बाँगरमऊ
बाँगरमऊ Bangarmau | |
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निर्देशांक: 26°53′20″N 80°12′47″E / 26.889°N 80.213°Eनिर्देशांक: 26°53′20″N 80°12′47″E / 26.889°N 80.213°E | |
देश | भारत |
प्रान्त | उत्तर प्रदेश |
ज़िला | उन्नाव ज़िला |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 44,204 |
भाषा | |
• प्रचलित | हिन्दी, अवधी |
समय मण्डल | भामस (यूटीसी+5:30) |
बाँगरमऊ (Bangarmau) भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के उन्नाव ज़िले में स्थित एक महत्वपूर्ण औद्योगिक एवं व्यापारिक नगर है। एक बड़ा औद्योगिक और व्यापारिक और कृषि क्षेत्र का केंद्र होने की वजह से देश के सबसे बड़े महत्वपूर्ण और औद्योगिक इकोनामिक कॉरिडोर आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे और गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे बसे होने से पूरे भारत से जुड़ा हुआ है! ये शहर उत्तर प्रदेश दो महत्वपूर्ण शहर उत्तर प्रदेश की आर्थिक राजधानी और औद्योगिक शहर
कानपुर से 70 Km की दूरी पर और उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से 60 Km की दूरी पर स्थित है;ये उन्नाव-हरदोई प्रयागराज राजमार्ग संख्या 38 पर स्थित है। ये लखनऊ–बांगरमऊ राजमार्ग ; लखनऊ संडीलाबांगरमऊ;मार्ग तथा गंगा एक्सप्रेसवे से सीधा जुड़ा है ये बांगरमऊ,बिल्हौर मार्ग से,NH 91 से जुड़ा है
ये आगरा- लखनऊ एक्सप्रेसवे के माध्यम से आगरा से ((238;km)) किलोमीटर नोएडा से 384 किलोमीटर दिल्ली से 415 किलोमीटर लखनऊ से 60 किलोमीटर वृंदावन ;- मथुरा से 323 किलोमीटर की दुरी पर इस्थित है, पश्चिम को पूर्व से जोड़ने वाला गंगा एक्सप्रेसवे भी यहीं से होकर गुजरा है इसलिए ये मेरठ और प्रयागराज से भी सीधा जुड़ा हुआ है; गंगा एक्सप्रेसवे से यहां से मेरठ की दूरी 310 KM ,प्रयागराज 290 Km;हापुड़ 275Km ,गाजियाबाद 325 Km ,बुलंदशहर 250 Km वर्तमान प्रणाली में यह एक तहसील का दर्जा रखता है। इस शहर को जिला बनाने की कवायद बहुत तेजी से चल रही है विभिन्न सामाजिक एवं राजनीतिक संगठन समय-समय पर इसको जिला मुख्यालय घोषित बनाने की मांग करते रहते हैं यह एक बड़ा व्यापारिक केंद्र होने के साथ-साथ बहुत बड़ा कृषि का भी क्षेत्र है इसके आसपास में बड़ी मात्रा में अच्छी और उपजाऊ कृषि की भूमि उपलब्ध है गंगा और गोमती नदी के दोआब में बसे होने के कारण यह क्षेत्र बेहद उपजाऊ है इसके बगल से एक शारदा नहर और कल्याणी नदी भी होकर गुजरती है; बांगरमऊ के आसपास बहुत अच्छी मात्रा में लैंड बैंक उपलब्ध है जिसे सरकारी संस्थाओं एवं अन्य एजेंसियों के द्वारा बड़ी-बड़ी औद्योगिक गतिविधियों इंडस्ट्री और व्यावसायिक गतिविधियों के लिए उपयुक्त माना गया है बांगरमऊ बहुत बड़ा खाद्य पदार्थों का उत्पादक है ye क्षेत्र आलू मक्का चावल तरबूज आम गेहूं इत्यादि के के उत्पादन के मामले में पूरे देश में अग्रणी है जिसको यहां से पूरे देश में निर्यात किया जाता है यहां पर यहां पर फ्लोर मिल ऑयल मिल और चावल की मिले बहुत ज्यादा मात्रा में है बांगरमऊ के पास इसकी अपनी एक हवाई पट्टी भी है जो आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे का एक हिस्सा है जिसको बांगरमऊ एयरस्ट्रिप बांगरमऊ हवाई पट्टी आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे एयर स्ट्रिप कहा जाता है जिसकी लंबाई 3 किलोमीटर है यह Bangarmau के पास नसीरपुर भिक्खन नसिरापुर ग्राम में स्थित है जहां पर इमरजेंसी युद्ध के दौरान या किसी भी आपातकालीन स्थिति में फाइटर प्लेन एवं अन्य जहाज उतरने में सक्षम है यहां पर पहले भारतीय वायु सेना के मिराज 2000 और सुखोई जैसे लड़ाकू विमान की लैंडिंग आसानी से की जा चुकी है सामरिक दृष्टि से भी ये भारत का बहुत महत्वपूर्ण हवाई पट्टी है
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ज़िला बनाने का अभियान
[संपादित करें]वर्तमान में बाँगरमऊ को ज़िला बनाने की कवायद तेज गति से चल रही है।
तीर्थस्थल और इतिहास
[संपादित करें]बाँगरमऊ एक हिन्दू तीर्थ हि। यहाँ का राज राजेश्वरी मन्दिर उन्नीसवी शताब्दी के आरम्भ में स्थापित हुआ था। नगर के पश्चिम में बाबा बोधेश्वर का प्राचीन मन्दिर है। सन् 2009 में समीप ही स्थित संचन कोट में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को खुदाई में एक 2000 वर्ष पुराना शिव मन्दिर मिला।[3]
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "Uttar Pradesh in Statistics," Kripa Shankar, APH Publishing, 1987, ISBN 9788170240716
- ↑ "Political Process in Uttar Pradesh: Identity, Economic Reforms, and Governance Archived 2017-04-23 at the वेबैक मशीन," Sudha Pai (editor), Centre for Political Studies, Jawaharlal Nehru University, Pearson Education India, 2007, ISBN 9788131707975
- ↑ Sharda, Shailvee (February 23, 2009). "2000-yr-old Shiva shrine found". The Times of India (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2019-12-16.