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देवरिया जिले के प्रसिद्ध पार्टी/संघ युवा भारतीय संघ, संस्थापक/अध्यक्ष शिवानन्द के बार में जोड़ा गया।
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[[भोजपुरी]] यहाँ की प्राथमिक स्थानीय भाषा है।
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बलिया  से 107 किलोमीटर दूर उत्तर-पश्चिम देवरिया जिले में सुप्रसिद्ध पार्टी , युवा भारतीय संघ के संस्थापक/अध्यक्ष शिवानन्द , पुत्र आचार्य पंडित केशव मिश्र का निवास स्थान है जो ग्राम सोन्दा के रहने वाले है.. इस पार्टी के उपाध्यक्ष चन्दन मिश्र (जिला बलिया) है


यह क्षेत्र गंगा और घाघरा के बीच के जलोढ़ मैदानों में स्थित है। अक्सर बाढ़ग्रस्त रहने वाले इस उपजाऊ क्षेत्र में चावल, जौ, मटर, ज्वार-बाजरा, दालें, तिलहन और गन्ना उगाया जाता है।
यह क्षेत्र गंगा और घाघरा के बीच के जलोढ़ मैदानों में स्थित है। अक्सर बाढ़ग्रस्त रहने वाले इस उपजाऊ क्षेत्र में चावल, जौ, मटर, ज्वार-बाजरा, दालें, तिलहन और गन्ना उगाया जाता है।

14:44, 18 नवम्बर 2018 का अवतरण

बलिया_(उत्तर_प्रदेश)
—  शहर  —
समय मंडल: आईएसटी (यूटीसी+५:३०)
देश  भारत
राज्य उत्तर प्रदेश

district = बलिया

निर्देशांक: 25°50′51″N 84°06′16″E / 25.847623°N 84.104463°E / 25.847623; 84.104463

बलिया (भोजपुरी: बलिया या बलिंयाँ) भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश में एक नगर निगम वाला शहर है। यह अपने ही नाम के जिले का मुख्यालय भी है। इस शहर की पूर्वी सीमा गंगा और सरयू के संगम द्वारा बनायी जाती है। यह शहर वाराणसी से 155 किलोमीटर स्थित है।

भोजपुरी यहाँ की प्राथमिक स्थानीय भाषा है।

बलिया  से 107 किलोमीटर दूर उत्तर-पश्चिम देवरिया जिले में सुप्रसिद्ध पार्टी , युवा भारतीय संघ के संस्थापक/अध्यक्ष शिवानन्द , पुत्र आचार्य पंडित केशव मिश्र का निवास स्थान है जो ग्राम सोन्दा के रहने वाले है.. इस पार्टी के उपाध्यक्ष चन्दन मिश्र (जिला बलिया) है

यह क्षेत्र गंगा और घाघरा के बीच के जलोढ़ मैदानों में स्थित है। अक्सर बाढ़ग्रस्त रहने वाले इस उपजाऊ क्षेत्र में चावल, जौ, मटर, ज्वार-बाजरा, दालें, तिलहन और गन्ना उगाया जाता है।

इतिहास

बलिया एक प्राचीन शहर है। भारत के कई महान संत और साधु जैसे जमदग्नि, वाल्मीकि, भृगु, दुर्वासा आदि के आश्रम बलिया में थे। बलिया प्राचीन समय में कोसल साम्राज्य का एक भाग था। यह भी कुछ समय के लिए बौद्ध प्रभाव में आया था। पहले यह् गाजीपुर जिले का एक हिस्सा था, लेकिन बाद में यह जिला हो गया।

भूगोल

बलिया 25°27′N 84°06′E / 25.45°N 84.10°E / 25.45; 84.10पर स्थित है[1] शहर की पूर्वी सीमा गंगा और घाघरा के संगम में निहित है। वहाँ पर एक बहुत प्रसिद्ध भगवती जी का मन्दिर है जो रेवती के बगल में एक छोटे गाँव सोभनाथपुर में स्थित है।

जनसांख्यिकी

2001 की भारतीय जनगणना में,[2] बलिया की आबादी 102,226 थी। जनसंख्या में पुरुषों और महिलाओं का प्रतिशत 46% एव 54% है। यहाँ 55% महिलाओं एव 65% पुरुष साक्षरता के साथ 77% की औसत साक्षरता दर जो 75.5% के राष्ट्रीय औसत से अधिक था। जनसंख्या के ग्यारह प्रतिशत उम्र के छह वर्षों के तहत किया गया।

शिक्षा

बलिया में जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय स्थित है, जिसकी स्थापना उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 2016 में कई गयी थी।[3] विश्वविद्यालय से बलिया तथा आस-पास के क्षेत्रों के 122 कॉलेज सम्बद्ध हैं।[4]

आसपास के स्थल

एक वार्षिक मेले के ददरी मेला, एक मैदान पर शहर की पूर्वी सीमा पर गंगा और सरयू नदियों के संगम पर मनाया जाता है। मऊ, आजमगढ़, देवरिया, गाजीपुर और वाराणसी के रूप में पास के जिलों के साथ नियमित संपर्क में रेल और सड़क के माध्यम से मौजूद है।

रसड़ा - यहाँ से ३५ किलोमीटर पश्चिम में स्थित एक क़स्बा है। यहाँ नाथ बाबा का मंदिर है जो स्थानीय सेंगर राजपूतों के देवता हैं। इसके अलावा यहाँ दरगाह हज़रत रोशन शाह बाबा, दरगाह हज़रत सैयद बाबा और लखनेसर डीह के प्राचीन अवशेष दर्शनीय स्थल हैं।

उल्लेखनीय व्यक्तित्व

सन्दर्भ

  1. [3] ^ गिरने वर्षा जीनोमिक्स, इंक - बलिया
  2. "भारत की जनगणना २००१: २००१ की जनगणना के आँकड़े, महानगर, नगर और ग्राम सहित (अनंतिम)". भारतीय जनगणना आयोग. अभिगमन तिथि 2007-09-03.
  3. "Raj Bhavan Uttar Pradesh- List of State Universities". upgovernor.nic.in. Raj Bhavan Uttar Pradesh.
  4. "विद्यापीठ से अलग होंगे बलिया के 122 कॉलेज - Varanasi City News".

बाहरी कड़ियाँ