जहांदार शाह
जहांदार शाह | |
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मुगल सम्राट | |
शासनावधि | १७१२ - १७१३ |
पूर्ववर्ती | बहादुर शाह प्रथम |
उत्तरवर्ती | फर्रुख्शियार |
जन्म | १० मई १६६१ |
निधन | फ़रवरी 12, 1713 दिल्ली | (उम्र 51)
जीवनसंगी | लाल कुंवर |
राजवंश | तैमूरी |
पिता | बहादुर शाह प्रथम |
जहांदार शाह(1712-1713) हिन्दुस्तान का मुगल सम्राट था। इसने यहां 1712-1713 तक राज्य किया।
बहादुरशाह का ज्येष्ठ पुत्र जहाँदारशाह १६६१ में उत्पन्न हुआ। पिता की मृत्यु के पश्चात् सत्ता के लिये इसे अपने भाइयों से संघर्ष करना पड़ा। मीर बख्शी जुल्फिकार खाँ ने इसे सहायता दी। इसका एक भाई अजीम-अल-शान लाहौर के निकट युद्ध में मारा गया। शेष दो भाइयों- जहानशाह और रफी-अल-शान को पदच्युतकर सम्राट् बनने में यह सफल हुआ। विलासी प्रकृति के जहाँदारशाह ने समूचे राज्य के प्रति उपेक्षा बरती। १७१२ में अब्दुल्लाखाँ, हुसेन अलीखाँ और फर्रुखसियर ने इसके विरुद्ध पटना से कूच किया। आगरा में जहाँदारशाह ने टक्कर ली। पराजित होकर इसने दिल्ली में जुल्फिकार खाँ के पिता असदखाँ के यहाँ शरण ली। असदखाँ ने इसे दिल्ली के किले में कैद कर लिया। फर्रुखसियर ने विजयी होते ही इसकी हत्या करवा दी। इसे लम्पट मुर्ख भी कहा जाता था । इसे लम्पट मुर्ख की उपाधि इतिहासकार 'इरादत खां' ने प्रदान की ।
मुग़ल सम्राटों का कालक्रम[संपादित करें]

सन्दर्भ[संपादित करें]
पूर्वाधिकारी बहादुर शाह प्रथम |
मुगल सम्राट १७१३–१७१३ |
उत्तराधिकारी फर्रुख्शियार |