"शेखर गुरेरा": अवतरणों में अंतर

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* १९९७ : '''''सूर्योदय की धरती (जापान) से''''', जापान दौरे से लौटने के बाद [[पंजाब केसरी]], जागबानी एवं हिंद्समाचार मैं प्रकाशित १० कड़ियों की साप्ताहिक श्रंखला <ref>२३ दिसम्बर १९९७ से [[पंजाब केसरी]], जागबानी एवं हिंद्समाचार मैं प्रकाशित १० कड़ियों की साप्ताहिक श्रंखला : [http://www.readwhere.com/read//r/152310 सूर्योदय की धरती (जापान) से]</ref>
* १९९७ : '''''सूर्योदय की धरती (जापान) से''''', जापान दौरे से लौटने के बाद [[पंजाब केसरी]], जागबानी एवं हिंद्समाचार मैं प्रकाशित १० कड़ियों की साप्ताहिक श्रंखला <ref>२३ दिसम्बर १९९७ से [[पंजाब केसरी]], जागबानी एवं हिंद्समाचार मैं प्रकाशित १० कड़ियों की साप्ताहिक श्रंखला : [http://www.readwhere.com/read//r/152310 सूर्योदय की धरती (जापान) से]</ref>
* १९९९ : '''''कारगिल कार्टून्स''''' , [[कारगिल युद्ध]] के दौरान भारतीय रक्षा बलों को समर्पित कार्टूनों के एक संग्रह का संकलन
* १९९९ : '''''कारगिल कार्टून्स''''' , [[कारगिल युद्ध]] के दौरान भारतीय रक्षा बलों को समर्पित कार्टूनों के एक संग्रह का संकलन
* २००० : '''''Laugh as you Travel''''' : [[काक-कार्टूनिस्ट]] और शेखर गुरेरा द्वारा [[भारतीय रेल]] के 150 गौरवशाली साल पूरा करने के अवसर पर बनाये कार्टूनों का एक संकलन
* २००० : '''''Laugh as you Travel''''' : [[काक-कार्टूनिस्ट]] और शेखर गुरेरा द्वारा [[भारतीय रेल]] के 150 गौरवशाली साल पूरा करने के अवसर पर बनाये कार्टूनों का एक संकलन <ref>२६ अगस्त २००० को [[स्वतंत्र भारत]], लखनऊ मैं प्रकाशित राम किशोर पारचा का लेख : [http://www.readwhere.com/read/154195/g4u-MEDIA/Aug262000-Swatantra-Bharat#page/1/2 रेलवे यात्रा पर कार्टूनों की एक उम्दा बानगी ]</ref>


== टिप्पणियां एवं साक्षात्कार ==
== टिप्पणियां एवं साक्षात्कार ==

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शेखर गुरेरा
जन्म 30 अगस्त 1965 (1965-08-30) (आयु 58)
मोगा, पंजाब, भारत
राष्ट्रीयता  भारत
पेशा कार्टूनिस्ट, चित्रक
कार्यकाल 1984–वर्तमान
हस्ताक्षर
वेबसाइट
shekhargurera.com

सम्पादकीय कार्टूनिस्ट शेखर गुरेरा Shekhar Gurera (पूरा नाम : चंद्रशेखर गुरेरा) उन चुनिन्दा भारतीय कार्टूनिस्टों मैं से एक हैं जो की पत्र सूचना कार्यालय PIB, भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त है. [1] आपको अपने दैनिक पाकेट कार्टून के माध्यम से भारत के राजनीतिक एवं सामाजिक परिवेश पर चंद पंक्तियों में अपनी सटीक एवं गुदगुदाती टिप्पणियों के लिए जाना जाता है. इनके दैनिक कार्टून अंग्रेजी, हिंदी और क्षेत्रीय भाषा के दैनिक समाचार पत्रों: द पायनियर, पंजाब केसरी, हिंदसमाचार एवं जगबानी में प्रकाशित होते हैं. आपने अपने कार्टून जीवन की शुरुआत १९८४ में बतौर स्नातक कर रहे विज्ञान के एक छात्र, फ्रीलांसर के रूप में की थी

जीवनी

शेखर गुरेरा का जनम ३० अगस्त, १९६५ को मोगा, पंजाब, भारत में हुआ. १९८६ में मुलतानी मल मोदी कालेज, पटियाला, पंजाब से विज्ञान में स्नातक डिग्री प्राप्त की और १९९० में ललितकला महाविद्यालय, नई दिल्ली से एप्लाइड आर्ट्स में एक डिग्री प्राप्त की

पुरस्कार एवं सम्मान

  • १९९० : भारत के राष्ट्रपति, ज्ञानी जैल सिंह द्वारा बेहतरीन कार्टून अवार्ड
  • १९९२ : प्रथम बाबू जगजीवन राम मेमोरियल अखिल भारतीय कला प्रदर्शनी में भारत के प्रधानमंत्री, पीवी नरसिंह राव द्वारा सर्वश्रेष्ठ कार्टूनिस्ट अवार्ड
  • १९९७ : टोक्यो, जापान में जापान फाउंडेशन द्वारा आयोजित तीसरी एशियाई कार्टून और कला प्रदर्शनी, में भारत का प्रतिनिधित्व [2]
  • २००२ : सैतामा, जापान की हास्य फोटो प्रतियोगिता में सम्मानित
  • २०११ : पत्रकारिता के लिए महामना मदन मोहन मालवीय मेमोरियल ७वीं वार्षिक पुरस्कार (कार्टूनिस्ट) से सम्मानित

परियोजनाएं

  • १९९९ : कारगिल कार्टून्स (कार्टूनों के एक संग्रह और कार्टून प्रदर्शनी की श्रृंखला) को समन्वित किया, इस अभियान मैं भारतीय सेना के साथ उनके सामूहिक एकता की निशानी के रूप मैं विभिन्न प्रमुख समाचार पत्रों के कार्टूनिस्टों ने, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से सीमा की ओर जा रहे सेना के जवानों का मनोबल बढ़ाने के एक सार्थक पर्यास हेतु मौके पर ही कैरीकेचर बना, उन्हें भेंट किये। तत्पश्चात समाचार पत्रों में कारगिल युद्ध सम्बन्धी कार्टूनों की एक प्रदर्शनी जो नई दिल्ली सहित जयपुर, चंडीगढ़, पटना और इंदौर में आयोजित की गयी [3]
  • २००५ : राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद (NPC) के कैलेंडर के लिए कार्टूनों की एक श्रंखला

किताबें एवं लेख

  • १९९७ : सूर्योदय की धरती (जापान) से, जापान दौरे से लौटने के बाद पंजाब केसरी, जागबानी एवं हिंद्समाचार मैं प्रकाशित १० कड़ियों की साप्ताहिक श्रंखला [4]
  • १९९९ : कारगिल कार्टून्स , कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय रक्षा बलों को समर्पित कार्टूनों के एक संग्रह का संकलन
  • २००० : Laugh as you Travel  : काक-कार्टूनिस्ट और शेखर गुरेरा द्वारा भारतीय रेल के 150 गौरवशाली साल पूरा करने के अवसर पर बनाये कार्टूनों का एक संकलन [5]

टिप्पणियां एवं साक्षात्कार

  • १९९४ : साप्ताहिक सन्डे मेल के एक अंक में डा. रोहनीत सिंह फोर, जोकि एक लम्बे समय से व्यक्तिगत और पेशेवर रूप से आपको जानते भी हैं, ने कार्टून करियर के शुरुआत के दिनों से लेकर, आपकी कार्टून शैली आदि के बारे विस्तार से चर्चा की है [6]
  • १९९७ : द हिन्दू के एक अंक में सुचित्रा बहल ने आपसे एक साक्षात्कार मे हिज ओन मैन की सम्पादकीय टिपण्णी की है [7]
  • १९९८ : द स्टेटसमैन के एक अंक में कार्टून नेटवर्क नामक आवरण लेख में आपने उत्कृष्ट कार्टून कला के लिए तीन प्रमुख विद्याओं की अनिवार्यता पर फोकस किया है : एक कलाकार की संवेदनशीलता, एक पत्रकार का तेज दिमाग, और एक व्यंग्यकार की गहरी निगरानी [8]

बाहरी कड़ियाँ

  1. मीडिया प्रत्यायन सूचकांक. प्रेस सूचना ब्यूरो, भारत सरकार. 1 अप्रैल 2010. 22 जुलाई 2010 को लिया गया. मान्यता प्राप्त पत्रकार की सूची, 2010 (नाम से सूची में no300)
  2. जुलाई १९९७ मैं जापान फाउंडेशन, टोक्यो द्वारा आयोजित, जापान में तीसरी एशियाई कार्टून और कला प्रदर्शनी, में दस एशियाई देशों ने भाग लिया भारत के प्रतिनिधि शेखर गुरेरा द्वारा बनाये कार्टून
  3. १४ जुलाई १९९९ को IE मैं प्रकाशित समाचर : Humour for warriors up front
  4. २३ दिसम्बर १९९७ से पंजाब केसरी, जागबानी एवं हिंद्समाचार मैं प्रकाशित १० कड़ियों की साप्ताहिक श्रंखला : सूर्योदय की धरती (जापान) से
  5. २६ अगस्त २००० को स्वतंत्र भारत, लखनऊ मैं प्रकाशित राम किशोर पारचा का लेख : रेलवे यात्रा पर कार्टूनों की एक उम्दा बानगी
  6. २३-२९ अक्टूबर, १९९४ को साप्ताहिक सन्डे मेल में  : वह बस स्टॉप पर भी कार्टून बना लेता था"
  7. १ जून, १९९७ को द हिन्दू, नई दिल्ली में : Encounters By Suchitra Behal"
  8. २८ फ़रवरी १९९८ को द स्टेटसमैन, कोलकाता में : Cartoon Network By Sharad K Soni"