खैरागढ़-छुईखदान-गंडई
राजनांदगांव जिले के उपखण्ड खैरागढ़ एवं छुईखदान तथा तहसील खैरागढ़ , गंडई और छुईखदान को मिलाकर नए जिले खैरागढ़-छुईखदान-गंडई का सृजन हुआ। इस नए जिले के उत्तर में कबीरधाम जिला, दक्षिण में राजनांदगांव की डोंगरगढ़ तहसील, पूर्व में बेमेतरा जिले की साजा और दुर्ग जिले की धमधा तहसील की सीमाओं से लगी हुई है। खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले की पश्चिमी सीमा पर मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले की लांजी तहसील की सीमा छूती है। 3 सितंबर को दो और नये जिलों सारंगढ़-बिलाईगढ़ और खैरागढ़-छुईखदान-गंडई के शुभारंभ करने के साथ तीन नए जिले अस्तित्व में आ गए. सारंगढ़-बिलाईगढ़ राज्य का 30वां और खैरागढ़-छुईखदान-गंडई 31वां जिला बना है. छत्तीसगढ़ के लिए यह बेहद महत्वपूर्ण उपलब्धि है कि दो दिनों के अंतराल में तीन नये जिलों की सौगात जनता को मिली है. नवगठित जिलों के शुभारंभ अवसर पर क्षेत्रवासियों के चेहरे पर अपनी बरसों पुरानी मांग के पूरा होने का उत्साह और हर्ष दिखाई दिया. इन नये जिलों के बन जाने से शासन-प्रशासन की लोगों तक पहुंच और मजबूत होगी, जिससे इन क्षेत्रों में विकास कार्यों को तीव्र गति मिलेगी.
छत्तीसगढ़ के 33वें जिले “खैरागढ़-छुईखदान-गंडई” हैं, इसे अंग्रेजी में "Khairagarh-Chhuikhadan-Gandai Archived 2023-12-30 at the वेबैक मशीन" या "KCG" भी कहते हैं.
[संपादित करें]नए जिला ‘‘खैरागढ़-छुईखदान-गंडई’’ की सीमाएं अंतर्गत इसके उत्तर में जिला कबीरधाम, दक्षिण में जिला-राजनांदगांव, पूर्व में जिला बेमेतरा व जिला दुर्ग और पश्चिम में जिला बालाघाट मध्य प्रदेश हैं ।
नए जिले का क्षेत्रफल करीब 1 लाख 55 हजार 197 हेक्टेयर का हैं,आबादी 3 लाख 68 हजार से ज्यादा हैं ।
यह नया जिला २ तहसीलों से मिलकर बना है -