गोंदिया
![]() | इस लेख में अन्य लेखों की कड़ियाँ कम हैं, अतः यह ज्ञानकोश में उपयुक्त रूप से संबद्ध नहीं है। (जनवरी 2017) |
गोंदिया
Gondia | |
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शहर | |
उपनाम: चावल शहर | |
![]() गोंदिया (महाराष्ट्र) | |
निर्देशांक: 21°27′35″N 80°11′42″E / 21.4598°N 80.195°E | |
देश | ![]() |
राज्य | महाराष्ट्र |
ज़िला | गोंदिया |
शासन | |
• प्रणाली | नगरपालिका पारिषद |
• सभा | गोंदिया नगरपालिका पारिषद |
• ज़िला कलेक्टर[2] | चिन्मय गोतमारे |
• ज़िला पुलिस अधीक्षक | निखिल न. पिंगले[1] |
क्षेत्रफल | |
• कुल | 55 किमी2 (21 वर्गमील) |
ऊँचाई | 300 मी (1,000 फीट) |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 1,32,821 |
• घनत्व | 2,400 किमी2 (6,300 वर्गमील) |
वासीनाम | गोंदियाकर |
समय मण्डल | IST (यूटीसी+5:30) |
PIN | 441601, 441614 |
दूरभाष कोड | +91-07182 |
वाहन पंजीकरण | MH-35 |
आधिकारिक भाषा | मराठी[3] |
साक्षरता | 93.70% |
लिंगानुपात | 991 ♂/ 1000♀ |
HDI | ![]() |
वेबसाइट | gondia |
गोंदिया (अंग्रेज़ी: Gondia) भारत के महाराष्ट्र राज्य के गोंदिया ज़िले का प्रशासकीय मुख्यालय है। गोंदिया शहर में मुख्य तौर पर चावल मिल्स है और बिडी उधोग भी काफी प्रमाण में मौजूद है। गोंदिया महाराष्ट्र में है और छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश की सीमा पर है। महाराष्ट्र में आणे के लिये मध्य भारत और पूरब कि और से गोंदिया प्रवेश द्वार है।[4][5]
इतिहास
[संपादित करें]भंडारा जिल्हा का विभाजन होके १ मई १९९९ को गोंदिया जिल्हा का निर्माण हुवा.
राज्य के अंतिम छोर पर बसे गोंदिया शहर का अपना इतिहास है। मध्यप्रदेश और छत्तीसगड कि सीमा पर बसे इस शहर का अपना अंदाज था। गोंदिया परिसर पर पेहले गोंड राजा का राज्य था। तब यहाँ जंगल घना हुआ करता था।
गोंड समाज के लोग यहाँ के पुराने रहिवासी है। उनका काम गोन्ध और लाख जमा कर उसे गाव में बेचना था।
उसी वजह से गोंदिया नाम पडा।
उसी वजह से गोंदिया नाम पडा ऐसा इंग्रज के जमाने के आर.व्ही. रसेल इन्होने ‘गॅझेटियर’ में लिखा है।
उस समय आज के जैसे राज्य और सीमाये नहीं थे, पर कूच अंतर पर बदलणे वाली भाषा थी।
उसी वजह से गोंदिया से लगे राज्य कि भाषा का असर गोंदिया कि भाषा पर पडा। गोंदिया का संबंध छत्तीसगड व मध्य प्रदेश से बडते गये और आज भी यह संबंध गेहराई के साथ जुडे हुये है। उस वक़्त गोंदिया सी.पी.ॲँड बेरार का भाग हुं करता था।
भोसले के साम्राज्य में कामठा, फुलचूर और किर्नापूर कि जमीनदारी हुं करती थी, प्रसाश्कीय दृष्टीकोन से अंग्रेजो ने गोंदिया को तालुका का दर्जा दिया।
उस वक्त आदिवासी लोग लाख, डिंक, सागवान, मोहफुल, आवळा, चिंच आदी गोंदिया में बेचने लाते थे।
उस वक्त गोंदिया में लाख के ३२ कारखाने थे।
इधर पुराना गोंदिया, मुर्री और फुलचूर में लोग बसने लगे और नये उद्योग का आगाज होता गया, समय के साथ साथ लाख कारखाने बंद होते गये।
1877 में जब स्वामी विवेकानन्द बैलगाड़ी से नागपुर से रायपुर जा रहे थे तो दर्रेकासा की गुफा के पास उन्हें पहली भाव समाधी हुई.(book "Journey of Swami Vivekananda to Raipur and His First Trance")
जनसंख्या
[संपादित करें]2011 में, गोंदिया की जनसंख्या 1,322,507 थी, जिसमें पुरुष और महिलाएँ क्रमशः 661,554 और 660,953 थीं। [6] 2024 में गोंदिया शहर की वर्तमान अनुमानित जनसंख्या 187,000 है |[7]
पर्यटन स्थल
[संपादित करें]- नवेगांव राष्ट्रीय उद्यान
- नागजीरा वन्यजीव अभयारण्य
- कचारगढ़ गुफाएँ
- हाजरा फाल
- पदमपुर
- चुलबंध बांध
- डाकराम सुकड़ी
- कामथा[8]
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "organ trafficking case related to naxalites gondia s sp nikhil pingle sar 75 zws 70". Loksatta (मराठी भाषा में). 28 February 2023. अभिगमन तिथि: 15 October 2023.
- ↑ "District Gondia - Collectorate". अभिगमन तिथि: 30 July 2019.
- ↑ "52nd Report of the Commissioner for Linguistic Minorities in India" (PDF). nclm.nic.in. Ministry of Minority Affairs. मूल से (PDF) से 25 May 2017 को पुरालेखित।. अभिगमन तिथि: 29 March 2019.
- ↑ "RBS Visitors Guide India: Maharashtra Travel Guide Archived 2019-07-03 at the वेबैक मशीन," Ashutosh Goyal, Data and Expo India Pvt. Ltd., 2015, ISBN 9789380844831
- ↑ "Mystical, Magical Maharashtra Archived 2019-06-30 at the वेबैक मशीन," Milind Gunaji, Popular Prakashan, 2010, ISBN 9788179914458
- ↑ "Gondiya (Gondia) District - Population 2011-2024".
- ↑ "Gondiya Population 2024".
- ↑ "Places of Interest".
3.Book "Journey of Swami Vivekananda to Raipur and His First Trance"