देवी अहिल्या सम्मान

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
राष्ट्रीय देवी अहिल्या सम्मान
सुश्री कृष्णाकुमारी माथुर, शिकोहाबाद 2012-13
देश भारत

देवी अहिल्या सम्मान, मध्यप्रदेश शासन ने आदिवासी, लोक एवं पारम्परिक कलाओं के क्षेत्र में महिला कलाकारों की सृजनात्मकता को सम्मानित करने के लिए वर्ष 1996-97 से स्थापित किया है।

देवी अहिल्याबाई कुशल शासिका, न्यायविद, सच्ची समाज सेविका और कलाप्रिय विदुषी थीं। वे स्नेह, दया और धर्म की प्रतिमूर्ति थीं। अहिल्याबाई महिला शक्ति की प्रतीक हैं। उनका जीवन और कार्य समस्त स्त्री जाति के लिए एक उदाहरण है। उनकी स्मृति में देश की सृजनशील महिलाओं के सम्पूर्ण अवदान के लिए देवी अहिल्या सम्मान दिया जाना सुनिश्चित किया गया है।

चयन के मापदंड[संपादित करें]

देवी अहिल्या सम्मान सृजनात्मक, उत्कृष्टता, दीर्घ साधना और कलाकार की वर्तमान में सृजन सक्रियता के मानदण्डों के आधार पर दिया जाता है। सम्मान दिये जाने के समय चुने गये कलाकार का सृजन सक्रिय होना अनिवार्य है।

पुरस्कार[संपादित करें]

इस सम्मान से विभूषित कलाकार को एक लाख रुपये की राशि और प्रशस्ति पट्टिका प्रदान की जाती है।

प्राप्तकर्ता[संपादित करें]

राष्ट्रीय देवी अहिल्या सम्मान
1. तीजन बाई 1996-97
2. विंध्यवासिनी देवी 1997-98
3. भूरी बाई 1998-99
4. यमुनाबाई वाईकर 1999-00
5. सुरूज बाई खाण्डे 2000-01
6. सारा इब्राहीम 2001-02
7. गुरमीत बावा 2002-03
8. राज बेगम 2003-04
9. रुकमा देवी मांगणियार 2004-05
10. शारदा सिन्हा 2005-06
11. गौरी देवी 2006-07
12. डा. शांति जैन 2007-08
13. गुलाबो जयपुर 2008-09
14. सरबजीत कौर, पंजाब 2009-10
15. वर्ष 2010-11 शून्य घोषित
16. वर्ष 2011-12
17. कृष्णाकुमारी माथुर, शिकोहाबाद 2012-13
18. कमला श्रीवास्तव, लखनऊ 2013-14
19. रंगवती बघेल, बस्तर 2014-15
20. मीरा गुप्ता, इंदौर 2015-16
21. नंदा बसंती बिष्ट, देहरादून 2016-17
22. कृष्णा वर्मा, उज्जैन 2017-18
23. शांतिदेवी झा, बिहार 2018-19
24. शांति बाई मराबी 2019
25. मालिनी अवस्थी 2020

सन्दर्भ[संपादित करें]