राजस्थान विधान सभा
राजस्थान विधान सभा | |
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16वीं विधान सभा | |
प्रकार | |
सदन प्रकार | एकसदनीय |
अवधि सीमा | 5 वर्ष |
नेतृत्व | |
राज्यपाल |
हरिभाऊ बागड़े जुलाई 2024 से |
विधान सभा अध्यक्ष |
वासुदेव देवनानी, भाजपा 21 दिसंबर 2023 से |
सदन के नेता (मुख्यमंत्री) |
भजन लाल शर्मा, भाजपा 15 दिसंबर 2023 से |
सदन के उपनेता (उपमुख्यमंत्री) |
दीया कुमारी, भाजपा प्रेम चंद बैरवा, भाजपा 15 दिसंबर 2023 से |
विपक्ष के नेता |
टीकाराम जूली, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस 16 जनवरी 2024 से |
संरचना | |
सीटें | 200 |
राजनीतिक समूह |
सरकार (115)
विपक्ष (84) अन्य (8)
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चुनाव | |
निर्वाचन प्रणाली | सरल बहुमत प्रणाली |
पिछला चुनाव | 25 नवंबर 2023 |
अगला चुनाव | 2028 |
सभा सत्र भवन | |
विधान भवन, जयपुर, राजस्थान, भारत | |
वेबसाइट | |
राजस्थान विधान सभा |
राजस्थान विधान सभा भारतीय राज्य राजस्थान में एकसदनीय विधानमंडल है। यह राज्य की राजधानी जयपुर में स्थित है। विधान सभा सदस्यों अर्थात विधायकों का चुनाव सीधे जनता करती है। वर्तमान में इसमें विधायक संख्या 200 है। यदि जल्दी भंग नहीं किया जाए तो इसका समयान्तराल 5 वर्ष है। वर्ष 1952 में 160 सीटों पर चुनाव लड़ा गया था ।1957 में 160 सदस्यों को बढ़ाकर 176 किया गया था ( जो कि राजस्थान की अजमेर रियासत के विलय की वजह से बढ़ाई गई थी तथा 1967 में सीटों को बढ़ा कर 184 कर दिया था और 1977 में 184 से बढ़ा कर 200 कर दिया गया तथा 2026 तक 200 ही रखा जाएगा।
इतिहास
[संपादित करें]प्रथम राजस्थान विधान सभा (1952-1957) का उद्घाटन 31 मार्च 1952 को हुआ। इसमें 160 सदस्य थे।[1] वर्तमान में राजस्थान विधानसभा के अंदर 200 सीटें हैं। 16वी विधान सभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी है। 16वी विधानसभा में भाजपा ने चुनाव जीता और भजन लाल शर्मा ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। 199 सीटों के लिए हुए चुनाव में भाजपा ने 115 सीटें जीत कर सरकार बनाई, वहीं कांग्रेस पार्टी ने 69 सीटों पर विजय प्राप्त की।
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "राजस्थान विधान सभा - सदन कार्यकाल". राजस्थान विधान सभा वेबपृष्ठ. मूल से 5 मई 2010 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2 सितम्बर 2010.