द्यौष्पिता
द्यौष्पिता या द्यौष्पितृ प्राचीन हिन्दू धर्म के एक देवता हैं जिनका उल्लेख ऋग्वेद में मिलता है। उनके नाम का अर्थ 'आकाश (द्यौ) पिता' है और उनकी संगिनी 'पृथ्वी माता' बताई गई हैं। ऋग्वेद, अग्नि, इन्द्र और उषस इन्हीं की सन्तति है। वे भारतीय के सबसे प्राचीन देवताओं में से एक माने जाते हैं।[1]
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ Hindu mythology, Vedic and Purānic, William Joseph Wilkins, pp. 10, Thacker, Spink & co., 1882, ... The general opinion respecting Dyaus (Heaven) and Prithivi (Earth) is that they are amongst the most ancient of the Indian deities, hence they are spoken of in the hymns of the Rig-Veda as the parents of the other gods
ऋग्वेद में
[संपादित करें]ऋग्वेद के १:८९:४, १:९०:७, १:१६४:३३, १:१९१:६ और ४:१:१० श्लोकों में द्यौष्पितृ का उल्लेख है। इसके अलावा ऋग्वेद १:८९:४ में 'पितृ द्यौष' और 'माता पृथ्वी' का ज़िक्र साथ-साथ होता है। हालांकि अन्य देवो का उल्लेख इनसे अधिक बार होता है, फिर भी अन्य प्रमुख देवताओं का पिता होने के नाते इनकी अहमियत बहुत है। उदाहरण के लिये ऋग्वेद ४:१७:४ में इन्हें इन्द्र का पिता बताया गया है:
- आपके पिता द्यौष स्वयं महानायक थे, महान था इन्द्र के सृजनकर्ता का कार्य।
- वह जिन्होने वज्र के गरजने वाले स्वामी को जन्मा, जो अचल धरती की तरह अचल हैं॥ ऋग्वेद ४:१७:४ ॥
अन्य हिन्द-यूरोपीय देवताओं से समानता
[संपादित करें]कई विद्वानों की दृष्टि में द्यौष् पिता का नाम व उनकी भूमिका से साफ़ है कि वे वही देवता हैं जिन्हें प्राचीन यूनान में 'ज़ीउस' (Ζεύς, Zeus) और प्राचीन रोम में 'ज्युपिटर' (Jupiter) कहा जाता था। माना जाता है कि वे वही देव हैं जिन्हें आदिम-हिन्द-यूरोपीय लोग 'द्येउस' (*Dyeus) के नाम से पूजते थे।<ref name="ref53zuleh">Death, War, and Sacrifice: Studies in Ideology & Practice, Bruce Lincoln, pp. 6, University of Chicago Press, 1991, ISBN 9780226482002, ... *Dyeus, who became Zeus among the Greeks, Ju-piter ("Celestial Father" or "Father Sky") among the Romans, and Dyaus among the Indians ...