अमेरिकी क्रान्ति

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
दिलावर नदी को नाव द्वारा पार करते जनरल जार्ज़ वाशिंगटन व उनके सैनिकों की टोली
अमेरिकी स्वतन्त्रता की की घोषणा का ड्राफ्ट तैयार करने के लिये गठित पाँच सदस्यीय समिति सन १७७६ में घोषणा के सस्तावेज द्वितीय कांटिनेन्टल कांग्रेस को सौंपते हुए

अमेरिकी क्रान्ति से आशय अठ्ठारहवीं शताब्दी के उत्तरार्ध में घटित घटनाओं से है जिसमें तेरह कालोनियाँ ब्रितानी साम्राज्य से आजाद होकर संयुक्त राज्य अमेरिका (United States of America / USA) के नाम से एक देश बना। इस क्रान्ति में सन १७७५ एवं १७८३ के बीच तेरह कालोनियाँ मिलकर ब्रितानी साम्राज्य के साथ सशस्त्र संग्राम में शामिल हुईं। इस संग्राम को 'क्रान्तिकारी युद्ध' या 'अमेरिका का स्वतन्त्रता संग्राम' कहते हैं।

इस क्रान्ति के फलस्वरूप सन १७७६ में अमेरिका के स्वतन्त्रता की घोषणा की गयी एवं अन्ततः सन १७८१ के अक्टूबर माह में युद्ध के मैदान में क्रान्तिकारियों की विजय हुई।

अमरीकी क्रान्ति १७७५ से १७८३ के दौरान जनरल जार्ज वाशिंगटन द्वारा अमरीकी सेना का नेतृत्व करते हुए की गयी थी। वाशिंगटन ने अमरीकन उपनिवेशों को एकीकृत करके संयुक्त राज्य अमरीका का वर्तमान स्वरूप प्रदान किया। बाद में उन्हें १७८९ में अमरीका का पहला राष्ट्रपति चुना गया। १४ दिसम्बर १७९९ को वाशिंगटन की मृत्यु हो गयी। उन्हें वर्तमान अमरीका का राष्ट्र-निर्माता कहा जाता है। आज भी अमरीका में उनके ही नाम पर वाशिंगटन शहर है।

मुख्यत: अमरीकी क्रान्ति सामाजिक, राजनीतिक व सैनिक क्रान्ति का मिला-जुला परिणाम था।

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]