श्रवणबेलगोला
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श्रवणबेलगोला Shravanabelagola ಶ್ರವಣಬೆಳಗೊಳ | |
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विंध्यगिरि पहाड़ी पर 978-993 ईसवी काल में बनी गोम्मतेश्वर मूर्ति | |
निर्देशांक: 12°51′32″N 76°29′20″E / 12.859°N 76.489°Eनिर्देशांक: 12°51′32″N 76°29′20″E / 12.859°N 76.489°E | |
ज़िला | हासन ज़िला |
प्रान्त | कर्नाटक |
देश | भारत |
भाषा | |
• प्रचलित | कन्नड़ |
समय मण्डल | भारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30) |
श्रवणबेलगोला (Shravanabelagola) भारत के कर्नाटक राज्य के हासन ज़िले में स्थित एक नगर है। यह एक प्रसिद्ध जैन तीर्थ है। कन्नड़ में 'वेल' का अर्थ होता है श्वेत, 'गोल' का अर्थ होता है सरोवर। शहर के मध्य में एक सुंदर श्वेत सरोवर के कारण यहां का नाम बेलगोला और फ़िर श्रवणबेलगोला पड़ा।[1][2]
विवरण
[संपादित करें]श्रवणबेलगोला दो पहाड़ियों - विंध्यगिरि और चंद्रगिरि - के मध्य स्थित है। विंध्यगिरि पर 7 तथा चंद्रगिरि पर 14 जैन मंदिर हैं। एक श्री बाहुबली स्वामी का मंदिर है। यह बंगलुरु से १५८ कि॰मी॰ दूर स्थित है। मौर्य सम्राट चंद्रगुप्त के विस्तृत राज्य की जानकारी तमिल ग्रंथ अहनानूर तथा मुरनानूर से प्राप्त होती है। जैन ग्रंथों के अनुसार अपने जीवन के अंतिम समय में चंद्रगुप्त मौर्य ने जैन परंपरा के अनुसार श्रवणबेलगोला में अपने शरीर का त्याग कर दिया।
चित्रदीर्घा
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चंद्रगिरी
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गोमतेश्वर की प्रतिमा ९७८-९९३ ई.
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अंतिम श्रुतकेवाली भद्रबाहु स्वामी और सम्राट चंद्रगुप्त का आगमन दर्शाता शिलालेख (श्रवणबेलगोला)
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "Lonely Planet South India & Kerala," Isabella Noble et al, Lonely Planet, 2017, ISBN 9781787012394
- ↑ "The Rough Guide to South India and Kerala," Rough Guides UK, 2017, ISBN 9780241332894