प्रेम शक्ति
प्रेम शक्ति | |
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प्रेम शक्ति का पोस्टर | |
निर्देशक | शिबू मित्रा |
लेखक | मदन जोशी (संवाद) |
निर्माता | नासिर परकार |
अभिनेता |
गोविन्दा, करिश्मा कपूर, नितीश भारद्वाज |
संगीतकार | राम लक्ष्मण |
प्रदर्शन तिथियाँ |
25 फरवरी, 1994 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
प्रेम शक्ति 1994 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। इसमें करिश्मा कपूर, गोविंदा और कादर ख़ान मुख्य अभिनेता है। अन्य कलाकारों में शक्ति कपूर, रजा मुराद, पुनीत इस्सर और नितीश भारद्वाज शामिल हैं। फिल्म औसत रही थी।
संक्षेप
[संपादित करें]गंगवा (गोविंदा) और गौरी (करिश्मा कपूर) प्यार में हैं, लेकिन उन युवा प्रेमियों को शादी करने की अनुमति नहीं मिलती है। एक रात वे भाग जाते हैं और खुद को एक दुष्ट ऋषि (पुनीत इस्सर) की गुफा में पाते हैं। वो नागराज (नितीश भारद्वाज) को एक मणि देने के लिए मजबूर करने की कोशिश कर रहा है। जिससे उसे अमर होने के लिये अमृत बनाने में जरूरत पड़ेगी। यह घटना केवल पूर्णिमा की इस रात को हो सकती है। यह दिन केवल पच्चीस वर्ष में ही आता है। युवा प्रेमी जोड़ा साँप की रक्षा करते हैं और ऋषि की योजना को ध्वस्त करते हैं। क्रोधित ऋषि गौरी को एक पत्थर में बदल देता है और सदमे का सामना करने में असमर्थ, गंगवा मर जाता है। लेकिन जादुई साँप यह घोषणा करता है कि गंगवा का पुनर्जन्म होगा, गौरी के लिए दिल में प्यार के साथ और पच्चीस साल बाद वे एक दूसरे से फिर से मिलेंगे।
25 साल बाद गंगवा का कृष्णा के रूप में फिर से जन्म होता है और अपनी मां के साथ एक गरीब जीवनशैली जीता है। वह चाहती हैं कि वह पिंकी से शादी करे, लेकिन कृष्णा खुद को पहले स्थापित करना चाहते है। उसे एक पुतला निर्माता के साथ नौकरी मिलती है, और वो नागराज की मदद से, गौरी जैसा जीवित पुतला बनाता है। उस का नियोक्ता रोमियो को इस पुतले को बेच देता है, जो केवलचंद द्वारा संचालित एक विभाग की दुकान का कर्मचारी है। कृष्णा इस दुकान में सिर्फ पुतले के पास रहने के लिए रोजगार लेता है। वो पुतला केवल तब ही जीवित होता है जब वह उसके साथ अकेला होता है। वो पुतला खुद को करिश्मा कहता है। कृष्णा को पता नहीं है कि अगली पूर्णिमा पर, उसके प्यारे को फिर से वही बदला लेने वाले तांत्रिक द्वारा पत्थर में बदल दिया जाएगा। उसके नियंत्रण में ना केवल नागराज होगा, बल्कि वह यह भी सुनिश्चित करेगा कि कृष्णा जीवित नहीं रहे।
मुख्य कलाकार
[संपादित करें]- गोविन्दा - गंगवा / कृष्णा
- करिश्मा कपूर - गौरी / करिश्मा
- शक्ति कपूर - होशियार सिंह
- रज़ा मुराद - केवलचंद का मामा
- पुनीत इस्सर - महाबली तांत्रिक
- कादर ख़ान - रोमियो
- नितीश भारद्वाज - नागराज
- सुलभा देशपांडे - कृष्णा की माँ
- सत्येन कप्पू - शस्त्रीजी
- टीकू तलसानिया - पुतले बनाने वाले
संगीत
[संपादित करें]सभी रामलक्ष्मण द्वारा संगीतबद्ध।
क्र॰ | शीर्षक | गीतकार | गायक | अवधि |
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1. | "कृष्णा तुम मैं करिश्मा हूँ" | N/A | लता मंगेशकर, उदित नारायण | 5:51 |
2. | "तुमको देखा है अकसर ख्वाब में" | N/A | उदित नारायण, लता मंगेशकर | 6:05 |
3. | "ओ रामा हो" (महिला) | रविन्दर रावल | लता मंगेशकर | 5:45 |
4. | "आजा रे ओ मेरे सनम" | देव कोहली | उदित नारायण | 6:23 |
5. | "आ बैठ मेरे घोड़े पर" (II) | रविन्दर रावल | उदित नारायण, साधना सरगम | 5:24 |
6. | "ओ रामा हो" (पुरुष) | रविन्दर रावल | उदित नारायण | 5:46 |
7. | "दिल करता है दूर चले कहीं" | देव कोहली | लता मंगेशकर, उदित नारायण |