"कर्पूरी ठाकुर": अवतरणों में अंतर
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वह जन नायक कहलाते हैं। सरल और सरस ह्र्दय के राजनेता माने जाते थे। सामाजिक रुप से पिछडी किन्तु सेवा भाव के महान लक्ष्य को चरितार्थ करती नाई जाति में जन्म लेने वाले इस महानायक ने राजनीति को भी जन सेवा की भावना से जिया। |
वह जन नायक कहलाते हैं। सरल और सरस ह्र्दय के राजनेता माने जाते थे। सामाजिक रुप से पिछडी किन्तु सेवा भाव के महान लक्ष्य को चरितार्थ करती नाई जाति में जन्म लेने वाले इस महानायक ने राजनीति को भी जन सेवा की भावना से जिया। |
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== राजनीतिक जीवन == |
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1977 मे कर्पुरी ठाकुर ने बिहार के वरिष्ठतम नेता सत्येन्द्र नारायण सिन्हा से नेतापद का चुनाव जीता और राज्य के मुख्यमंत्री बने। |
1977 मे कर्पुरी ठाकुर ने बिहार के वरिष्ठतम नेता सत्येन्द्र नारायण सिन्हा से नेतापद का चुनाव जीता और राज्य के मुख्यमंत्री बने। |
22:49, 23 अक्टूबर 2014 का अवतरण
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कर्पूरी ठाकुर एक भारतीय राजनेता है और बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके है। कर्पुरी ठाकुर (24 जनवरी 1924-18 फ़रवरी 1988) भारत के स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षक, राजनीतिज्ञ तथा बिहार राज्य के मुख्यमंत्री रहे हैं। लोकप्रियता के कारण उन्हें जन-नायक कहा जाता था। कर्पूरी ठाकुर का जन्म ब्रिटिस भारत में समस्तीपुर के एक गाँव पितौंझिया, जिसे अब कर्पूरीग्राम कहा जाता है, में हुआ था। भारत छोड़ो आन्दोलन के समय उन्होंने २६ महीने जेल में बिताए थे। वह दिसंबर 1970 से जून 1971 तथा दिसंबर 1977 से अप्रैल 1979 के दौरान दो बार बिहार के मुख्यमंत्री रहे हैं।
व्यक्तिगत जीवन
वह जन नायक कहलाते हैं। सरल और सरस ह्र्दय के राजनेता माने जाते थे। सामाजिक रुप से पिछडी किन्तु सेवा भाव के महान लक्ष्य को चरितार्थ करती नाई जाति में जन्म लेने वाले इस महानायक ने राजनीति को भी जन सेवा की भावना से जिया।
राजनीतिक जीवन
1977 मे कर्पुरी ठाकुर ने बिहार के वरिष्ठतम नेता सत्येन्द्र नारायण सिन्हा से नेतापद का चुनाव जीता और राज्य के मुख्यमंत्री बने।
सन्दर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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