श्याओमी
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मूल नाम | 小米集团 |
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प्रकार | सार्वजनिक |
व्यापार करती है | साँचा:SEHK |
उद्योग |
उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स कंप्यूटर हार्डवेयर |
स्थापना | अप्रैल 6, 2010 |
संस्थापक | ली जुन |
मुख्यालय | बीजिंग, China |
क्षेत्र | विश्वव्यापी |
प्रमुख व्यक्ति |
ली जुन (सीईओ) लिन बिन (林斌) (President) मनु कुमार जैन (Global Vice President) |
उत्पाद |
Mobile phones Smartphones Tablet computers Smart home devices लैपटॉप स्मार्ट टीवी |
राजस्व |
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कर्मचारी | 15,222[1] |
सहायक कंपनियाँ |
Redmi YI Technology Roborock Roidmi Viomi VH Huami Mijia Aqara Yeelight Blackshark Pocophone/Poco(India) Youpin |
वेबसाइट |
mi |
शाओमी /ʃaʊmi/, चीनी : 小米科技; पिनयिन: Xiǎomĭ Kējì एक चीनी मोबाइल कंपनी है। जो चीन के अलावा अन्य कई देशों में मोबाइल बेचता है। इस चीनी कंपनी की लोकप्रियता के कारण इसे "चीन का एप्पल (एप्पल ऑफ़ चाइना)" भी कहते हैं। इसने अबतक 6 करोड़ से ज्यादा समार्टफोन्स बेचा है। xiaomi चीन की सबसे बड़ी तथा दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी समार्टफोन निर्माता है। यह कंपनी मोबाइल फ़ोन के अलावा विविध प्रकार के उपकरण बनाती है।
आरोप[संपादित करें]
गोपनियता[संपादित करें]
शाओमी पर आरोप लगते रहे हैं कि उसके फोन चुपके से यूज़र डेटा को रिमोट सर्वर पर भेजते हैं। सिक्यॉरिटी सॉफ्टवेयर और सल्यूशंस कंपनी एफ-सिक्यॉर ने आरोप लगाया था कि उसके फोन बिना उपयोगकर्ता के जानकारी के उसके निजी जानकारी को अपने चीन में स्थित सर्वर में भेज रही है। एफ-सिक्यॉर कंपनी ने इसके एक फोन रेडमी को जाँच के लिए चुना और उसमें संपर्क जानकारी, कॉल आदि की जानकारी डाली और यह सभी जानकारी सभी सर्वर के द्वारा चले गए। फोन यह कार्य तब भी करती है जब कोई क्लाउड खाता बनाता है। right|अंगूठाकार|शाओमी फोन पहले कंपनी ने इससे इंकार कर दिया की यह कोई भी जानकारी नहीं भेजती। लेकिन बाद में जब एफ-सिक्यॉर ने यह साबित किया की शाओमी उपयोगकर्ता की जानकारी को चीनी सर्वर में बिना बताए भेजती है तो वह मान जाती है और कहती है कि यह केवल क्लाउड सक्रिय रहने से ही करती है। लेकिन शाओमी के गोपनियता के लेख में यह लिखा हुआ है कि कंपनी उपयोगकर्ता की जानकारी जैसे कॉल, संदेश उसके इंतिहास आदि को ले सकती है और उससे वह कंपनी को बेहतर बनाने के लिए उपयोग करती है।[2]
वहीं भारतीय वायु सेना ने चेतावनी जारी किया की यह कंपनी भारतीय लोगों की निजी जानकारी चीनी सरकार तक पहुँचाती है। भारतीय वायु सेना ने कहा है कि शाओमी स्मार्टफोन्स पर यूज़र डेटा को चीन के सर्वर में भेजने के आरोप लगते रहे हैं, जिससे कि इसकी वजह से जासूसी हो सकती है। सेना ने अपने अधिकारियों को एक अलर्ट जारी करके शाओमी स्मार्टफोन्स इस्तेमाल न करने के लिए कहा है।
इसके अलावा फोनअरीना के जाँच में यह पता चला की यह फोन 42.62.48.0-42.62.48.255 के बीच आने वाले एक जालस्थल पर जानकारी भेजता है। यह www.cnnic.cn की वैबसाइट है जिसके जो चीन की एक कंपनी मिनिस्ट्री ऑफ इन्फर्मेशन इंडस्ट्री है।[3]
भारत में प्रतिबंधित[संपादित करें]
दिल्ली उच्च न्यायालय ने 9 दिसम्बर 2014 को एफ़आरएएनडी के तहत शाओमी को भारत में चीन से मोबाइल लाकर बेचने पर 5 फरवरी 2015 तक प्रतिबंधित कर दिया। लेकिन 16 दिसम्बर को उसे न्यायालय से क्वालकॉम वाले फोन बेचने का अधिकार मिल गया। लेकिन उसने उसके बिना दूसरे चिपसेट के साथ कई फोन बेचे। लेकिन उसने इस बात को मानने से इंकार कर दिया।[4]
इन्हें भी देखें[संपादित करें]
सन्दर्भ[संपादित करें]
- ↑ "Xiaomi Corporation: Private Company Information - Bloomberg". www.bloomberg.com. मूल से 17 सितंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 फ़रवरी 2019.
- ↑ "शाओमी ने मानी डेटा भेजने की गड़बड़ी, एफ-सिक्यॉर ने लगाया था आरोप". मूल से 17 मार्च 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 अप्रैल 2015.
- ↑ "शाओमी स्मार्टफोन्स को भारतीय वायु सेना ने बताया सुरक्षा के लिए खतरा". मूल से 24 अक्तूबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 अप्रैल 2015.
- ↑ "Xiaomi banned in India following Delhi High Court injunction". the techportal.in. 2014-12-10. मूल से 15 अप्रैल 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2015-04-08.