लक्ष्‍मी शंकर यादव

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लक्ष्‍मी शंकर यादव
प्रदेश अध्यक्ष उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी 1975

कार्यकाल
विधायक 1952 से 1957 ,1962,1967,1969,1974,1977

जन्म 1 अक्टूबर 1917
बिशुनपुर, शाहगंज , जौनपुर
मृत्यु 29 अक्टूबर 1995
राष्ट्रीयता भारतीय
धर्म हिन्दू

लक्ष्‍मी शंकर यादव,भारत के उत्तर प्रदेश की प्रथम विधानसभा सभा में विधायक रहे। भारतीय संविधान सभा के सदस्य रहे,1952 उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में इन्होंने उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के 235 - शाहगंज ( पूर्व) विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस की ओर से चुनाव में भाग लिया। [1]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. "उत्तर प्रदेश विधान सभा". मूल से 10 अगस्त 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 जून 2020.

जीवन परिचय -

कमजोर व गरीबों की आवाज़ लक्ष्मी शंकर यादव जी कुशल राजनेता थे। हमेशा गरीबों की मदद करते थे, इसी का परिणाम है कि छह बार विधानसभा में जिले का प्रतिनिधित्व किया। मंत्री रहते वाजिदपुर तिराहा से सिपाह तक की सड़क, बदलापुर चौराहा सहित कई प्रमुख सड़कों का निर्माण करवाया था। बदलापुर व खुटहन स्कूल भी खोला था। में

बाबू लक्ष्मी शंकर यादव एक ईमानदार नेता थे। क्षेत्र के लोग उनके मिलनसार, मृदुभाषी स्वभाव और विकास कार्यों को आज भी याद करते हैं। उनके पास जो भी समस्या लेकर जाता था उसका निदान अवश्य करते थे। उनके जैसा व्यक्ति अब मिलना बड़ा मुश्किल है।

लक्ष्मी शंकर यादव की पहचान एक गांधीवादी नेता के रूप में थी । वे

हमेशा सफेद टोपी पहनते थे। अपने जीवन के अन्तिम क्षण तक वे सत्य और न्याय के लिए लड़ते रहे। उन्होंने खुटहन, शाहगंज तथा बदलापुर (उत्तरप्रदेश) में विकास के

लिए बहुत काम किया था। उनके कार्यों को आज भी लोग याद करते

हैं। कमजोर व गरीबों की मदद करते थे।

लक्ष्मीशंकर यादव ने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में बीए की पढ़ाई के दौरान महामना मदनमोहन मालवीय के नेतृत्व में स्वतंत्रता संग्राम में भी हिस्सा लिया था। वे एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भी थे।

'भारतीय संविधान सभा के सदस्य एवं सांसद भी रहे थे'

उनके अन्दर जाति-पात का भेदभाव नहीं था। जब भी वे क्षेत्र में आते सबसे पहले गरीबों की बात ही सुनते थे।

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, गांधीवादी, संविधान सभा के सदस्य, पूर्व लोकसभा सांसद, उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री व उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष स्व. लक्ष्मी शंकर यादव जी .