गोरखपुर विमानक्षेत्र

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गोरखपुर हवाईअड्डा
विवरण
हवाईअड्डा प्रकारनागरिक अंतः क्षेत्र (इन्क्लेव)
स्वामित्वभारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण
संचालकभारतीय वायु सेना
सेवाएँ (नगर)गोरखपुर
स्थितिगोरखपुर, उत्तर प्रदेश, भारत
समुद्र तल से ऊँचाई79 मी॰ / 259 फुट
निर्देशांक26°44′22″N 83°26′58″E / 26.73944°N 83.44944°E / 26.73944; 83.44944
मानचित्रसभी
GOP is located in उत्तर प्रदेश
GOP
GOP
GOP is located in भारत
GOP
GOP
उड़ानपट्टियाँ
दिशा लम्बाई सतह
मी॰ फ़ीट
11/29 2,743 9,000
नागरिक टर्मिनल

गोरखपुर हवाईअड्डा या महायोगी गोरखनाथ हवाईअड्डा (आईएटीए: GOPआईसीएओ: VEGK) भारत के राज्य उत्तरप्रदेश के गोरखपुर शहर में गोरखपुर - कुशीनगर राज़मार्ग पर स्थित है।[1] यह एक सैन्य हवाई अड्डा है और शहर से 5 किमी की दूरी पर स्थित है। यह एक घरेलू हवाईअड्डा है और यहां कस्टम्स विभाग उपस्थित नहीं है। एस्फाल्ट से निर्मित यहाँ एक पक्की हवाईपट्टी है जिसकी लंबाई 9000 फीट है। इसका स्थानीय नाम महायोगी गोरखनाथ हवाईअड्डा है। भारतीय वायु सेना के स्वामित्व वाले इस हवाईअड्डे को एक नागरिक हवाईअड्डे के रूप मे परिचालन भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण करता है। 22.5 करोड की लागत से बने इसके टर्मिनल का कुल क्षेत्रफल 23500 वर्ग फीट है।[2]

इतिहास[संपादित करें]

यहा पर नागरिक विमानों का परिचालन सन १९८० से ही आरम्भ हो गया था[3] लेकिन तब यहां बहुत जयादा उडानें नहीं थीं और बाद में यहां से नागरिक उडाने बन्द हो गईं। इसके बाद सन २००० में यहां से एयर सहारा की उडानें चलीं [4] जो कोलकाता और दिल्ली जाती थीं। इसके नए नागरिक टर्मिनल भवन का उद्घाटन उत्तर प्रदेश के मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ और तत्कालीन उड्डयन मन्त्री सुरेश प्रभु ने सितम्बर २०१८ मे किया था।[2] इसके पहले यहां से नागरिक उडानों की बेहतर सुविधाओं के लिये टर्मिनल के पहले चरण (फेज़ १) का लोकार्पण १४ ज़ून २०१७ को योगी अदित्यनाथ ने केंद्रीय नागर विमानन राज्यमंत्री, भारत सरकार जयंत सिन्हा की उपस्थिति में किया था।[5][6]

आधारिक संरचना[संपादित करें]

गोरखपुर के महायोगी गोरखनाथ हवाईअड्डे पर सिर्फ एक ही रनवे है। इसे 11/29 दिशा क्रमांक[7] से दर्शाया गया है। इसकी लम्बाई और चौडाई 2,743 x 46 मीटर (9,000 फीट × 150 फीट) है। इस रनवे का इस्तेमाल भारतीय वायु सेना भी करती है और यह वायुसैनिक अड्डे का ही हिस्सा है। यह 180 से 200 सीटों वाले विमानो के उतरने की क्षमता रखता है। एअरबस का ए320, ए321, बोइंग का 737 यहाँ उतरने व उड़ने वाले कुछ प्रमुख विमान हैं। नया टर्मिनल एक समय में 200 यात्रियों को सम्भाल सकता है और इसका क्षेत्रफल 23500 वर्ग फीट है।[8] इसके निर्माण में कुल 22.5 करोड का खर्च आया।[9] इस हवाईअड्डे पर कार्गो उतारने की सुविधा नहीं है लेकिन इसके जल्द शुरु होने की सम्भावना है।[10] यहां पर यात्रियों के लिये अपने वाहनों के पार्किंग की सुविधा भी उपलब्ध है। [11]

28 मार्च 2021 को, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 26.87 करोड़ की लागत से मौजूदा टर्मिनल भवन के विस्तार की नींव रखी, जो कि 3440 वर्गमीटर क्षेत्र में फैला होगा। [12] आगमन हॉल में दो कन्वेयर बेल्ट से लैस, 10 चेक-इन-काउंटर, एस्केलेटर, लिफ्ट, रेस्तरां होगा और पहली मंजिल में एक अतिरिक्त सुरक्षा होल्डिंग क्षेत्र होगा और विस्तारित टर्मिनल भवन 200 यात्रियों को पीक आवर्स के दौरान संभाल सकेगा।[13]

उड़ानें[संपादित करें]

गोरखपुर हवाइअड्डे से 6 शहरों के लिये हर सप्ताह लगभग 68 यात्री विमान उड़ान भरते हैं।[14] इनमें दिल्ली, मुम्बई के लिये सबसे ज़्यादा 24 विमान उड़ान भरते हैं। इसके अलावा यहाँ से प्रयागराज, बैंगलोर, कोलकाता, हैदराबाद के लिये प्रतिदिन विमान आते व जाते हैं। यहाँ से इंडीगो, स्पाइस जेट, एलाइंस एअर जैसी विमान कम्पनियां अपनी सुविधाएँ देती हैं। प्रतिदिन गोरखपुर से उड़ानों की कुल संख्या 10 है।[15] यह हवाईअड्डा नागरिक उड़ानों के लिये सिर्फ दिन में ही कार्यरत होता है जबकि रात्रि में हवाई पट्टी को सिर्फ वायु सेना के विमान इस्तेमाल करते हैं।

वायुसेवाएंगंतव्य
एलाइंस एअरदिल्ली[16],लखनऊ[17]
इंडीगो प्रयागराज, दिल्ली, हैदराबाद, मुम्बई, कोलकाता
स्पाइस जेट दिल्ली, मुम्बई

यातायात[संपादित करें]

देखें स्त्रोत विकीडाटा क़्वेरी.


नजदीकी हवाईअड्डे[संपादित करें]

मौसमी या अन्य आपात काल में जब रनवे पर उतरना सम्भव ना हो तब विमानों को उतरने के लिये नजदीकी विमानपत्तनों कि आवश्यकता होती है। ऐसे में गंतव्य से करीबी हवाईअड्डे की दूरी महत्वपूर्ण हो जाती है। गोरखपुर हवाईअड्डा भारत नेपाल की सीमा के करीब स्थित है। नेपाल का भैरहवा हवाईअड्डा यहाँ से सबसे नजदीक 85 किमी की दूरी पर है। घरेलू हवाईअड्डों में वाराणसी, प्रयागराज़लखनऊ सबसे करीबी हैं।

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. "GORAKHPUR AIRPORT". भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण.
  2. "सुरेश प्रभु ने गोरखपुर मे नए नागरिक टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया".
  3. "आदित्यनाथ ने गोरखपुर मे नए नागरिक टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया".
  4. "गोरखपुर को प्रमुख शहरों से वायु कनेक्तिविटि मिलेगी: योगी".
  5. "गोरखपुर के नए टर्मिनल से यात्रियों को सुविधा मिलेगी: सीएम योगी". दैनिक जागरण. 14 Jun 2017.
  6. "उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को गोरखपुर हवाईअड्डे के नए सिविल टर्मिनल का उद्घाटन किया". न्यूज़18. 14 जून 2017.
  7. "What do the numbers on the runway means?". बीए स्कूल (अंग्रेज़ी में). 16 अक्टूबर 2018.
  8. "गोरखपुर". भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण. 10 सितम्बर 2016. मूल से 25 फरवरी 2008 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 फरवरी 2017.
  9. PTI (3 सितम्बर 2018). "Suresh Prabhu inaugurates new domestic terminal building at Gorakhpur Airport". बिज़नेस स्टन्डर्ड इन्डिया (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 19 मार्च 2020.
  10. शुक्ला, विवेक (19 दिसम्बर 2020). "खुशखबर: रेलवे की तरह फ्लाइट से भी भेज सकेंगे माल, जल्द शुरू होगी कार्गो सेवा". अमर उजाला. अभिगमन तिथि 5 फरवरी 2020.
  11. "गोरखपुर हवाईअड्डे पर अब पार्किंग सुविधा उपलब्ध". अमर उज़ाला.
  12. "Adityanath lays foundation stone to extend terminal building at Gorakhpur airport" [आदित्यनाथ ने गोरखपुर हवाईअड्डे के टर्मिनल भवन के विस्तार की आधारशिला रखी।]. द हिंदू (अंग्रेज़ी में). 28 मार्च 2021. अभिगमन तिथि 30 मार्च 2021.
  13. "Gorakhpur Airport terminal building all set for expansion. Details inside" [गोरखपुर हवाईअड्डा टर्मिनल भवन विस्तार को तैयार]. ईटीनाउ. 30 मार्च 2021. अभिगमन तिथि 30 मार्च 2021.
  14. "Top routes from GOP". flightradar24.com (अंग्रेज़ी में). 5 फरवरी 2021. अभिगमन तिथि 5 फरवरी 2021.
  15. सन्दर्भ त्रुटि: <ref> का गलत प्रयोग; विवेक_उजाला नाम के संदर्भ में जानकारी नहीं है।
  16. "लखनऊ-गोरखपुर के बीच पहली विमान सेवा का शेड्यूल जारी, 25 अक्‍तूबर से मिलेगी फ्लाइट". हिन्दुस्तान. 19 अगस्त 2020. अभिगमन तिथि 27 अगस्त 2020.
  17. "गोरखपुर से लखनऊ के लिए सीधी उड़ान 28 मार्च से". दैनिकजागरण. 2021-03-18. अभिगमन तिथि 2021-03-19.

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]