मानक प्रतिमान
कण भौतिकी में मानक प्रतिमान |
---|
सर्न स्थित वृहद हेड्रॉन संघट्टक सुरंग |
परिसीमाएं |
वैज्ञानिक रदरफोर्ड · थॉमसन · चैडविक · बोस · सुदर्शन · कोशिबा · डेविस जुनियर · एन्डरसन · फर्मी · डिराक · फाइनमेन · रुबिया · गेलमान · केन्डल · टेलर · फ्रीडमान · पावेल · फ़िलिप ऐंडरसन · ग्लास्हौ · मीर · कोआन · नाम्बू · चेम्बेर्लैन · केबिबो · स्क्वार्टज · पर्ल · मायोराना · वैनबर्ग · ली · वार्ड · सलाम · कोबायाशी · मस्कावा · यांग · युकावा · 'टी हूफ्ट · वेल्टमान · ग्रॉस · पोलिट्जर · विल्जेक · क्रोनिन · फिच · व्लेक · हिग्स · एंगलर्ट · ब्रूट · हैगन · गुरल्निक · किबले · टिंग · रिचटर |
मानक प्रतिमान या मानक मॉडल, भौतिकशास्त्र का एक सिद्धान्त है जिसका संबंध विद्युत्-चुम्बकीय, दुर्बल तथा प्रबल नाभिकीय अन्तःक्रियाओं से है। ये ऐसी अन्तःक्रियाएँ हैं, जो कि ज्ञात उपपारमाण्विक कणों की गतिकी की व्याख्या करती हैं। इसका विकास बीसवीं सदी के मध्य से लेकर देर-सदी तक हुआ। ये कई हाथों से बुना हुआ एक पट है, जो कि कभी तो नई प्रायोगिक खोजों से आगे बढ़ा तो कभी सैद्धान्तिक प्रगतियों से। इसका विकास सही अर्थों में सहकार के साथ हुआ है, जो महाद्वीपों और दशकों में विस्तृत है।[1] इसका आज का प्रारूप 1970 के दशक के मध्य में बना, जबकि क्वार्क का अस्तित्व सुनिश्चित किया गया। उसके बाद तो तल क्वार्क (1977), शीर्ष क्वार्क (1995) और टॉ क्वार्क (2000) की खोज ने मानक प्रतिमान की साख और बढ़ा दी। अधिक हाल की घटना के रूप में 2011-2012 में हिग्स बोसॉन की खोज ने इसके सारे अनुमानित कणों का समुच्चय पूरा कर दिया है। प्रायोगिक परिणामों की दीर्घ शृंख्ला की सफलतापूर्वक व्याख्या कररने के कारण मानक प्रतिमान को कभी कभी "लगभग सबकुछ का सिद्धान्त" भी कहा जाता है।
मानक प्रतिमान मौलिक अन्तःक्रियाओं का सम्पूर्ण सिद्धान्त होते होते रह जाता है, क्योंकि इसमें से गुरुत्वाकर्षण का समूचा सिद्धान्त ही गायब है, साथ ही यह विश्व के त्वरित विस्तार की भविष्यवाणी भी नहीं करता है (जैसा कि अन्धकार-ऊर्जा द्वारा वर्णित है)।
टिप्पणियाँ एवं सन्दर्भ
[संपादित करें]सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ Oerter, Robert (2006-09-26). The Theory of Almost Everything: The Standard Model, the Unsung Triumph of Modern Physics (p. 2). Penguin Group. Kindle Edition.
आगे अध्ययन
[संपादित करें]- R. Oerter (2006). The Theory of Almost Everything: The Standard Model, the Unsung Triumph of Modern Physics. Plume.
- B.A. Schumm (2004). Deep Down Things: The Breathtaking Beauty of Particle Physics. Johns Hopkins University Press. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0-8018-7971-X.
- Introductory textbooks
- I. Aitchison, A. Hey (2003). Gauge Theories in Particle Physics: A Practical Introduction. Institute of Physics. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-585-44550-2.
- W. Greiner, B. Müller (2000). Gauge Theory of Weak Interactions. Springer. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 3-540-67672-4.
- G.D. Coughlan, J.E. Dodd, B.M. Gripaios (2006). The Ideas of Particle Physics: An Introduction for Scientists. Cambridge University Press.सीएस1 रखरखाव: एक से अधिक नाम: authors list (link)
- D.J. Griffiths (1987). Introduction to Elementary Particles. John Wiley & Sons. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0-471-60386-4.
- G.L. Kane (1987). Modern Elementary Particle Physics. Perseus Books. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0-201-11749-5.
- Advanced textbooks
- T.P. Cheng, L.F. Li (2006). Gauge theory of elementary particle physics. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0-19-851961-3. Highlights the gauge theory aspects of the Standard Model.
- J.F. Donoghue, E. Golowich, B.R. Holstein (1994). Dynamics of the Standard Model. Cambridge University Press. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-521-47652-2.सीएस1 रखरखाव: एक से अधिक नाम: authors list (link) Highlights dynamical and phenomenological aspects of the Standard Model.
- L. O'Raifeartaigh (1988). Group structure of gauge theories. Cambridge University Press. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0-521-34785-8. Highlights group-theoretical aspects of the Standard Model.
- Journal articles
- E.S. Abers, B.W. Lee (1973). "Gauge theories". Physics Reports. 9: 1–141. डीओआइ:10.1016/0370-1573(73)90027-6. बिबकोड:1973PhR.....9....1A.
- Y. Hayato; एवं अन्य (1999). "Search for Proton Decay through p → νK+ in a Large Water Cherenkov Detector". Physical Review Letters. 83 (8): 1529. arXiv:hep-ex/9904020. डीओआइ:10.1103/PhysRevLett.83.1529. बिबकोड:1999PhRvL..83.1529H. Explicit use of et al. in:
|author=
(मदद) - S.F. Novaes (2000). "Standard Model: An Introduction". arXiv:hep-ph/0001283
|class=
उपेक्षा की गयी (मदद). - D.P. Roy (1999). "Basic Constituents of Matter and their Interactions — A Progress Report". arXiv:hep-ph/9912523
|class=
उपेक्षा की गयी (मदद). - F. Wilczek (2004). "The Universe Is A Strange Place". Nuclear Physics B - Proceedings Supplements. 134: 3. arXiv:astro-ph/0401347. डीओआइ:10.1016/j.nuclphysbps.2004.08.001. बिबकोड:2004NuPhS.134....3W.
बाहरी कड़ियाँ
[संपादित करें]- "सर्न जॉन एलिस द्वारा मानक प्रतिमान की विस्तारित प्रतिपादन" ω τ podcast.
- "LHC ने हल्के हिग्स बोसॉन का संकेत देखा।" "नवोदित वैज्ञानिक पत्रिका".
- "Standard Model may be found incomplete," नवोदित वैज्ञानिक पत्रिका.
- फर्मीलैब में "टॉप क्वार्क का प्रेक्षण"।
- विद्युत-चुम्बकीय-दुर्बल सममिति विघटन के पश्चात हिग्स बोसॉन रहित "मानक प्रतिमान लान्ग्राजियन"।
- स्पष्ट हिग्स बोसॉन व्यंजकों सहित "मानक प्रतिमान लान्ग्राजियन"। पीडीएफ, PostScript और लेटेक्स संस्करण।
- "कण प्रोद्यम" का वेब अनुशिक्षण।
- Nobes, Matthew (2002) "Introduction to the Standard Model of Particle Physics" on Kuro5hin: Part 1, Part 2, Part 3a, Part 3b.