स्पर्श (1980 फ़िल्म)
स्पर्श | |
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चित्र:Sparsh, 1980 Hindi film.jpg स्पर्श का पोस्टर | |
निर्देशक | सई परांजपे |
लेखक | सई परांजपे |
अभिनेता |
शबाना आज़मी, नसीरुद्दीन शाह, सुधा चोपड़ा, मोहन गोखले, प्राण तलवार, अरुण जोगलेकर, ओम पुरी, अरुण सचदेव, मुकेश गौतम, |
प्रदर्शन तिथि |
1980 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
स्पर्श 1980 में बनी हिन्दी भाषा की भारतीय फ़िल्म है। इसका निर्देशन और लेखन का कार्य सई परांजपे ने किया है।[1][2]
संक्षेप
[संपादित करें]यह कहानी दृष्टिबाधितों पर आधारित है कि किस प्रकार दृष्टिहीन बच्चे अपना जीवन जीते हैं और उनका विद्यालय में कैसा जीवन बीतता है और वह किस प्रकार का महसूस करते हैं। स्पर्श नाम उनके स्पर्श करके महसूस करने से है। यह कहानी एक नवजीवन अंधविद्यालय से शुरू होती है, जिसका प्राचार्य अनिरुद्ध परमार (नसीरुद्दीन शाह) होते हैं। इस विद्यालय में 200 विद्यार्थी पढ़ते रहते हैं। एक दिन वह चिकित्सक से मिलने जाते समय उसे एक गाना सुनाई देता है। वह उस गाने को सुन कर मंत्रमुग्ध हो जाता है।
वह गाना कविता प्रसाद (शबाना आज़मी), जिसका हाल ही में पति कि मौत हो जाए रहती है। उसकी तीन वर्ष पूर्व शादी हुए रहती है। वह भी अपने आप को बिलकुल अकेला महसूस करते रहती है। उसकी केवल एक ही मित्र रहती है। मंजु (सुधा चोपड़ा) जो उसके बचपन से उसकी दोस्त रहती है।
कविता की मुलाक़ात मंजु द्वारा किए गए एक आयोजन के दौरान अनिरुद्ध से होती है। वह आवाज से पहचान जाता है। वार्तालाप के दौरान वह अपने विद्यालय में एक शिक्षक, जो संगीत सीखा सके। के बारे में कहता है। पहले कविता नहीं मानती है, लेकिन मंजु और उसके पति के कहने पर वह हाँ कह देती है।
वह कई समय विद्यालय में रहती है और उसकी दोस्ती अनिरुद्ध से हो जाती है। धीरे धीरे दोस्ती बहुत मजबूत हो जाती है। लेकिन दोनों की सोच बहुत अलग होती है।
चरित्र
[संपादित करें]मुख्य कलाकार
[संपादित करें]- शबाना आज़मी - कविता
- नसीरुद्दीन शाह - अनिरुद्ध
- सुधा चोपड़ा
- मोहन गोखले - जगदीश
- प्राण तलवार
- अरुण जोगलेकर
- ओम पुरी - दुबे
- अरुण सचदेव
- मुकेश गौतम
दल
[संपादित करें]संगीत
[संपादित करें]इस फ़िल्म के संगीत को वेतेरण, संगीत निर्देशक कनू रॉय और बोल इन्दु जैन ने बनाया है।[3]
रोचक तथ्य
[संपादित करें]परिणाम
[संपादित करें]कमाई
[संपादित करें]समीक्षाएँ
[संपादित करें]नामांकन और पुरस्कार
[संपादित करें]- 1985 - फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ निर्देशक पुरस्कार - सई परांजपे[4]
- 1985 - फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संवाद लेखक पुरस्कार[5]
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 17 जनवरी 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 दिसंबर 2015.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 17 फ़रवरी 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 दिसंबर 2015.
- ↑ "Sparsh songs". मूल से 5 नवंबर 2009 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 दिसंबर 2015.
- ↑ "National Film Awards (1979)". मूल से 22 जनवरी 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 दिसंबर 2015.
- ↑ "Best Dialogue Writer (Technical Awards)" Archived 2006-04-27 at the वेबैक मशीन lists winners of this award from 1958 through 1999, Indiatimes