खूंटी जिला

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खूंटी ज़िला
ᱠᱷᱩᱸᱴᱤ ᱦᱚᱱᱚᱛ
Khunti district
मानचित्र जिसमें खूंटी ज़िला ᱠᱷᱩᱸᱴᱤ ᱦᱚᱱᱚᱛ Khunti district हाइलाइटेड है
सूचना
राजधानी : खूंटी
क्षेत्रफल : 2,611 किमी²
जनसंख्या(2011):
 • घनत्व :
5,30,299
 200/किमी²
उपविभागों के नाम: मण्डल
उपविभागों की संख्या: 6
मुख्य भाषा(एँ): हिन्दी


खूंटी ज़िला (संथाली: ᱠᱷᱩᱸᱴᱤ ᱦᱚᱱᱚᱛ) भारत के झारखण्ड राज्य का एक जिला है। इसका मुख्यालय खूंटी है।[1][2]

इतिहास[संपादित करें]

खूँटी जिला पहले राँची ज़िले का हिस्सा था और राँची ज़िला लोहरदग्गा जिला का। भारत की स्वधीनता के बाद राँची नया जिला बना और नया झारखंड राज्य बनाने के बाद खूँटी नया जिला बना। ब्रिटिश काल में बिरसा मुंडा का जन्म खूँटी जिला में हुआ था, जिन्होंने ईस्ट इंडिया कमपनी के खिलाफ आवाज उठाई।

पर्यटन स्थल[संपादित करें]

  • पंचघाघ जलप्रपात: पांच अलग-अलग धाराओं से मिलकर बनने वाला यह जलप्रपात खूंटी का सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। बारिश के मौसम में इसकी खूबसूरती और भी बढ़ जाती है. यहाँ आप नौका विहार का भी आनंद ले सकते हैं।[3]
  • अंगराबाड़ी शिव मंदिर:शांत वातावरण के बीच स्थित यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। माना जाता है कि यहां स्थित शिवलिंग स्वयंभू है। मंदिर परिसर में भगवान राम, सीता, हनुमान और गणेश की भी प्रतिमाएं स्थापित हैं।
  • डोमबारी बुरु:यह खूंटी का सबसे ऊंचा पहाड़ है। प्रकृति प्रेमियों के लिए यह जगह ट्रैकिंग के लिए आदर्श है। इस पहाड़ी से सूर्योदय और सूर्यास्त का नज़ारा मनमोहक होता है।
  • हिरण उद्यान, खूंटी: यह वन्यजीव अभयारण्य जानवरों को देखने का शानदार अवसर प्रदान करता है। यहां हिरण, चीतल, सांबर आदि जानवरों को देखा जा सकता है।

प्रशासन[संपादित करें]

अभी हाल तक खूँटी राँची जिले के एक अनुमंडल के रूप में जाना जाता था। 12 सितंबर 2007 को इसे झारखंड के तेइसवें जिले के रूप में मान्यता दी गयी। इस नये जिले में छह प्रखंड बनाये गये हैं:

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. "Lonely Planet Bihar & Jharkhand," Lonely Planet Publications, 2012, ISBN 9781743212004
  2. "Superfast Jharkhand GK," Prabhat Prakashan
  3. "खूंटी का चंचला घाघ सैलानियों के लिए स्वर्ग जैसा". प्रभात खबर. अभिगमन तिथि 7 मई 2024.