सदस्य वार्ता:Anoop Vincent/प्रयोगपृष्ठ/vyavasaaya vith ke srot
विषय जोड़ेंव्यवसाय वित्त के स्रोत
[संपादित करें]हर व्यवसाय को यह जानना माहत्वपूर्ण है कि कहाँ से विभिन्न स्रोतो से कैसे धन उठाया जा सकता है।
व्यापार वित्त का अर्थ
[संपादित करें]व्यापार समाज की आवश्यकतों की स्ंतुष्टि के लिए,सेवा के उत्पादन और वितरण के साथ संबंध है। अपन व्यापार को चलाने आवश्यक पैसे को व्यापार वित्त कहा जाता है। व्यापार वित्त व्यापार के माली कर्मठता है। यह व्यापार को चलाने आवश्यक माल को ठिका करता है। वित्त व्यवसाय का जीवन खून कि समान है, इसके बगैर कोइ व्यवसाय नही रह सकते है। छोटा या बडा व्यवसाय पैसे के बिन कोई लक्ष्य पूरा नही कर सकता है। पैसे के जरुरत जब शुरु हो जाता है तब एक व्यक्ति व्यापार करने का सोचता है।स्रोत या वित्त एक व्यवसाय के लिए इन करणो के करन मुख्य है।
१) भूमि और वास्तु-गृह,मशीन और फर्नीचर खरिदने के लिए।
२) पुराने चिज़ें के बदले मै नई चिज़ें खरिदने के लिए।
३) व्यापार को बढाने या आधुनिकीकरण करने के लिए।
४) अनुसंधान और विकास को बढाव देने के लिए।
५) मज़दूरों का दक्षता अभ्यास के द्वारा बढने के लिए वित्त अवश्य है।
६) प्रारंभिक सामग्री खरिदने के लिए।
७) वेतन और मजदूरी का भुगतान के लिए।
८) मशीनो क संबाल के लिए।
९) दैनिक खर्च के लिए।
वित्त संग्रह के तरीके
[संपादित करें]एक व्यवसाय विभिन्न स्रोतो से धन जुटा सकता है प्रत्येक स्रोत में अनोखे विशेषताओं है। सब व्यवसाय फंड के लिए एक भी सबसे अच्छे स्रोत नही है, व्यवसाय फंड समय, स्थिति,लागत और खतरा के आधार पर कि जाता है।
शेयर कैपिटल
[संपादित करें]शेर्यस देने से व्यवसाय शेयर कैपिटल सर्जन करता है। शेयर कैपिटल को छोटी इकाइयों में विभाजित करते है और एक निक्ष्चित मूल्य देते है इस को शेयर बुलाया जाता है। शेयर दो प्र्कार क है।
१) इक्विटि शेयर इक्वितटि शेयर लंबी अवधि वित्त के सबसे महत्वपूर्ण स्रोत है।
२) अधिमान शेयर अधिमान शेयर प्रीचेंटेन्टियल अधिकार क आनंद लेता है।
डिबेंचर
[संपादित करें]डिबेंचर वित्त बनाना का एक मुख्य मार्ग है। इस में समाज के लोगों को डिबेंचर देकर व्यवसायी पैसा इकट्ठा करता है। डिबेंचर एक पत्र है जो रसीद देता हाइ कि व्यपार इस व्यक्ति से पैसा लिया है।
रीटेंड अरनिंग्स (प्रातिधारित कमाई)
[संपादित करें]रीटेंड अरनिंग्स व्यापार के अंदर का वित्त है। आम तोर पर व्यवसाय उसकी सारे लाभ को शेयरहोल्डर को नहीं देता है। व्यापार के लाभ का एक भाग व्यापार में ही रखता है। इस पैसे को भविष्य में उपयोग करेगा।
सार्वजनिक जमा
[संपादित करें]जब एक व्यवसाय समाज से सीमित अवधि और ब्याज को पैसा लेता है उसे हम सार्वजनिक जमा जाना जाता है।
वाणिज्यिक बैको से उधार
[संपादित करें]वाणिज्यिक बैंक व्यपार को छोटे और दीर्घकालिक वित्त देता है। यह बैंक व्यापार के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
व्यापार साख
[संपादित करें]व्यापार साख एक व्यापारी को दूसरे व्यापारी देते हुँहे साख है, गिसके साथ वस्तुओं और सेवाओं खरीद थे है।
विनिमय का बिल (बिल ओफ एसचेंज)
[संपादित करें]इसे बिलटी के नाम में भी जाना जाता है। बिलटी एक प्रकार पत्र है, जो एक व्यापारी जब साख में खरीद थे है तब वो बिलटी दूकानदार को देता है। बिलटी को बैंक में देंगे तो बैंक उस पत्र क पैसा दे देता है। लेकिन व्यापारी पैसा दूकानदार को देने बगर बैंक को देना है। [1] [2]
- ↑ government of karnataka business studies text book 1 PUC
- ↑ http://www.kar.nic.in/pue/PUE/support_html/academic/sylb.htm