"वशिष्ठ": अवतरणों में अंतर

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'''वसिष्ट''' वैदिक काल के विख्यात [[ऋषि]] थे। वसिष्ट एक [[सप्तर्षि]] हैं - यानि के उन सात ऋषियों में से एक जिन्हें ईश्वर द्वारा सत्य का ज्ञान एक साथ हुआ था और जिन्होंने मिलकर वेदों का दर्शन किया (वेदों की रचना की ऐसा कहना अनुचित होगा क्योंकि वेद तो अनादि है)। उनकी पत्नी [[अरुन्धती]] है। वह [[योग-वासिष्ट]] में [[राम]] के गुरु हैं। वसिष्ट राजा दशरथ के राजकुल गुरु भी थे।
'''वशिष्ट''' वैदिक काल के विख्यात [[ऋषि]] थे। वशिष्ट एक [[सप्तर्षि]] हैं - यानि के उन सात ऋषियों में से एक जिन्हें ईश्वर द्वारा सत्य का ज्ञान एक साथ हुआ था और जिन्होंने मिलकर वेदों का दर्शन किया (वेदों की रचना की ऐसा कहना अनुचित होगा क्योंकि वेद तो अनादि है)। उनकी पत्नी [[अरुन्धती]] है। वह [[योग-वशिष्ट]] में [[राम]] के गुरु हैं। वशिष्ट राजा दशरथ के राजकुल गुरु भी थे।


आकाश में चमकते सात तारों के समूह में पंक्ति के एक स्थान पर वशिष्ट को स्थित माना जाता है।
आकाश में चमकते सात तारों के समूह में पंक्ति के एक स्थान पर वशिष्ट को स्थित माना जाता है।

11:06, 14 अगस्त 2019 का अवतरण

वशिष्ट वैदिक काल के विख्यात ऋषि थे। वशिष्ट एक सप्तर्षि हैं - यानि के उन सात ऋषियों में से एक जिन्हें ईश्वर द्वारा सत्य का ज्ञान एक साथ हुआ था और जिन्होंने मिलकर वेदों का दर्शन किया (वेदों की रचना की ऐसा कहना अनुचित होगा क्योंकि वेद तो अनादि है)। उनकी पत्नी अरुन्धती है। वह योग-वशिष्ट में राम के गुरु हैं। वशिष्ट राजा दशरथ के राजकुल गुरु भी थे।

आकाश में चमकते सात तारों के समूह में पंक्ति के एक स्थान पर वशिष्ट को स्थित माना जाता है।

दूसरे (दाहिने से) वशिष्ट और उनकी पत्नी अरुंधती को दिखाया गया है। अंग्रेज़ी में सप्तर्षि तारसमूह को बिग डिपर या ग्रेट बियर (बड़ा भालू) कहते हैं और वशिट-अरुंधती को अल्कोर-मिज़र कहते हैं।