मित्रपक्ष शक्तियाँ
मित्रपक्ष शक्तियाँ | |||||
सैन्य गठबंधन | |||||
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राजधानी | निर्दिष्ट नहीं | ||||
Political structure | सैन्य गठबंधन | ||||
ऐतिहासिक युग | World War II | ||||
- | स्थापित | 1939 | |||
- | अंत | 1945 |
मित्रपक्ष शक्तियाँ या ऐलाइड शक्तियाँ (अंग्रेज़ी: Allied powers) उन देशों का गुट था जिन्होनें द्वितीय विश्वयुद्ध में ब्रिटेन, संयुक्त राज्य अमेरिका, सोवियत संघ और चीन का साथ दिया और अक्ष शक्तियों (ऐक्सिस शक्तियों) के ख़िलाफ़ लड़े। भिन्न मित्रपक्ष देश द्वितीय विश्वयुद्ध की मुठभेड़ में या तो इसलिए शामिल हुए क्योंकि उनपर अक्ष देश या देशों ने आक्रमण कर दिया, या उन्हें अपने ऊपर आक्रमण होने का डर था, या फिर उन्हें चिंता थी कि अक्ष शक्तियाँ अगर जीत गयी तो पूरी दुनिया पर हावी हो जाएँगी।[1]
१ सितम्बर १९३९ में युद्ध की शुरआत में फ़्रांस, पोलैंड और यूनाइटेड किंगडम (ब्रिटेन) ही मित्रपक्ष में थे। जल्द ही ब्रिटेन के कुछ अधीन देश - ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, न्यू ज़ीलैंड और दक्षिण अफ़्रीका भी इस गुट में सम्मिलित हो गए। १९४१ के बाद मित्रपक्ष का नेतृत्व ब्रिटेन]], अमेरिका और सोवियत संघ ने मिलकर किया। भारत (जो ब्रिटिश राज के अधीन था), बेल्जियम, यूनान, मेक्सिको, चेकोस्लोवाकिया, नॉर्वे, नेदरलैंड्ज़, इथियोपिया और ब्राज़ील में मित्रपक्ष में थे। १९४५ में जाकर मित्रपक्ष शक्तियों की जीत होने पर अक्ष शक्तियों का गुट ख़त्म हो गया।
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]- [[द्वितीय विश्वयुद
- अक्ष शक्तियाँ
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ The Allies Archived 2009-10-16 at the वेबैक मशीन, U. S. Army Center of Military History and World War II History, Accessed 17 सितंबर 2009