जमाई राजा (धारावाहिक)
जमाई राजा | |
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शैली | ड्रामा |
मूल देश | भारत |
मूल भाषा(एँ) | हिन्दी |
सीजन की सं. | 01 |
उत्पादन | |
निर्माता | अक्षय कुमार अश्विनी यारदी |
उत्पादन स्थान | मुंबई |
उत्पादन कंपनी | ग्रेज़िंग गॉट पिक्चर्स प्रा° लि° |
मूल प्रसारण | |
नेटवर्क | ज़ी टीवी |
प्रसारण | 04 अगस्त 2014 – 3 मार्च 2017 |
जमाई राजा ज़ी टीवी पर प्रसारित होने वाला एक भारतीय हिन्दी धारावाहिक है।[1] यह 04 अगस्त 2014 से सोमवार से शनिवार रात 08:30 को ज़ी टीवी पर प्रसारित होता है। इस धारावाहिक में मुख्य किरदार में रवि दुबे और नैया शर्मा हैं।[2]
कहानी
[संपादित करें]सिद्धार्थ सिंह खुराना (रवि दुबे) जब एक मकान तोड़ना चाहता रहता है, तभी उसे रोशनी (नैया शर्मा) मिलती है। उससे मिलने के पश्चात सिद्धार्थ को रोशनी से प्यार हो जाता है और जब रोशनी उसे सिद्धार्थ खुराना कहती है और कहती है कि वह क्यों इस मकान को गिराना चाहता है तो सिद्धार्थ अपना नाम सिद्धार्थ कुकरेजा बता देता है और कहता है कि वह उसके कंपनी में कार्य करता है और वह इस मकान को नहीं टूटने देगा। इसके पश्चात वह दोनों अच्छे दोस्त बन जाते हैं। धीरे धीरे रोशनी को भी सिद्धार्थ से प्यार हो जाता है। एक दिन सिद्धार्थ दूसरे जगह जाता है जहां उसकी मुलाक़ात रोशनी की माँ दुर्गा देवी पटेल (अचिंत कौर) से होती है और वे जब भी मिलते हैं तो उन दोनों के बीच झगड़ा होता है और जब उसे यह पता लगता है कि रोशनी जिससे प्यार करती है वह सिद्धार्थ है तो वह इस शादी के खिलाफ हो जाती है। परंतु सिद्धार्थ और रोशनी राज (संजय स्वराज) और सिमरन (श्रुति उल्फ़त) जो सिद्धार्थ के माता पिता हैं। उनही के घर पर उनकी शादी हो जाती है। लेकिन दुर्गा देवी सिद्धार्थ को झूठे कारण से जेल पहुंचा देती है। जिससे निकलने के लिए उसे घर जमाई बन कर रहना होगा।
जब सिद्धार्थ का सच सभी को पता चलता है कि वह सिद्धार्थ कुकरेजा नहीं बल्कि सिद्धार्थ खुराना है तो रोशनी उससे नाराज़ हो जाती है और दुर्गा देवी रोशनी को मुंबई से दूर भेज देती है जिससे सिद्धार्थ रोशनी से कभी न मिल सके। इसके पश्चात वह दोनों पुनः मिल जाते है परंतु दोनों ही एक दूसरे से नाराज़ रहते हैं। दोनों ही क्रोध में आकार तलाक लेने का फैसला करते हैं। जिसके लिए उन्हे तीन महीने का समय मिलता है।
लेकिन राजवीर वहाँ से पैसे लेकर दूसरे देश भागने का सोचता है और वह कृतिका को पैसे लेकर आने बोलता है और झूठ बोलता है कि वह उसके साथ किसी दूसरे जगह जाएगा। लेकिन उसका विचार उसे मार कर विदेश भागने का रहता है। यह बात रोशनी सुन लेती है और तभी राजवीर को भी यह बात पता चलती है कि रोशनी उसकी बात को सुन रही है। वह रोशनी को पकड़ लेता है। रोशनी के घर पर न होने के कारण सिद्धार्थ उसका पता लगाने जाता है और वह पुलिस से राजवीर के एक साथी को वहाँ से भगा कर उसका पीछा करने के लिए कहता है पर पीछा करते समय पुलिस दूसरे ओर चले जाती है और सिद्धार्थ व दुर्गा देवी दोनों राजवीर के ठिकाने पर पहुँच जाते है। राजवीर, रोशनी को ऊपर से फेकने वाला रहता है कि दुर्गा देवी उस पर गोली चला देती है और राजवीर की मौत हो जाती है। जिसके बाद वहाँ कृतिका, राजवीर को पैसे देने आती है और वह दुर्गा देवी के हाथों में बंदूक देखती है और उसे यह लगता है कि राजवीर की हत्या दुर्गा देवी ने जानबूझ कर की है। वह दुर्गा देवी के खिलाफ न्यायालय में प्रकरण दर्ज करती है। लेकिन उसे उसमें अपनी हार सुनिश्चित लगती है इस लिए वह उस प्रकरण को वापस ले लेती है। वह स्वयं ही उन लोगों से बदला लेने का सोचती है।
कृतिका अपनी माँ के पास जाकर बोलती है कि जब तक रोशनी इस घर में रहेगी, उसे हमेशा राजवीर का याद आते रहेगा और वह खुश नहीं रह पाएगी। इससे उसकी माँ सिमरन, सिद्धार्थ से रोशनी को तलाक देने के लिए कहती है और यह भी कहती है कि यदि उसने उसे तलाक दिया तो वह रोशनी के माँ के सारे जायदाद उसे वापस कर देगी। सिद्धार्थ उस दिन रोशनी को तलाक दे देता है और सिमरन उसके परिवार को उसके ली गई जायदाद वापस कर देती है।
एक दिन दुर्गा देवी की गाड़ी के सामने एक व्यक्ति आ जाता है और उसे चोट लग जाती है। उसे कुछ याद नहीं रहता। वहाँ सिद्धार्थ भी होता है। वह उसे अस्पताल ले जाने के जगह दुर्गा देवी के घर ले जाने के लिए कहता है। वह दोनों उसे दुर्गा देवी के घर छुपा कर ले जाते हैं। जहाँ दुर्गा देवी एक चिकित्सक को बुला लेती है। वहीं उसका उपचार हो जाता है। सुबह जब वह व्यक्ति बाहर जाता है तो दुर्गा देवी को बताना पड़ता है कि यह उसके गाड़ी के सामने आ गया था। पर वह बाद में बताती है कि वही उसका पति शिव है। इसके बाद जब ठीक हो जाता है तो दुर्गा देवी उसे घर से बाहर जाने कह देती है। जब रोशनी और सिद्धार्थ शिव से मिलने जाते हैं तो शिव बच्चों को अपनी बेटी रोशनी के बारे में बताते रहता है। इसके बाद रोशनी सिद्धार्थ और शिव पर क्रोधित हो जाती है। लेकिन सिद्धार्थ दोनों को मिलाने के लिए रोशनी से एक दिन मांगता है। लेकिन दुर्गा देवी को पता चल जाता है कि शिव को सब याद है।
कलाकार
[संपादित करें]- रवि दुबे -
- सिद्धार्थ सिंह खुराना; राज और सिमरन को बेटे; कृतिका के भाई; रोशनी के पति; करनवीर के पिता
- करनवीर "करन" सिंह खुराना/सत्यानाश"सत्या"सवांत; सिद्धार्थ और रोशनी के बेटे; माही के पति; नील और रिया को दामाद
- रधु
- ज्योति ताई[3]
- नैया शर्मा - रोशनी सिद्धार्थ सिंह खुराना; करनवीर के मां
- शिन्या दोशी- माही करनवीर सिंह खुराना ; करनवीर के पत्नी[4]
- अचिंत कौर - दुर्गा देवी पटेल
- मोहित मल्होत्रा - यश मेहरा
- विशाल करवाल - राजवीर सिंह राणावत
- रेयहना मल्होत्रा - समाइरा पटेल
- अपरा मेहता - देविका पटेल
- संजय स्वराज - राज सिंह खुराना
- श्रुति उल्फ़त - सिमरन राज सिंह खुराना
- गौतम शर्मा - बबलू पटेल
- अमरीन चक्कीवाला - प्रतिमा बबलू पटेल
- दर्पण श्रीवास्तव - केसर पटेल
- डेलनाज ईरानी - रेशम केसर पटेल
- दीप्ति शर्मा - मोना पटेल
- ईशा शर्मा - कृतिका राजवीर सिंह राणावत
- पुनीत शर्मा - नील राज सिंह खुराना
- सूमोना चक्रवर्ती - मीषा गरेवाल
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ ""जमाई राजा" के लिए अपरा मेहता ने लिया सेक्सी रूप". मूल से 26 अगस्त 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 सितम्बर 2014.
- ↑ "अक्षय कुमार ने किया "जमाई राजा" का निर्माण". मूल से 17 जुलाई 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 सितम्बर 2014.
- ↑ ""जमाई राजा" में रवि दुबे". मूल से 8 अक्तूबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 सितम्बर 2014.
- ↑ ""जमाई राजा" में रवि दुबे के साथ नैया शर्मा". मूल से 18 सितंबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 सितम्बर 2014.