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फुल्ल बिना डाली डोगरी भाषा के विख्यात साहित्यकार श्रीवत्स विकल द्वारा रचित एक उपन्यास है जिसके लिये उन्हें सन् 1972 में डोगरी भाषा के लिए मरणोपरांत साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।[1]