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पंजाब क्षेत्र

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पंजाब क्षेत्र
स्थल, cultural region
देशी लेबलਪੰਜਾਬ सम्पादन
द्वारा नामांकित, नदी सम्पादन
देशपाकिस्तान, भारत सम्पादन
located in or next to body of waterब्यास नदी, चनाब नदी, झेलम नदी, रावी नदी, सतलुज नदी सम्पादन
territory overlapsभारत, पाकिस्तान सम्पादन
स्थान का समन्वय31°0′0″N 74°0′0″E सम्पादन
महत्वपूर्ण घटनाAornos सम्पादन
नक्शा
दक्षिण एशिया में पंजाब

पंजाब दक्षिण एशिया का क्षेत्र है जिसका फ़ारसी में मतलब पाँच नदियों का क्षेत्र है।[1] पंजाब ने भारतीय इतिहास को कई मोड़ दिए हैं। अतीत में शकों, हूणों, पठानोंमुगलों ने इसी पंजाब के रास्ते भारत में प्रवेश किया था। आर्यो का आगमन भी हिंदुकुश पार कर इसी पंजाब के रास्ते ही हुआ था। पंजाब की सिन्धु नदी की घाटी में आर्यो की सभ्यता का विकास हुआ। उस समय इस भूख़ड का नाम सप्त सिन्धु अर्थात् सात सागरों का देश था। समय के साथ सरस्वती जलस्रोत सूख् गया। अब रह गयीं पाँच नदियाँ-झेलम, चेनाब, राबी, व्यास और सतलज इन्हीं पाँच नदियों का प्रान्त पंजाब हुआ। पंजाब का नामाकरण फ़ारसी के दो शब्दों से हुआ है। पंज का अर्थ है पाँच और आब का अर्थ होता है जल। पंजाब की 25% से 30% आबादी जाट समुदाय से संबंधित हैं, जिन्होंने पंजाब के गौरवशाली इतिहास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सिख साम्राज्य के संस्थापक महाराजा रणजीत सिंह इसी जाट समुदाय से आते थे।

का इतिहास

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भारत और पाकिस्तान के पंजाब क्षेत्र में भारतीय व आर्य लोगों के साथ-साथ आंशिक रूप से विभिन्न स्वदेशी समुदायों के लिए एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध है। मध्य एशिया और मध्य पूर्व से कई आक्रमणों के परिणामस्वरूप, कई जातीय समूह और धर्म पंजाब की सांस्कृतिक विरासत बनाते हैं। प्रागैतिहासिक काल में दक्षिण एशिया की सबसे पुरानी ज्ञात संस्कृतियों में से एक, सिंधुघाटी सभ्यता, इस क्षेत्र में स्थित थी।

15वीं और 16वीं शती में गुरु नानकदेव जी की शिक्षाओं से भक्ति आंदोलन ने ज़ोर पकड़। सिख पंथ ने एक धार्मिक और सामाजिक आंदोलन को जन्म दिया, मूल रूप से जिसका उद्देश्य सामाजिक और धार्मिक कुरीतियों को दूर करना था। दसवें गुरु गोविंद सिंह जी ने सिखों को 'खालसा पंथ' के रूप में संगठित किया।

१९४७ का विभाजन

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१९४७ की परिभाषा पंजाब क्षेत्र को ब्रिटिश भारत के विघटन के संदर्भ में परिभाषित करती है, जिससे तत्कालीन ब्रिटिश पंजाब प्रांत का विभाजन भारत और पाकिस्तान के बीच हो गया था। पाकिस्तान में, इस क्षेत्र में अब पंजाब प्रांत और इस्लामाबाद राजधानी क्षेत्र शामिल हैं। भारत में, इसमें पंजाब राज्य, चण्डीगढ़ ,हरियाणा, और हिमाचल प्रदेश शामिल हैं।[2]

१९४७ की परिभाषा का उपयोग करते हुए, पंजाब पश्चिम में बलूचिस्तान और पश्तूनिस्तान क्षेत्रों, उत्तर में कश्मीर , पूर्व में हिंदी बेल्ट और दक्षिण में राजस्थान और सिंध की सीमा में है। तदनुसार, पंजाब क्षेत्र बहुत विविध है औरकांगड़ा घाटी की पहाड़ियों से लेकर मैदानी इलाकों औरचोलिस्तान रेगिस्तान तक फैला हुआ है ।[3]

प्रमुख शहर

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ऐतिहासिक रूप से, लाहौर पंजाब क्षेत्र की राजधानी रहा है और १.१ करोड़ शहरों की उचित आबादी के साथ इस क्षेत्र में सबसे अधिक आबादी वाला शहर बना हुआ है। फ़ैसलाबाद, रावलपिंडी, गुजरांवाला, मुल्तान, लुधियाना, अमृतसर, जलंधर और चण्डीगढ पंजाब के अन्य सभी शहर हैं, जिनकी आबादी दस लाख से अधिक है।

पाकिस्तानी शहरों के बारे में कुछ प्रसिद्ध तथ्य

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1 बहावलपुर - लाल सुहानरा राष्ट्रीय उद्यान का घर, जो पाकिस्तान के कुछ प्राकृतिक सफारी पार्कों में से एक है

2. फैसलाबाद - पाकिस्तान का कपड़ा केंद्र

3. इस्लामाबाद - पाकिस्तान की राजधानी

4. लाहौर - पाकिस्तान की सांस्कृतिक राजधानी और प्रांतीय राजधानी

5. मुल्तान - पर्यटकों के लिए एक अवश्य देखने योग्य स्थान, यह अपने अद्भुत आमों, मिलनसार लोगों और मिट्टी के बर्तनों, कई कब्रों और खूबसूरत मस्जिदों के लिए प्रसिद्ध है।

6. ननकाना साहिब- सिख धर्म का पवित्र स्थान

7 रावलपिंडी - पाकिस्तानी सेना का मुख्यालय

8 सरगोधा - पाकिस्तानी मुख्य वायु सेना बेस

9 सियालकोट - अपने खेल और चमड़ा उद्योग के लिए जाना जाता है

सन्दर्भ

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  1. Singh, Pritam (2008). Federalism, Nationalism and Development: India and the Punjab Economy. London; New York: Routledge. p. 3. ISBN 0-415-45666-5. Archived from the original on 30 अप्रैल 2014. Retrieved 17 जनवरी 2015.
  2. "क्‍या आपको पता है भारत-पाक बंटवारे की ये सच्‍चाई, सिर चकरा जाएगा आपका..!". News18 India. Retrieved 2021-05-17.
  3. "क्‍या आपको पता है भारत-पाक बंटवारे की ये सच्‍चाई, सिर चकरा जाएगा आपका..!". News18 India. Retrieved 2021-05-17.