पटना सिलसिलेवार बम धमाके, 2013
पटना सिलसिलेवार बम धमाके, 2013 | |
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पटना धमाकों का मानचित्र | |
स्थान | पटना, बिहार, भारत |
निर्देशांक | 25°36′28.77″N 85°10′03.06″E / 25.6079917°N 85.1675167°E |
तिथि | 27 अक्टूबर 2013 (आईएसटी) |
हमले का प्रकार | बम धमाके |
मृत्यु | 6[1] |
घायल | 83[2] |
संदिग्ध अपराधी | इंडियन मुजाहिदीन |
पटना सिलसिलेवार बम धमाके 27 अक्टूबर 2013 को पटना शहर में गान्धी मैदान और पटना जंक्शन रेलवे स्टेशन पर हुए। ये धमाके भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमन्त्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की रैली के कुछ समय पूर्व हुए। पटना के गान्धी मैदान पर यह रैली आयोजित की गयी थी। रैली स्थल पर 5 तथा रेलवे स्टेशन पर 2 धमाके हुए। सिलसिलेवार हुए कुल 7 बम धमाकों में 6 लोग मरे तथा 83 लोग घायल हुए।[3]
घटना
[संपादित करें]पटना शहर में 27 अक्टूबर 2013 को नरेन्द्र मोदी की हुंकार रैली का कार्यक्रम था। इस वजह से गान्धी मैदान में लाखों लोगों की भीड़ मौजूद थी। भारी संख्या में लोग ट्रेनों से भी आ रहे थे। इस कारण स्टेशन पर भी काफी भीड़ थी। पहला धमाका 10 बजे रेलवे स्टेशन के शौचालय में हुआ। फिर पाँच धमाके गान्धी मैदान के आसपास हुए। रेलवे स्टेशन पर एक धमाका बम को डिफ्यूज़ किये जाते समय हुआ। नरेन्द्र मोदी ने भी रैली खत्म करते हुए लोगों से शान्ति बनाये रखने की अपील की। उन्होंने रैली में आये लोगों से कहा कि वे घर जाने में जल्दबाजी नहीं करें।[3][4]
प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह ने विस्फोटों की निन्दा करते हुए लोगों से शान्ति बनाये रखने की अपील की। प्रधानमन्त्री ने बिहार के मुख्यमन्त्री नीतीश कुमार से फोन पर बात की और उनसे विस्फोटों की तेजी से जाँच कराने व दोषियों को दण्डित करना सुनिश्चित करने को कहा। गृह मंत्रालय ने भी बिहार सरकार से विस्फोटों के बारे में रिपोर्ट माँगी। राज्य में राष्ट्रीय जांच एजेंसी और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड की टीम भेजी गयी।[5]
मुख्यमन्त्री नीतीश कुमार ने इस घटना में मारे गये लोगों के परिजनों को पाँच-पाँच लाख रुपये देने की घोषणा की। साथ ही उन्होंने यह ऐलान भी किया कि घायलों का इलाज कराया जायेगा।[6]
सिलसिलेवार ब्योरा
[संपादित करें]इन धमाकों का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है[1]-
- पहला धमाका- सुबह 9.30 बजे- पटना जंक्शन के प्लेटफार्म नम्बर 10 के शौचालय में
- दूसरा धमाका- सुबह 11.40 बजे- उद्योग भवन गान्धी मैदान में
- तीसरा धमाका- दोपहर 12.05 बजे- रीजेंट सिनेमा के पास
- चौथा धमाका- दोपहर 12.10 बजे- गान्धी मैदान में बापू की पुरानी प्रतिमा के पास
- पाँचवाँ धमाका- दोपहर 12.15 बजे- गान्धी मैदान के दक्षिणी हिस्से में ट्विन टावर के पास
- छठा धमाका- दोपहर 12.20 बजे- गान्धी मैदान के पश्चिमी हिस्से में स्टेट बैंक के पास
- सातवाँ धमाका- दोपहर 12.45 बजे- गान्धी मैदान के समीप चिल्ड्रेन पार्क के करीब।
जांच
[संपादित करें]इस मामले में पुलिस ने रांची से विस्फोटकों के साथ दो संदिग्धों को हिरासत में लिया गया। उनके पास से जो डेटोनेटर, प्रेशर कुकर बम, जेहादी साहित्य और सीडी बरामद किये गये उनकी अब तक की जाँच में जो बातें सामने आयी हैं उससे आतंकी संगठन इण्डियन मुजाहिदीन पर शक जा रहा है।[7]
इससे पहले पुलिस ने पटना रेलवे स्टेशन के टॉयलेट में ब्लास्ट के ठीक बाद इम्तियाज समेत 4 को भी हिरासत में लिया था। उसे लोगों ने बैग से कुछ संदिग्ध चीज रखते हुए देखा था। इम्तियाज के पास से कई दस्तावेज मिले, जिसमें रांची के कई पते और कुछ मोबाइल नम्बर थे। उस पते और नम्बर का क्रम जब मिलाया गया तो यह जानकारी सामने आयी कि धमाके के बाद गान्धी मैदान के पास से ही रांची के उन नम्बरों पर बात की गयी थी।[7]
जांचकर्ताओं के अनुसार इन धमाकों का मुख्य साजिशकर्ता मोहम्मद तहसीन अख्तर है जो कि इंडियन मुजाहिदीन का दूसरा सबसे बड़ा आतंकी है।[8] तहसीन 2005 में चिकमंगलूर स्थित एक मदरसा में कट्टरपंथी बन गया[9] मीडिया में खुलासा हुआ कि तहसीन अख्तर समस्तीपुर से संबंधित जदयू नेता तकी अख्तर का भतीजा है।[8]
विवाद
[संपादित करें]इन धमाकों के बाद देश के गृहमन्त्री सुशील कुमार शिंदे शाम को मुंबई में रज्जो फिल्म का संगीत अल्बम रिलीज करने पहुँच गये। उन्होंने समारोह में बोलते हुए कहा कि "पटना में आज जो हुआ उससे मुझे लगता था यहाँ आ नहीं पाऊँगा, लेकिन आज मैं दिल से यहाँ आना चाहता था।"[10] भाजपा की तरफ से निशाना बनाये जाने के बाद विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने शिंदे का बचाव करते हुए कहा कि "पटना के अलावा भी शिंदे की अपनी जिन्दगी है।"[11]
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ अ आ "पटना में हुंकार रैली से पहले धमाके, छह की मौत". दैनिक जागरण. 28 अक्टूबर 2013. मूल से 13 दिसंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 अक्टूबर 2013.
- ↑ "पटना विस्फोटों में 5 की मौत, 83 घायल". देशबन्धु. 27 अक्टूबर 2013. मूल से 29 अक्तूबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 अक्टूबर 2013. नामालूम प्राचल
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की उपेक्षा की गयी (मदद) - ↑ अ आ "मोदी की रैली से पहले पटना में 7 बम ब्लास्ट, 5 मरे, 50 घायल". नवभारत टाइम्स. 27 अक्टूबर 2013. अभिगमन तिथि 27 अक्टूबर 2013.[मृत कड़ियाँ] सन्दर्भ त्रुटि:
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अमान्य टैग है; "नवभारत टाइम्स" नाम कई बार विभिन्न सामग्रियों में परिभाषित हो चुका है - ↑ "मोदी की रैली से पहले सात धमाकों से दहला पटना, पांच की मौत". दैनिक जागरण. 27 अक्टूबर 2013. मूल से 13 दिसंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 अक्टूबर 2013.
- ↑ "मोदी रैली से पूर्व स्टेशन, सिनेमा हाल, गांधी मैदान में बम धमाके, 5 मरे". समय लाइव. 27 अक्टूबर 2013. मूल से 24 सितंबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 अक्टूबर 2013.
- ↑ "पटना बम विस्फोट: मृतकों के परिजनों को पांच लाख रूपये मुआवजा देने की घोषणा". पर्दाफाश. 27 अक्टूबर 2013. मूल से 29 अक्तूबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 अक्टूबर 2013.
- ↑ अ आ "पटना ब्लास्ट: रांची में रची गई साजिश, आईएम से जुड़े तार". नवभारत टाइम्स. 28 अक्टूबर 2013. मूल से 29 अक्तूबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 अक्टूबर 2013.
- ↑ अ आ पीटीआई (30 अक्टूबर 2013). "Patna serial blasts mastermind's uncle disowns him". टाइम्स ऑफ इंडिया. मूल से 3 सितंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 30 अक्टूबर 2013.
- ↑ कल्कोद, राजीव (30 अक्टूबर 2013). "Patna blasts mastermind perfected bomb-making in Chikmagalur". टाइम्स ऑफ इंडिया. मूल से 4 सितंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 30 अक्टूबर 2013.
- ↑ "पटना को भूल, 'रज्जो' की पार्टी में सुशील शिंदे". आईबीएन-7. 28 अक्टूबर 2013. अभिगमन तिथि 28 अक्टूबर 2013.[मृत कड़ियाँ]
- ↑ "पटना के अलावा भी है शिंदे की जिंदगी: खुर्शीद". आईबीएन-7. 29 अक्टूबर 2013. मूल से 1 नवंबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 अक्टूबर 2013.