एसकेएस2345 के सदस्य योगदान

यह खाता या आईपी पता फ़िलहाल अवरोधित है। संदर्भ के लिए नवीनतम ब्लॉक लॉग प्रविष्टि नीचे प्रदान की गई है:

योगदान खोजेंविस्तार करेंछोटा करें
⧼contribs-top⧽
⧼contribs-date⧽

26 अक्टूबर 2023

24 अक्टूबर 2023

  • 17:1817:18, 24 अक्टूबर 2023 अन्तर इतिहास −5 हिन्दू वर्ण व्यवस्थाभाई अगर तुम्हारे दिल में देश प्रेम है तो शिल्पी और वैध ब्राह्मण वर्ण से हटाना है तो ये सनातन ग्रंथ को ही मिटा दो जो इनको ब्राह्मण वर्ण बता रहे है अगर इन ग्रंथों मिटा दो कोई वर्ण ही नही रह जायेगा सभी एक समान हो जायेगे नही तो अभी तो सभी लोग विज्ञानिक इंजिनियर बन रहे है डाक्टर बन रहे है अगर इनको पता हो जायेगा वो शिल्पी और वैध है भूचाल आ जायेगी सब लोगो का पत्ता करेगे क्यों की कब तक सचाईं को कब तक रोका जाएगा क्यों की शिल्पी ब्रह्म के स्वरूप वैध भगवान स्वरूप टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
  • 16:0416:04, 24 अक्टूबर 2023 अन्तर इतिहास −9 हिन्दू वर्ण व्यवस्थाslider धर्म कर्म हमारा समाज शिल्पकर्म एक ब्राह्मण कर्म February 17, 2021 jjv@news मुंबई | शिल्पकर्म की उत्पत्ति वेदांग कल्प के शुल्व-सूत्र से हुई है और वास्तुकला की उत्पत्ति वेदांग ज्योतिष की संहिता स्कंद से हुई है वेदांग ग्रंथों का अध्ययन करना ब्राह्मणो का प्रमुख कर्तव्य आदिकाल से रहा है शुल्व-सूत्र से यज्ञवेदी (यज्ञकुंड) , यज्ञशाला , यज्ञमंडप , यज्ञपात्र , मूर्ति आदि का निर्माण होता हैं जो ब्राह्मण शुल्व-सूत्र में निहित शिल्पकर्म नहीं जानता वो ये निर्माण नहीं कर सकता जो ब्राह्मण शिल्पकर् टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
  • 01:2401:24, 24 अक्टूबर 2023 अन्तर इतिहास +1 पंचालभाई आप कौन है मैं नही जानता लेकिन जो करे जन कारी के साथ करे अगर हमसे गलत हो जाए chhmaa कर देना टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन

23 अक्टूबर 2023

21 अक्टूबर 2023

20 अक्टूबर 2023

19 अक्टूबर 2023

18 अक्टूबर 2023

17 अक्टूबर 2023

11 सितंबर 2023

1 सितंबर 2023

22 अगस्त 2023

20 अगस्त 2023

13 अगस्त 2023

10 अगस्त 2023

30 जुलाई 2023

24 जुलाई 2023

22 जुलाई 2023