मौलाना मज़हरुल हक़

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
(मजरूल हक से अनुप्रेषित)
मौलाना मज़हरूल हक़
जन्म 22 दिसम्बर 1887
ब्रह्मपुर, पटना, बिहार
मौत 2 जनवरी 1930(1930-01-02) (उम्र 43)
सारन, भारत
पेशा धर्मशास्त्री, शिक्षाविद, राजनीतिक कार्यकर्ता और स्वतंत्रता सेनानी, वकील
राजनैतिक पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
उल्लेखनीय कार्य {{{notable_works}}}

मौलाना मज़हरूल हक़ (22 दिसम्बर 1886 – 2 जनवरी 1930), को पटना जिले के मानेर थाना के ब्रह्मपुर  में हुआ था। एक शिक्षाविद्, एक वकील, स्वतंत्रता कार्यकर्ता और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के एक स्वतंत्रता सेनानी थे।

उन्हें बहुत से भूमि उनके रिश्तेदारों द्वारा दान की गई और 1900 में सिवान जिला के फ़रीदपुर गांव में बस गए।

उन्होंने गांव में एक घर का निर्माण किया और इसका नाम ‘आशियाना’ रखा। 1927 में पंडित मोतीलाल नेहरु, 1928 में श्रीमती सरोजनी देवी, पं मदन मोहन मालवीय, के.एफ. नरिमन, मौलाना अब्दुल कलाम आजाद ने फरीदपुर में इनके घर ‘आशानिया’ का दौरा किया। वह शेख अमुदुल्ला के तीन बच्चों में एकमात्र बेटे थे| उनकी बहनों के नाम में गफरुनीषा और कानीज फातमा थे। उनके पिता एक अमीर जमीनदार थे।


सन्दर्भ[संपादित करें]