माल्टो भाषा
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मालटो | |
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पहाड़िया | |
बोलने का स्थान | बिहार; झारखंड; पश्चिम बंगाल; बांग्लादेश |
समुदाय | मालटो; सौरिया पहाड़िया |
मातृभाषी वक्ता |
७४,००० (२००६)[1] १,०८,००० (२००३)[2] |
भाषा परिवार |
द्रविड़
|
लिपि | बांग्ला लिपि, देवनागरी लिपि |
भाषा कोड | |
आइएसओ 639-3 |
इनमें से एक: kmj – कुमारभाग पहाड़िया mjt – सौरिया पहाड़िया |
मालटो या पहाड़िया पूर्वी भारत के बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल व उड़ीसा राज्यों और बंग्लादेश के कुछ छोटे क्षेत्रों में बोली जाने वाली एक उत्तरी द्रविड़ भाषा है। इसकी कुमारभाग पहाड़िया और सौरिया पहाड़िया नामक दो उपभाषाएँ हैं जिन्हें कुछ भाषावैज्ञानिक दो सम्बन्धित लेकिन स्वतंत्र भिन्न भाषाएँ समझते हैं। कुमारभाग पहाड़िया झारखंड और पश्चिम बंगाल तथा उड़ीसा के कुछ सीमित क्षेत्रों में, जबकि सौरिया पहाड़िया बिहार और पश्चिम बंगाल में तथा बंग्लादेश के सीमित क्षेत्रों में बोली जाती हैं। इन दोनों के शब्दों में ८०% की सामानता मापी गई है। मालटो भारत की सबसे उत्तरी द्रविड़ भाषा है।[3]
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ Kumarbhag Paharia at Ethnologue (17th ed., 2013); Sauria Paharia at Ethnologue (17th ed., 2013)
- ↑ Krishnamurti, Bhadriraju (2003), p27, The Dravidian Languages, Cambridge University Press, ISBN 0-521-77111-0
- ↑ The Dravidian Languages, Sanford B. Steever, pp. 359, Routledge, 2003, ISBN 9780203424353, ... Malto, the northernmost of the Dravidian languages in India, is spoken by nearly 100,000 people ...
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]बाहरी कड़ियाँ
[संपादित करें]- माल्टो-हिन्दी शब्दकोश (अनुकृति)