"विश्व में बौद्ध धर्म": अवतरणों में अंतर
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== क्षेत्र के आधार पर बौद्ध == |
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== विश्व के देशों में बौद्ध == |
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== प्रमुख बौद्ध तीर्थ == |
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{{main|बौद्ध धर्म के तीर्थ स्थल}} |
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भगवान बुद्ध के अनुयायिओं के लिए विश्व भर में पांच मुख्य तीर्थ मुख्य माने जाते हैं |
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===लुम्बिनी=== |
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[[Image:Maya Devi Lumbini.jpg|thumb|300px|[[माया देवी मंदिर, लुंबिनी]], [[नेपाल]]]] |
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यह स्थान [[नेपाल]] की तराई में नौतनवां रेलवे स्टेशन से 25 किलोमीटर और गोरखपुर-गोंडा लाइन के नौगढ़ स्टेशन से करीब 12 किलोमीटर दूर है। अब तो नौगढ़ से [[लुम्बिनी]] तक पक्की सडक़ भी बन गई है। ईसा पूर्व 563 में राजकुमार सिद्धार्थ गौतम (बुद्ध) का जन्म यहीं हुआ था। हालांकि, यहां के बुद्ध के समय के अधिकतर प्राचीन विहार नष्ट हो चुके हैं। केवल [[सम्राट अशोक]] का एक स्तंभ अवशेष के रूप में इस बात की गवाही देता है कि भगवान बुद्ध का जन्म यहां हुआ था। इस स्तंभ के अलावा एक समाधि स्तूप में बुद्ध की एक मूर्ति है। [[नेपाल]] सरकार ने भी यहां पर दो स्तूप और बनवाए हैं। |
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=== बोधगया === |
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[[Image:Mahabodhitemple.jpg|thumb|300px|[[महाबोधि मंदिर|महाबोधि विहार]], [[बोधगया]], [[बिहार]], [[भारत]]]] |
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करीब छह साल तक जगह-जगह और विभिन्न गुरुओं के पास भटकने के बाद भी बुद्ध को कहीं परम ज्ञान न मिला। इसके बाद वे [[गया]] पहुंचे। आखिर में उन्होंने प्रण लिया कि जब तक असली ज्ञान उपलब्ध नहीं होता, वह पिपल वृक्ष के नीचे से नहीं उठेंगे, चाहे उनके प्राण ही क्यों न निकल जाएं। इसके बाद करीब छह दिन तक दिन रात एक [[पिपल वृक्ष]] के नीचे भूखे-प्यासे तप किया। आखिर में उन्हें परम ज्ञान या [[बुद्धत्व]] उपलब्ध हुआ। सिद्धार्थ गौतम अब बुद्धत्व पाकर आकाश जैसे अनंत ज्ञानी हो चूके थे। जिस पिपल वृक्ष के नीचे वह बैठे, उसे [[बोधि वृक्ष]] यानी ज्ञान का वृक्ष कहां जाता है। वहीं गया को तक [[बोधगया]] (बुद्ध गया) के नाम से जाना जाता है। |
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=== सारनाथ === |
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[[File:Ancient Buddhist monasteries near Dhamekh Stupa Monument Site, Sarnath.jpg|right|300px|thumb|[[धामेक स्तूप]] के पास प्राचीण बौद्ध मठ, [[सारनाथ]], [[मध्य प्रदेश]], [[भारत]]]] |
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[[बनारस]] छावनी स्टेशन से छह किलोमीटर, बनारस-सिटी स्टेशन से साढ़े तीन किलोमीटर और सडक़ मार्ग से [[सारनाथ]] चार किलोमीटर दूर पड़ता है। यह पूर्वोत्तर रेलवे का स्टेशन है और बनारस से यहां जाने के लिए सवारी तांगा और रिक्शा आदि मिलते हैं। सारनाथ में बौद्ध-धर्मशाला है। यह बौद्ध तीर्थ है। लाखों की संख्या में बौद्ध अनुयायी और बौद्ध धर्म में रुचि रखने वाले लोग हर साल यहां पहुंचते हैं। बौद्ध अनुयायिओं के यहां हर साल आने का सबसे बड़ा कारण यह है कि भगवान बुद्ध ने अपना प्रथम उपदेश यहीं दिया था। सदियों पहले इसी स्थान से उन्होंने धर्म-चक्र-प्रवर्तन प्रारंभ किया था। बौद्ध अनुयायी सारनाथ के मिट्टी, पत्थर एवं कंकरों को भी पवित्र मानते हैं। सारनाथ की दर्शनीय वस्तुओं में अशोक का चतुर्मुख सिंह स्तंभ, भगवान बुद्ध का प्राचीन मंदिर, [[धामेक स्तूप]], [[चौखंडी स्तूप]], आदि शामिल हैं। |
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=== कुशीनगर === |
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[[Image:kusinara.jpg|thumb|300px|महापरिनिर्वाण स्तूप, [[कुशीनगर]], [[उत्तर प्रदेश]], [[भारत]]]] |
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[[कुशीनगर]] बौद्ध अनुयायिओं का बहुत बड़ा पवित्र तीर्थ स्थल है। भगवान बुद्ध कुशीनगर में ही [[महापरिनिर्वाण]] को प्राप्त हुए। कुशीनगर के समीप हिरन्यवती नदी के समीप बुद्ध ने अपनी आखरी सांस ली। रंभर स्तूप के निकट उनका अंतिम संस्कार किया गया। [[उत्तर प्रदेश]] के जिला [[गोरखपुर]] से 55 किलोमीटर दूर कुशीनगर बौद्ध अनुयायिओं के अलावा पर्यटन प्रेमियों के लिए भी खास आकर्षण का केंद्र है। 80 वर्ष की आयु में शरीर त्याग से पहले भारी संख्या में लोग बुद्ध से मिलने पहुंचे। माना जाता है कि 120 वर्षीय ब्राह्मण [[सुभद्र]] ने बुद्ध के वचनों से प्रभावित होकर संघ से जुडऩे की इच्छा जताई। माना जाता है कि सुभद्र आखरी भिक्षु थे जिन्हें बुद्ध ने दीक्षित किया। |
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=== दीक्षाभूमी === |
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[[चित्र:Diksha Bhumi.jpg|thumb|300px|[[दीक्षाभूमि, नागपुर|दीक्षाभूमि]], [[नागपुर]], [[महाराष्ट्र]], [[भारत]]]] |
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[[दीक्षाभूमि, नागपुर]] [[महाराष्ट्र]] राज्य के [[नागपूर]] शहर में स्थित प्रवित्र एवं महत्त्वपूर्ण बौद्ध तीर्थ स्थल है। बौद्ध धर्म भारत में इसवी पूर्व 6वी शताब्धीं से 12वी शताब्धीं तक रहां, बाद में हिंदूओं और मुस्लिमों के हिंसक आतंक से शांतिवादी बौद्ध धर्म का प्रभाव कम होता गया और 12वी शताब्दी में जैसे बौद्ध धर्म भारत से गायब सा हो गया। 12वी से 20वी शताब्धी तक [[हिमालय|हिमालयीन क्षेत्र]]ों के अलावा पुरे भारत में बौद्ध धर्म के अनुयायिओं की संख्या बहूत ही कम रहीं। लेकिन, आधुनिक भारत के निर्माता [[बोधिसत्व]] [[भीमराव आंबेडकर|डॉ॰ बाबासाहेब आंबेडकर]] जी ने 20वी शताब्धी के मध्य में [[अशोक विजयादशमी]] (इसी दिन [[सम्राट अशोक]] भी बौद्ध धर्म में प्रवर्तित हुए थे) के दिन [[14 अक्टूबर]], [[1956]] को [[हिन्दू धर्म]] त्यागकर स्वयं बौद्ध धम्म की दीक्षा अपनी पत्नी डॉ॰ माई साहेब आंबेडकर के साथ लेकर वे बौद्ध बने, फिर उन्होंने अपने 5,00,000 [[दलित|हिंदू दलित]] समर्थकों को [[नवयान]] बौद्ध धर्म की दीक्षा दी। बौद्ध धर्म की दीक्षा देने के लिए बाबासाहेब ने [[त्रिशरण]], [[पँचशील]] एवं अपनी 22 प्रतिज्ञाँए अपने नव-बौद्धों को दी। महज तीन दिन में डॉ॰ बाबासाहेब आंबेडकर ने 10,00,000 से अधिक लोगों को बौद्ध धम्म की दिक्षा देकर विश्व के बौद्धों को जनसंख्या 10 लाख से बढा दी। यह विश्व का सबसे बडा धार्मिक रूपांतरण या [[धर्मांतरण]] माना जाता है। बौद्ध विद्वान, बोधिसत्व डॉ॰ बाबासाहेब आंबेडकर जी ने [[भारत में बौद्ध धर्म का पुनरूत्थान]] किया। एक सर्वेक्षण के अनुसार [[मार्च]] [[1959]] तक लगभग '''1.5 से 2 करोड़''' दलितों ने बौद्ध धर्म ग्रहन किया था। 1956 से आज तक हर साल यहाँ देश और विदशों से 20 से 25 लाख बुद्ध और बाबासाहेब के बौद्ध अनुयायी अभिवादन करने के लिए आते है। इस प्रवित्र एवं महत्त्वपूर्ण तीर्थ स्थल को [[महाराष्ट्र सरकार]] द्वारा ‘अ’वर्ग पर्यटन एवं तीर्थ स्थल का दर्जा भी प्राप्त हुआ दी। |
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==सन्दर्भ== |
==सन्दर्भ== |
11:19, 31 जनवरी 2017 का अवतरण
कुल जनसंख्या | |
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1.6 अरब – 1.8 अरब (2010) विश्व जनसंख्या में 23% – 25% | |
विशेष निवासक्षेत्र | |
मुख्य रूप से एशिया महाद्विप, रूस और ऑस्ट्रेलिया के कुछ हिस्सों में | |
भाषाएँ | |
व्यापक रूप से चीनी, अंग्रेजी और अपनी प्रादेशिक भाषाएँ | |
धर्म | |
धम्मचक्र |
विश्व में बौद्ध धर्म को १.६ अरब से १.८ अरब लोक माननेवाले है। दुनिया की कुल जनसंख्या का २३% से २५% प्रतिनिधित्व बौद्ध करते है। बौद्ध धर्म एक धर्म और दर्शन है। संसार में ईसाई धर्म धर्म के बाद सबसे अधिक बौद्ध धर्म के ही अनुयायि पाये जाते। हालांकि कुछ सर्वेक्षणों के अनुसार बौद्ध धर्म आबादी ४८ से ५१ करोड़ (विश्व की जनसंख्या का ७%) भी बताई जाती है।
विश्व के सभी महाद्विपों में बौद्ध धर्म के अनुयायि रहते है। बौद्ध धर्म दुनिया का पहला विश्व धर्म है, जो अपने जन्मस्थान से निकलकर विश्व में दूर दूर तक फैला। आज दुनिया में बौद्ध धर्म की आबादी हिन्दू धर्म से अधिक और इस्लाम धर्म के बराबर या इस्लाम धर्म से भी अधिक है।
भारत में बौद्ध धर्म अल्पसंख्यक है, जबकि भारत में इस महान विश्व धर्म का उदय हुआ था। परंतु एशिया में बौद्ध धर्म प्रमुख धर्म बना रहा। २०१० में १.०७ अरब से १.२२ अरब जनसंख्या के साथ चीन बौद्धों की सबसे बड़ी आबादी वाला देश है, चीन की कुल आबादी में ८०% से ९१% बौद्ध अनुयायि है। ज्यादातर चीनी बौद्ध महायान सम्प्रदाय के अनुयायि है। दुनिया की ६५% से ७०% बौद्ध आबादी चीन में रहती है।
इतिहास
संपूर्ण एशिया में आज बौद्ध धर्म प्रभावशाली है। चित्र में गहरे पीले रंगो वाले क्षेत्रों में बौद्ध धर्म बहुमत में है। इसवी पूर्व ६वी शताब्धि में उत्तर भारत में बौद्ध धर्म का जन्म हुआ। फिर यह धर्म बौद्ध भिक्खु, बौद्ध प्रचारक और बौद्ध सम्राट और राजांओ के माध्यम से विश्व में दूर तक फैक गया। सम्राट अशोक के काल बौद्ध धर्म अखंड भारत का राजधर्म था।
बौद्ध संप्रदाय
महायान
बौद्ध परंपराओं का सबसे बड़ा संप्रदाय महायान हैं। महायान व्यापक रुप से संपूर्ण पूर्वी एशिया में सर्वाधिक प्रचलित है, दुनिया की कुल बौद्ध आबादी में करीब ७०% बौद्ध आबादी महायान बौद्ध धर्म को माननेवाली है। चीन, हांगकांग, जापान, दक्षिण कोरिया, उत्तर कोरिया, ताइवान, मकाउ, वियतनाम और तीन रूस के गणतंत्रों में महायान बौद्ध धर्म बहुसंख्यक रूप में है।
थेरवाद
बौद्ध धर्म का दूसरा सबसे बड़ा संप्रदाय थेरवाद है, और यह संप्रदाय ज्यादातर दक्षिण पूर्व एशिया रहता है। थेरवाद बौद्ध धर्म कंबोडिया, लाओस, म्यांमार, थाईलैंड, क्रिसमस द्वीप और सिंगापुर में बहुसंख्यक तथा मलेशिया, ब्रुनेई, तिमोर, इंडोनेशिया, फिलीपींस में भी बडी संख्या में है।
वज्रयान
वज्रयान तीसरा और छोटा संप्रदाय है, ज्यादातर वज्रयानी बौद्ध तिब्बत, हिमालय क्षेत्र, मंगोलिया और रूस के कुछ हिस्सों में बहुसंख्यक के रुप में रहता है, और यह संप्रदाय दुनिया भर में प्रसारित किया गया है।
नवयान
२०वी सदीं में नवयान बौद्ध सम्प्रदाय का उदय भारत में हुआ है और जिसका निर्माण हिंदू दलितों बराबरी एवं समानता का अधिकार दिलाना था, यह उद्देश सफल भी हुआ।
- पूर्वी बौद्ध धर्म (महायान) के १५० करोड़ अनुयायि है।
- दक्षिणी बौद्ध धर्म (थेरवाद) – २० करोड़ अनुयायि है।
- उत्तरी बौद्ध धर्म (वज्रयान) के ५ करोड़ अनुयायि है।
- भारतीय बौद्ध धर्म (नवयान) के ५ करोड़ से ७ करोड़ अनुयायि है।
- करोड़ो अतिरिक्त बौद्ध एशिया के बाहर पाए जाते हैं।
अधिकतम बौद्ध जनसंख्या वाले देश
संपूर्ण विश्व में लगभग १.८ अरब (१८० करोड़) बौद्ध हैं। इनमें से लगभग ७०% से ७५% महायानी बौद्ध और शेष २५% से ३०% थेरावादी, नवयानी (भारतीय) और वज्रयानी बौद्ध है। महायान और थेरवाद (हीनयान), नवयान, वज्रयान के अतिरिक्त बौद्ध धर्म में इनके अन्य कई उपसंप्रदाय या उपवर्ग भी हैं परन्तु इन का प्रभाव बहुत कम है। सबसे अधिक बौद्ध पूर्वी एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया के सभी देशों बहूसंख्यक के रूप में रहते हैं। दक्षिण एशिया के दो या तीन देशों में भी बौद्ध धर्म बहुसंख्यक है। एशिया महाद्विप की लगभग आधी से ज्यादा आबादी पर बौद्ध धर्म का गहरा प्रभाव है। महाअमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, अफ़्रीका और यूरोप जैसे महाद्विपों में भी करोडों बौद्धों के समुदाय रहते हैं। विश्व में लगभग १८ से अधिक देश ऐसे हैं जहां बौद्ध बहुसंख्यक या बहुमत में हैं। विश्व में कई देश ऐसे भी हैं जहां की बौद्ध जनसंख्या के बारे में कोई विश्वसनीय जानकारी उपलब्ध नहीं है।
देश | बौद्ध जनसंख्या | बौद्ध प्रतिशत |
---|---|---|
चीन | 1,22,50,87,000 | 91% |
जापान | 12,33,45,000 | 96% |
वियतनाम | 7,45,78,000 | 85% |
भारत | 6,79,87,899 | 06% |
थाईलैंड | 6,46,87,000 | 95% [1] |
म्यान्मार | 4,99,92,000 | 90% |
दक्षिण कोरिया | 2,46,56,000 | 54% |
ताइवान | 2,21,45,000 | 93%[2] |
उत्तर कोरिया | 1,76,56,000 | 72% |
श्रीलंका | 1,60,45,600 | 75%[3][4] |
कम्बोडिया | 1,48,80,000 | 97% |
इंडोनेशिया | 80,75,400 | 03% |
हांगकांग | 65,87,703 | 93% |
मलेशिया | 63,47,220 | 22% |
नेपाल | 62,28,690 | 22% |
लाओस | 62,87,610 | 98% |
अमेरिका | 61,49,900 | 02% |
सिंगापुर | 37,75,666 | 67% |
मंगोलिया | 30,55,690 | 98% |
फ़िलीपीन्स | 28,55,700 | 03% |
रूस | 20,96,608 | 02% |
बांग्लादेश | 20,46,800 | 01% |
कनाडा | 21,47,600 | 03% |
ब्राजील | 11,45,680 | 01% |
फ्रांस | 10,55,600 | 02% |
बौद्ध बहुमत वाले देश
दुनिया के बौद्ध राष्ट्र और उनमें बौद्ध जनसंख्या का प्रतिशत
देश जिनमें अधिकतम बौद्ध रहते हैं[5] | बौद्ध प्रतिशत |
---|---|
लाओस | 98 % [6] |
मंगोलिया | 98 % |
कम्बोडिया | 97 % [7] |
जापान | 96 % [8] |
थाईलैण्ड | 95 % [9] |
भूटान | 94 % |
ताइवान | 93 % [10][11][12] |
हांगकांग | 93 % |
चीन | 91 % [13] |
म्यान्मार (बर्मा) | 90 % [14] |
मकाउ | 90 % [15] |
तिब्बत | 90 % [16] |
वियतनाम | 85 % [17][18] |
श्रीलंका | 75 % [19][20] |
क्रिसमस द्वीप | 75 %[21] |
उत्तर कोरिया | 73 % |
सिंगापुर | 67 % |
तूवा (रूस के गणतंत्र) | 65 % |
दक्षिण कोरिया | 54 % |
कालमिकिया (रूस के गणतंत्र) | 40 % |
मलेशिया | 22 % |
नेपाल | 21 % |
बुर्यातिया (रूस के गणतंत्र) | 20 % |
ब्रुनेई | 17 % |
- बहुसंख्यक बौद्ध देश
आज विश्व में 20 से अधिक देशों (गणतंत्र राज्य भी) में बौद्ध धर्म बहुसंख्यक या प्रमुख धर्म के रूप में हैं।
- अधिकृत बौद्ध देश
विश्व में लाओस, कम्बोडिया, भूटान, थाईलैण्ड, म्यानमार और श्रीलंका यह छह देश "अधिकृत" 'बौद्ध देश' है, क्योंकी इन देशों के संविधानों में बौद्ध धर्म को ‘राजधर्म’ या ‘राष्ट्रधर्म’ का दर्जा प्राप्त है।
क्षेत्र के आधार पर बौद्ध
विश्व के देशों में बौद्ध
प्रमुख बौद्ध तीर्थ
भगवान बुद्ध के अनुयायिओं के लिए विश्व भर में पांच मुख्य तीर्थ मुख्य माने जाते हैं
लुम्बिनी
यह स्थान नेपाल की तराई में नौतनवां रेलवे स्टेशन से 25 किलोमीटर और गोरखपुर-गोंडा लाइन के नौगढ़ स्टेशन से करीब 12 किलोमीटर दूर है। अब तो नौगढ़ से लुम्बिनी तक पक्की सडक़ भी बन गई है। ईसा पूर्व 563 में राजकुमार सिद्धार्थ गौतम (बुद्ध) का जन्म यहीं हुआ था। हालांकि, यहां के बुद्ध के समय के अधिकतर प्राचीन विहार नष्ट हो चुके हैं। केवल सम्राट अशोक का एक स्तंभ अवशेष के रूप में इस बात की गवाही देता है कि भगवान बुद्ध का जन्म यहां हुआ था। इस स्तंभ के अलावा एक समाधि स्तूप में बुद्ध की एक मूर्ति है। नेपाल सरकार ने भी यहां पर दो स्तूप और बनवाए हैं।
बोधगया
करीब छह साल तक जगह-जगह और विभिन्न गुरुओं के पास भटकने के बाद भी बुद्ध को कहीं परम ज्ञान न मिला। इसके बाद वे गया पहुंचे। आखिर में उन्होंने प्रण लिया कि जब तक असली ज्ञान उपलब्ध नहीं होता, वह पिपल वृक्ष के नीचे से नहीं उठेंगे, चाहे उनके प्राण ही क्यों न निकल जाएं। इसके बाद करीब छह दिन तक दिन रात एक पिपल वृक्ष के नीचे भूखे-प्यासे तप किया। आखिर में उन्हें परम ज्ञान या बुद्धत्व उपलब्ध हुआ। सिद्धार्थ गौतम अब बुद्धत्व पाकर आकाश जैसे अनंत ज्ञानी हो चूके थे। जिस पिपल वृक्ष के नीचे वह बैठे, उसे बोधि वृक्ष यानी ज्ञान का वृक्ष कहां जाता है। वहीं गया को तक बोधगया (बुद्ध गया) के नाम से जाना जाता है।
सारनाथ
बनारस छावनी स्टेशन से छह किलोमीटर, बनारस-सिटी स्टेशन से साढ़े तीन किलोमीटर और सडक़ मार्ग से सारनाथ चार किलोमीटर दूर पड़ता है। यह पूर्वोत्तर रेलवे का स्टेशन है और बनारस से यहां जाने के लिए सवारी तांगा और रिक्शा आदि मिलते हैं। सारनाथ में बौद्ध-धर्मशाला है। यह बौद्ध तीर्थ है। लाखों की संख्या में बौद्ध अनुयायी और बौद्ध धर्म में रुचि रखने वाले लोग हर साल यहां पहुंचते हैं। बौद्ध अनुयायिओं के यहां हर साल आने का सबसे बड़ा कारण यह है कि भगवान बुद्ध ने अपना प्रथम उपदेश यहीं दिया था। सदियों पहले इसी स्थान से उन्होंने धर्म-चक्र-प्रवर्तन प्रारंभ किया था। बौद्ध अनुयायी सारनाथ के मिट्टी, पत्थर एवं कंकरों को भी पवित्र मानते हैं। सारनाथ की दर्शनीय वस्तुओं में अशोक का चतुर्मुख सिंह स्तंभ, भगवान बुद्ध का प्राचीन मंदिर, धामेक स्तूप, चौखंडी स्तूप, आदि शामिल हैं।
कुशीनगर
कुशीनगर बौद्ध अनुयायिओं का बहुत बड़ा पवित्र तीर्थ स्थल है। भगवान बुद्ध कुशीनगर में ही महापरिनिर्वाण को प्राप्त हुए। कुशीनगर के समीप हिरन्यवती नदी के समीप बुद्ध ने अपनी आखरी सांस ली। रंभर स्तूप के निकट उनका अंतिम संस्कार किया गया। उत्तर प्रदेश के जिला गोरखपुर से 55 किलोमीटर दूर कुशीनगर बौद्ध अनुयायिओं के अलावा पर्यटन प्रेमियों के लिए भी खास आकर्षण का केंद्र है। 80 वर्ष की आयु में शरीर त्याग से पहले भारी संख्या में लोग बुद्ध से मिलने पहुंचे। माना जाता है कि 120 वर्षीय ब्राह्मण सुभद्र ने बुद्ध के वचनों से प्रभावित होकर संघ से जुडऩे की इच्छा जताई। माना जाता है कि सुभद्र आखरी भिक्षु थे जिन्हें बुद्ध ने दीक्षित किया।
दीक्षाभूमी
दीक्षाभूमि, नागपुर महाराष्ट्र राज्य के नागपूर शहर में स्थित प्रवित्र एवं महत्त्वपूर्ण बौद्ध तीर्थ स्थल है। बौद्ध धर्म भारत में इसवी पूर्व 6वी शताब्धीं से 12वी शताब्धीं तक रहां, बाद में हिंदूओं और मुस्लिमों के हिंसक आतंक से शांतिवादी बौद्ध धर्म का प्रभाव कम होता गया और 12वी शताब्दी में जैसे बौद्ध धर्म भारत से गायब सा हो गया। 12वी से 20वी शताब्धी तक हिमालयीन क्षेत्रों के अलावा पुरे भारत में बौद्ध धर्म के अनुयायिओं की संख्या बहूत ही कम रहीं। लेकिन, आधुनिक भारत के निर्माता बोधिसत्व डॉ॰ बाबासाहेब आंबेडकर जी ने 20वी शताब्धी के मध्य में अशोक विजयादशमी (इसी दिन सम्राट अशोक भी बौद्ध धर्म में प्रवर्तित हुए थे) के दिन 14 अक्टूबर, 1956 को हिन्दू धर्म त्यागकर स्वयं बौद्ध धम्म की दीक्षा अपनी पत्नी डॉ॰ माई साहेब आंबेडकर के साथ लेकर वे बौद्ध बने, फिर उन्होंने अपने 5,00,000 हिंदू दलित समर्थकों को नवयान बौद्ध धर्म की दीक्षा दी। बौद्ध धर्म की दीक्षा देने के लिए बाबासाहेब ने त्रिशरण, पँचशील एवं अपनी 22 प्रतिज्ञाँए अपने नव-बौद्धों को दी। महज तीन दिन में डॉ॰ बाबासाहेब आंबेडकर ने 10,00,000 से अधिक लोगों को बौद्ध धम्म की दिक्षा देकर विश्व के बौद्धों को जनसंख्या 10 लाख से बढा दी। यह विश्व का सबसे बडा धार्मिक रूपांतरण या धर्मांतरण माना जाता है। बौद्ध विद्वान, बोधिसत्व डॉ॰ बाबासाहेब आंबेडकर जी ने भारत में बौद्ध धर्म का पुनरूत्थान किया। एक सर्वेक्षण के अनुसार मार्च 1959 तक लगभग 1.5 से 2 करोड़ दलितों ने बौद्ध धर्म ग्रहन किया था। 1956 से आज तक हर साल यहाँ देश और विदशों से 20 से 25 लाख बुद्ध और बाबासाहेब के बौद्ध अनुयायी अभिवादन करने के लिए आते है। इस प्रवित्र एवं महत्त्वपूर्ण तीर्थ स्थल को महाराष्ट्र सरकार द्वारा ‘अ’वर्ग पर्यटन एवं तीर्थ स्थल का दर्जा भी प्राप्त हुआ दी।
सन्दर्भ
- ↑ Department of Census and Statistics,The Census of Population and Housing of Sri Lanka-2011
- ↑ ताइवान की जनसंख्या[1]
- ↑ बौद्ध धर्म और श्रीलंकन संस्कृती[2]
- ↑ [3]
- ↑ http://www.asiantribune.com/node/85770 विश्व में बौद्ध धर्म
- ↑ http://www.liquisearch.com/list_of_religious_populations/by_proportion/buddhists
- ↑ http://en.m.wikipedia.org/wiki/Religion_in_Cambodia
- ↑ http://www.infoplease.com/ipa/A0855613.html
- ↑ https://en.m.wikipedia.org/wiki/Religion_in_Thailand
- ↑ http://www.indexmundi.com/taiwan/demographics_profile.html
- ↑ http://a-bas-le-ciel.blogspot.in/2012/08/religious-identity-in-taiwan-2001-2011.html?m=1
- ↑ http://a-bas-le-ciel.blogspot.in/2012/08/religious-identity-in-taiwan-2001-2011.html?m=1
- ↑ https://hi.m.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%AC%E0%A5%8C%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%A7_%E0%A4%A7%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AE#cite_note-5
- ↑ https://en.m.wikipedia.org/wiki/Freedom_of_religion_in_Myanmar
- ↑ https://books.google.com/books?id=nF-zCwAAQBAJ&pg=PA46&lpg=PA46&dq=90%25+buddhist+in+macau&source=bl&ots=QeL5srWTvZ&sig=Pf3e93G9iEb2DTbqm3wHeBCV6Vc&hl=en&sa=X&ved=0ahUKEwjR1rXU_OPQAhWMuI8KHdr9BcsQ6AEIGDAB
- ↑ http://www.nepalreisentrek.com/index.php?option=com_content&view=article&id=141&Itemid=434
- ↑ http://m.vietnambiketours.com/?url=http://www%2evietnambiketours%2ecom%2fvietnam%2dreligion%2ehtml
- ↑ http://siu.no/index.php/eng/Media/SIU/Highlight-countries/Vietnam-Asia
- ↑ http://www.dhammawiki.com/index.php?title=Sri_Lanka
- ↑ https://www.directtraveller.com/blog/buddhism-and-sri-lankan-cultural-heritage/
- ↑ %http://www.gettyimages.com/detail/photo/buddhist-temple-christmas-island-royalty-free-image/496848403
इन्हें भी देखें
बाहरी कड़ियाँ
- [ विश्व में बौद्ध धर्म - नक्शा http://www.kidsmaps.com/geography/The+World/Sociological/Distribution+of+Buddhism+Around+the+World ]