आईना (1993 फ़िल्म)
आईना | |
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आईना का पोस्टर | |
निर्देशक | दीपक सरीन |
लेखक | राही मासूम रज़ा (संवाद) |
कहानी | हनी ईरानी |
निर्माता |
यश चोपड़ा पमेला चोपड़ा |
अभिनेता |
जैकी श्रॉफ, जूही चावला, अमृता सिंह, दीपक तिजोरी |
संगीतकार | दिलीप सेन–समीर सेन |
प्रदर्शन तिथियाँ |
18 जून, 1993 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
आईना 1993 की दीपक सरीन द्वारा निर्देशित हिन्दी भाषा की फिल्म है। इसका निर्माण यश चोपड़ा और उनकी पत्नी पमेला चोपड़ा ने किया। मुख्य भूमिका में जूही चावला, जैकी श्रॉफ और अमृता सिंह हैं जबकि दीपक तिजोरी सहायक भूमिका में है। यह फिल्म भारत में एक ब्लॉकबस्टर हिट थी और इसने 1990 के दशक में जूही चावला को अग्रणी नायिका के रूप में मजबूत किया था।[1]
संक्षेप
[संपादित करें]रोमा (अमृता सिंह) और रीमा माथुर (जूही चावला) श्री माथुर (सईद जाफ़री) की बेटियाँ हैं, जो एक अमीर व्यापारी हैं। बड़ी रोमा, हमेशा दुलारी रही है, वह जो कुछ भी चाहती है उसे प्राप्त हुआ और वो बहुत प्रतिस्पर्धी है। रीमा काफी अलग-थलग रहती है और आम तौर पर अपनी बहन को सुर्खियाँ लेने देती है। दोनों पूरी तरह से अलग व्यवहार के साथ बड़े हो जाते हैं। एकमात्र समानता यह है कि बहनें एक ही आदमी, रवि सक्सेना (जैकी श्रॉफ) से प्यार करती हैं।
हमेशा ध्यान का केंद्र, रोमा उसकी नज़रों में पहले आती है। रीमा का दिल टूट जाता है, लेकिन वो उसे भाग्य समझ स्वीकार करती है। रवि और रोमा शादी करने का फैसला करते हैं। दुर्भाग्य से, रोमा एक फिल्म में हिरोइन बनने के लिए महत्त्वाकांक्षा रखती है और उसे शादी के दिन एक प्रस्ताव मिलता है। वह अपनी शादी से चंद मिनट पहले रवि का त्याग करती और उस प्रस्ताव स्वीकार करती है। रवि क्रोधित होता है और बदले में, रीमा से उसके परिवार के सम्मान को बचाने के लिए शादी करता है।
शुरुआत में, रवि और रीमा का रिश्ता काफी असहज है। लेकिन, जैसे ही समय बीतता है, रवि रीमा से प्यार करने लगता है। दुर्भाग्यवश, रोमा क्रोध में घर वापस आती है और उन्हें बताती है कि वे कभी खुश नहीं होंगे क्योंकि उसे धोखा दिया गया है। रवि को वापस पाने के लिए दृढ़, रोमा अपनी बहन के जीवन को बर्बाद करने सहित कुछ भी करने को तैयार है। वह आत्महत्या करने का नाटक करने जैसी बहुत परेशानी पैदा करती है। अंत में, रीमा हार मान लेती है और घर छोड़ देती है। इसलिए रवि उग्रतापूर्वक रोमा को समझाता है कि उसके और रीमा के बीच क्या अंतर है। रोमा अपनी गलती को समझती है और रवि और रीमा को दोबारा मिलाती है।
मुख्य कलाकार
[संपादित करें]- जैकी श्रॉफ - रवि सक्सेना
- जूही चावला - रीमा माथुर
- अमृता सिंह - रोमा माथुर
- दीपक तिजोरी - विनय सक्सेना
- सईद जाफ़री - श्री माथुर
- दीना पाठक - दादी
- माया अलग - श्रीमती माथुर
- राजेश खट्टर - सुनील
संगीत
[संपादित करें]सभी गीत समीर द्वारा लिखित; सारा संगीत दिलीप सेन–समीर सेन द्वारा रचित।
क्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
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1. | "गोरिया रे गोरिया" | जॉली मुखर्जी, लता मंगेशकर | 4:56 |
2. | "मेरी साँसों में तुम" | कुमार सानु, आशा भोंसले | 4:28 |
3. | "बन्नो की आएगी बारात" (उल्लसित) | पमेला चोपड़ा | 5:54 |
4. | "ये रात खुशनसीब है" | लता मंगेशकर | 4:51 |
5. | "आईना है मेरा चेहरा" | आशा भोंसले, लता मंगेशकर, सुरेश वाडकर | 5:05 |
6. | "दिल ने दिल से क्या कहा" | लता मंगेशकर, नितिन मुकेश | 4:08 |
7. | "बन्नो की आएगी बारात" (उदासीन) | पमेला चोपड़ा | 3:38 |
8. | "साँसें बहकी बहका अंगारा" | आशा भोंसले, दिलीप सेन | 5:02 |
नामांकन और पुरस्कार
[संपादित करें]वर्ष | नामित कार्य | पुरस्कार | परिणाम |
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1994 | अमृता सिंह | फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री पुरस्कार | जीत |
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "जन्मदिन विशेष: मिस इंडिया जूही चावला का सफरनामा- News18 Hindi". न्यूज़ 18 इंडिया. 13 नवंबर 2016. मूल से 29 सितंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 सितम्बर 2018.