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सी. गोविन्द पिशारिटि चेरुकाट मलयालम भाषा के विख्यात साहित्यकार हैं। इनके द्वारा रचित एक आत्मकथाजीवितप्पाता के लिये उन्हें सन् 1976 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित(मरणोपरांत) किया गया।[1]