ऐहोले
ऐहोल | |||||
ऐहोल में दुर्गा मंदिर
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समय मंडल: आईएसटी (यूटीसी+५:३०) | |||||
देश | ![]() | ||||
राज्य | कर्नाटक | ||||
ज़िला | बागलकोट | ||||
विभिन्न कोड
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निर्देशांक: 16°01′09″N 75°52′55″E / 16.019167°N 75.881944°E ऐहोले ( कन्नड़ ಐಹೊಳೆ / ऐहॊळॆ ) भारत के कर्नाटक राज्य के बागलकोट जिले में बादामी के निकट एक स्थल है जो अपने प्राचीन मंदिर समूह के लिए प्रसिद्ध है। यह पत्तदकल के पूर्व में मलयप्रभा नदी के तट पर स्थित है। बादामी इसके पश्चिम में स्थित है। ऐहोले के प्राचीन स्मारकों को राष्ट्रीय धरोहर घोषित किया हुआ है, एवं इनके युनेस्को विश्व धरोहर स्थल घोषित करने के प्रयास जारी हैं।[1]
ऐहोले से चालुक्य नरेश पुलकेशिन द्वितीय का 634 ई. का एक अभिलेख प्राप्त हुआ है। यह प्रशस्ति के रूप में है और संस्कृत काव्य परम्परा में लिखा गया है। इसके रचयिता जैन कवि रविकीर्ति थे। इस अभिलेख में पुलकेशी द्वितीय की विजयों का वर्णन है। अभिलेख में पुलकेशी द्वितीय के हाथों हर्षवर्धन की पराजय के बारे में जानकारी मिलती है। यह अनुमान लगाया जा सकता है कि हर्ष और पुलकेशी के मध्य युद्ध 630 और 634ई0 के बीच हुआ था।
सन्दर्भ[संपादित करें]
- ↑ "Relocation move sparks concern". मूल से 15 अक्तूबर 2007 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2009-04-01.