राष्ट्रमण्डल प्रजाभूमि

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
(राष्ट्रमण्डल प्रदेश से अनुप्रेषित)

राष्ट्रमण्डल प्रजाभूमि या राष्ट्रमण्डल प्रदेश, जिन्हें अंग्रेज़ी में कॉमनवेल्थ रॆयल्म कहा जाता है, राष्ट्रों के राष्ट्रमण्डल के उन १६ सार्वभौमिक राष्ट्रों को कहा जाता है, जिनपर एक ही शासक, महारानी एलिज़ाबेथ द्वि॰ का राज है। ये सारे देश एक ही राजसत्ता, शासक, राजपरिवार और उत्तराधिकार क्रम को साँझा करते हैं।

इस व्यवस्था की शुरुआत १९३१ की वेस्टमिंस्टर की संविधि के साथ हुई थी, जिसके द्वारा ब्रिटेन के तत्कालीन डोमीनियन, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, न्यूज़ीलैण्ड, आयरिश मुक्त राज्य और न्यूफाउण्डलैण्ड को ब्रिटिश राष्ट्रमण्डल के बराबर के सदस्य होने के साथ ही पूर्ण या पूर्णात्मत वैधिक स्वतंत्रता प्रदान की गयी थी। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद से, विश्व भर में विस्तृत, ब्रिटिश साम्राज्य के तमाम देशों को एक डोमिनियन के रूप में स्वाधीनता प्रदान कर दी गयी। जिनमे से कुछ राज्यों ने पूर्णतः स्वाधीन होने के बावजूद राजतंत्र के प्रति अपनी वफ़ादारी को बरक़रार रखा, जबकि कुछ राज्यों ने ब्रिटिश राजतंत्र को नाममात्र प्रमुख मानने से इनकार कर स्वयं को गणतांत्रिक राज्य घोषित कर दिया। आज, विश्व बाहर में कुल १६ ऐसे राज्य हैं जो स्वयं को महाराज चार्ल्स तृतीय के एक प्रजाभूमि के रूप में पहचान करव्वते हैं।

नामकरण[संपादित करें]

अंग्रेज़ी भाषा में ब्रिटिश संप्रभु के अधीन इन राज्यों को आम तौर पर रियाल्म(Realm;रॆयल्म) के नाम से जाना जाता है, जोकि फ्रांसीसी शब्द रॉयूम्(Royaume) से लिया गया है, रियल्म यानि एक ऐसा राज्य, क्षेत्र या प्रदेश, जिसपर एक राजा/रानी राज करती है। यहाँ यह जानना आवश्यक है की, यूनाइटेड किंगडम या राष्ट्रमंडल या किसी भी राष्ट्रमंडल प्रदेश की आधिकारिक शब्दावली में "रियल्म" एक वैधिक या कानूनी शब्द नहीं है, अर्थात "रियल्म" की कोई कानूनी परिभाषा नहीं है। अतः ऐसी कोई बाध्यता नहीं है की ब्रिटिश संप्रभु के अधीन आनेवाले इन राज्यों को किसी विशेष नाम से संबोधित किया जाए, नाहीं "रियल्म" शब्द, एक राज्य के किसी विशेष दर्जे को परिभाषित करता है(जैसे की "डोमिनियन" या "उपनिवेश" जैसे शब्द करते हैं)। हालाँकि, १९५० के दशक से ही, ब्रिटिश संप्रभु के राज के अधीन आनेवाले राज्यों को राष्ट्रमण्डल के अन्य सदस्य देशों से विभक्त रूप से बोध करने हेतु "रियल्म" शब्द का उपयोग अधिकारक दस्तावेज़ों में किया जाता रहा है, यहाँ तक की महाराज चार्ल्स तृतीय के राजसिधारण की घोषणा में भी इस शब्द का प्रयोग किया गया था। इन राज्यों को रियल्म इसीलिए कहा जाता है, क्योंकि एक ही शासक की अधीन होने के बावजूद ये सारे राज्य, पूर्णतः सार्वभौमिक हैं, और एक-दुसरे से पूर्णः स्वतंत्र हैं, अतः यह १६ देश, एक राजनैतिक इकाई का हिस्सा नहीं है, बल्कि १६ अलग-अलग राज्य हैं।

क्योंकि, रेयल्म एक क़ानूनी शब्द नहीं है, इसीलिए इसका कोई आधिकारिक अनुवाद भी उपस्थित नहीं है। अतः इन प्रदेशों(कामनवेल्थ रेयल्म) का बोध करने हेतु, किसी राजा के अधीन भूमि का बोध कराने वाले किसी भी शब्द का उपयोग किया जासकता है। साधारण तौरपर, प्रजाभूमि, प्रदेश, और परिभूमि जैसे शब्दों का प्रयोग होता है, इनके अलावा, प्रमंडल और राजभूमि शब्दों काभी उपयोग हो सकता है।

वर्त्तमान प्रजाभूमियाँ[संपादित करें]

वर्त्तमान प्रजाभूमियाँ नीले रंग में हैं, और पूर्व परिभूमियाँ लाल रंग में हैं

वर्तमान स्थितिनुसार, वर्ष १९९२ से, विश्व में कुल १६ राष्ट्रमण्डल प्रजाभूमियाँ हैं, जिनका कुल क्षेत्रफल १,८७,००,००० वर्ग किलोमीटर है, और आबादी १४,३०,००,००० है।[1] जिसमे से ६ सबसे अधिक आबाद देश हैं:यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैण्ड और जमैका

देश[Note 1] जनसंख्या राजतंत्र दिनांक महारानी की शाही उपादि[Note 2] संप्रभु के शाही मानक
अण्टीगुआ और बारबूडा अण्टीगुआ और बारबूडा 91,295 अण्टीगुआ और बारबुडा का राजतंत्र 1981 Elizabeth the Second, by the Grace of God, Queen of Antigua and Barbuda and of Her other Realms and Territories, Head of the Commonwealth. अनुपस्थित
 ऑस्ट्रेलिया 24,023,100 ऑस्ट्रेलियाई राजतंत्र 1931 Elizabeth the Second, by the Grace of God, Queen of Australia and Her other Realms and Territories, Head of the Commonwealth. अनुपस्थित
बहामास बहामाज़ 321,834 बहामियाई राजतंत्र 1973 Elizabeth the Second, by the Grace of God, Queen of the Commonwealth of the Bahamas and of Her other Realms and Territories, Head of the Commonwealth. अनुपस्थित
बेलीज़ बेलीज़ 347,369 बेलीज़ियाइ राजतंत्र 1981 Elizabeth the Second, by the Grace of God, Queen of Belize and of Her Other Realms and Territories, Head of the Commonwealth अनुपस्थित
 कनाडा 35,985,751 कैनेडियाइ राजतंत्र 1931 अंग्रेज़ी: Elizabeth the Second, by the Grace of God of the United Kingdom, Canada and of Her other Realms and Territories Queen, Head of the Commonwealth, Defender of the Faith
फ़्रान्सीसी: फ़्रान्सीसी‎Elizabeth Deux, par la grâce de Dieu Reine du Royaume-Uni, du Canada et de ses autres royaumes et territoires, Chef du Commonwealth, Défenseur de la Foi [2]
ग्रेनाडा ग्रेनेडा 109,590 ग्रेनेडा का राजतंत्र 1974 Elizabeth the Second, by the Grace of God, Queen of the United Kingdom of Great Britain and Northern Ireland and of Grenada and Her other Realms and Territories, Head of the Commonwealth अनुपस्थित
जमैका जमैका 2,950,210 जमैकन राजतंत्र 1962 Elizabeth the Second, by the Grace of God, Queen of Jamaica and of Her other Realms and Territories, Head of the Commonwealth अनुपस्थित
न्यूज़ीलैंड न्यूज़ीलैण्ड[3] 4,596,700 न्यूज़ीलैण्ड का राजतंत्र 1931 Elizabeth the Second, by the Grace of God, Queen of New Zealand and Her Other Realms and Territories, Head of the Commonwealth, Defender of the Faith[4] अनुपस्थित
पापुआ न्यू गिनी पापुआ न्यू गिनी 7,059,653 पापुआ न्यू गिनी का राजतंत्र 1975 Elizabeth the Second, Queen of Papua New Guinea and Her other Realms and Territories, Head of the Commonwealth[5] अनुपस्थित
सेण्ट किट्स और नेविस सेंट किट्स और नेविस 54,961 सेंट किट्स और नेविस का राजतंत्र 1983 Elizabeth the Second, by the Grace of God, Queen of Saint Christopher and Nevis and of Her other Realms and Territories, Head of the Commonwealth अनुपस्थित
सेण्ट लूसिया सेंट लूसिया 183,600 सेंट लूसिया का राजतंत्र 1979 Elizabeth the Second, by the Grace of God, Queen of Saint Lucia and of Her other Realms and Territories, Head of the Commonwealth अनुपस्थित
सेण्ट विन्सेण्ट और ग्रेनाडाइन्स सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस 103,000 सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस का राजतंत्र 1979 Elizabeth the Second, by the Grace of God, Queen of Saint Vincent and the Grenadines and of Her other Realms and Territories, Head of the Commonwealth अनुपस्थित
सोलोमन द्वीप सोलोमन द्वीप 523,000 सोलोमन द्वीप का राजतंत्र 1978 Elizabeth the Second, by the Grace of God, Queen of Solomon Islands and of Her other Realms and Territories, Head of the Commonwealth अनुपस्थित
टुवालु तुवालू 10,837 तुवालुवी राजतंत्र 1978 Elizabeth the Second, by the Grace of God, Queen of Tuvalu and of Her other Realms and Territories, Head of the Commonwealth अनुपस्थित
 ब्रिटेन[6] 64,716,000 ब्रिटिश राजतंत्र 1931 अंग्रेज़ी: Elizabeth the Second, by the Grace of God, of the United Kingdom of Great Britain and Northern Ireland and of Her other Realms and Territories Queen, Head of the Commonwealth, Defender of the Faith
लातिन: Elizabeth Secunda Dei Gratia Britanniarum Regnorumque Suorum Ceterorum Regina Consortionis Populorum Princeps Fidei Defensor[7]

  1. देशों के वर्त्तमान ध्वजों को अंकित किया गया है
  2. भिन्न उपादियों को मोठे अक्षरों में लिखा गया है।

राजमुकुट[संपादित करें]

राजमुकुट अथवा द क्राउन की व्यवस्था एक विशेष राजनीतिक संकल्पना है, जिसकी ब्रिटेन तथा अन्य राष्ट्रमण्डल प्रदेशों के विधिशास्त्र तथा राजतांत्रिक व्यवस्था में अतिमहत्वपूर्ण भूमिका है। इस सोच का विकास इंग्लैण्ड राज्य में सामंतवादी काल के दौरान शाब्दिक मुकुट तथा राष्ट्रीय संपदाओं को संप्रभु(नरेश) तथा उनके/उनकी व्यक्तिगत संपत्ति से विभक्त कर संबोधित करने हेतु हुआ था। इस सोच के अनुसार राजमुकुट को प्रशासन के समस्त अंगों तथा हर आयाम में राज्य तथा शासन के प्रतीक के रूप में देखा जाता है, तथा ब्रिटिश संप्रभु को राजमुकुट के सतत अवतार के रूप में देखा जाता है। अतः ब्रिटेन तथा राष्ट्रमण्डल प्रदेशों मे इस शब्दावली को शासन अथवा सर्कार के लिए एक उपलक्षण(उपशब्द) के रूप में भी उपयोग किया जाता है, या सीधे-सीधे ऐसा भी कहा जा सकता है की यह राजतंत्र को ही संबोधित करने का एक दूसरा तरीका है।[8] विधिक रूप से "राजमुकुट" को एक एकव्यक्ती संस्थान के रूप में परिभाषित किया जा सकता है जो कि विधानपालिका, कार्यपालिका तथा न्यायपालिका के संपूर्ण समुच्च न्यायिक अवतार है। अतः इस संदर्भ में इस शब्द को किसी शाही पोशाक के वास्तविक मुकुट के साथ संभ्रमित नहीं करना चाहिए। एक संस्थान के रूप में, राजमुकुट, ब्रिटेन की राजनीतिकव्यवस्था का सबसे पुराना कार्यशील संस्थान है।[9]

प्रत्येक राष्ट्रमण्डल प्रदेश में राजमुकुट की संकल्पना सामान, परंतु विभक्त विधिक संकल्पनाएँ हैं। अतः राष्ट्रमंडलीय विधि में, एक अधिकारक्षेत्र को दुसरे से अलग करने के लिए न्यायिक दस्तावेज़ों में, "[अधिकारक्षेत्र] पर अधिकार धारी मुकुट..."(अंग्रेज़ी: the Crown in right of [अधिकारक्षेत्र], फ़्रान्सीसी: फ़्रान्सीसी‎, ला कूऱ़ून् दू च़़ेफ़ दु [अधिकारक्षेत्र]) उदाहरण: "The Crown in right of the United Kingdom..."("यूनाइटेड किंगडम पर अधिकार धारी राजमुकुट...") या '"La Couronne du chef du Québec"(उच्चारण:ला कूऱ़ून् दू च़़ेफ़ दु क़़ुबेक, "कुबेक पर अधिकार धारी मुकुट...")[10][11][12][13] इसके अलावा The Crown in right of Canada, The Crown in right of Australia, The Crown in right of Papua New Guinea, इत्यादि, और क्योंकि, कैनडा और ऑस्ट्रेलिया संघीय राष्ट्र हैं, अतः प्रत्येक कैनेडियाई प्रांत और ऑस्ट्रेलियाई राज्य "पर अधिकार धारी राजमुकुट" भी हैं।[14] मुकुट के अधिकारों को या अधिराट् द्वारा स्वयं या फिर उनके प्रतिनिधि द्वारा, संबंधित मंत्रियों या अधिकारियों की सलाह पर प्रयोग किया जाता है।

उत्तराधिकार[संपादित करें]

राष्ट्रमण्डल प्रदेशों के बीच का संबंध इस प्रकार का है की उत्तराधिकार को अनुशासित करने वाले किसी भी बिधान का सारे देशों की एकमत स्वीकृति आवश्यक है। यह बाध्यता वेस्टमिंस्टर की संविधि, १९३१ द्वारा लागु की गयी थी। सिंघासन पर उत्तराधिकार, विभिन्न ऐतिहासिक संविधिओं द्वारा अनुशासित है, जिनमें बिल ऑफ़ राइट्स, १६८९, ऍक्ट ऑफ़ सेटलमेंट, १७०१ और ऍक्ट ऑफ़ यूनियन, १७०७ शामिल हैं। ऐतिहासिक रूप से उत्तराधिकार को पुरुष-वरियति सजातीय ज्येष्ठाधिकार के सिद्धान्त द्वारा अनुशासित किया जाता रहा है, जिसमे पुत्रों को ज्येष्ठ पुत्रियों पर प्राथमिकता दी जाती रही है, तथा एक ही लिंग के ज्येष्ठ संतानों को पहली प्राथमिकता दी जाती है। उत्तराधिकार संबंधित नियम केवल संसदीय अधिनियम द्वारा परिवर्तित किये जा सकते हैं, सिंघासन का कोई उत्तराधिकारी, स्वेच्छा से अपना उत्तराधिकार त्याग नहीं कर सकता है। सिंघासन पर विराजमान होने के पश्चात एक व्यक्ति अपने निधन तक राज करता है। इतिहास में एकमात्र स्वैछिक पदत्याग, १९३६ में एडवर्ड अष्टम ने किया था, जिसे संसद के विशेष अधिनियम द्वारा वैध क़रारा गया था। अंतिम बार जब किसी शासक को अनैच्छिक रूप से निष्काषित किया गया था, वो था १६८८ में जेम्स सप्तम और द्वितीय जिन्हें ग्लोरियस रेवोल्यूशन(गौरवशाली क्रांति) के समय निष्काषित किया गया था।

ऍक्ट ऑफ़ सेटलमेंट, १७०१, उत्तराधिकार को सोफ़िया ऑफ़ हॅनोवर(१६३०-१७१४), जेम्स प्रथम की एक पोती, के वैधिक प्रोटेस्टेंट वंशजों तक सीमित करता है। अतः राजपरिवार का कोई भी कैथलिक सदस्य कभी भी सिंघासन को उत्तरिधिकृत नहीं कर सकता है। एक शासी शासक के निधन पर स्वयमेव ही, राजपाठ, उसके आसन्न वारिस के पास चला जाता है, अतः सैद्धांतिक रूप से, सिंघासन एक क्षण के लिए भी खली नहीं रहता है। तथा उत्तराधिकार को सार्वजनिक रूप से उत्तराधिकार परिषद् द्वारा घोषित की जाती है। अतः अंग्रेजी परंपरा के अनुसार शासक के उत्तराधिकार को वैध होने के लिए राज्याभिषेक होना आवश्यक नहीं है। अतः आम तौर पर राज्याभिषेक उत्तराधिकार के कुछ महीने बाद होता है(ताकि आवश्यक तैयारी और शोक के लिए समय मिल सके)। नए शासक के राज्याभिषेक की परंपरा वेस्टमिंस्टर ऐबे में कैंटरबरी के आर्चबिशप द्वारा किया जाता है।

ऐतिहासिक रूप से उत्तराधिकार को पुरुष-वरियति सजातीय ज्येष्ठाधिकार के सिद्धान्त द्वारा अनुशासित किया जाता रहा है, जिसमे पुत्रों को ज्येष्ठ पुत्रियों पर प्राथमिकता दी जाती रही है, तथा एक ही लिंग के ज्येष्ठ संतानों को पहली प्राथमिकता दी जाती है। अतः उत्तराधिकारी के लिंग तथा धर्म का उत्तराधिकार पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। २०११ में राष्ट्रमण्डल की बैठक में ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरून ने यह घोषणा की थी कि तमाम राष्ट्रमण्डल प्रदेश पुरुष प्राथमिकता की परंपरा को समाप्त करने के लिए राज़ी हो गए हैं, तथा भविष्य के शासकों पर कैथोलिक व्यक्तियों से विवाह करने पर रोक को भी रद्द करने पर सब की स्वीकृति ले ली गयी थी। परंतु क्योंकि ब्रिटिश अधिराट् चर्च ऑफ़ इंग्लैंड के प्रमुख भी होते हैं, अतः कैथोलिक व्यक्तियों को सिंघासन उत्तराधिकृत करने पर रोक लगाने वाले विधान को यथास्त रखा गया है। इस विधेयक को २३ अप्रैल २०१३ को शाही स्वीकृति मिली, तथा सारे राष्ट्रमण्डल प्रदेशों में सम्बंधित विथान पारित होने के पश्चात् मार्च २०१५ को यह लागू हुआ।

१७०१ के ऍक्ट ऑफ़ सेटलमेंट के विधानों के अनुसार, जेम्स प्रथम की पोती, हनोवर की एलेक्ट्रेस, सोफ़िया, के "वैध" प्रोटोस्टेंट वंशज ही सिंघासन को उत्तराधिकृत करने के लिए सक्षम हैं। अर्थात, शाही परिवार के वंश के केवल जायज़ संतान ही सिंघासन पर उत्तराधिकार का हक़ रखते हैं, और कोई भी अवैध संतान, तथा उनके वंशज, सिंघासन पर किसी भी प्रकार का अधिकार नहीं रखते हैं। इस सन्दर्भ में, रॉयल मैरेजेज़ ऍक्ट, १७७२ के प्रावधानों के अनुसार शाही परिवार के किसी भी सदस्य को विवाह करने हेतु संप्रभु की स्वीकृति लेना आवश्यक है, और संप्रभु के स्वीकृति के बिना किये गए किसी भी विवाह को "अवैध"(अर्थात असक्षम) क़रार दिया जाएगा, तथा वह व्यक्ति और उसके संतान सिंघासन पर अधिकार से वंचित हो जायेंगे। इस अधिनियम के प्रावधानों में २०१३ के सक्सेशन टू द क्राउन ऍक्ट द्वारा कुछ परिवर्तन लाये गए। इस अधिनियम के अनुसार, उत्तराधिकार क्रम के पहले छह सदस्यों को विवाह करने हेतु संप्रभि की इजाज़त लेना आवश्यक है, अन्यथा उस व्यक्ति तथा उस विवाह से हुए सरे संतान और उनके वंशजों को उत्तराधिकार क्रम से वंचित मान लिया जाएगा। परंतु ऐसी किसी भी विवाह को किसी भी प्रकार से गैर-कानूनी नहीं करार जा सकता है।

राजपरिवार[संपादित करें]

संप्रभु के परिवार के सबसे करीबी सदस्यों के समूह को राजपरिवार कहा जाता है। हालाँकि, ऐसा कोई दृढ़ नियम या विधान नहीं है, जो यह सुनियोजित करता हो की किन व्यक्तियों को इस विशेष समूह में रखा जाए, नाही कोई ऐसा विधान है जो राजपरिवार को विस्तृत रूप से परिभाषित करता हो। बहरहाल, आम तौर पर उन व्यक्तियों को जिनपर हिज़/हर मैजेस्टी(HM) या हिज़/हर रॉयल हाइनेस(HRH) का संबोधन रखते हैं, को आम तौर पर राजपरिवार का सदस्य माना जाता है। इस मापदंड के आधार पर राज परिवार में, अधिराट्, उनके/उनकी सहचारी, पूर्व संप्रभु(ओं) की विधवा(एँ)/विधुरगण, वेल्स के राजकुमार के ज्येष्ठताम् पुत्र के संतान, तथा पूर्व शासक(ओं) के पुत्रों की धर्मपत्नियाँ या उनकी विधवाएँ और उनके पुरुष-रेखा के पौत्र शामिल होंगे।

विभिन्न राष्ट्रमण्डल प्रदेशों के सन्दर्भ में, इसी(या इस के सामान) विशेष समूह के लिए भिन्न शब्दावली का उपयोग भी किया जा सकता है, उदाहरण के तौर पर, ऑस्ट्रेलिया में इस समूह को ऑस्ट्रेलियाई राजपरिवार और कैनडा में कैनेडियाइ राजपरिवार कहा जाता है।

परिभूमियों के बीच का संबंध[संपादित करें]

ब्रिटिश साम्राज्य, १९२१
वर्त्तमान राष्ट्रमण्डल प्रमंडल

१८ वीं और १९वीं सदी के दौरान ब्रिटेन के औपनिवेशिक विस्तार द्वारा, ब्रिटेन ने विश्व के अन्य अनेक भू-भागों वे क्षेत्रों पर अपना कब्ज़ा जमा लिया। जिनमें से अधिकतर देशों ने मध्य २०वीं सदी तक ब्रिटेन से स्वतंत्रता हासिल कर ली। हालाँकि उन सभी देशों ने यूनाइटेड किंगडम की सरकार की अधिपत्यता को नकार दिया, परंतु उनमें से कई राष्ट्र, ब्रिटिश शासक को अपने अधिराट् के रूप में मान्यता देते हैं। इन देशों को राष्ट्रमण्डल प्रदेश या राष्ट्रमण्डल प्रजाभूमि कहा जाता है। वर्त्तमान काल में, यूनाइटेड किंगडम के अधिराट् केवल यूनाइटेड किंगडम के ही नहीं बल्कि उसके अतिरिक्त कुल १५ अन्य राष्ट्रों के अधिराट् भी हैं। हालांकि इन राष्ट्रों में भी उन्हें लगभग सामान पद व अधिकार प्राप्त है जैसा की ब्रिटेन में, परंतु उन देशों में, उनका कोई वास्तविक राजनीतिक या पारंपरिक कर्त्तव्य नहीं है, शासक के लगभग सारे कर्त्तव्य उनके प्रतनिधि के रूप में उस देश के महाराज्यपाल(गवर्नर-जनरल) पूरा करते हैं। ब्रिटेन की सरकार का राष्ट्रमण्डल प्रदेशों की सरकारों के कार्य में कोई भी भूमिका या हस्तक्षेप नहीं है। ब्रिटेन के अलावा राष्ट्रमण्डल प्रजाभूमि में: एंटीगुआ और बारबुडा, ऑस्ट्रेलिया, बहामा, बारबाडोस, बेलिज, ग्रेनेडा, जमैका, कनाडा, न्यूजीलैंड, पापुआ न्यू गिनी, सोलोमन द्वीप, सेंट लूसिया, सेंट किट्स और नेविस, सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस और तुवालु जैसे देश शामिल हैं।

पूर्वतः राष्ट्रों के राष्ट्रमण्डल के सारे देश राष्ट्रमण्डल परिभूमि के हिस्सा हुआ करते थे, परंतु १९५० में भारत ने स्वतंत्रता के पश्चात स्वयं को गणराज्य घोषित किया, और ब्रिटिश राजसत्ता की राष्ट्रप्रमुख के रूप में संप्रभुता को भी खत्म कर दिया। परंतु भारत ने राष्ट्रमण्डल की सदस्यता बरक़रार राखी। उसके बाद से, राष्ट्रमण्डल देशों में, ब्रिटिश संप्रभु को (चाहे राष्ट्रप्रमुख हों या नहीं) "राष्ट्रमण्डल के प्रमुख" का पद भी दिया जाता है, जो राष्ट्रमण्डल के संगठन का नाममात्र प्रमुख का पद है। इस पद का कोई राजनैतिक अर्थ नहीं है।[15]

पूर्व प्रजाभूमियाँ[संपादित करें]

देश[Note 1] इति अंत पूर्व संवैधानिक व्यवस्था परिवर्तन की प्रक्रिया शाही मानक
बारबाडोस बारबाडोस ३० नवम्बर १ ९६६ बारबाडोस का राजतंत्र ३० नवम्बर २०२१ Elizabeth the Second, by the Grace of God, Queen of Barbados and of Her other Realms and Territories, Head of the Commonwealth
श्रीलंका सीलोन[Note 2] 1948 1972 संसदीय गणतंत्र नवीन संविधान
फ़िजी फ़िजी 1970 1987 संसदीय गणतंत्र सैन्य सत्तापलट
गाम्बिया गाम्बिया 1965 1970 अध्यक्षीय गणराज्य जनमत-संग्रह
घाना घाना 1957 1960 अध्यक्षीय गणराज्य जनमत-संग्रह
गयाना गुयाना 1966 1970 संसदीय गणतंत्र संवैधानिक संशोधन
भारत भारत[Note 3] 1947 1950 संसदीय गणतंत्र नवीन संविधान
आयरलैंड आयरिश मुक्त राज्य[Note 3] 1931 1949[Note 4] संसदीय गणतंत्र संसदीय अधिनियम
केन्या केन्या 1963 1964 अध्यक्षीय गणराज्य नवीन संविधान
मलावी मलावी 1964 1966 एकदलीय गणराज्य नवीन संविधान
माल्टा माल्टा 1964 1974 संसदीय गणतंत्र संवैधानिक संशोधन
मॉरिशस मॉरिशस 1968 1992 संसदीय गणतंत्र संवैधानिक संशोधन
नाईजीरिया नाइजीरिया 1960 1963 संसदीय गणतंत्र संवैधानिक संशोधन
पाकिस्तान पाकिस्तान 1947 1956 संसदीय गणतंत्र नवीन संविधान
सिएरा लियोन सिएरा लियोन 1961 1971 अध्यक्षीय गणराज्य नवीन संविधान
दक्षिण अफ़्रीका दक्षिण अफ़्रीका 1931 1961 संसदीय गणतंत्र जानमत-संग्रह और नवीन संविधान
साँचा:देश आँकड़े टंगनयिक टंगनयिक[Note 5] 1961 1962 अध्यक्षीय गणराज्य नवीन संविधान
त्रिनिदाद एवं टोबेगो ट्रिनिडाड और टोबैगो 1962 1976 संसदीय गणतंत्र नवीन संविधान
युगांडा यूगांडा 1962 1963 संसदीय गणतंत्र संवैधानिक संशोधन
  1. The flags shown are the national flags of each country at the time it became a Commonwealth realm.
  2. Now called Sri Lanka. The Ceylonese flag changed in 1951.
  3. Though the Irish Free State/Ireland and India were, after 1931 and 1947, respectively, part of the group of independent countries within the British Commonwealth of Nations that shared the same person as their reigning monarch, they were both only ever designated as Dominions, each becoming a republic before the term Commonwealth realms began to be used to describe the aforementioned group.
  4. See also: Irish head of state from 1936-1949.
  5. Now a part of Tanzania.

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. Figures totaled from मेंबर स्टेट प्रोफाइल at the राष्ट्रमण्डल secretariat, area rounded to the nearest १,००,०००, population to the nearest मिलियन.
  2. Loi sur les titres royaux. Ottawa: Queen's Printer for Canada. 1985. R.S., 1985, c. R-12. मूल से 5 नवंबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 3 May 2009.
  3. Niue and the Cook Islands are under the sovereignty of the Queen of New Zealand as self-governing states in free association with New Zealand. New Zealand and its associated states, along with Tokelau and the Ross Dependency, comprise the Realm of New Zealand.
  4. Royal Household. "The Queen and the Commonwealth > Queen and New Zealand". Queen's Printer. मूल से 26 सितंबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 18 August 2013.
  5. Constitution of the Independent State of Papua New Guinea, S.85, मूल से 26 मई 2015 को पुरालेखित, अभिगमन तिथि 22 May 2015
  6. Guernsey, Jersey, and the Isle of Man—the Crown dependencies—are self-governing possessions of the British Crown, under the sovereignty of the Queen of the United Kingdom. Together with the UK, these comprise the British Islands.
  7. Velde, François. "Royal Arms, Styles and Titles of Great Britain". Heraldica. François R Velde. मूल से 17 मार्च 2008 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 January 2012.
  8. Jackson, Michael D (2013), The Crown and Canadian Federalism, Toronto: Dundurn Press, पृ॰ 20, आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9781459709898, मूल से 11 अप्रैल 2016 को पुरालेखित, अभिगमन तिथि 30 अगस्त 2016
  9. "संग्रहीत प्रति". मूल से 5 अगस्त 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 30 अगस्त 2016.
  10. Lauterpacht, E.; Greenwood, C. J. (1992). International Law Reports. 87. Cambridge: Cambridge University Press. पपृ॰ 286, 713. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-949009-99-9. मूल से 26 अप्रैल 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 30 अगस्त 2016.
  11. Royal Institute of International Affairs (1983). The British Year Book of International Law. 53. British Institute of International Affairs. Oxford: H. Frowde. पपृ॰ 253, 257, 258. मूल से 29 जून 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 30 अगस्त 2016.
  12. Bourne, C. B. (1986). Canadian Yearbook of International Law. 23. Vancouver: UBC Press. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-7748-0259-8. मूल से 16 मई 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 30 अगस्त 2016.
  13. The Australian law journal. 52. North Ryde: Law Book Co. of Australasia Ltd. 1978. पपृ॰ 58, 203, 207. 3910867. मूल से 12 मई 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 30 अगस्त 2016.
  14. Ministry of Natural Resources (24 January 2006), Disposition of Public Land to Other Governments and Agencies (PDF), Toronto: Queen's Printer for Ontario, पृ॰ 2, at 3.2.B, मूल (PDF) से 18 मई 2015 को पुरालेखित, अभिगमन तिथि 25 April 2010, When public land is required by the federal government or one of its departments, or any provincial ministry, the land itself is not transferred. What is transferred is the responsibility to manage the lands on behalf of Her Majesty the Queen (HMQ). This is accomplished by an Order-in-Council or a Minister's Order that transfers management of land either from HMQ in right of Ontario to HMQ in right of Canada as represented by a department or to HMQ in right of Ontario as represented by another ministry. The Crown does not transfer ownership to itself.
  15. London Declaration (PDF), Commonwealth Secretariat, 1949, मूल से 27 सितंबर 2012 को पुरालेखित (PDF), अभिगमन तिथि 29 July 2013

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]