाद। Mala chaubey (वार्ता) 14:59, 8 अगस्त 2013 (UTC)[उत्तर दें]

नमस्ते माला जी, अभी थोड़ा कष्ट देने के लिए लिख रहा हूँ। आपने और मैंने कुछ माह पूर्व उत्तर भारत बाढ़ २०१३ नामक पृष्ठ का निर्माण किया था। अभी मुझे नहीं लगता मैं इसको ठीक कर पाउँगा। यदि समय मिले तो इसका सम्पादन करके पूर्ण कर दें तो शायद अच्छा रहेगा। मैंने कुछ "इंसानी कहर" जैसे अनावश्यक अनुभाग भी जोड़ दिये थे यदि उन्हें भी हटा दें तो अच्छा रहेगा। मुझे लगता है यदि मैं कोशिश करुंगा तो पृष्ठ बिगड़ जायेगा अतः यह कार्य आपको सौंपना चाहता हूँ।☆★संजीव कुमार (बातें) 12:31, 10 अगस्त 2013 (UTC)[उत्तर दें]

ठीक है, मैं इस पृष्ठ का संपादन पूर्ण करने की कोशिश करती हूँ।

Mala chaubey (वार्ता) 07:03, 11 अगस्त 2013 (UTC)[उत्तर दें]

कुरुक्षेत्र[संपादित करें]

माला जी, मैनें नोट किया कि कई लिंक अभी भी कुरुक्षेत्र पत्रिका पर जा रहे है। ध्यान देने पर पाया कि र में उ या ऊ की मात्रा से ऐसा हो रहा है। यदि दोनों पृष्ठों पर एक दूसरे का लिंक दे दिया जाए तो उचित रहेगा।

धन्यवाद --मनोज खुराना (वार्ता) 09:53, 27 अगस्त 2013 (UTC)[उत्तर दें]

मनोज खुराना जी,

कुरुक्षेत्र या कुरूक्षेत्र दोनों लिंक सही कर दिये गए हैं। अब कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। Mala chaubey (वार्ता) 11:17, 27 अगस्त 2013 (UTC)[उत्तर दें]

माला जी, कई भारतीत भाषा विकिपीडियाओं पर विकिपरियोजना:लीलावती की बेटियाँ सक्रिय रूप से चल रही है और कई सदस्य ज़ोर-शोर से योगदान कर रहे हैं। इस सिलसिले में हिन्दी विकिपीडिया पर भी एक विकिपरियोजना पृष्ठ मौजूद है। आपसे निवेदन है कि इस विकिपरियोजना में आप जो भी योगदान कर सकते हैं, कीजिये ताकि विज्ञान के क्षेत्र में प्रसिद्ध भारत की सुपुत्रियों को हमारी ज्ञानकोष में सही स्थान मिले। यदि आप व्यस्त हों, तो कृपया यह सन्देश इस विषय में रुचि रखने वाले सदस्य तक यह सन्देश तक पहुँचा दीजिये। धन्यवाद। Hindustanilanguage (वार्ता) 08:06, 31 अगस्त 2013 (UTC)[उत्तर दें]

एच एल जी,

विज्ञान के क्षेत्र में प्रसिद्ध भारत की सुपुत्रियों को हमारी ज्ञानकोष में सही स्थान मिले, इससे ज्यादा खुशी की बात और क्या हो सकती है । मैं इस संदेश को अन्य सदस्यों तक भी पहुंचाने का प्रयत्न करूंगी। Mala chaubey (वार्ता) 05:18, 2 सितंबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

धन्यवाद, माला जी। वैसे मैंने स्वयं बानू जहांगीर कोयाजी लेख को एक वाक्य से बढाकर एक अच्छे रूप देने का प्रयास किया है और सुनेत्रा गुप्ता पर लेख लिखा है। Hindustanilanguage (वार्ता) 07:01, 3 सितंबर 2013 (UTC).[उत्तर दें]

आपके लिये एक सम्मान[संपादित करें]

विशेष बार्नस्टार
जिस प्रकार से आपने कुरुक्षेत्र पृष्ठ को बनाया, जितने कम समय में, जितना अच्छा, जितना ज्ञानपूर्ण, जितना गहरा, जितने संदर्भ, जितना शोध -- अपने भाव प्रकट करने हेतु, व जो सम्मान आपने एक नवागंतुक की प्रार्थना का किया, उसका धन्यवाद करने हेतु मैं उसी समय ऐसा कुछ करना चाह रहा था, किंतु आज ही मैने बार्नस्टार देने की प्रक्रिया समझी है, अतः आज ही मेरी तरफ से कृपया यह बार्नस्टार स्वीकार करें। मनोज खुराना (वार्ता) 13:35, 31 अगस्त 2013 (UTC)[उत्तर दें]
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद मनोज खुराना जी ।

Mala chaubey (वार्ता) 05:19, 2 सितंबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

हिंदी दिवस सम्मान[संपादित करें]

अशोक चक्र
हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में एक हिंदी प्रेमी की ओर से- हिंदी विकिपीडिया में उल्लेखनीय योगदान के लिए विशेष सम्मान।

-- मनोज खुराना (वार्ता) 06:22, 14 सितंबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

आज़ व्यस्ततम विदेश यात्रा से लौटी तो हिन्दी दिवस पर आपका यह आत्मीय सम्मान पाकर बहुत खुशी हुयी । इसके लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद मनोज खुराना जी ।

Mala chaubey (वार्ता) 09:37, 18 सितंबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

पृष्ठों का नाम बदलना[संपादित करें]

नमस्ते माला जी।

मैंने हाल ही में देखा कि आप पृष्ठों का नाम बदलने के लिए सामग्री cut-paste कर के नए पृष्ठ बना रही हैं और पुराने पृष्ठ पुनर्निर्देशित कर रही हैं। मैं आपको अवगत कराना चाहूँगा कि पृष्ठों का नाम बदलने का इससे बेहतर और आसान तरीका है। जानकारी हेतु कृपया विकिपीडिया:स्थानांतरण देखें।--सिद्धार्थ घई (वार्ता) 08:34, 1 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

आपका धन्यवाद सिद्धार्थ जी,

आपके इस अमूल्य मार्गदर्शन से मुझे आगे इस कार्य को पूर्ण करने में सहायता मिलेगी। आप हिन्दी विकिपीडिया के अनुभवी और वरिष्ठ प्रबन्धक हैं। इसी प्रकार अपना मार्गदर्शन देते रहें। आपका पुन: आभार। Mala chaubey (वार्ता) 11:19, 1 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]

नमस्ते माला जी,

बाहरी कड़ियों के सन्दर्भ में एक छोटी सी बात:

[http://www.google.com/गूगल]

सही काम नहीं करेगा चूँकि यू.आर.एल और दिखाई देने वाले नाम में स्पेस नहीं है। यह लिंक तो बनेगा, पर http://www.google.com/ के बजाए http://www.google.com/गूगल का, और दिखाई देगा ये: [1]

ये तब सही दिखेगा अगर ये निम्न तरीके से लिखा जाए:

[http://www.google.com/ गूगल]

सिर्फ़ एक स्पेस का अंतर है, पर ये स्पेस ना देना कड़ियाँ तोड़ सकता है।--सिद्धार्थ घई (वार्ता) 16:38, 1 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

जी धन्यवाद सिद्धार्थ जी ।

Mala chaubey (वार्ता) 05:59, 2 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

टिप्पणी के लिए अनुरोध[संपादित करें]

विकिपीडिया:बॉट/अनुमोदन हेतु अनुरोध पर हिन्दी विकि के सदस्यों की सहायता के लिए नए बॉट का अनुरोध रखा गया है। कृपया वहाँ अपनी टिप्पणी दें और तय करें कि विकिपीडिया को इससे फ़ायदा होगा या नहीं। धन्यवाद।<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 08:10, 4 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

महिला शक्ति[संपादित करें]

माला जी नमस्कार ।

मेरे द्वारा हाल ही में बनाए गए /सुधारे गए पृष्ठ अरुंधति भट्टाचार्य, रेणु सूद कर्नाड, इला भट्ट देखें। ये सभी Finance सैक्टर में अति उच्च पदों पर आसीन महिलाएं हैं। ऐसी महिलाओ़ की लिस्ट बहुत लंबी है।
उक्त लेखों के लिए उपयुक्त श्रेणी का चयन करते समय मैंने भारत शब्द से शुरु होने वाली पूरी लिस्ट छान मारी लेकिन कुछ नहीं मिला। नई बनाने लगा तो कुछ समझ नहीं आया- भारत की महिलाएं, भारत की शक्तिशाली महिलाएं, महिला उद्यमी, व्यापार जगत में महिलाए़ं, भारतीय वित्त जगत में महिलाएं, भारतीय अर्थव्यवस्था में महिलाएं, महत्वपूर्ण महिलाएं .................................................

फिर लीलावती की बेटियां परियोजना का ध्यान भी आया। फिर सोचा कि सिर्फ अर्थव्यवस्था ही नहीं है, विज्ञान भी है।

पूर्णतया कन्फ्यूज़ होने के बाद मैं इस निर्णय पर पंहुचा कि यह कार्य़ जितना मैं समझ रहा हूं इससे कहीं अधिक बड़ा और महत्वपूर्ण है। और इसे मात्र एक ही व्यक्ति सलीके से और संपूर्णता से कर सकता है- आप।
मेरा विचार है महिलाशक्ति पर एक अलग से परियोजना होनी चाहिए, जिसकी कमान आपके हाथ में हो। आप उपयुक्त तरीके से वर्गीकरण आदि करें। भारतीय महिलाएं, सशक्त महिलाएं, भ्रूण हत्याएं, देवियां, निर्भया, मलाला, भारतीय अर्थव्यवस्था में महिलाएं, लीलावती की बेटियां, महिला पत्रिकाएं, महिला कलाकार आदि आदि अनेकानेक श्रेणियां -अनेक पहलू - अनंत संभावनाएं हैं। परियोजना कैसे संचालित की जाए इसमें आशीष जी (भारत के नगर परियोजना का अनुभव), सिद्धार्थ जी (तकनीकी सहायता), बिल जी (अनेक विकियों का अनुभव) से मदद ली जा सकती है। मेरे पास कहने को बहुत कुछ है लेकिन और लिखा नहीं जा रहा है। मुझे विश्वास है आपको इशारा ही काफी है आगे आप विशेषज्ञ हैं ही।

सम्मान सहित - -- मनोज खुराना ( सदस्यपृष्ठ) 10:37, 10 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

मनोज जी,

उक्त लेखों के लिए मेरी राय में उपयुक्त श्रेणी सशक्त भारतीय महिलाएं होनी चाहिए । इसमें उन सभी महिलाओं को शामिल किया जा सकता है, जो विभिन्न क्षेत्रों में अपनी सशक्त उपस्थिती दर्ज कराने में सफल हुई हैं। कन्फ्यूज़ होने की कोई आवश्यकता नहीं । आप चाहें तो अग्रणी भारतीय महिलाएं भी रख सकते हैं। लीलावती की बेटियाँ के तर्ज पर सबसे उपयुक्त श्रेणी जो मुझे लग रही है वह है हिन्द की बेटियाँ । --माला चौबेवार्ता 11:44, 10 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

एक अलग से परियोजना चलाने के बारे मैं आपका क्या विचार है? -- मनोज खुराना ( सदस्यपृष्ठ) 11:51, 10 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
मेरे विचार से हिन्द की बेटियाँ नाम से एक अलग से परियोजना चलाई जा सकती है। यह श्रेयस्कर भी होगा।

--माला चौबेवार्ता 12:06, 10 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

बड़ा ही उचित निर्णय लिया गया है। साधारण रूप से नारी को हम माँ, बहन, पत्नी, बेटी आदि के रूप में देखने के आदि हो चुके हैं। इसके आगे मीडिया ने स्त्री को केवल एन्टरटेन्मेन्ट की वस्तु बनाकर छोड़ा है। पर जब हम देश की महान नारियों के बारे में पढ़ेंगे तो जानेंगे कि महिलाएँ कमज़ोर नहीं हैं, वह असहाय या केवल पुरुषों पर निर्भर नहीं हैं, बल्कि यदि वे चाहें तो हर क्षेत्र में अपनी छाप छोड़ सकती हैं। मुज़म्मिल (वार्ता) 12:33, 12 अक्टूबर 2013 (UTC).[उत्तर दें]

श्रेणी और उप-श्रेणी[संपादित करें]

माला जी, "हिन्द की बेटियाँ" परियोजना के लिये मैं बधाई देना चाहूँगा। मैं केवल आपसे और अन्य सदस्यों से यही निवेदन करूँगा कि कृपया "भारतीय महिला वैज्ञानिक" श्रेणी के हर लेख पर "हिन्द की बेटियाँ" श्रेणी मत जोड़िये, बल्कि "भारतीय महिला वैज्ञानिक" की समस्त श्रेणी को "हिन्द की बेटियाँ" श्रेणी की उप-श्रेणी बनायिए। मुज़म्मिल (वार्ता) 15:42, 13 अक्टूबर 2013 (UTC).[उत्तर दें]

मैं मुज़म्मिल जी से सहमत हूं। "हिन्द की बेटियाँ" एक परियोजना के शीर्षक के तौर पर तो ठीक है लेकिन यदि हर लेख पर हम यह श्रेणी लगा देंगे तो इसे चैलेंज किया जा सकता है क्योंकि यह ज्ञानकोषीय वर्तनी नहीं है। अधिक से अधिक इसे महाश्रेणी बनाया जा सकता है, ठीक जैसे कि ऊपर मुज़म्मिल जी ने कहा है। इससे यदि कल को प्रबंधक इत्यादि यदि इस वर्तनी को चैलेंज भी करते हैं तो बदलाव करना आसान होगा क्योंकि कुछ दस बीस जगह ही बदलाव करना होगा, किंतु यदि हर लेख में इसे जोड़ दिया जाएगा तो बदलाव कठिन हो जाएगा।
इसके अलावा और बातें भी दिमाग में आयी हैं - पहली - इस सीरीज़ में केवल जीवनियां रखी जाएं। दूसरी- यह योजना बहुत दूर तक जाने वाली है और बहुत बड़ी होने वाली है, हाथ से बाहर ना हो जाऐ इसके लिए सावधानी से शुरुआत करना अतिआवश्यक है। सांचे में सीधे ही नाम लिखना शुरु कर दें तो कितने लिखेंगे, हज़ारों हज़ार उल्लेखनीय महिलाएं है। अतः मेरे विचार में जल्दबाजी न की जाए और बाकी लोगों के विचारों का इंतज़ार कर लेना चाहिए। हालांकि सबसे ज्यादा जल्दबाज़ी मैंने ही दिखाई है, और शायद इसी से मुझे यह ज्ञानप्राप्ति हुई है। मेरे विचार में सांचे की योजना इस प्रकार होनी चाहिए-
  • वीरांगनाएं - माईथोलोजी (दुर्गा, कालिका आदि), पुरातन इतिहास(कैकेयी आदि), प्रथम स्वतंत्रता संग्राम-(रानी झांसी आदि), द्वितीय संग्राम(सरोजिनी नायडु,दुर्गा भाभी आदि), आधुनिक भारत(नीरजा भनोट, निर्भया आदि)
  • राजनीति-
  • विज्ञान-
  • व्यवसाय-
  • टीवी,सिनेमा, मीडिया-
  • खेल-हाकी, क्रिकेट, तीरंदाजी, एथलेटिक्स, ऑलंपिक्स आदि आदि
  • फैशन व सौंदर्य- माडलिंग, विश्व सुंदरी, फैशन डिज़ाईनर्स
  • कला - नृत्यांगनाएं, लेखिकाएं, कवयित्रियां

सार यह है कि महा श्रेणी के अंदर केवल उपश्रेणियां, उनके अंदर लेख। मेरे खयाल से यही एक तरीका है जिससे थोड़े स्थान में कई हजार लेख समा सकते हैं, सीधे नहीं। आपका क्या विचार है?-- मनोज खुराना ( सदस्यपृष्ठ) 18:11, 13 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

मुज़म्मिल जी, मनोज जी,

मुझे महसूस हो रहा है, कि हिंद की बेटियाँ परियोजना को लेकर अभी भी कुछ कन्फ्यूजन है। दरअसल यह परियोजना बित्त,वाणिज्य, अर्थ, न्याय, विज्ञान, राजनीति, प्रशासन, प्रकाशन आदि क्षेत्रों की उन महिलाओं पर केंद्रित है, जो अपने उद्यम, योग्यता, प्रतिभा के बल पर अति उच्च पदों को प्राप्त करने में सफलता पायी है। मसलन भारत की राष्ट्रपति, भारत की प्रधानमन्त्री, लोकसभा या विधानसभा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री, राज्यपाल, बैंकिंग सेक्टर के चेयरमैन, रिजर्व बैंक के गवर्नर, सेवी के चेयरमैन, विभिन्न खेलों की कप्तान, उच्च व्यावसायिक समाचार पत्रों और पत्रिकाओं की संपादक, इलेक्ट्रोनिक मिडिया की समाचार समन्वयक अथवा निदेशक आदि। इस परियोजना के साथ लीलावती की समस्त बेटियों को जोडना भी न्यायसंगत नहीं होगा। केवल लीलावती की उन्हीं बेटियों को परियोजना के साथ जोड़ा जाना उचित प्रतीत होगा जिन्होंने विज्ञान जगत में उच्च व्यावसायिक पद प्राप्त किया है। वीरांगनाओं के लिए हिंद की विरांगनाएं, साहित्य,कला, फैशन व सौंदर्य के लिए अलग से कोई और परियोजना चलाई जा सकती है। इसमें केवल व्यावसायिक पदों को ही शामिल किया जाए अव्यवसायिक पदों को शामिल करने से यह परियोजना काफी बड़ी और असंतुलित हो जायेगी, जिसे आगे चलकर संभालना बहुत मुश्किल हो जाएगा। मेरे खयाल से यह तरीका सर्वाधिक श्रेयस्कर है। --माला चौबेवार्ता 04:14, 14 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

अनुप लाल यादव का जीवन[संपादित करें]

नमस्ते माला जी, आपने गलती से अनुप लाल यादव नामक पृष्ठ में जन्मदिन को पुण्यतिथि में बदल दिया है। उनका जन्मदिन 5 अक्टूबर है एवं पुण्यतिथि 9 अगस्त। कृपया इसे ठीक करें।☆★संजीव कुमार (✉✉) 13:33, 18 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

जानकारी देने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद संजीव जी, जन्म और मृत्यु की तिथि को सही कर दिया गया है, अवलोकन कर लें। अन्यथा न लें, तो मेरी एक जिज्ञासा है, कि पूर्व में इसी पृष्ठ पर आपके द्वारा अंकित गलत जन्म तिथि आपको कहाँ से प्राप्त हो गयी? मैं इस जन्म तिथि की सत्यता के लिए इधर-उधर खूब ढूंढती रही पर कहीं भी कोई साक्ष्य नहीं मिला। --माला चौबेवार्ता 14:13, 18 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]
वो जन्म तिथि मुझे शायद अंग्रेज़ी विकी पर मिली। उसका मेरे पास कोई तथ्य नहीं है लेकिन गणना का एक सीधा सा आधार था। एक समाचार पत्र में लिखा था कि उनकी आयु लगभग १०० वर्ष थी। चूँकि उनका निधन २०१३ में हुआ है तो १०० वर्ष पूर्व का वर्ष १९१३ लिख दिया था। आपका प्रश्न उचित है इसे अन्यथा लेने का कोई तात्पर्य नहीं है।☆★संजीव कुमार (✉✉) 15:37, 18 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

हिन्दी विकिपीडिया पर गूँज सन्देश[संपादित करें]

मित्र, जैसे आप जानते ही हैं कि गूँज अधिसूचनाओं को बारी-बारी से सभी विकिपीडियाओं पर लागू किया जा रहा है। तीसरे चरण तक यह कन्नड़ और तेलुगु सहित विश्व के कई विकिपीडियाओं में लागू किये थे। अब इन सन्देशों को हिन्दी विकिपीडिया पर लागू किया जाना है। इस मामले में मैं सदस्यों के विचार जानना चाहूँगा। मुज़म्मिल (वार्ता) 07:26, 21 अक्टूबर 2013 (UTC).[उत्तर दें]

बीबीसी हिन्दी नामक पृष्ठ[संपादित करें]

माला जी, आज मैंने देखा कि बीबीसी हिन्दी नामक पृष्ठ आपके सदस्य पृष्ठ पर बनी सूची के अनुसार आपने बनाया है। चूँकि उस पृष्ठ में आपका कोई सम्पादन नहीं है अतः मेरा विचार है कि आप निकट भविष्य में उस पृष्ठ में सुधार करोगे। चूँकि लेख की भाषा मेरे लिए पूर्णतया अस्पष्ट है। जैसे लेख का प्रथम वाक्य "बीबीसी हिन्दी सेवा पिछले साठ वर्षों से श्रोताओं लिए ताज़ा समाचार और सामयिक विषयों पर कार्यक्रम प्रसारित करती रही है." चूँकि यह लेख 3 दिसम्बर 2004‎ को बनाया गया अतः या तो उस समय केवल इकावन वर्ष हुए थे या अब उनेत्तर (६९) वर्ष हो चुके हैं। लेख का प्रत्येक वाक्य भ्रामक है। अतः आपसे निवेदन है कि यदि इसमें सन्दर्भ सहित (अथवा रहित) सुधार कर सको तो जल्दि करो।☆★संजीव कुमार (✉✉) 10:20, 21 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

नहीं संजीव जी,

इस पृष्ठ को मेरे द्वारा नहीं बनाया गया है। सदस्य पृष्ठ मे उल्लेख भूलवश हुआ होगा। फिलहाल इन पृष्ठों को मेरे द्वारा देख पाना मुमकीन नहीं है, क्योंकि मैं "हिन्द की बेटियाँ" परियोजना को मूर्तरूप देने की दिशा मे कार्य कर रही हूँ । काफी बड़ी और महत्वाकांक्षी परियोजना है यह । फिलहाल मैं इस महत्वपूर्ण मिशन को मैं दो संपादकों के सहयोग से पूर्ण कर रही हूँ । आगे जब इस परियोजना मे लोग बढ़ते चले जाएँगे काम आसान होता चला जाएगा। --माला चौबेवार्ता 10:45, 21 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

कोई बात नहीं, वो भी आवश्यक है। इस पर मैं स्वयं थोड़ा ध्यान दुंगा।☆★संजीव कुमार (✉✉) 12:30, 21 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

इनपुट प्रणाली प्रश्न[संपादित करें]

कृपया वि:चौपाल#इनपुट प्रणाली प्रश्न पर टिप्पणी दें। धन्यवाद--सिद्धार्थ घई (वार्ता) 09:25, 23 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

माला जी! इस लेख में आपने जो आत्मकथा सम्बन्धी पुस्तकों का विवरण दिया है मैंने केवल उसका प्रारूप बदला है सामग्री नहीं। मुझे नहीं मालूम आपने यह सन्दर्भ कहाँ से लिये, यदि दे सकें तो अच्छा रहेगा। आपके योगदान सराहनीय हैं डॉ०'क्रान्त'एम०एल०वर्मा (वार्ता) 10:19, 25 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

ये मेरे द्वारा अँग्रेजी विकिपीडिया Manna Dey के Further reading अनुभाग से हिन्दी में अनुवाद किया गया है। हालांकि मेरे द्वारा उन पुस्तकों के संदर्भ प्रस्तुत कर दिये गए हैं और कतिपय अनुभाग को जोड़कर इस लेख का व्यापक विस्तार कर दिया गया है, फिर भी एकबार अवलोकन कर लें और कोई त्रुटि हो तो बताएं।

--माला चौबेवार्ता 10:33, 25 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

"मुखपृष्ठ समाचार" में आपका लेख[संपादित करें]

Current events globe 25 अक्टूबर 2013 को मुखपृष्ठ समाचार का अद्यतन हुआ जिसमें आपके द्वारा लिखे गए या काफी सुधारे गए लेख मन्ना डे से तथ्य लिया गया था। अगर आपको किसी और रोचक ख़बर का ज्ञान हो तो उसे विकिपीडिया:समाचार/उम्मीदवार‎ पर सुझाएँ।

<>< बिल विलियम कॉम्पटनवार्ता 18:41, 25 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

धन्यवाद विल जी।

--माला चौबेवार्ता 05:06, 26 अक्टूबर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

सनातन धर्म[संपादित करें]

सनातन धर्म पृष्ठ पर निरीक्षण हेतु जाना हुआ, देखने पर पाया कि पूरा पृष्ठ ही बेहाल है और पूरा पुनर्निमाण चाहता है क्योंकि यदि बर्बरता की सफाई कर भी दी जाए तो पुराने संस्करण पर भी कोई संदर्भ भी नहीं हैं। अतः कृपया इस पृष्ठ पर ध्यान दें, मैं स्वयं को इतने बड़े विषय को संभाल पाने में असमर्थ पाता हूं। धन्यवाद। --मनोज खुराना वार्ता 12:52, 9 नवम्बर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

देखती हूँ मनोज जी, धन्यवाद।

--माला चौबेवार्ता 05:43, 11 नवम्बर 2013 (UTC)[उत्तर दें]

आपके लिये सम्मान[संपादित करें]

हिन्द की बेटियाँ किसी से कम नहीं हैं।
"हिंद की बेटियाँ" परियोजना में योगदान के लिये आपकी जितनी प्रशंसा की जाय कम है!

-- मुज़म्मिल (वार्ता) 13:39, 26 नवम्बर 2013 (UTC).[उत्तर दें]

आपका आभार मुज़म्मिल जी। मैं कृतज्ञ हूँ कि आपने इस महत्वाकांक्षी परियोजना में मेरा साथ दिया।

--माला चौबेवार्ता 13:43, 26 नवम्बर 2013 (UTC)[उत्तर दें]