दिलजले
दिलजले | |
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दिलजले का पोस्टर | |
निर्देशक | हैरी बवेजा |
लेखक | करन राज़दान |
निर्माता | परमजीत बवेजा |
अभिनेता |
अजय देवगन, सोनाली बेंद्रे, अमरीश पुरी |
संगीतकार | अनु मलिक |
प्रदर्शन तिथियाँ |
20 सितम्बर, 1996 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
दिलजले 1996 की हैरी बवेजा द्वारा निर्देशित हिन्दी भाषा की रोमांचकारी एक्शन फिल्म है। फिल्म में अजय देवगन, सोनाली बेंद्रे और मधु प्रमुख नायक के रूप में है। अमरीश पुरी, शक्ति कपूर और परमीत सेठी ने फिल्म में सहायक भूमिका निभाई। फिल्म सुपरहिट रही थी।
संक्षेप
[संपादित करें]श्याम (अजय देवगन) ऱाधिका (सोनाली बेन्द्रे) से प्यार करता है। लेकिन राधिका के पिता (शक्ति कपूर) जो कश्मीर के भूतपूर्व राजा व वर्तमान मन्त्री हैं वो इसे पसन्द नहीं करते। इसलिये वो श्याम के पिता और श्याम को अपने प्रभाव से आतंकवादी होने का आरोप लगाकर जेल में बन्द कर देता है। अधिक पिटाई व यातना से श्याम के पिता की मृत्यु हो जाती है।
श्याम इस अन्याय का बदला लेने के लिए आतंकवादी (शाका) बन जाता है। वह दारा (अमरीश पुरी) के साथ मिल जाता है जो कि एक आतंंकवादी है। राजा साहब अपनी पुत्री का विवाह सैन्य अधिकारी कैप्टन रणवीर (परमीत सेठी) से करना चाहते हैं लेकिन शाका आतंक फैला देता है। कैप्टन रणवीर शाका को मारने का प्रण कर लेता है। दारा के चार साथियों को सेना पकड़ लेती है। उन्हें छुड़ाने के लिये शाका वैष्णो देवी तीर्थयात्रा से लौट रही बस का अपहरण कर लेता है जिसमें राजा साहब की की बेटी व बहन भी शामिल है। इसी बीच आतंकवादियों के दल में शामिल शबनम (मधु) भी शाका से प्यार करने लगती है। वो राधिका को मारने की कोशिश करती है लेकिन शाका उसे बचा लेता है।
इसी बीच राधिका शाका को आतंकवाद छोड़ने के लिये कहती है। शाका राधिका को दिये वचन के लिये उसके अलावा सभी को रिहा कर देता है। सेना शाका का पीछा करती है। राजा साहब भी शाका को मारने के षड्यन्त्र में शामिल हो जाता है। दारा के पाकिस्तानी आका उसके विरुद्ध धोखा करते हैं और जब वो सीमा पार करने जाता है तो जमीन में बारूद बिछा देते हैं। शाका उन सबको अपनी जान पर खेलकर बचा लेता है। कैप्टन रणवीर व राधिका सारी सच्चाई जान जाते हैं इसी के साथ फिल्म समाप्त होती है।
मुख्य कलाकार
[संपादित करें]- अजय देवगन - शाका / श्याम
- सोनाली बेंद्रे - राधिका
- अमरीश पुरी - दारा
- मधु - शबनम
- शक्ति कपूर - राजा साहब / मंत्री
- परमीत सेठी - कैप्टन रणवीर
- गुलशन ग्रोवर - इंस्पेक्टर यजवेंद्र
- आकाश खुराना - श्याम के पिता
- फरीदा ज़लाल - श्याम की माता
संगीत
[संपादित करें]सभी गीत जावेद अख्तर द्वारा लिखित; सारा संगीत अनु मलिक द्वारा रचित।
क्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
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1. | "हो नहीं सकता" | उदित नारायण | 7:43 |
2. | "कुछ तुम बहको" | उदित नारायण, अलका याज्ञनिक | 7:58 |
3. | "मेरा मुल्क मेरा देश" | कुमार सानु, आदित्य नारायण | 6:10 |
4. | "एक बात में अपने दिल" | कुमार सानु, अलका याज्ञनिक | 7:27 |
5. | "शाम है धुआँ धुआँ" | पूर्णिमा, अजय देवगन | 7:07 |
6. | "मेरा मुल्क मेरा देश" (उदासीन) | अलका याज्ञनिक | 4:09 |
7. | "बूम बूम" | शोभाना, निशा | 7:35 |
8. | "जिसके आने से" | कुमार सानु | 7:47 |
नामांकन और पुरस्कार
[संपादित करें]वर्ष | नामित कार्य | पुरस्कार | परिणाम |
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1997 | उदित नारायण ("हो नहीं सकता") | फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक पुरस्कार | नामित |