जगदीश शेट्टार
जगदीश शेट्टार ಜಗದೀಶ್ ಶೆಟ್ಟರ್ | |
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कर्नाटक के २१वें मुख्यमंत्री
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पद बहाल १२ जुलाई २०१२ – ८ मई २१०३ | |
राज्यपाल | हंसराज भरद्वाज |
पूर्वा धिकारी | डी. वी. सदानंद गौड़ा |
उत्तरा धिकारी | के. सिद्धरमैया |
चुनाव-क्षेत्र | हुबली-धारवाड़ मध्य |
जन्म | 17 दिसम्बर 1955 बादामी, कर्नाटक |
राजनीतिक दल | भारतीय जनता पार्टी (1983-2023)
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (2023-वर्तमान) |
जीवन संगी | शिल्पा |
बच्चे | २ पुत्र |
धर्म | नास्तिक[1] |
जालस्थल | jagadishshettar |
जगदीश शिवप्पा शेट्टार (कन्नड़: ಜಗದೀಶ್ ಶಿವಪ್ಪ ಶೆಟ್ಟರ್; जन्म: १७ दिसम्बर १९५५) भारत के कर्नाटक राज्य के भूतपूर्व मुख्यमंत्री थे। वे राजनैतिक दल भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सदस्य के रूप में कर्नाटक विधानसभा की हुबली ग्रामीण सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं। इससे पहले वह सन् २००८-२००९ के दौरान कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष थे।[2]
शुरुआती जिंदगी
[संपादित करें]शेट्टार का जन्म १७ दिसम्बर १९५५ को कर्नाटक राज्य के बागलकोट जिले के बादामी तालुके में हुआ था। इनके पिता का नाम श्री एस. एस शेट्टार व माता का नाम श्रीमती बसवनेम्मा था। इनके पिता जनसंघ के वरिष्ठ नेता थे और हुबली-धारवाड़ के पाँच बार महापौर रह चुके हैं। इनके चाचा सदाशिव शेट्टार दक्षिण भारत के जनसंघ के प्रभावी नेता थे और वे हुबली शहर से १९६७ में विधायक चुने गए। जगदीश शेट्टार बी. कॉम और एल.एल.बी की डिग्री प्राप्त की है।
राजनितिक जीवन
[संपादित करें]जगदीश शेट्टार ने अपने राजनितिक जीवन की शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से की और बाद में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गए।
१९९० में वे भाजपा के हुबली ग्रामीण इकाई के अध्यक्ष चुने गए और १९९४ में धारवाड़ जिला इकाई के अध्यक्ष चुने गए। १९९४ में वे पहली बार विधायक चुने गए। १९९६ में वे भाजपा के राज्य सचिव और १९९९ में वे कर्नाटक विधानसभा में नेता विपक्ष चुने गए।
२००५ में वे भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हुए फिर इसी साल वे भाजपा-जनता दल (सेक्युलर) की गठबंधन सरकार में राजस्व मंत्री बने।
२००८ कर्नाटक विधानसभा चुनाव
[संपादित करें]भाजपा-जनता दल (सेकुलर) के गठबंधन के टूटने के बाद हुए मध्यावधि चुनाव में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिला। वे कर्नाटक विधानसभा के सभापति बने। २००९ में उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया और वे ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री बने।
डी. वी. सदानंद गौड़ा के इस्तीफे के बाद उन्होंने १२ जुलाई २०१२ को राज्य के इक्कीसवे मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
२०१३ कर्नाटक विधानसभा चुनाव
[संपादित करें]२०१३ के कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने जगदीश शेट्टार को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया परन्तु अपनी साफ़ छवि के बावजूद पार्टी के जनाधार वाले नेता बी॰ एस॰ येदियुरप्पा के पार्टी छोड़ने और सरकार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण वे भाजपा को जीत नहीं दिला सके।
चुनाव के बाद वे कर्नाटक विधानसभा में नेता विपक्ष चुने गए।
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "कर्नाटक टू स्पेंड रू. १७.५क्र. फॉर रैन पूजा". द टाइम्स ऑफ़ इण्डिया (अंग्रेज़ी में). बंगलौर. २१ जुलाई २०१२. मूल से 22 जुलाई 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ३० अगस्त २०१२.
- ↑ "घूस के आरोप में भाजपा विधायक गिरफ्तार". आज तक. बंगलौर. २९ जनवरी २००९. अभिगमन तिथि ६ नवम्बर २०१२.
बाहरी कड़ियाँ
[संपादित करें]पूर्वाधिकारी डी. वी. सदानंद गौड़ा |
कर्नाटक के मुख्यमंत्री १२ जुलाई २०१२ - ८ मई २०१३ |
उत्तराधिकारी के. सिद्धरमैया |