जुनून (1992 फ़िल्म)
जुनून | |
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जुनून का पोस्टर | |
निर्देशक | महेश भट्ट |
लेखक | रोबिन भट्ट |
निर्माता | मुकेश भट्ट |
अभिनेता |
राहुल रॉय, अविनाश वाधवन, पूजा भट्ट |
संगीतकार | नदीम श्रवण |
प्रदर्शन तिथियाँ |
18 सितम्बर, 1992 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
जुनून 1992 में बनी हिन्दी भाषा की डरावनी फिल्म है। इसको महेश भट्ट ने निर्देशित किया और मुख्य कलाकार राहुल रॉय, अविनाश वाधवन और पूजा भट्ट हैं। फिल्म सफल रही थी।[1] फिल्म में डराने के लिये मॉर्फिंग का प्रयोग किया गया है।
संक्षेप
[संपादित करें]नीता (पूजा भट्ट) बॉम्बे, भारत में अपनी मां और पिता के साथ मध्यम वर्गीय परिवार में रहती है। वह एक अस्पताल में सर्जन के रूप में काम करती है। वह विवाह योग्य उम्र की है और रवि (अविनाश वधावन) के नाम के एक संघर्षरत संगीतकार / गायक से प्यार करती है। ये उसकी माँ को पसंद नहीं है, जो चाहती हैं कि वह किसी ऐसे व्यक्ति से शादी करे जो अमीर हो। एक दिन एक बुरी तरह घायल पुरुष को अस्पताल में भर्ती कराया जाता है। उसे मृत घोषित किया जाता है, लेकिन वो नीता की मदद से ठीक हो जाता है और उसे छुट्टी दे दी जाती है।
वह नीता के घर जाता है। वह खुद को अमीर विक्रम चौहान के रूप में परिचित करता है और उसके माता-पिता से नीता का हाथ माँगता है। वह तुरंत स्वीकार करते हैं। लेकिन नीता रवि से शादी करना चाहती है और उसके साथ भागने की योजना बना रही होती है। उस दुर्भाग्यपूर्ण दिन, रवि वहाँ आने में नाकाम रहा और टूटे दिल से नीता ने विक्रम से विवाह करने का फैसला किया। विवाह बड़े धूमधाम और समारोह के साथ होता है। जब रवि ने नीता के जीवन में फिर से प्रवेश करने का प्रयास किया, तो उसने उसे मना कर दिया। वह नहीं जानती कि रवि की योजना विक्रम ने खराब की थी और जो वास्तव में दिन के दौरान एक इंसान है और मध्यरात्रि में एक क्रूर आदमखोर बाघ में बदल जाता है - और वह उसका अगला भोजन भी हो सकती है।
मुख्य कलाकार
[संपादित करें]- राहुल रॉय - विक्रम "विकी" चौहान
- अविनाश वाधवन - रवि
- पूजा भट्ट - नीता चौहान
- टॉम एल्टर - हैरी
- राकेश बेदी - हिमांशु
- अवतार गिल - इंस्पेक्टर सुधीर
- मुशताक ख़ान - आदिवासी भीमा
- शुभा खोटे - नीता की माँ
- भूषण पटेल - अरुण
- अनंग देसाई - डॉक्टर
संगीत
[संपादित करें]सभी नदीम-श्रवण द्वारा संगीतबद्ध।
क्र॰ | शीर्षक | गीतकार | गायक | अवधि |
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1. | "वक्त कटे नहीं कटता है" | समीर | अनुराधा पौडवाल, विपिन सचदेव | 4:28 |
2. | "जो प्यार कर गए" (I) | संतोष आनंद | कुमार सानु | 6:50 |
3. | "मिलते मिलते हसीन वादियों में" | समीर | विपिन सचदेव, अनुराधा पौडवाल | 6:34 |
4. | "प्रेम प्रेम ओ मेरी दिलरुबा" | समीर | एस॰ पी॰ बालसुब्रमण्यम, अनुराधा पौडवाल | 5:35 |
5. | "जो प्यार कर गए" (II) | संतोष आनंद | अनुराधा पौडवाल | 4:11 |
6. | "जमाने की बुराई मुझ में है सनम" | समीर | विपिन सचदेव | 5:41 |
7. | "तू मेरा मेहरबान" | समीर | कविता पौडवाल | 4:31 |
8. | "दीवारों पे लिखा है" | सुरेंद्र साथी | अनुराधा पौडवाल | 4:43 |
9. | "दीवारों पे लिखा है" (डुएट) | सुरेंद्र साथी | विपिन सचदेव, अनुराधा पौडवाल | 4:44 |
10. | "आइना आइना तू बता दे जरा" | रानी मलिक | अनुराधा पौडवाल | 4:08 |
11. | "जो मेरे दिल में है" | समीर | अनुराधा पौडवाल | 5:17 |
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "मुझे मत फॉलो करो, मैं सती-सावित्री नहीं हूं, न कभी बनूंगी: पूजा भट्ट". नवभारत टाइम्स. 21 दिसम्बर 2017. मूल से 6 अगस्त 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 6 अगस्त 2018.