वांसदा राष्ट्रीय उद्यान
वांसदा राष्ट्रीय उद्यान | |
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आईयूसीएन श्रेणी द्वितीय (II) (राष्ट्रीय उद्यान) | |
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अवस्थिति | नवसारी, गुजरात, भारत |
निकटतम शहर | वांसदा |
निर्देशांक | 20°44′N 73°28′E / 20.733°N 73.467°Eनिर्देशांक: 20°44′N 73°28′E / 20.733°N 73.467°E |
क्षेत्रफल | २३.९९ वर्ग कि.मी. |
स्थापित | १९७९ |
शासी निकाय | वन विभाग गुजरात |
वांसदा राष्ट्रीय उद्यान भारत के गुजरात राज्य के नवसारी ज़िले में स्थित एक राष्ट्रीय उद्यान है जो सन् १९७९ में स्थापित किया गया था। राष्ट्रीय उद्यान स्थापित होने से पहले यह क्षेत्र वांसदा के महाराजा का निजि इलाका था। इसी कारण से इस उद्यान का नाम भी वांसदा राष्ट्रीय उद्यान पड़ा।
स्थिति[संपादित करें]
यह उद्यान दक्षिणी गुजरात में नवसारी ज़िले की पूर्वी सीमा में स्थित है। यह दक्षिण में वलसाड ज़िले के जंगलों और पूर्व में डांग के जंगलों दोनों के साथ एक निरंतर वन क्षेत्र का निर्माण करता है।
विस्तार[संपादित करें]
उद्यान राष्ट्रीय राजमार्ग-८ के पास स्थित है और लगभग २४ वर्ग कि॰मी॰ फैला हुआ है। हालांकि यह उद्यान छोटा है, लेकिन यह बहुत घना है और कुछ इलाकों में तो पूरे दिन धूप ज़मीन नहीं छू पाती है। यहाँ जीव और वनस्पति में काफ़ी विविधता देखी जा सकती है।
यहां का भू-भाग कुछ हिस्सों में समतल है और कुछ में ऊबड़-खाबड़। यहाँ का पानी अंबिका नदी के ज़रिये नवसारी के निकट समुद्र में जाता है। उद्यान दक्षिण-पश्चिम में राजस्व विभाग द्वारा विकसित क्षेत्र से सटा है और पूर्वोत्तर में अंबिका के साथ। पार्क के चारों ओर का क्षेत्र पश्चिमी घाट, जिसे सह्यादरी भी कहते हैं, की उत्तरी और पश्चिमी सीमा है।
जीव और वनस्पति[संपादित करें]
यहाँ २,००० मि.मी. औसतन सालाना वर्षा होती है, जिसकी वजह से इस उद्यान में काफ़ी हरियाली है। यहाँ के कुछ भाग तो इतने घने हैं कि वहाँ पर दिन में भी अंधेरा रहता है। उद्यान का अधिकांश क्षेत्र नमी वाला पर्णपाती वन है लेकिन कुछ इलाकों में सूखे पर्णपाती वृक्ष भी हैं। इस उद्यान में वनस्पति की ४५० प्रजातियाँ हैं जिसमें से ४४३ फूल देने वाली प्रजातियाँ हैं। जीवों की यहाँ कई प्रजातियाँ हैं जिनमें प्रमुख हैं तेंदुआ, लकड़बग्घा, चीतल, चौसिंगा, काकड़ इत्यादि।